पहाड़ होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

पहाड़ होना मुहावरे का अर्थ pahad hona muhavare ka arth — अत्यधिक कठिन होना ।

दोस्तो पहाड़ जो होता है वह काफी बड़ा होता है । और आपको पता है की जो बड़ा होता है वह एक तरह का कठिन कार्य के समान ही समझा जाता है। क्योकी अगर पहाड़ पर चढने की बात की जाए तो यह काफी कठिन होता है । और आपको बता दे की मुहावरो की दुनिया में पहाड़ का अर्थ कठिन से होता है । और इस आधार पर यह कहा जा सकता है की इस मुहावरे का जो अर्थ होता है वह अत्यधिक कठिन होना होता है।

पहाड़ होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

पहाड़ होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग   || pahad hona use of idioms in sentences in Hindi

1.        वर्तमान की इस दुनिया में नौकरी लगना पहाड़ हो गया है ।

2.        जब सुरज पुलिस अधिकारी नही बन पाया तो उसने कहा की आज के समय में पुलिस अधिकारी बनना पहाड़ हो गया है ।

3.        सज्जन पर चोर होने का झूठा इल्जाम लग गया मगर इससे बचना तो सज्जन के लिए पहाड़ हो गया ।

4.        कोरोना के समय में शहर जाकर कुछ खरीदना हमारे लिए तो पहाड़ हो चुका था ।

5.        सरला के बेटे की उम्र बढती जा रही है मगर उसका विवाह नही हो रहा है लगता है की सरला के बेटे का विवाह होना पहाड़ हो चुका है ।

6.        पिता के शराब पीने के कारण से राजेश का विवाह होना पहाड़ हो गया है ।

पहाड़ होना मुहावरे पर कहानी ||  pahad hona story on idiom in Hindi

दोस्तो अभी हाल ही के दिनो की बात है एक सुरज नाम का युवा लड़का हुआ करता था जो की काफी अधिक होशियार था और अपने अध्ययन में मन लगा कर अध्ययन कर रहा था । हालाकी आपको बात दे की आज भी वह अध्ययन कर रहा है मगर अभी तक उसकी जॉब नही लग पाई है ।

मगर अब उसका एक तो विवाह हो गया है और दूसरा की उस पर घर की जिम्मेदारिया आ चुकी है जिसके कारण से अध्ययन में पहले जितना समय नही दे पाता है ।

मगर आपको बात दे की एक समय ऐसा था जब सुरज ने अपने आप को ​पूरे एक वर्ष तक अकेले कमरे में बद कर लिया और भोजन के लिए और कुछ स्वयं के जरूरी काम के अलावा उस कमरे से  बाहर तक नही जाता था । आपको बात दे की वह दिन रात अध्ययन करने में ही समय बिताता रहता था ।

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हालाकी वह अध्ययन तो काफी समय से कर रहा था मगर उस वर्ष उसने ठान लिया की अब उसे नोकरी लगना ही है और इसी सोच के कारण से वह दिन रात काम करने में लगा रहा । आपको बात दे की सुरज जो था वह अध्ययन में इतना अधिक गुम हो चुका था की वह यह भूलता जा रहा था की उसे खाना भी खाना है और भोजन करना भी जरूरी है ।

दरसल आपको बता दे की अभी दो वर्ष पहले की बात है भारत देश में दिल्ली पुलिस में एक नोकरी निकली थी जिसके लिए सभी ने फॉर्म अपलाई किया था तो सुरज कैसे पीछे रह सकता था उसने सबसे पहले ही फॉर्म को अपलाई कर दिया और उसी दिन से अध्ययन करने में समय देने लगा और इसी तरह से चल रहा था की वह अध्ययन में इतना अधिक गुम चुका था की उसके घर के लोग सभी को कहते की बेटा पता नही क्या अध्ययन कर रहा है सही समय पर खाना तक नही खाता है ।

सुरज के काफी सारे दोस्त हुआ करते थे और वे सभी एक दूसरे से रोजाना शाम के समय मिलते और गप्प लगाते थे मगर जब से सुरज ने अध्ययन करना शुरू किया था तो वह यह सब छोड़ देता है । जिसके कारण से उसके जो दोस्त थे वे भी नाराज हो जाते है और इस बात का बुरा मान कर सुरज से दूर होने लग जाते है ।

वैसे आपको यहां पर एक छोटी सी राय देना चाहते है की अगर आपको दोस्त आपको समझ नही पाते है तो वह दोस्त असल में किसी काम के ​नही है । और यही बात सुरज ने समझ ली और इसी कारण से उसने ​अपने दोस्तो को महत्व नही दिया और वह अपने अध्ययन में लगा रहा ।

उसे अब लगने लगा था की वह इस बार तो जरूर जॉब में पास हो जाएगा । और उसे खुशी हो रही थी की उसकी त्यारी इतना भयानक है की वह पहली बार में ही नोकरी लग जाए और सबसे उपर उसी का नाम होगा ।

मगर जब पेपर की बात आई तो वह पेपर देने के लिए चला गया और जब परिक्षा देने के लिए वह बैठता है तो देखता है की पेपर तो पता नही कहा से बन कर आया है जो कुछ पढा है वह तो इसमें बिल्कुल भी नही है यह तो मेहरबानी रही थी की थोड़ी बहुत गणित आती थी जिसके कारण से वह पेपर में कुछ लिख सका ।

मगर जब जीके की बात आती है तो उसे कुछ भी समझ में नही आ रहा था की आखिर किस उत्तर को सही किया जाए और किस को सही नही किया जाए । मगर फिर भी उसने किसी तरह से पेपर को पूरा कर दिया और घर आकर अपने घर के सभी सदस्यो से कहने लगा की पेपर पता नही कहा से बन कर आ गया काफी अधिक कठिन है ।

सुरज ने कहा की लगता है की जैसे मैने सोचा था वैसे नही होगा । मरग सुरज के माता पिता ने कहा की अभी रिजेल्ट तो आने दे सब सही हो जाएगा । अपने माता पिता के ऐसा कहने के कारण से सुरज जो था वह कुछ शांत होता है और रिजेल्ट के आने का इंतजार करता है ।

मगर जब रिजेल्ट आता है तो वह देखता है की इसमें उसके नम्बर तो बने है मगर यह मेरिट लिस्ट से 10 नम्बर कम है और यही कारण है की सुरज का नम्बर पुलिस में नही आया और इस कारण से वह निराश हो जाता है और जब इस बारे में घर के लोगो को पता चलता है तो वे कहते है की आज के समय में नोकरी लगना तो पहाड़ हो गयार है ।

सुरज की पढाई से सभी अनजान नही थे बल्की सभी जानते थे की वह किस तरह से अध्ययन कर रहा था क्योकी गाव के लोगो को भी इस बारे में पता था जिसके कारण से सभी कहते की इतना अध्ययन करने के बाद भी नोकरी नही लग पाया तो साफ मतलब है की नोकरी लगना पहाड़ हो गया है । और इसमे तो किश्मत वाले ही लगते है । और यह बात सच भी होती है क्योकी मेहनत के साथ साथ अगर किश्मत होती है तो जॉब लगना आसान बन जाता है ।

जब इस तरह की बात गाव के अंदर होने लगी तो सुरज को भी यह सब कुछ समझ में आ गया की अगर किश्मत होती है तभी नोकरी लगी जाती है । मगर उसने हार नही मानी और कोशिश करता रहा मगर आज के समय की बात करे तो सुरज को इस बात को दो वर्ष और बित गए है मगर अभी तक नोकरी नही लगी है ।

जिसके कारण से सुजर जो है वह भी थोड़ा निराश हो चुका है और अपनी इसी निराशी के कारण से वह अध्ययन में अधिक समय नही दे पाता है बल्की अपने मन की खुशी के लिए थोड़ा बहुत पढ लेता है ।

मगर आपको भी पता है की आज के समय में अधिक पढने से कुछ होता नही है जैसे की सुरज ने जब अधिक अध्ययन किया तो वह नोकरी नही लगा तो थोड़ा पढने पर वह कैसे नोकरी लग सकता है ।

मगर उसने अध्ययन जारी रख रखा है । शायद उसे यह उमिद हो सकती है वह कभी न कभी नोकरी लग सकता है । मगर सच में कहानी में जो कुछ कहार गयार है वह सच है की आज के समय में नोकरी लगना पहाड़ हो चुका है ।

और यही कारण है की आज के समय में भारत का हर युवा व्यक्ति कोशिश कर रहा है की वह नोकरी लग जाए मगर इतनी अधिक भिड़ होने के कारण से सभी का नम्बर आनार मतलब पहाड़ होना ।

इसी कारण से कहा जाता है की जीवन में सभी अगर नोकरी ही लग गए तो अन्न कौन पैदा करेगा । इस कारण से नोकरी की जितनी जरूरत है उतनी ही अन्य कार्यों को करने की जरूरत है तभी यह दुनिया चल सकती है ।

इस तरह से दोस्तो कहानी होती है ।

पहाड़ होना मुहावरे पर निबंध || pahad hona essay on idioms in Hindi

दोस्तो पहाड़ जो होता है वह सच में कुछ ऐसा होता है जो की आकार में बड़ा और पत्थरो से मिल कर बना होता है । जैसे की दुनिया में कई तरह के पहाड़ है और उन ही पहाड़ को तोड़ कर बेचा जाता है और मानव उसका उपयोग कर कर घर, सड़के जैसे उपयोगी स्थान बना लेते है ।

पहाड़ होना मुहावरे पर कहानी   pahad hona story on idiom in Hindi

वैसे जब पहाड़ के आकार की बात आती है तो वह काफी बड़ा होता है और उसे तोड़ना या उस पर चढना या फिर अन्य तरह का सब कुछ कठिन होता है । इसी कारण से कहा जाता है की पहाड़ को मुहावरे की दुनिया में कठिन से दर्शाया जाता है । मतलब यह है की पहाड़ का मतलब​ कठिन से होता है ।

 वैसे कहानी में भी यह बात आपको समझाई गई है की जो पहाड़ होता है वह कठिन को दर्शाता है और इस तरह से पहाड़ होने का मतलब बहुत कठिन होना होता है और यह सब कहानी में आपको समझाया गया है ।

कहानी में आपको बताया गया था की आज के समय में नोकरी लगना लगभग पहाड़ होता जा रहा है मतलब अत्यधिक कठिन होता जा रहा है और इस बात का मतलब है की कहानी पहाड़ होने का अर्थ बता रहा है ।

वैसे ही असल जीवन में बहुत कुछ ऐसा है जो की बहुत कठिन होता है तो आप उसका मुहावरो की दुनिया में पहाड़ होना कह कर प्रयोग कर सकते है ।

वैसे अर्थ की बात करे तो आप समझ गए होगे।

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Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।