रंग जमाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

रंग जमाना मुहावरे का अर्थ rang jamana muhavare ka arth  – धाक जमना या प्रभाव होना, मनमोहीत करने वाला ।

दोस्तो अगर कोई किसी कार्य को कर रहा है और वह उस कार्य मे सबसे अच्छा बन जाता है और लोग भी उसे पसन्द करने लग जाते है । लोग चाहने लग जाते है की हम तो उस की तरह  ही बने या फिर उसका ‌‌‌ही कार्य करे या फिर ऐसे कह सकते है की हम उसका ही कार्य देखे कहने का अर्थ यह है की जो भी कार्य हो लोग तो बस उसे ही पसंद करने लग जाते है । इसे ही रंग जमना कहते है और उसके लिए कहा जाता है की इसने तो इतना अच्छा कार्य कर कर अपना रंग जमा लिया ।

रंग जमाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

रंग जमाना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • ‌‌‌आज भी लता मंगेशकर ने लोगो के मन मे अपना रंग जमाया हुआ है ।
  • अपने गाव का नाम कर कर राहुल ने गाव मे अपना रंग जमा लिया ।
  • नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषणो के जरीय और अपने काम से लोगो के मन मे रंग जमा लिया ।
  • विक्रमादित्य ने लोगो की सेवा कर कर रंग जमा लिया ।

रंग जमाना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

‌‌‌प्राचिन समय की बात है किसी नगर मे महावीर नाम का एक आदमी अपने गाव मे रहता था । महावीर के घर मे उसके अलावा उसकी पत्नी थी । महावीर काम कर कर अपना और अपनी पत्नी का पेट भर लेता और अपने जीवन मे खुश रहता था । उसे दुनिया दारी से कोई परवाह नही थी इस कारण उसके गाव के लोग उसे ऐसा ही समझते थे ।

पर ‌‌‌लोगो को पता नही था की महावीर बहुत बलवान है । इस कारण लोग महावीर को कुछ भी कह देते थे । महावीर बहुत ही शांत स्वभाव का था इस कारण वह लोगो की बातो को एक कान से सुनता और दुसरे से निकाल देता था । एक दिन महावीर के घर मे उसके बेटे का जन्म हुआ ।

इस कारण महावीर बहुत खुश था और लोगो को मिठाईया बांटने के ‌‌‌लिए चला गया था । महावीर अपने बेटे के बारे मे बहुत सोचता था इस कारण वह ज्यादातर अपने घर मे ही रहने लग था । इस तरह से घर मे रहने के कारण उसकी पत्नी उसे कहती की आप काम करने के लिए चले जाया करो वरना हम अपने बेटे को अच्छा भविष्य नही दे पायगे ।

अपनी पत्नी की बात सुनकर माहवीर काम करने के ‌‌‌लिए जाने लगा । जब महावीर का बेटा बडा हो गया तो महावीर ने उसे अच्छा भविष्य देने के लिए शहर पढने के लिए भेज दिया और स्वयं अपने गाव मे ही रहने लगा था ।

‌‌‌उस गाव के नजदीक ही एक जगल था वहा से कुछ दिनो के बाद एक शेर गांव मे आ गया था । शेर को देखकर सभी लोग ‌‌‌डर गए और अपनी जान बचाने के लिए लोग इधर उधर भागने लगे । सभी लोग तो अपने अपने घरो मे छिप गए थे पर महावीर काम कर कर वापस लोट रहा था तो उस पर शेर ने हमला करना चाहा ।

माहवीर को जब शेर दिखा तो वह भी कुछ डर गया था । पर उसने हिम्मत से अपने आप को बचाने के बारे मे सोचा और उसे नजदीक ही ‌‌‌कुछ खंजर पडे ‌‌‌दिखे । महावीर ने सोचा की अगर किसी तरह से इन खंजरो तक मे पहुंच जाओ तो इस शेर से सामना कर सकता हूं ।

इस कारण महावीर ने छलाग लगाई और उन खंजरो के पास जा गिरा । महावीर को देखरक शेर भी उसे मारने के लिए छलाग लगाने ही वाला था की माहावीर ने उस पर वार कर दिया जिससे शेर घायल हो गया । यह सब ‌‌‌सब प्रक्रिया गाव के लोग देख रहे थे ।

लोगो को लग रहा था की महावीर तो आज मारा ही जाएगा । जब शेर घायल हो गया तो शेर को और क्रोध आ गया तब उसने एक तेज ‌‌‌दहाड लगाई और माहावीर पर हमला बोल दिया । महावीर भी तैयार था और जब शेर उसके नजदीक आया तो उसने एक खंजर ‌‌‌को उसके मुख मे डाल दिया जिससे शेर अपना मुह न तो बंद कर सकता था और नही खोल सकता था ।

महावीर के हाथ मे एक और खंजर था जिससे उसने शेर के गले पर हमला किया जससे पल भर मे ही शेर जमीन पर पड गया । यह देखकर गाव के लोग हेरान हो गए । जब लोगो ‌‌‌को पुरा विश्वास हो गया की शेर मारा गया तो सभी लोग अपने अपने घरो ‌‌‌से बहार आ गए और महावीर को धन्यवाद काहने लगे ।

लोग कहने लगे की तुमने तो अपने साथ साथ हमारी जान भी बचाकर ‌‌‌हमारे मन अपना रंग जमा लिया है । साथ ही कुछ लोग उससे कहने लगे की तुमने ऐसा कैसे किया । तब महावीर ने हंसते हुए कहा की यह तो मेरे लिए आसान ही था । यह सुनकर गाव के लोग हेरान हो गए । उस दिन से जब ‌‌‌जब भी महावीर लोगो मे से होकर जाता तो लोग उसे समान देने लगे ।

रंग जमाना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

कुछ महिनो के बाद महावीर का बेटा शहर से अपने गाव आया तो उसे भी लोगो ने समान देने लगे । यह देखकर महावीर के बेटा कुछ समझ नही सका । जब महावीर के बेटे ने इस बारे मे अपने मित्रो से पुछा तो उन्होने कहा की तुम्हारे पिता ने लोगो की जान बचाकर ‌‌‌अपना रंग जमा लिया है ।

यही कारण है की तुम्हे लोग इस तरह से समान दे रहे है । तब महावीर के बेटे ने देखा की लोग उसके घर मे आकर उसके पिता से किसी काम की राय लेने लगे थे । इस तरह से महावीर के बेटे को समझ मे आ गया की पिताजी ने लोगो की जान बचाकर अपना रंग जमा लिया है । इस तरह से आप इस ‌‌‌कहानी का अर्थ समझ गए होगे ।

‌‌‌रंग जमाना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

‌‌‌साथियो इस दुनिया हर कोई अपना रंग जमाना चाहता है और इसी के लिए वह कुछ न कुछ करता ही रहता है । रंग जमने का अर्थ तो यही है की जो भी कुछ करो बस उसके प्रभाव से लोग उसे समान देने लग जाए और उस को पसन्द करने लग जाते है । इसी को सरल भाषा मे रंग जमना कहते है ।

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दोस्तो इस तरह के लोग अनेक है जिन्होने ‌‌‌अपने काम के बलबूते पर लोगो मे अपना रंग जमाया है और उन लोगो को आप पुरी तरह से जानते भी हो और दिन व रात उनको देख भी लेते हो । वे लोग कोई भी हो सकते है वे लोग संगीतकार या ‌‌‌फिल्म स्टार या फिर टिचर आदी हो सकते है । रंग जमने का अर्थ तो यही है की अपने काम से लोगो के मन मे छा जाना ।

जिस तरह से एक डांसर डांस कर कर उसी तरह से एक टिचर अपने पढाने के तरीके के कारण लोगो मे अपना रंग जमा लेता है । इस मुहावरे का अच्छा उदहारण हर किसी की नजर मे कोई न कोई होता है वह अलग अलग भी हो सकता है । इस तरह से आप रंग जमाना मुहावरे का सही अर्थ समझ गए होगे ।

रंग जमाना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of rang jamana in Hindi

क्या आप रंग जामना चाहते है अगर आपने मुहावरे को पूरी तरह से समझा है तो इसका उत्तर हां होगा । अगर मुहावरे को पूरी तरह से समझा नही है तो इसे कुछ ऐसे समझे

दोस्तो कल्पना करे की आप इस शहर के एक बड़ा व्यक्ति है और आपके पास धन दौलत की कोई कमी नही है । मगर इतना कुछ होने के बाद भी लोग आपकी बात को नही मानते है । क्योकी इस दुनिया में धनवान आदमी की बात केवल दिखावे के लिए मानी जाती है।

मगर कल्पना करे की आपके पास ऐसा कुछ न है मगर फिर भी किसी कारण से लोग आपकी हर बात को मान लेते है आप जैसे लोगो को कहते है वे आपकी हर बात को खुशी से मानते है । अगर लोगो को पता चलता है की यह बात उनके लिए गलत है तो भी वह इसे मान लेते है । तो इसका मतलब है की आपका प्रभाव लोगो के बिच में है ।

और प्रभाव होना ही असल में रंग जमाना होता है । क्योकी अगर किसी का रंग एक बार किसी व्यक्ति में छा जाता है तो वह उतारे उतरता नहीहै और यही प्रभाव होने पर होता है । अत इस मुहावरे का पूरा सही तात्पर्य धाक जमना या प्रभाव होना, मनमोहीत करने वाला होता है ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।