आड़े आना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

आड़े आना मुहावरे का अर्थ aade aana muhavare ka arth  – अड़चन बनना या बाधक बनना।

दोस्तो आड़े का मतलब खड़ा या सीधा या उलटा या पड़ा किसी भी तरह की अवस्था में सामने आने को आड़े आना कहा जाता है । जैसे की आप किसी रास्ते से जाते है मगर आपके बिच रास्ते में एक पेड़ आ गया जो की उल्टा या फिर भी तरह की अवस्था में है।

और यह पेड़ आपको आगे बढने में रूकावट डालने का काम कर रहा है यानि पेड़ एक तरह से अड़चन बनना या बाधक बनना की तरह है तो इस तरह से कहा जाता है की पेड़ आपके आड़े आ रहा है ।

और इस बात का मतलब यह हुआ की आड़े आना मुहावरे का सही अर्थ अड़चन बनना या बाधक बनना होता है ।

आड़े आना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

आड़े आना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग ||  aade aana  use of idioms in sentences in Hindi

1.        कंचन दिन भर आराम से सोती रहती है पढती है नही उसे पता नही यह आराम उसकी सफतला के आड़े आ रहा है ।

2.        आज जीवन मे आराम से सोना बहुत से लोगो की सफलता के आड़े आ जाता है।

3.        राम कब का जीवन में नोकरी लग जाता मगर पैसो की कम उसके आड़े आ रही है ।

4.        अरे सुरज की सफलता ऐसे ही नही हुई बहुत कुछ उसके जीवन में आड़े आता रहा मगर वह सब कुछ पार कर कर जीवन में आगे बढा ।

5.        जीवन में सफल होने के लिए जरूरी नही की गरीब हमेशा आड़े आती है ।

6.        उस कंपनी में हमेशा अमीर लोगो को काम दिया जाता है और मैं गरीब हूं और यही गरीबी मेर आड़े आ रही है।

7.        राहुल हमेशा मेरी सफलता के आड़े आ जाता है ।

8.        कंचन ने कहा स्वयं तो सफल हो नही सकते हो और यह समाज वाले हम जैसे लोगो के आड़े आ जाते है ।

9.        समाज के लोग अक्षर महिलाओ की सफलता के आड़े आते रहे है ।

10.      रघुवीर का अच्छे घर में विवाह का रिश्ता तय हो गया था मगर उसके पिता का भाई इस विवाह के आड़े आकर रिश्ता तुड़वा दिया ।

11.      संतोष बेटी के विवाह में उसका ही पिता आड़े आ रहा है ।

12.      एक मां होकर राजेश के विवाह में आड़े आना सही नही ।

आड़े आना मुहावरे पर कहानी || aade aana  story on idiom in Hindi

दोस्तो बहुत समय पहले की बात है एक छोटा सा गाव हुआ करता था जहां पर बहुत से लोग रहते थे और उन ही लोगो में से कुंदनमल नाम का एक आदमी रहा करता था जो की अपने जीवन में काफी नेक और इमानदारी का साथ रखने वाला आदमी था ।

 कुंदनमल जो था वह हमेशा अपने और अपने परिवार को पालने के लिए अच्छा काम करता था वह ज्यादातर विदेश में रह कर ही काम करता था । और जो पैसे होते थे वे घर में भेज देता था जिसके कारण से घर में उसकी पत्नी और बेटा आराम से जीवन गुजार लेते थे ।

चूँ न करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

गर्दन उठाना मुहावरे का अर्थ क्या होता है और वाक्य में प्रयोग व कहानी

कान देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

उगल देना मुहावरे का सही अर्थ क्या है और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आँखों से परदा हटाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

कुंदनमल को एक ही बेटा था जिसका नाम महेश था और महेश ही पिता की तरह नेक दिल वाला था इस कारण से वह दुसरो की मदद ही करता था न किसी की बुराई करता था ।

 महेश जो था वह पढा लिखा था और पढने में काफी होशियार था । मगर मां के बहुत अधिक बीमार होने के कारण से पिता ने महेश का विवाह जल्दी ही कर दिया था ।

महेश का विवाह हो जाने के कारण से घर में एक सदस्य और बढ गया जो की महेश की पत्नी थी और महेश की पत्नी का नाम संगिता था । संगिता एक अच्छी लड़की थी और वह एक अच्छे घर से थीइस कारण से उसने अध्ययन भी कर रखा था ।

 मगर महेश के पिता को यह पसंद नही था की लड़की अध्ययन करे इस कारण से महेश की मां ने संगिता को आगे पढने से मना कर दिया था । मगर संगिता जो थी वह अच्छी जॉब हासिल करना चाहती थी इस कारण से घर में रह कर ही पढा करती थी और इस तरह से महेश और संगिता का जीवन जो था वह बित जाया करता था ।

एक दिन महेश ने संगिता से पूछा की तुम क्या नोकरी गलना चाहती हो । तब संगिता ने कहा की हां मैं नोकरी लगना चाहती हूं और मैं पटवारी के पद पर नोकरी करना चाहती हूं ।

यह सुन कर महेश ने संगिता से कहा की यह तो अच्छी बात है अगर तुम नोकरी करना चाहती हो तो तैयारी करो और ऐसा कहने पर संगिता ने कहा की मगर घर के लोग मान नही रहे है ।

तब महेश ने कहा की घर के लोगो की टेंसन मत करो बस तैयारी करो और पति के साथ देने के कारण से संगिता ने तैयारी करनी शुरू कर दी करीब दो वर्षां तक इसी तरह से अध्ययन करने के कारण से संगिता जो थी वह जॉब लग गई ।

मगर अब सभी गाव के लोगो को पता था की संगिता जॉब लग गई है तो कुछ लोग कहने लगे की अब गाव की महिला नोकरी करने के लिए जाने वाली है ओर पुरूष घर पर रह कर घर का काम करेगे यही देखना बाकी रह गया था ।

वही पर कुछ लोगो ने महेश से कहा की तुम्हे अपनी पत्नी को काम करने के लिए नही भेजना चाहिए क्येकी वह एक महिला है ओर महिलाओ को केवल घर का ही काम करना चाहिए । मगर महेश ने लोगो को किसी तरह का उत्तर नही दिया ।

मगर क्या हुआ की गाव के बहुत से लोगो ने संगिता को भी ऐसा कहा था इस कारण से संगिता ने अपनी पति महेश से कहा की यह समाज के लोग ऐसा कह रहे है। तब महेश ने कहा की तुम इनकी परवाह करती क्यो हो यह तो किसी का जीवन सफल बन रहा है तो उसके आड़े आ रहे है।

आड़े आना मुहावरे का अर्थ

इसके साथ ही कहा की आज तुम अगर नोकरी करने लग जाओगी तो तुम्हे देख कर अन्य महिला भी नोकरी करेगी और आज तुम नोकरी नही करोगी तो यह लोग इसी तरह से दूसरो के आड़े आते रहेगे ।

और इस तर हसे महेश ने संगिता को समझाया । जिसके कारण से संगिता जॉब करने लगी थी और अच्छा धन कमाने लगी थी। और इसके बाद में सभी संगिता की तारीफ भी करने लगे थे ।

तो इस तरह से दोस्तो समाज के लोग महिलाओ की सफलता के आड़े आते रहते है ।

तो दोस्तो कहानी से इस मुहावरे के अर्थ को समझ सकते है और कुछ पूछना है तो कमेंट कर दे ।

very very most important hindi muhavare

हाथ का मैल होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

रंगे हाथों पकड़ना मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सीधे मुँह बात न करना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

प्रतिष्ठा पर आंच आना मुहावरे का मतलब और वाक्य व निबंध

आँखे फटी रह जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व निबंध

सिर ऊँचा करना का मतलब और मुहावरे का वाक्य में प्रयोग व कहानी

‌‌‌चोर चोर मौसेरे भाई मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

मर मिटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

‌‌‌सहम जाना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

घास खोदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

रफू चक्कर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

अंतर के पट खोलना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

चादर से बाहर पैर पसारना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

उन्नीस बीस का अंतर होना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सिर पर पाँव रखकर भागना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

काठ की हांडी होना का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

एक लाठी से हाँकना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

भानुमती का पिटारा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

अंकुश रखना मुहावरे का अर्थ और निबंध व वाक्य में प्रयोग

अंधी पीसे कुत्ता खाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

का वर्षा जब कृषि सुखाने का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

नीम हकीम खतरे जान मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

अधजल गगरी छलकत जाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का मलतब और वाक्य मे प्रयोग

नौ दिन चले अढ़ाई कोस का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

नेकी कर, दरिया में डाल का मतलब और वाक्य व निबंध

चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आव देखा न ताव का अर्थ और वाक्य व निबंध

थोथा चना बाजे घना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तेल देखो, तेल की धार देखो का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

आसमान पर मुहावरे aasman par muhavare

कंगाली में आटा गीला मुहावारे का मतलब और वाक्य व कहानी

भूखे भजन न होय गोपाला का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व ‌‌‌कहानी

साँच को आँच नहीं मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

ऐरा – गैरा नत्थू खैरा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

पर उपदेश कुशल बहुतेरे मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आँख का अंधा गाँठ का पूरा का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।