लकीर का फकीर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

लकीर का फकीर होना मुहावरे का अर्थ lakeer ka fakeer hona muhavare ka arth – पुरानी बातो पर चलने वाला या पुरानी निती वाला

दोस्तो कुछ लोग ऐसे होते है जो किसी की भी नही सुनते और जैसे पहले से लेकर चला आ रहा है वैसे नही चलाने की कोशिश करते है । ‌‌‌चाहे जो भी कार्य हो वह वैसे ही करना चहाता है जैसे पहले किया जाता ‌‌‌था । इस तरह के लोगो के लिए ही इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है और कहा जाता है की यह तो लकीर का फकीर है । ‌‌‌जिसका सही अर्थ है की यह तो पुरानी बाते करता है और उसी पर चलता है ।

लकीर का फकीर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

लकीर का फकीर होना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || lakir ka fakir use of idioms in sentences in Hindi

‌‌‌1. महेश तो पुरा लकीर का फकीर है भला इस तरह से कोई विवाह करता है ।

2. लकीर के फकीर हो तभी तो विधवा औरत से शादी कर रहे हो ।

3. तुम तो इतने पढे लिखे हो फिर भी इस तरह से कार्य करते हो लगता है की तुम लकीर के फकीर हो ।

4. हर बात पर लकीर का फकीर होना जरुरी नही है कभी दिमाग का उपयोग भी कर लिया करो ।

class="wp-block-heading has-vivid-red-color has-text-color">लकीर का फकीर होना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी ||  lakir ka fakir story on idiom in Hindi

‌‌‌एक ‌‌‌समय की बात है किसी गाव मे एक बुडिया रहती थी । उस बुडिया के घर मे उसके दो बेटे भी उसके साथ रहते थे । बुडिया बहुत ही पुराने जमाने की थी इस कारण वह जो भी कार्य करती तो जैसा पहले होता था उसी तरह से करती थी । उसके दो बेटो मे से छोटा बेटा पढा लिखा था । बडा बेटा बिल्कुल भी नही पढा लिखा ‌‌‌था ।

इस कारण जैसा उसकी मा कहती थी उसी तरह से वह करता रहता था । वह बुडिया गाव मे सबसे बुडी औरत थी इस कारण सभी लोग उसे माजी कहते थे और सभी लोग उसे अपने शुभ कार्यो मे आने के लिए आमंत्रित करते थे ।

बुडिया भी लोगो के घरो मे जाती थी और उनके शुभ कार्य मे अपना हाथ चलाती थी । बुडिया जिस के ‌‌‌भी घर मे ‌‌‌जाती तो उसे ज्ञान देने लग जाती की मेरे सास ससुर के जमाने से यह काम इस तरह से किया जाता आ रहा है और आप इसे इस तरह से ‌‌‌करे । इस तरह से कह कर वह लोगो को पुराने जमाने की बाते कहती की हमे सभी कार्य पुराने जमाने के हिसाब से ही करने चाहिए ।

बुडिया तो लोगा को ज्ञान देती ही रहती थी पर ‌‌‌जो लोग पढे लिखे थे वे लोग तो उसकी बात को मानते नही थे और कहते की बुडिया लकीर का फकीर होना हमे नही आता तुम तो बस यहा आ जाया करो । इस तरह से कहर कर उस बुडिया को लोग चुप कराते थे । बुडिया की तरह ही उसके बेटे भी इसी तरह से लोगा से ‌‌‌कहते थे ।

जब भी कोई कार्य होता तो जो भी लोग उससे पुछते तो वे ‌‌‌दोनो कहते की इस कार्य को इस तरह से करो । क्योकी हमारे दादा पडदादा के जमाने से ही यह इस तरह से होता आ रहा है इस कारण इसे इसी तरह से करना चाहिए । जो लोग उन दोनो से सलाह लेते थे वे तो जिस तरह वे दोनो बताते उसी तरह से कार्य करते थे ।

बुडिया अपने बेटो को पुरानी निती अपनाते देखकर बहुत ही खुश होती ‌‌‌थी । इसी तरह से कुछ वर्षो के बाद उस बुडिया की मृत्यु हो गई थी । बुडिया के मरने से पहले ही उसने दोनो बेटो का विवाह करवा दिया था । जब बुडिया की मृत्यु हुई तो उसके बेटो के भी बेटे हो गए थे ।

बुडिया के मरने के बाद लोग जब भी कुछ कार्य करते तो बुडिया के दोनो बेटे कहते की आप लोग इस कार्य को इस ‌‌‌तरह से क्यो कर रहे हो । प्राचिन समय से तो यह कार्य इस तरह से नही चला आ रहा है । समय बित गया था लोग पुरानी परम्पराओं से दूर होते जा रहे थे । इस कारण ‌‌‌कुछ लोग उसकी बात सुनते पर ज्यादातर लोग पुराने समय के अनुसार नही चलते थे ।

इस कारण जब भी किसी के घर मे काम होता तो वे कहते की किस से पूछे की इस ‌‌‌कार्य को किसी तरह से करे तो अच्छा रहे । तब लोग बोलते आप तो ऐसा करो की उस बुडिया के लडको से मत पूछना और जैसे चाहो वैसे करो । एक दिन बुडिया के दोनो बेटे शहर मे गए थे ।

वहा उन्हे कुछ लोग मिले जो शादी का समान खरीद रहे थे ‌‌‌तब वे दोनो वहा जाकर कहने लगे की आप इस तरह से शादी कराने की बजाए आप इस ‌‌‌तरह से काए । उन दोनो की बात सुनकर उन्होने ने कहा की भाई आज के जमाने मे तुम लकीर के फकीर कहा से आए हो ।

लकीर का फकीर होना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

समय बदल गया है और प्राचिन समय की बाते अब नही चलती है । इसी तरह से गाव के लोग भी उन्हे कहने लगे थे । जब उसके बेटे बडे हुए और उनकी शादी करवाई जाने लगी तो उनके बेटो ने पहले ही कह दिया की आप लोग ‌‌‌लकीर का फकीर होने वाली बात मत करने लग जाता ।

तब तक उन्हे समझ मे आ गया था की अब प्राचिन समय की बात नही चलती है । इस तरह से लकीर का फकीर होना मुहावरे का सही अर्थ इस कहानी से समझ गए होगे ।

‌‌‌लकीर का फकीर होना मुहावरे पर निबंध || lakir ke fakir essay on idioms in Hindi

साथियो जो लोग प्राचिन समय की बाते करते है प्राचिन समय के अनुसार कार्य करते है तो उनके लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है । क्योकी समय के बदल जाने के कारण हमारे कार्य करने के तरीके भी बदल गए है और उसके बिच मे हमे कोई आकर कहता है की इस तरह से कार्य करो ‌‌‌यह प्राचिन समय से चला आ रहा है ‌‌‌।

हाथ मलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हवा से बातें करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हवाई किले बनाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चोर की दाढ़ी में तिनका मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गाल बजाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तब उन्हे कहते है की भाई तुम तो पुरे लकीर के फकीर हो अगर हम इस तरह से करेगे तो कोई भी हमारे ‌‌‌शुभकार्य मे नही आएगा । उसे कहते है की भाई समय के अनुसार बदलाव लाना जरुरी है हमेशा लकीर का फकीर नही बन सकते ।

इसी तरह से आज के समय मे ऐसे कम ही लोग मिलते है जो पडे लिखे न ‌‌‌हो ज्यादातर लोग पढे हुए ही मिलते है पर उनमे से भी कुछ लोग ऐसे होते है जो लकीर के फकीर होते है यानि वे भी पुरानी बाते करते है उन पर चलते है । इस तरह के लोग आपको अपने आस पास मिल जाएगे । इस तरह से आप इस मुहावरे का सही अर्थ समझ गए होगे ।

लकीर का फकीर होना मुहावरे का तात्पर्य क्या होगा || What is the meaning of lakir ke fakir in Hindi

दोस्तो अगर आज के समय में कोई व्यक्ति पुराने जमाने की तरह बाते करता है या फिर प्राचीन समय की परम्पराओ पर चलता है तो उसके लिए एक ही बात कही जाती है की यह तो पूरा लकीर का फकीर है । दरसल आपको बता दे लकीर का फकीर होना मुहावरे का तात्पर्य उस स्थिति से होता है जब कोई व्यक्ति पुरानी बातो पर चलने वाला या पुरानी निती वाला होता है ।

वैसे आपको यह पता होगा की आज के समय में ऐसे लोग कुछ है जो की आपको ऐसे देखने को मिल जाते है जो की पहले की समय की तरह ही बात करते है । यानि वे कहते है की हमारे जमाने में तो यह होता था और वह होता था ।

मगर असल में उनकी जो उम्र होती है वह हमारे बराबर ही होती है । तो आपको बता दे की इस तरह के लोगो के लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है । क्योकी यही असल में ऐसी ही बाते कर रहे है जो की पूराने जमाने में होती है । वैसे दोस्तो आपको इस बारे में पता होगा की ऐसे लोग कोन है क्योकी किसी भी नगर में चले जाओ ऐसे तो कोई न कोई मिल ही जाते है । आप तो केवल इतना बता देना की आप इस मुहावरे का प्रयोग किसके लिए करेगे ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।