बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ baal ki khaal nikalna muhavare ka arth – व्यर्थ का दोष निकालना या बारीकी से जाच पडताल करना ।

दोस्तो अगर कोई किसी कार्य को कर रहा है और उस कार्य के बारे मे कोई बारीकी से सोच कर उसमे दोष निकालता है यानि उस कार्य के बारे मे बारीकी से जाच पडताल ‌‌‌करता है और फिर उसमे कुछ न कुछ दोष दिखा ही देता है तो उसके लिए कहा जाता है की यह तो बाल की खाल निकल ‌‌‌लेता है । और इसी तरह के लोगो के लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है ।

बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बाल की खाल निकालना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

1.     ‌‌‌तुम यहा से चले जाओ तुम्हारी आदद ही बाल की खाल निकालने वाली है अगर यहां रहोगे तो मै कुछ भी नही कर सकुगा ।

2.     तुम्हे तो बाल की खाल निकालने का मोका चाहिए और तुम्हे इसके अलावा आता ही क्या है।

3.     हर बात पर बाल निकाला अच्छी बात नही होती ।

4.     महेश तो हर बात पर बाल की खाल निकालता है उसे यहां पर मत लाना वरना वह हमे कुछ भी नही खरीदने देगा ।

बाल की खाल
निकालना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

‌‌‌मोहन नाम का एक आदमी अपने गाव मे रहता था । उसे घर मे उसके अलवा और कोई भी नही रहता था । उसकी मां तो उसके बचपन मे ही मर गई थी और जो पिता था वह भी मर गया था । इस कारण मोहन अकेला ही रहता था । मोहन के पास वैसे तो कुछ भी नही था पर जहां पर भी जाता ऐसा दिखाता की बस वह तो बहुत बडा है ।

अगर कोई दुसरा ‌‌‌उसकी तरह से दिखने लगता तो वह कुछ न कुछ कमी निकाल कर उसे वहा से भगा देता था । साथ ही मोहन जब भी किसी की शादी मे जाता तो वहां भी वह अपनी आदद से बाज नही आता था और उस शादी मे भी कुछ न कुछ कमी निकाल देता था । उसके चार मित्र थे जिनमे से एक मित्र अमीर था ।

वह कुछ भी लाता तो वह अपने मित्रो के साथ ‌‌‌जाकर लाता था । जब भी वह कुछ लेता तो उसके सभी मित्रो को तो वह अच्छी लगती पर मोहन उस मे भी कमी बता कर ‌‌‌कहता की इस को मत लो और स्वयं ही उसके लिए कुछ न कुछ बता देता और कहता की यह ले लो इसमे कोई कमी नही है ।

मोहन के इस तरह से करने के कारण उसके चारो मित्र उससे परेशान हो गए थे । तब उसके एक मित्र ने ‌‌‌अपने तिनो मित्रो से कहा की हमे कुछ ऐसा करना होगा की जिससे मोहन उसमे कोई भी कमी नही निकाल सके । यह बात मोहन के जिस मित्र ने कही थी वह वही था जो अमीर था ।

अपने मित्र की बात उसके तिना मित्रो को पसंद आई इस कारण उन्होने कहा की तुम ही यह काम कर सकते हो हम तो तुम्हारा साथ ही दे सकते है ‌‌‌क्योकी इसके लिए बहुत पैसो की जरुरत होगी और वे हमारे पास तो है नही । तब उसके मित्र ने कहा की ठिक है मै पैसे का इंतजाम कर दुगा पर यह कार्य हम साथ ही करेगे ।

अगले ही दिन चारो मित्रो ने योजना बनानी शुरु कर दि की हम ऐसा क्या करे की वह कह दे की इसमे तो कोई कमी नही है । क्योकी उसके मित्रो को ‌‌‌पता था की मोहन बाल की खाल निकलता है । तब उसके एक मित्र ने कहा की हम शहर जाएगे और तुम्हारे लिए कपडे लेकर आएगे फिर मोहन से पुछेगे की इनमे क्या कमी है ।

सभी मित्रो को यह बात अच्छी लगी तो अगले ही दिन सभी मित्र शरह चले गए और कपडे लेकर आ गए । कपडे लेकर आने के बाद उनमे से एक मित्र मोहन के ‌‌‌पास गया और अपने साथ आने को कहा । मोहन उसके साथ साथ अपने बाकी मित्रो के पास आ गया ।

वहा पर आकर मोहन ने कहा की तुमने मुझे यहा क्यो बुलाया है । तब तिनो मित्रो ने कहा की हम कुछ लाए है तुम यह बता दो की वह अच्छा है की नही । तब मोहन ने कहा की क्या लाए हो । मोहन को चारो मित्रो ने कपडे दिखाए । ‌‌‌जिसे देखकर मोहन ने कहा की अभी पता लगाता हूं की इसमे कोई कमी है की नही ।

बाल की खाल निकालना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

उसने बहुत समय तक उसे गोर से देखा पर उसे उसमे कोई भी कमी नही दिखी यह देखकर उसके मित्र खुश हो रहे थे । तब मोहन ने अपने मित्रो से कहा की कितने मे लाए हो यह । तब उन्होने रुपय बाता दिए थे जो बहुत ही ज्यादा थे । तब मोहन ने ‌‌‌कहा की कपडे तो ठिक है पर इतना रुपया खर्च करना भी ठिक नही है ।

यह सुनकर मोहन के मित्र सोचने लगे की हम कितने रुपय खर्च कर कर इसे लाए थे और उसने तो कमी निकाल ही दी । इस तरह से मोहन के मित्रो को पता चल गया था की हम चाहे कुछ भी लेकर आ जाए यह तो उसमे बाल की खाल निकाल ही देगा । इस तरह से आप इस ‌‌‌कहानी से मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

बाल की खाल निकालना मुहावरे ‌‌‌पर ‌‌‌निबंध Essay on idiom

‌‌‌साथियो इस संसार मे अनेक लोग ऐसे है जिनके सामने कुछ भी लाकर रख दो वे उसमे कुछ न कुछ कमी निकला ही देते है और ऐसे लोगो को ही बाल की खाल निकालने वाले कहते है । क्योकी उन्हे सभी वस्तुओ मे कोई न कोई कमी ‌‌‌दिख ही जाती है । चाहे फिर उसमे कोई कमी हो या न हो वे लोग कुछ न कुछ ऐसा बता ही देते है ‌‌‌जो गलत होता है ।

इस तरह के लोग इस संसार मे बहुत है । इस तरह के लोगो को अपने आप से कोई लेना देना नही होता की वह स्वयं कैसा है बल्की वह तो दुसरो मे दोष निकालता है । कुछ लोग तो उसे कह भी देते है की हर बात पर बाल की खाल निकालना सही नही है ।

मुँह की खाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

रंग जमाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

‌‌‌लोहे के चने चबाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सिर उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

लकीर का फकीर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

फिर भी वह कुछ नही ‌‌‌समझता और इसी तरह से चलता रहता है । ‌‌‌इस मुहावरे का वही प्रयोग किया जाता है जहा इस तरह के लोग होते है जो हर किसी कार्य मे कोई न कोई कमी निकाल देता हो । अगर कोई इस तरह के लोगो को समझाता भी है तो वह कुछ भी नही समझता है ।

तब लोगो को समझ मे आ जाता है की इसकी तो आदद ही बाल की खाल निकाले की है यानि किसी चिज मे दोष निकालने की है । ‌‌‌इस तरह से आप इस मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

बाल की खाल निकालना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है बताइए || What is the meaning of bal ki khal nikalna in Hindi

दोस्तो आज के इस युग में बहुत से ऐसे लोग है जो की सच में बाल की खाल निकालने में लगे रहते है । क्योकी आपको पता होगा की बाल के किसी तरह की खाल नही होती है मगर इसे निकालने का मतलब है की ऐसा कुछ करना जो की दोष को बनाने का काम करता है ।

यानि बेकार में दोष के बारे में बताना ही बाल की खाल निकालना है । अगर नही समझे तो आपको बता दे की इस मुहावरे का तात्पर्य उस स्थिति से होता है जब कोई व्य​र्थ में दोष निकालने का काम करता है । अब आपको पता होगा की इस संसार में ऐसे कुछ लोग मिल जाते है जो की इस तरह के होते है जो की सच में ऐसा ही काम करता है तो आप इस मुहावरे के प्रयोग के लिए उस व्यक्ति का इस्तेमाल कर सकते है । बाकी अर्थ की बात रही तो वह हमने आपको बता दिया है ।

दोस्तो आपको हमने इस मुहावरे के बारे में बहुत कुछ बता दिया है । इसे समझाने के लिए एक कहानी भी आपको बता दी है अगर आप इसे समझ चुके है तो कमेंट में बता देना ।

very very most important hindi muhavare

अंतर के पट खोलना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

चादर से बाहर पैर पसारना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

उन्नीस बीस का अंतर होना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सिर पर पाँव रखकर भागना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

काठ की हांडी होना का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

एक लाठी से हाँकना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

भानुमती का पिटारा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

अंकुश रखना मुहावरे का अर्थ और निबंध व वाक्य में प्रयोग

अंधी पीसे कुत्ता खाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

का वर्षा जब कृषि सुखाने का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

नीम हकीम खतरे जान मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

अधजल गगरी छलकत जाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का मलतब और वाक्य मे प्रयोग

नौ दिन चले अढ़ाई कोस का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

नेकी कर, दरिया में डाल का मतलब और वाक्य व निबंध

चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आव देखा न ताव का अर्थ और वाक्य व निबंध

थोथा चना बाजे घना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तेल देखो, तेल की धार देखो का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

आसमान पर मुहावरे aasman par muhavare

कंगाली में आटा गीला मुहावारे का मतलब और वाक्य व कहानी

भूखे भजन न होय गोपाला का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व ‌‌‌कहानी

साँच को आँच नहीं मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

ऐरा – गैरा नत्थू खैरा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

पर उपदेश कुशल बहुतेरे मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आँख का अंधा गाँठ का पूरा का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

अपनी करनी पार उतरनी का मतलब और वाक्य में प्रयोग

खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा का मतलब और वाक्य व निबंध

जैसी करनी वैसी भरनी का अर्थ और वाक्य में प्रयोग और कहानी

जंगल में मोर नाचा, किसने देखा का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आधा तीतर आधा बटेर मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

जान बची तो लाखों पाए का मतलब और वाक्य व कहानी

अकल बड़ी या भैंस का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व निबंध

जहाँ चाह वहाँ राह का मतलब और वाक्य व कहानी

घर का भेदी लंका ढाए का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व निबंध

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।