परलोक सिधारना मुहावरे का अर्थ लिखिए

परलोक सिधारना मुहावरे का सही अर्थ parlok sidharna muh ka arth — मर जाना या मृत्यु हो जाना ।

दोस्तो परलोक जो होता है वह इस लोक से अलग होता है और कहते है की परलोक मृत्यु होने के बाद मे देखा जाता है । और वही पर सिधारना जो है वह इस लोक से उठ जाने को दर्शाता है । जिसका मतलब हुआ की जो कोई इस लोक से उठ कर परलोक या दूसरे किसी लोक में चला जाता है तो वह परलोक सिधार जाता है ।

जैसा की हमने आपको बताया की परलोक मृत्यु होने के बाद में जाया जाता है तो इसका मतलब हुआ की परलोक सिधारने के लिए मृत्यु होना जरूरी है तो यह जो मृत्यु हो जाना या मर जाना है वही असल में इस मुहावरे का अर्थ है ।

परलोक सिधारना मुहावरे का अर्थ लिखिए

परलोक सिधारना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग || parlok sidharna use of idioms in sentences in Hindi

1.        कल रात को महेश एक दुर्घटना के कारण से परलोक सिधार गए ।

2.        मैं विदेश से घर पहुंचा तो पता चला की मेरे प्रिय मित्र राहुल के पिता परलोक सिधार गए तो जानकर बड़ा दुख हुआ ।

3.        कल अचानक पड़ोस में एक व्यक्ति परोलक सिधार गया भगवान उसकी आत्मा को शांति दे ।

4.        इतने छोटे बेटो को छोट कर सुरेखा परलोक सिधार गई ।

5.        7 से 8 वर्षों के दो छोटे लड़को को छोड कर सुमन परलोक सिधार गई, अब बिचारो का कौन सहारा होगा ।

6.        इन बिचारो के पिता तो बचपन में ही परलोक सिधार गए थे तभी यह हमारे यहां ही रहते है ।

परलोक सिधारना मुहावरे पर कहानी || parlok sidharna story on idiom in Hindi

बहुत समय पहले की बात है एक साधू हुआ करता था जो की बहुत से लोगो को ज्ञान देने का काम करता था । साधू जो था वह फुलनगरी नाम के एक नगर में रहा करता था ।

साधू हमेशा लोगो को ज्ञान देते हुए कहता था की जो लोग अपने जीवन मे खुश रहते है सच में उनके जीवन में बहुत कुछ ऐसा हाता है जो की उन्हे अपने इसी जीवन से दूर करना होगा ।

साधू सभी को कहता की यह जो भोतिक शरीर है वह असल में हम नही है बल्की हम तो इससे कही दूर है जो की न तो कोई कण है और न ही किसी तरह का शरीर है ।

और जिस दिन सभी इस भोतिक दुनिया को भुला देगे तो वे अपने जीवन में सफल हो जाएगे क्योकी यही असल में जन्म लेने का महत्वपूर्ण कारण रहा था । मतलब हमे इसी जीवन में मोक्ष के रास्ते की और कदम बढना चाहिए ।

जल-भुन जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

दांत काटी रोटी होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

दिन लद जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

जबान देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

खाली हाथ रहना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग और मुहावरे का सही अर्थ

मगर साधू की बाते सुन कर बहुत से लोग तो समझ नही पाते थे की साधू जो है वह आखिर में कहना क्या चाहता है । मगर कुछ ज्ञानी औरते और पुरुष थे जो की असल में मोक्ष के मतलब को समझते थे ।

तो उन्होने इस बात का फायदा उठाते हुए साधू से कई बार पूछ लिया की आखिर जीवन में किस तरह से मोक्ष के रास्ते में जाया जाता है। तब साधू केवल एक ही बात कहता था की जीवन में जो कुछ भोतिक दुनिया है उससे हमे दूर जाना होगा । हमे किसी तरह की इच्छा को अपने पास नही रखना है और इच्छा न होने पर हम जन्म नही लेगे और मोक्ष प्राप्त कर लेगे ।

साधू की बात सुन कर लोगा सच में ज्ञान हासिल कर लेते थे । इतना ही साधू जो था वह लोगो को विष्णु पुराण के बारे में भी बताया करता था की आखिर पुराण में क्या लिखा गया है और किस तरह से मानव का जीवन है और किस तरह से मानव हमे यह जीवन मिलता है ।

साधू के इस तरह के ज्ञान के कारण से बहुत से लोगो को अपने जीवन में फायदा देखने का मिला था । इसके अलावा साधू ने बहुत से लोगो को ध्यान करना भी सिखया था । और कभी कभार लोगो को ज्ञान देने के लिए इकट्ठा भी कर लेता था ।

तो एक दिन की बात है साधू जो था वह लोगो को आने के लिए कहता है और फिर साधू ने कहा की आज हम यह जानेगे की आखिर व्यक्ति मरने के बाद में किस तरह से परलोक सिधार जाता है ।

 और यह सुन कर दूसरे लोगो ने कहा की साधू महाराज ऐसा भी होता है की मानव मरने के बाद में परलोक सिधारता है और आखिर यह परलोक कैसा होता है और इस तरह से कह कर लोग जो थे वे साधू से ज्ञान लेने लगे थे ।

तब साधू ने कहा की देखो जब मनुष्य का शरीर कमजोर हो जाता है और आत्मा इस शरीर में रहने के लिए सही नही होती है यानि शरीर उसके काबिल नही होता है तो ऐसे में उसे यह शरीर छोड़ना पड़ता है ।

और इसके बाद में क्या होता है की नरक के राजा यमदेव के दुत आते है और वे आत्मा को पकड़ कर ले जाते है । मगर वे केवल आत्मा को एक निश्चित स्थान पर ले जाकर छोड़ देते है । जहां पर कई तरह के रास्ते होते है और उनमे से किस रास्ते पर जाना है यह आत्मा पर निर्भर करता है ।

आत्मा ने जैसे कर्म किए है उसी के अनुसार वह सही और गलत रास्ते का चयन करता है । एक रास्ता तो नरक में जाता है और दूसरा रास्ता स्वर्ग की और जाता है। और दोनो में से जो सही और योग्य रास्ता होता है उसी का चुनाव होता है । और उसी के अनुसार आत्मा का आगे क्या होता है यह तय होता है ।

तभी एक आदमी बोल पड़ा की महाराज जो नरक में जाती है आत्मा उनका क्या होता है तब साधू ने कहा की जो नकर में जाते है उनहोने अपने जीवन में बुरे कर्म किए है जिनकी सजा उन्हे दी जाती है यानि अपने बुरे कर्मो को नष्ट करना होता है और जब कर्म नष्ट हो जाते है तो उनका फिर से जन्म होता है ।

और इसी तरह से स्वर्ग मे जो जितना अच्छा कर्म करता है वह उतने ही समय तक रहता है और फिर जन्म लेता है । हालाकी कुछ आत्मा वहा से मोक्ष प्राप्त कर लेती है मगर सभी के लिए यह संभव नही है ।

परलोक सिधारना मुहावरे का सही अर्थ

इस तरह से ज्ञान देने के बाद में साधू ने सभा का समापन कर दयिा और लोगो कहा की आज के लिए इतना ही काफी है ।

दूसरे ही दिन की बात है की लोगो को पता चला की साधू महाराज परलोक सिधार गए है और यह जान कर बहुत से लोगो को दूख हुआ और साधू महाराज के परलोक सिधारने के कारण से उनकी समाधी बनाई और और नगर में एक प्रतिमा बनाई गई । क्योकी साधू लोगो केलिए बहुत कुछ मायने रखता था ।

तो इस तरह से साधू भी परलोक सिधार जाते है ।

तो दोस्तो कहानी में जो परलोक सिधारने कीबात की गई है उसका मतलब है मृत्यु हो जाना ।

अगर कुछ पूछना है तो कमेंट कर देना ।

very very most important hindi muhavare

माथे पर बल पड़ना का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

मिट्टी पलीद करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

हाथ के तोते उड़ना मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

हाथ का मैल होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

रंगे हाथों पकड़ना मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सीधे मुँह बात न करना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

प्रतिष्ठा पर आंच आना मुहावरे का मतलब और वाक्य व निबंध

आँखे फटी रह जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व निबंध

सिर ऊँचा करना का मतलब और मुहावरे का वाक्य में प्रयोग व कहानी

‌‌‌चोर चोर मौसेरे भाई मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

मर मिटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

‌‌‌सहम जाना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

घास खोदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

रफू चक्कर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

अंतर के पट खोलना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

चादर से बाहर पैर पसारना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

उन्नीस बीस का अंतर होना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सिर पर पाँव रखकर भागना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

काठ की हांडी होना का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

एक लाठी से हाँकना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

भानुमती का पिटारा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

अंकुश रखना मुहावरे का अर्थ और निबंध व वाक्य में प्रयोग

अंधी पीसे कुत्ता खाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

का वर्षा जब कृषि सुखाने का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

नीम हकीम खतरे जान मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

अधजल गगरी छलकत जाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का मलतब और वाक्य मे प्रयोग

नौ दिन चले अढ़ाई कोस का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

नेकी कर, दरिया में डाल का मतलब और वाक्य व निबंध

चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आव देखा न ताव का अर्थ और वाक्य व निबंध

थोथा चना बाजे घना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तेल देखो, तेल की धार देखो का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

आसमान पर मुहावरे aasman par muhavare

कंगाली में आटा गीला मुहावारे का मतलब और वाक्य व कहानी

भूखे भजन न होय गोपाला का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व ‌‌‌कहानी

साँच को आँच नहीं मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

ऐरा – गैरा नत्थू खैरा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

पर उपदेश कुशल बहुतेरे मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।