सिर पर पाँव रखकर भागना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

सिर पर पाँव रखकर भागना मुहावरे का अर्थ sir par pav rakh kar bhagna muhavare ka arth – अत्यधिक तेज गति से भागना

दोसतो ‌‌‌वर्तमान मे किसी कार्य मे सफल होने के लिए तेज गति से कार्य करना पडता है  और ‌‌‌और जो भी कोई व्यक्ति सफल होने के बिच मे आए तो उस व्यक्ति के बारे मे न सोच कर उसके सिर पर पैर रख कर भागना होगा तभी सफलता मिलती है ।

जिस तरह से आर्मी या पुलिस की दोड मे बिच मे गिर जाने वाले व्यक्ति के शरीर पर अपने पेर रख कर जो भाग जाता है वह सफल हो जाता है । मगर यह तभी संभव है जब तेज गति से भागा जाता है । इस तरह से जब कभी किसी कारण से कोई व्यक्ति अत्य‌‌‌धिक तेज गति से भागता है तो इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है यहां पर भागने का कारण कोई भी हो सकता है ।

सिर पर पाँव रखकर भागना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

सिर पर पैर रखकर भागना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग sir par pav rakh kar bhagna muhavare ka vakya me prayog

  • जैसे ही लुटेरो को पता चला पुलिस उन्हे पकडने के लिए आ रही है तो लुटेरे सिर पर पांव रखकर भाग गए ।
  • चोरी करने के लिए आए चोर के पिछे ‌‌‌जब लोग लगगए तो चोर सिर पर पैर रख कर भाग गया ।
  • जब रामू की लापरवाही के कारण एक आदमी की मोत हो गई तो रामू तुरन्त सिर पर पांव रख कर गाव से भाग गया ।
  • जब मैं पुलिस को बुलाउगा तब ‌‌‌जाकर तुम मेरी बात मानोगे और सिर पर पांव रख कर भागने लगोगे ।
  • अगर अभी तुम मेरे घर से नही गए तो तुम्हारे पिता को मैं फोन करने ही वाला हूं तब तुम सिर पर पांव रख कर भागोगे ।
  • मैंने किसी का बुरा नही किया है मैं क्यो भला सिर पर पांव रख कर भागने लगा ।
  • आप चाहे जिसे बुलाकर ले आओ मैं यहां से ‌‌‌हिलने वाला नही क्योकी मैंने कोई बुरा काम नही किया है जो सिर पर पांव रख कर भागुगा ।
  • जब जुवाखोरों को पता चला की पुलिस उन्हे पकडने के लिए जंगह जंगह तलाश रही है तो जुवाखोर सिर पर पांव रख कर भागने लगे ।
  • अपने सामने शेर को देख कर महेश सिर पर पांव रख कर भागने लगा ।
  • जब ललिता की चोरी पकडी गई ‌‌‌तो वह सिर पर पांव रख कर ‌‌‌भाग कर पडोसा के घर मे चली गई ।

‌‌‌सिर पर पांव रखकर भागना मुहावरे पर कहानी sir par pav rakh kar bhagna muhavare par kahani

बहुत समय पहले की बात है घिसाराम नाम का एक बहुत ही धनवान आदमी हुआ करता था । जो दिखने मे बहुत ही हट्ठा कट्ठा था मगर उसकी उम्र भी बहुत थी ।फिर भी वह गाव के किसी भी व्यक्ति से नही डरता था । बल्की जो भी कोई उसके गाव मे गलत कार्य करता वे उससे डरते थे । ‌‌‌

घिसाराम के घर मे उसे चार बेटे व दो बेटिया था । जिनका विवाह हो गया था । विवाह हो जाने से बेटिया अपने ससुराल चली गई परन्तु बेटे अपने ही गाव मे रह कर कुछ काम कर लेते थे । मगर जो छोटा बेटा था वह बहुत ही नालायक था यानि वह अपने पिता की जरा भी बात नही मानता था ।

और गाव के आवारा लोगो के साथ रहकर ‌‌‌जुवा खेलता रहता था । इस तरह से जुवा खेलता देख कर घिसाराम को बहुत ही बुरा लगा जिसके कारण से उन्होने उसे जुवा छोडने को कहा । परन्तु वह नही माना जिसके कारण से घिसाराम ने उसे धक्के मार कर अपने घर से निकाल दिया ।

काठ की हांडी होना का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

एक लाठी से हाँकना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

भानुमती का पिटारा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

अंकुश रखना मुहावरे का अर्थ और निबंध व वाक्य में प्रयोग

अंधी पीसे कुत्ता खाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

घर से निकल जाने के बाद मे वह ‌‌‌पहले की तरह ही जुवा ‌‌‌खेलता था । मगर घिसाराम अपने गाव ‌‌‌मे किसी को भी जुवा खेलने नही देता था । बल्की जो भी कोई जुवा खेता उसे मार पिट कर पुलिस को पकडा देता था । जिसके कारण से पुलिस भी उनकी अच्छी धुलाई करती और उनके पास जितने भी पैसे होते वह सब ले लेती थी ।

इसी तरह से घिसाराम को जब भी पता चलता की उसके गाव मे जुवा खेल रहे है उस दिन ‌‌‌घिसाराम फिर उनके साथ बहुत बुरा करता था । ‌‌‌इस कार्य मे उसके साथ गाव के बहुत से लोग भी थे । इसी ‌‌‌तरह की एक दिन की बात है घिसाराम अपने दोनो बेटो के साथ खेती करने के लिए अपने खेत मे था । खेत काफी दुरी पर था जिसके कारण से गाव के लोगो ने और घिसाराम के बेटे ने सोच लिया की आज वे जुवा खेलेगे ।

इस तरह की योजना बन कर सभी श्मशान घाट मे छीप गए और जुवा खेलने लगे थे । कुछ ही समय मे इस बारे मे घिसाराम ‌‌‌के पास सुचना चली गई । जिसके कारण से घिसाराम ने अपने अपनी बाईक निकाली और उस पर बैठ कर अपने गाव मे आ गया ।

अभी तक घिसाराम के छोटे बेटे और गाव के उन जुवा खेलने वालो को इस बारे मे पता नही था । जिसके कारण से घिसाराम ने तुरन्त पुलिस को वहां बुला लिया । पुलिस भी घिसाराम को अच्छी तरह से जानती ‌‌‌थी और घिसाराम गाव के अमीर आदमी होने के कारण से पुलिस उनकी बात मानती भी थी ।

जिससे पुलिस के साथ मिलकर घिरसाराम श्मशान घाट मे जुवा खेलने वालो को पकडने के लिए चला गया । अब जैसे ही श्मशान घाट के नजदीक घिसाराम पहुंचा तो इस बारे मे उन सभी जुवा खेलने वालो को पता चल गया । जिसके कारण से सभी इधर ‌‌‌उधर भागने लगे ।

तभी घिसाराम वहां पर आ गया और उन सभी को पकड पकड कर पुलिस का डंडा लेकर मारने लगा । साथ ही पुलिस को सभी लोगो को पकडने को भी कहा था । जिसके कारण से सभी सिर पर पाव रख कर भाग रहे थे । मगर कुछ लोगो से तेज भागा नही गया जिसके कारण से वे पकडे गए ।

घिसाराम का बेटा वहां से भाग निकला ‌‌‌और भाग कर अपने घर के पास चला गया । तब घिसाराम ने उसे हर जगह देख लिया था पर वह कही नही मिला । और जब अंत मे अपने घर गया तो उसे पता चला की उसा बेटा उसके घर मे ही छिपा है ।

‌‌‌सिर पर पांव रखकर भागना मुहावरे पर कहानी sir par pav rakh kar bhagna muhavare par kahani

यह जान कर वह उसे वही मारने के लिए गया तो ‌‌‌घिसाराम का बेटा फिर से वहां से भाग गया और अबकी बार भाग कर अपने मित्र के पास छुप गया । जब मित्र ‌‌‌ने कहा की तुम इस तरह से सिर पांव पर रख कर किस कारण से आ रहे हो । तब घिसाराम के बेटे ने उसे पूरी कहानी बता दी ।

जिसके कारण से मित्र ने कहा तुम जुवा छोड दो तुम्हारे पिता तुम्हारे साथ ऐसा नही करेगे । इस तरह से मित्र के समझाने पर भी वह नही समझ पा रहा था । परन्तु एक दिन उसका एक्सीडेंट हो गया ‌‌‌जिसके कारण से उसके पिता ने उसे अपने घर मे आने दिया और उसकी खुब सेवा की जिसके कारण से घिसाराम के छोटे बेटे को अहसास हुआ की उसे जुवा छोड देना चाहिए ।

जिसके बाद मे उसने कभी भी जुवा नही खेला जिससे पिता भी उसे अपने पास रखने लगा और उसके साथ अच्छी तरह से ‌‌‌पेश आने लगा था । इस तरह से फिर दोनो ‌‌‌बाप बेटे ने साथ ही जीवन गुजारना शुरू कर दिया । इस तरह से आपको इस कहानी से समझ मे आ गया होगा की इस मुहावरे का अर्थ बहुत तेज गति से भागना होता है । चाहे फिर भागने का कारण कोई भी हो ।

सिर पर पाँव रखकर भागना मुहावरे का पर निबंध ||  sir par pav rakh kar bhagna essay on idioms in Hindi

दोस्तो जैसा की आपने उपर दी गई कहानी को पढा है और जाहिर है की हमने उपर जो कुछ बताया है उसे आपने सही तरह से पढा है । तो आपको अब इन बातो से समझ में आ गया है की इस मुहावरे का अर्थ अत्यधिक तेज गति से भागना होता है ।

और जब कोई व्यक्ति बहुत ही अधिक तेज गती से किसी भी कारण से भागता है तो वहां पर हम इस मुहावरे का प्रयोग कर सकते है और यह बात आप समझ सकते है।

दरसल दोस्तो मुहावरे ऐसे होते है जिनका अर्थ उसके अंदर ही छीपा होता है जैसे की यहां पर सिर पर पांव रख कर भागने की बात की जा रही है ओर जो कोई बहुत ही तेज गति से भागता है तो वह व्यक्ति दूर से देखने पर ऐसा लगता है जैसे की उसके पांव सिर को छू रहे है मगर ऐसा होता नही है और यही मुहावरा है ।

very very most important hindi muhavare

हवा हो जाना मुहावरे का मतलब या अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ को हाथ न सूझना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चेहरे पर हवाइयाँ उड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हरी झंडी दिखाना का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

हथेली पर सरसों जमाना का मतलब व वाक्य मे प्रयोग

सुबह का चिराग होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सब धान बाईस पसेरी का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सिर फिरना का अर्थ और वाक्य व कहानी

सेंध लगाना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

सब्ज बाग दिखाना का मतलब और वाक्य व कहानी

सोने पे सुहागा मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सांप को दूध पिलाना मुहावरे का अर्थ व वाक्य और कहानी

साँप सूँघ जाना का अर्थ और वाक्य ‌‌‌में प्रयोग

घर पर मुहावरे ghar par muhavare

सूरज को दीपक दिखाना मतलब और वाक्य मे प्रयोग

सकते में आना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सिर आँखों पर बैठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

लट्टू होना मुहावरे का मतलब या अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

रोंगटे खड़े होना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

रोंगटे खड़े होना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

राग अलापना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व निबंध

रंग चढ़ना का मतलब और वाक्य व कहानी

रंग उड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

रंग में भंग पड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

माथा ठनकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मारा मारा फिरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मुँह चुराना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

मुँह लगाना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मुँह काला करना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।