‌‌‌‌‌‌मेरे बारे में-

‌‌‌ अल्लाह के दरबार में आप सभी का स्वागत है ।

मेरा नाम ‌‌‌‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है और मैं एक हिंदी का अध्यापक हूं जो गवर्नमेंट स्कूल मे पढाने का काम करता हूं । मुझे ब्लॉगिंग करना बहुत ही अच्छा लगता है। वैसे तो मुझे ब्लॉगिंग के बारे मे कोई ज्यादा एक्सपिरियंस नहीं रहा है। लेकिन पिछले तीन सालों से ब्लॉग बनाया हुआ था । ‌‌‌ तब मैंने सोचा क्यों न विधार्थी के लिए मैं एक मुहावरो की बुक लिख दू ताकी विधार्थी को मुहावरे कही और न जाकर देखना पडे और एक ही वेबसाईट पर उसे पूरी जानकारी मिल जाए । बस इसी सोच के साथ ब्लॉग बनाया था। लिखने का शौक हमेशा से ही रहा था।

‌‌‌वैसे ब्लॉग के अंदर लिखने का मुझे काफी मजा आता है। और सुबह सुबह ही उठते ही ब्लॉग पर लिखने लग जाता हूं । ‌‌‌और जब विधालय जाने का समय होता है तो विधालय चला जाता हूं । और वापस आकर फिर से देर रात तक लिखने लग जाता हूं । मेरा लिखने मे यारो नशा है । यदि किसी को लिखने का नशा लग जाए तो फिर उसके लिए उतरना मुश्किल हो जाता है।

‌‌‌इस बात की मुझे कोई परवाह नहीं है कि मुझे पैसा मिलता है या नहीं मिलता है ? लेकिन लिखने का अपना मजा है। ‌‌‌इस तरह से देर रात तक लिखने पर घर के लोग कहते है की आपके पास नोकरी होने के बाद भी आप क्यो देर रात तक लिखते रहते हो तब मैं कहता हूं की विधार्थी को सही जानकारी देने के लिए ही मैं यह काम कर रहा हूं वरना स्कुल से मुझे बहुत पैसे मिल जाते है । ‌‌‌जिसके कारण से मेरा घर आराम से चल जाता है ।

‌‌‌लिखने मे जो नशा है
वो किसी ओर मे नहीं है।
लोग कहते हैं शराब और शबाब का नशा
तो छूटाए नहीं छूटता है लेकिन
मैं कहता हूं कि लिखने का
नशा तो इससे भी बूरा है
इसको कोई छूटाने की कोशिश भी नहीं करता है।
और हम भी इसको छोड़ने का प्रयास नहीं करते ।।