आँखें खुलना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

आँखें खुलना मुहावरे का अर्थ aankhen khulana muhaavare ka arth  – सचेत होना या होस ‌‌‌में आना होता है ।

दोस्तो आज कल के समय मे हर कोई अपनी आखो पर पट्टी बाधे फिर रहा है । वह हर किसी पर ‌‌‌भरोसा कर लेता है । वह यह जानने की कोसीस नही करता की वह किसी पर ‌‌‌भरोसा कर रहा है वह केसा आदमी है । ‌‌‌

और जब उसे पता चलता है की यह हमारे जीवन को बरबाद करने मे लगा है तो उसे पता चलता है की हम जीस पर भरोसा कर रहे थे वह तो हमारा बुरा करने मे लगा है । बादमे जब भी वह आदमी उससे कहता है की तुम्हे ऐसा कना चाहिए तो वह कहता है की अब मेरी आँखें  खुल गई है अब मै तुम्हारी बातो मे नही आउगा ।

‌‌‌मुहावरा (idiom in Hindi)‌‌‌अर्थ (Meaning in Hindi)
आँखें खुलनासचेत होना या होस ‌‌‌में आना
आँखें खुलना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

आँखें खुलना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग || aankhen khulna use of idioms in sentences in Hindi

  • ‌‌‌राम ने श्याम से कहा की अब मै तुम्हारी बातो मे नही आउगा अब मेरी आँखें  खुल गई है ।
  • जब रमेश को पता चला की जिसको वह घर से निकाल दिया है वह तो हमारा ही भला चहाता था ‌‌‌तब रमेश की आँखें  खुल गई ।
  • रामेश्वर कहाता है की जब तक कोई ठोकर नही खाता तब तक उसकी आँखें  नही खुलती है ।
  • राजेश को देखा तो ‌‌‌रमेश को पता चला की ‌‌‌जिसकी वह बात मान रहा है वह तो मेरे साथा धोखा कर रहा है तब जाकर ‌‌‌रमेश आँखें  खुली ।
  • ‌‌‌राघव को उसके दोस्त ने खुब समझाया पर जब वह दसवी मे फेल हुआ तब जाकर उसकी आँखें  खुली ।
  • धोक्का खाने के बाद ही हर किसी की आँखें  खुलती है ।

आँखें खुलना मुहावरे पर कहानी || story on idiom aankhen khulna in Hindi

एक गाव मे रामेश्वर नाम का एक आदमी रहा करता था । उसके घर मे धन दोलत की कोई कमी नही थी । उसके गाव के लोगो के पास इतनी दोलत नही थी जितनी उसके पास थी । रामेश्वर के चार दोस्त थे । जिनमे से  तिन अच्छे पक्के दोस्त थे । व एक बुरा था जिसकी नजर उसकी दोलत पर थी । रामेश्वर ‌‌‌के घर मे कोई नही रहता था ।

उसके माता पिता बहुत समय पहले मर गए । इतनी दोलत ‌‌‌सम्भालने वाला वह अकेला था । उसके तिन दोस्त उसे काम कराया ‌‌‌करते थे और अपनी मेहन्त के पैसो की खाया ‌‌‌करते थे । पर एक दोस्त तो उसके पास ही पडा रहता था । और जो भी रामेश्वर के पास होता उस पर ही राज करता था ।

‌‌‌एक दिन की बात है रामेश्वर के घर उसके चारो दोस्त आए थे तो रामेश्वर उनके पास अपना सारा काम छोडकर रहने लगा था । तभी रामेश्वर को यादा आया की उसे एक काम करना होगा जो बहुत ही आवश्यक है तो रामेश्वर जाने लगा । रामेश्वर को जाते देखकर उनके दोस्तो ने कहा की क्या हुआ तुम हमे यहा छोडकर कहा जा रहे हो

‌‌‌तब रामेश्वर ने कहा मुझे बहुत ही जरुरी काम करकर आना है तो तुम सभी यहा पर रहकर आराम करो मै कुछ ही समय मे आ जाता हूं । तभी उसके तिनो दोस्तो ने कहा की हम भी तुम्हारे साथ चलते है । यह सुनकर रामेश्वर ने कहा की नही पर उसके दोस्त नही माने तब रामेश्वर ने कहा की ठिक है पर तुममे से किसी एक को यही ‌‌‌रहना होगा ।

तब रामेश्वर अपने तिनो दोस्तो मे से एक को अपने घर मे ‌‌‌चौथे दोस्त के साथ छोडकर चला गया । उसके साथ उसके दो दोस्त और गए थे । और दो दोस्त घर मे सो रहे थे । जब घर मे सो रहे थे तो तिसरे दोस्त को तो निंद आ गई पर ‌‌‌चौथे दोस्त को निंद नही आई वह उठकर रामेश्वर के कमरे मे गया और कुछ रुपये ‌‌‌चुराने लगा ।

तभी तिसरे दोस्त को जाग आ गई तो उसने देखा की चौथा दोस्त नही है तो वह उसे ढुडने के लिए चला गया । जैसे ही बाहर गया तो उसने देखा की चौथा दोस्त कुछ लिए हुए बाहर जा हरा है । पर उसने सोचा की कुछ नही होगा ऐसे ही जा रहा होगा । इस कारण उसने अपने दोस्त से कुछ नही पुछा और आकर कमरे मे सौ गया।

‌‌‌जब सुबह रामेश्वर आया तो उसने अपने कमरे मे देखा की कुछ रुपयो की कमी है । तो वह अपने नोकरो से पूछने लगा की कोई मेरे कमरो से कुछ रुपयो को चुराकर ले गया है । आप मे से कोई है तो अभी बता दिजिए । तब उसका चौथा दोस्त उठकर आया और रामेश्वर से पूछा की क्या हुआ तो रामेश्वर ने कहा की मेरे कमरे से कोई रुपय ‌‌‌चुराकर ले गया ।

तब चौथे दोस्त ने कहा की मेने तुम्हारे तिसरे दोस्त को रात को बाहर जाते हुए देखा था और उसके हाथ मे कुछ था भी । ‌‌‌उसने ऐसा इसलिए कहा की क्योकी उसे पता था की तिसरे दोस्त ने रात को बारह जाते समय उसे देख लिया था । यह सुनकर रामेश्वर ने सोचा की तिसरे दोस्त ने ही रुपये चुराए होगे । तो वह तिसरे दोस्त के पास जाकर पूछता है तो वह कहता है की चौथे दोस्त ने चुराए होगे यही कल रात से ‌‌‌गायब है ।

यह सुनकर रामेश्वर ने सोचा यह चौथा दोस्त तो हमेशा से ही मेरे पास रहता है पहले तो यह नही हुआ है । जरुर तिसरे दोस्त ने ही रुपये चुराए होगे । यह सोचकर रामेश्वर ने उसे धक्के मारकर घर से बाहर निकाल दिया  । जाते समय तिसरा दोस्त बोला अभी तुम्हारी आँखें बंद है जब खुलेगी तो ‌‌‌तुम्हे बहुत दुख ‌‌‌होगा ।

इस तरह से रामेश्वर की आँखें बंद थी वह चौथे दोस्त पर विश्वास कर रहा था । इसी तरह से चौथे दोस्त ने सोचा की अगर इसका ऐक भी दोस्त न रहे तो मै इसके पैसो पर राज कर सकता हूं । इसी सोच के साथ चौथा दोस्त रामेश्वर को कहने लगा की तुम्हारे दोस्त तुम्हारे पैसो के लिए तुम्हारे पास है ।

‌‌‌इस तरहसे रामेश्वर को अपने दोस्तो के लिए नफरत भरता रहा जिससे उसके सारे दोस्त दुर हो गए । एक दिन रामेश्वर ने देखा की चौथा दोस्त उसके साथ कुछ गलत कर रहा है तो वह उसका पिछा करने लगा । तब उसे पता चला की यही असली चौर है जो मेरे अच्छे दोस्तो को दुर कर दिया था।

आँखें खुलना मुहावरे पर कहानी

अगले ही दिन चौथा दोस्त ‌‌‌रामेश्वर से कुछ रुपये मागने लगा तब रामेश्वर ने कहा की अब मेरी आँखें खुल गई है अब मै तुम्हारी बातो मे नही आउगा । तुमने मेरे सारे दोस्तो को दुर कर दिया है । तब चौथा दोस्त ‌‌‌ने उसे बहुत समझाता है पर रामेश्वर कहने लगा की अब मेरी आँखें  बंद नही है जो मे तुम्हे पहचान नही सकु । इस तरह से रामेश्वर की आँखें ‌‌‌खुली । इस तरह से आप समझ गए होगे की इस मुहावरे का अर्थ कया है ।

आँखें खुलना मुहावरे पर ‌‌‌निबंध || essay on idioms aankhen khulna in Hindi

साथियो आज के समय मे हर कोई हर किसी पर भरोसा कर कर अच्छे लोगो से दुर हो जाता है । और उसकी बात मानकर गलत कार्य भी करने लग जाते है । पर जब भी उन्हे सचाई का पता लगता है तो वे बहुत पश्चाते है । और अपने आप पर घुस्सा करने लग जाते है । इस तरह से वह अपने आप  से दुर होने लग जाते है ।

इस तरह के ‌‌‌लोग बहुत ही आसानी से किसी की भी बातो मे आ जाते है । और जैसा वह कहता है बस उसी को सच मान बेठते है । नही ‌‌‌कुछ सोचते है और जैसा वह चहाता है उसकी बातो मे आ जाता है । इस तरह के लोगो की इस संसार मे कोई कमी नही है । इस तरह के लागे आपको हर जगह मिल जाएगे ।

इस तरह के लोगो की कमजोरी ही यह होती है की वे आसानी ‌‌‌से किसी की भी बातो मे आ जाते है । पर जब उनकी आँखें खुलती है तो ऐसे लोग ‌‌‌की बात वे नही मानते और फिर किसी और की बातो पर आसानी से विश्वास नही करते है । इस तरह से आप समझ गए होगे की आँखें खुलना मुहावरे का अर्थ क्या है ।

आँखें खुलना का तात्पर्य क्या होता है || what does it mean to aankhen khulna in Hindi


अभी तक इस मुहावरे के बारे में हमने काफी कुछ जान लिया है । मगर कुछ युजर का कहना है की इस मुहावरे के बारे में और समझाया जाए । तो आपको इस मुहावरे के बारे में और बता देते है –
दरसल मानव जो होता है वह बेहोश की अवस्था में कब होता है । यह तो आपको पता होगा ।

‌‌‌मगर क्या आपने यह ध्यान दिया है की जब मानव बेहोश होता है तो उसकी आंखे बंद होती है । और इस तरह से होने को कहा जाता है की मानव सचेत में नही है या फिर कहते है की होस में नही है । और इसी तरह से निंद में होने पर भी कह सकते है की मानव होस में या सचेत में नही है ।
मगर जब आंख जो होती है वह खुली हुई

‌‌‌होती है तो मानव सचेत में भी होता है और होस में भी होता है । और यह बात आपको पता है ।
मगर यहां पर कहा जा रहा है की आंख खुलना । और इससे ही आप समझ सकते है की मुहावरे का कहना है की होस में आना या सचेत होना । तो इस तरह से दोस्तो होस में होना या सचेत में होना इस मुहावरे का अर्थ हुआ है ।
वैसे आपको बता ‌‌‌दे की यह मुहावरा 2023 में एसएससी की परीक्षा में पूजा जा चुका है ।

क्या आपकी आंखे खुल चुकी है, have your eyes opened in Hindi

दोस्तो ऐसा आपने बहुत बार सुना होगा की लोगो के द्वारा कहा जाता है की क्या आपकी आंखे खुल चुकी है । इसका मतलब है की क्या आप होश में आ गए है की आपके आस पास क्या हो रहा है ।

वैसे तो इस वाक्य का प्रयोग कई बार अलग अलग स्थानो पर किया जा सकता है मगर उनमे से एक यह भी होता है की जब हम जीवन मे कुछ ऐसा करते जा रहे है जो की हमारे लिए सही नही होता है और फिर काफी समय के बाद में हमे यह पता चलता है की हम जो कुछ कर रहे है वह सही नही है तो इसका मतलब है की अब जाकर हम होश में आए है और इस समय हमारी आंखे खुली है ।

और इसी स्थान पर इस मुहावरे का प्रयोग करते हुए किया जाएगा की आपकी आंखे खुल चुकी है ।

very very most important hindi muhavare

भानुमती का पिटारा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

अंकुश रखना मुहावरे का अर्थ और निबंध व वाक्य में प्रयोग

अंधी पीसे कुत्ता खाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

का वर्षा जब कृषि सुखाने का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

नीम हकीम खतरे जान मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

अधजल गगरी छलकत जाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का मलतब और वाक्य मे प्रयोग

नौ दिन चले अढ़ाई कोस का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

नेकी कर, दरिया में डाल का मतलब और वाक्य व निबंध

चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आव देखा न ताव का अर्थ और वाक्य व निबंध

थोथा चना बाजे घना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तेल देखो, तेल की धार देखो का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

आसमान पर मुहावरे aasman par muhavare

कंगाली में आटा गीला मुहावारे का मतलब और वाक्य व कहानी

भूखे भजन न होय गोपाला का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व ‌‌‌कहानी

साँच को आँच नहीं मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

ऐरा – गैरा नत्थू खैरा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

पर उपदेश कुशल बहुतेरे मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आँख का अंधा गाँठ का पूरा का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

अपनी करनी पार उतरनी का मतलब और वाक्य में प्रयोग

खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा का मतलब और वाक्य व निबंध

जैसी करनी वैसी भरनी का अर्थ और वाक्य में प्रयोग और कहानी

जंगल में मोर नाचा, किसने देखा का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आधा तीतर आधा बटेर मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

जान बची तो लाखों पाए का मतलब और वाक्य व कहानी

अकल बड़ी या भैंस का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व निबंध

जहाँ चाह वहाँ राह का मतलब और वाक्य व कहानी

घर का भेदी लंका ढाए का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व निबंध

हाथ कंगन को आरसी क्या मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मन चंगा तो कठौती में गंगा का अर्थ और वाक्य व कहानी

न नौ मन तेल होगा, न राधा नाचेगी का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

4 दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

जल में रहकर मगर से बैर मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

‌‌‌तीन लोक से मथुरा न्यारी का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।