तेल देखो, तेल की धार देखो का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

तेल देखो, तेल की धार देखो मुहावरे का अर्थ tel dekho tel ki dhar dekho muhavare ka arth – किसी कार्य का परिणाम देखना

दोस्तो आपने सुना होगा की जब भी कोई वस्तु खरीदे तो उसकी अच्छी तरह से पहचान कर ले यानि उसके परिणाम के बारे मे जान कर ही ‌‌‌किसी वस्तु खरीदे । इस तरह से जब कभी मनुष्य‌‌‌ अपने जीवन मे किसी वस्तु को खरीदने के लिए उसके परिणाम के बारे मे जानना चाहता है यानि किसी कार्य का परिणाम देखना चाहता है तब इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है ।

तेल देखो, तेल की धार देखो का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

तेल देखो तेल की धार देखा मुहावरे का वाक्य में प्रयोग tel dekho tel ki dhar dekho muhavare ka vakya mein prayog

  • ‌‌‌मैं कोई मिलावटी समान तो बेचता नही हुं और आपको यकिन नही हो रहा तो तेल देखा तेल की धार देखा ।
  • बेटे ने कई वर्षो तक तैयारी कर कर पुलिस का पेपर दिया है अब उदास ‌‌‌होना सही नही है तेल देखो तेल की धार देखा ।
  • सेठजी अगर आपको मेरा काम पंसद नही है तो बोल देना मगर पहले तेल देखो तेल की धार देखो ।
  • पानी पुरी बेचना कोई छोटा काम नही इसमे आमदनी बहुत है पहले ही इसे बुरा कहने से अच्छा है तेल देखो तेल की धार देखो ।
  • ‌‌‌रामू ने फसल अभी उगाई है और अभी से अमीर बनने का ख्वाब लेने लगा है तेल देखो तेल की धार देखों ।
  • मैंने इस काम के बारे मे तेल देखो तेल की धार देखो फिर ही काम शुरू किया है इसमे जरूर फायदा है ।
  • अभी तो मतदान शुरू ही हुए है और रामलाल अपने आप को ‌‌‌विजेता घोषित करने लगा है अरे उसे पता नही पहले तेल‌‌‌ देखों तेल की धार देखो ।

तेल देखो तेल की धार देखो मुहावरे पर कहानी tel dekho tel ki dhar dekho muhavare par kahani

एक समय की बात है किसी नगर मे एक साधू रहा करता था । साधू ज्ञानी होने के साथ साथ बदसुरत था । परन्तु उसके ज्ञान के कारण से हर कोई ‌‌‌उसके पास ज्ञान हासिल करने के लिए चला जाता था । जब भी लोग साधू के पास जाते तो साधू उन्हे एक‌‌‌ कथा सुनाता और फिर कहता की अब बताओ आपको अपने जीवन मे क्या करना चाहिए ।

इसी तरह से एक दिन साधू के पास गाव के आधे से ज्यादा लोग थे । तब लोगो ने साधू से पूछा की महाराज आज के समय मे कोई जो भी काम करता है उस कार्य के परिणाम से पहले ही अनेक लोग दूखी हो जाते है । यह सुन कर साधू ने कहा की इसका एक ‌‌‌उपाय है ।

परन्तु इसके लिए आपको मैं एक छोटी सी कथा सुना रहा हूं । फलवाली नाम का एक गाव हुआ करता था । उस गाव मे बढ चढ कर लोग रहा करते थे । इस कारण से हर कोई अपने काम वे व्यस्थ था । वही पर गाव का एक व्यक्ति जिसका नाम खटराम था ।

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खटराम के पास कोई काम नही था यानि वह पूरी तरह से बेरोजगार था । ‌‌‌साथ ही वह गरीब था । जिसके कारण से वह ‌‌‌किसी भी कार्य को आसानी से शुरू नही कर सकता था । परन्तु एक बार उसने सोच समझ कर अपने घर की जमीन और खेत की जमीन बेच दी और स्वयं गाव मे एक दुकान लेकर रहने लगा था ।

उस समय गाव मे चारो और दुकाने नही थी । यानि गाव मे ‌‌‌मुश्किल से दुकान देखने को मिल जाती थी । जिससे खटराम ‌‌‌ने गाव मे दुकान खोल ली । वह अपनी दुकान मे सब आवश्यक चिजो को रखता था । परन्तु सबसे ज्यादा वह अपने गाव मे तेल रखता था ।

क्योकी तेल मे मिलावटे बहुत हो रही थी जिससे हर कोई अच्छा तेल खरीदना चाहता था । जिससे खटराम स्वयं ही बडिया फसल खरीद कर तेल ‌‌‌निकाल कर लाता और उसे बेचने लगा । इस तरह से गाव ‌‌‌मे तेल की दुकान खुलने के कारण से गाव का हर कोई तेल लाने के लिए खटराम के पास जाने लगा था।

क्योकी उस गाव मे ज्यादातर अमीर ही लोग रहा करते थे । जिससे उन्हे विश्वास नही होता था की ‌‌‌सच मे खटराम अच्छा तेल देता है क्या । तब वे लोग खटराम से कहते की अगर तुम्हारा तेल बुरा निकला तो । यह सुन कर ‌‌‌खटराम उन्हे एक लिटर तेल किसी बोतल मे दे देता और कहता की पहले अपने घर जाओ और इस तेल के पकवान बनाकर खा लो ।

अगर तेल अच्छा होगा तो पैसे दे देना । इस तरह से सुन कर गाव के लोग ‌‌‌ऐसा ही करते थे । परन्तु पकवान बनाने पर वे सभी तेलो से बडिया बनते थे । इस कारण यह था की तेल बडिया था क्योकी वह फसल से ‌‌‌निकला हुआ था उसमे कोई मिलावट नही थी ।

यह जान कर गाव के लोग वापस खटराम के पास आते और कहते की भाई तुमने तो बडिया तेल दिया । तब खटराम कहता की साहब पहले तेल देखो तेल की धार देखो । इस तरह से कहने पर गाव के लोग समझ जाते ‌‌‌की पहले किसी कार्य के गुणों के बारे मे जान लेना चाहिए ।

फिर ही उसे बढिया या घटिया कहना चाहिए। इस तहर से गाव के लोग हर बार जब भी कोई वस्तु कही से लेकर आते तो कहते की तेल देखो तेल की धार देखो । ऐसा कहने पर जो दुकानदार मिलावट नही करता था वह तो अपनी वस्तुओ का उपयोग लेने के लिए उन लोगो ‌‌‌‌‌‌दे देता । परन्तु जो लोग मिलावट करते थे वे कहते की नही हम अपनी वस्तु देखने के लिए नही देगे आप पैसे लेकर आओ और लेकर चले जाओ ।

इस तरह से कहने पर लोगो को समझ मे आने लगा की जरूर इस वस्तु मे कुछ गडबड है । इसी तरह से गाव के लोग किसी भी कार्य को करते तो इस मुहावरे का प्रयोग करने लगे थे । इसी तरह से एक बार ‌‌‌खटराम दुकान के पास खडे एक आदमी को ज्ञान दे रहा था की तुम शहर मे कोई काम स्टाट कर लो ।

तब वह आदमी बोल रहा था की किस काम को करू आजकल किसी काम मे फायदा नही है । तब खटराम ने कहा की पहले तुम कार्य कर कर तो देखो फिर जब परिणाम आए तब कहना की फायदा नही है ।

इस तरह से कहने पर वह आदमी समझ गया और कार्य ‌‌‌शूरू करने के लिए तैयार हो गया था । जब उसने काम शुरू किया और उसका परिणाम आया तब ही उसे पता चला की सच मे इसमे तो बहुत बडा फायदा है ।

तेल देखो तेल की धार देखो मुहावरे पर कहानी tel dekho tel ki dhar dekho muhavare par kahani

इस तरह से उस व्यक्ति ने भी खटराम की तरह पहले उपयोग करने के लिए अपनी वस्तु को दी । इस तरह से खटराम ने अपने जीवन मे एक बहुत बडी शिक्षा दी और लोगो को निराश ‌‌‌न होने के लिए कहा । यह कथा सुनाने के बाद मे साधू ने कहा की खटराम की तरह ही कभी भी अपने जीवन मे किसी कार्य के परिणाम से पहले ही दुखी नही होना चाहिए ।

बल्की उसके परिणाम को तो देखना ही चाहिए । इस तहर से साधू के समझाने के ‌‌‌कारण से गाव के लोग जब तक किसी कार्य का परिणाम नही आ जाता तक तक उसकी प्रति‌‌‌क्षा करने लगे । इस तरह से आपको भी समझ मे आ गया होगा की इस मुहावरे का अर्थ क्या है ।

तेल देखो तेल की धार देखो मुहावरे पर निबंध tel dekho tel ki dhar dekho muhavare par nibandh

साथियो आज के समय मे तेल बहुत ही महगा हो हरा है साथ ही उसी तेल मे मिलावटे हो रही है । जिसके कारण से खाने की चिजे तो अच्छी नही बनती बल्की वह हमारे शरीर को भी बहुत ‌‌‌बडा नुकसान पहुंचा रहा है ।

क्योकी तेल मे मिलावटे करने के कारण से शरीर मे अनेक ऐसी क्रिया होती है जो मिलावट से प्रभावित हो जाती है और शरीर को नुकासन पहुचता है । इस कारण से जब भी कोई व्यक्ति तेल लेकर आता है तो यह देखता है की यह अच्छा है की नही ।

इस तरह से तेल का पता लगाने के लिए की वह थोडे से तेल को लेकर अपने साथ के अगुठे और उगली के बिच मे रख कर अलग करते है तो एक धार सी निकली है । इस तरह से अगर तेल की धार होती है तो वह बहुत ही बडिया तेल है ।

मगर धार न होने पर वह तेल अच्छा नही है । इस तरह से कहा जाता है की तेल देखा और तेल की धार देखो । मगर इसका प्रयोग अनेक ‌‌‌स्थानो पर होने लगा है इस कारण से इसका अर्थ किसी कार्य का परिणाम देखना हो गया है । क्योकी तेल के अच्छे होने का परिणाम देखने की बात यहा पर हुई थी ।

इस तरह से जहां पर किसी कार्य के परिणाम देखने की बात होती है वही पर इस मुहावरे का प्रयोग होता है । इस तरह से आपको समझ मे आ गया होगा की इस मुहावरें ‌‌‌का अर्थ क्या है ।

तेल देखो, तेल की धार देखो मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of tel dekho tel ki dhar dekho in Hindi

दोस्तो तेल के बारे में कुछ ऐसा है जो की आपको पता होना चाहिए । दरसल आप अगर किसी दुकानदार के पास जाते है और तेल मागते है तो आपको बता दे की वह तेल आपको मिलावटी मिलता है ।

मगर वही पर अगर आप किसी फ्रेक्ट्री में जाते है ओर वहां से तेल लेते है तो वह आपको अच्छी क्वालटी का मिलेगा यह नही कहा जा सकता है । हालाकी छोटी फ्रेक्ट्री की बात करे जो की आपके आस पास है तो वहां पर आपको अच्छी क्वाल्टी पर तेल मिल जाता है ।

और दोस्तो आपको बता दे की उस व्यक्ति के द्वारा आपको यह भी बताया जा सकता है की ​अगर तेल की धार कैसी हो तो तेल अच्छा होगा । और इसी कारण से कहते है की पहले तेल को देखो यानि उसका परिणाम देखे और फिर खरीदे ।

तो इस बात से यह समझे की tel dekho tel ki dhar dekho muhavare ka arth – किसी कार्य का परिणाम देखना है और जहां पर किसी कार्य का परिणाम देखने की बात होती है वही पर इस मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किया जा सकता है ।

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Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।