निराशा के बादल छँटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

निराशा के बादल छँटना मुहावरे का अर्थ nirasha ke badal chatna muhavare ka arth दुख दूर हो जाना या दुख का समय बीत जाना

दोस्तो कोई भी अपने जीवन में निराश नही होना चाहेगा । क्योकी जहां पर निराशा होती है वहां पर दुख होता है । मगर यह जो निराशा हो रही है वह छंटने की बात हो रही है मतलब निराशा दूर हो रही है । तो इसका मतलब हुआ की दुख दूर हो रहा है ।

और इस तरह से जब मानव के जीवन से दुख दूर हो जाता है या फिर दुख का समय बीत जाता है तो इसे ही निराशा का बादल छंटना कहा जाता है।

तो इस आधार पर इस मुहावरे का अर्थ दुख दूर हो जाना या दुखर का समय बीत जाना होता है।

निराशा के बादल छँटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

मुहावरे के अन्य रूप

दोस्तो आपको बता दे की बहुत बार जो मुहावरे होते है वे कुछ दूसरे रूप के भी बन जाते है  जैसे की मुहावरे में कुछ बदलाव हो जाता है तो वे एक अलग मुहावरा बन जाता है । ठिक वैसे ही यह जो निराशा का बादल छंटना है वह एक अन्य मुहावरे के रूप में भी बदल चुका है जो की निराशा का बादल फटना होता है ।

निराशा का बादल फटना मुहावरे का अर्थ दुख दूर हो जाना या दुख का समय बीत जाना ।

nirasha ka baadal fatna muhavare ka arth — dukh door ho jaana ya dukh ka samay beet jaana .

निराशा के बादल छंटना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग || nirasha ke badal chatna use of idioms in sentences in Hindi

1.        अब तो कोविड 19 की वैक्सीन बन चुकी है जल्द ही निराशा के बादल छंटने वाले है ।

2.        अगर महेश पढ लिख कर अफसर बन गया तो जल्द ही हमारे निराशा के बादल छंट जाएगे ।

3.        सुरजीत का परिवार काफी गरीब था मगर सुरजीत के वीडीओ बनते ही घर से निराशा के बादल छंट गए ।

4.        रिक्सा चलाने वाले का बेटा आज कलेक्टर बन चुका है सच है उनके तो निराशा के बादल छंट चूके है ।

5.        जब राहुल पढ लिख कर बड़ा हो गया तो अपने माता पिता से कहने लगा की जल्द ही मैं जॉब लग जाउगा ओर हमारे निराशा के बादल छंट जाएगे ।

6.        देश में नए प्रधानमंत्री के बनते ही सभी देशवासियो के निराशा के बादल छंट जाएगे ।

7.        हमेशा उमिद होती है की देश का नया नेता आया है तो निराशा के बादल छंट जाएगे मगर ऐसा कुछ नही होता है।

8.        योगी आदित्य नाथ के सीएम बनते ही उत्तर प्रदेश के लोगो के निराशा के बादल छंट गए ।

9.        जब से मैंने भगवान राम की पूजा करनी शुरू की है मेरे जीवन के निराशा के बादल छंट चुके है ।

निराशा के बादल छंटना मुहावरे पर कहानी || nirasha ke badal chatna story on idiom in Hindi

दोस्तो बहुत समय पहले की बात है महावीर नाम का एक आदमी हुआ करता था जो की एक छोटे से गाव में रहता था । वह काफी गरीब परिवार से था । उसके दादा और पिता थे वे भी गरीब थे और वह स्वयं भी गरीब था ।

मगर उसका मानना था की आने वाली पीढी इसी गरीबी में जीवन न जीए । इस कारण से उसने कोशिश की की उसका बेटा जो है वह पढ लिख कर नोकरी लग जाए तो इस गरीबी से मुक्ति मिल जाए । और यह सब करने के लिए उसने काफी मेहनत करनी शुरू कर दी ।

महावीर का बेटा जब छोटा था उसी समय उसने मेहनत शुरू कर दी क्योकी उसे पता था की गरीबी दूर करने के लिए बेटे को अच्छी तरह से पढना होगा और तभी वह जॉब लग पाएगा और यह गरीबी दूर हो जाएगी ।

इस कारण से महावीर ने पैसे इकट्ठा करने शुरू कर दिए थे । जैसे जैसे महावीर का बेटा बड़ा होता जा रहा था वैसे वैसे महावीर अधिक मेहनत करता और पैसे जमा करने लगा था । इसी तरह से जीवन में चलता जा रहा था ।

काफी समय बित गया और अब महावीर का जो बेटा था वह 10 वी कक्षा को पास कर चुका था । और इतना पढने के बाद में महावीर ने अपने बेटे को शहर के किसी स्कूल में दाखिला दिला दिया जहां पर उसे पुलिसकर्मी बनने के लिए तैयार किया जाता था ।

दांत काटी रोटी होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

दिन लद जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

जबान देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

खाली हाथ रहना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग और मुहावरे का सही अर्थ

कान देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

और इसी तरह से वह वही पर रहता और दिन रात पुलिसकर्मी बनने के लिए मेहनत करता रहता था।

वहां पर महावीर के बेटे को केवल पढाया ही नही जाता था बल्की वह सब कुछ सिखाया जाता था जो की पुलिसकर्मी बनने के लिए जरूरी होता है । जैसे की दोड़ना, कुदना आदी सभी ।

 समय बितता जा रहा था और इस बात को एक वर्ष बित गया और महावीर के बेटे ने पहली बार पुलिसकर्मी के लिए एग्जाम देने का फैसला लिया । अब वह काफी मेहनत करता और एक ही महिन के बाद में उसका एग्जाम था ।

समय बित गया और एग्जाम का दिन आया तो वह एग्जाम देने के लिए जाने वाला था । मगर रास्ते में उसे जाते समय एक मंदिर दिख गया जो की भगवान भोलेनाथ का था । महावीर के बेटे की नजर मंदिर पर जा पड़ी और वह वही वाहन से उतर गया और मंदिर के अंदर चला गया ।

मंदिर में जाकर उसे सबसे पहले तो भगवान के सामने हाथ जोड़े और उनको प्रणाम किया और फिर अपनी इच्छा बताते हुए कहा की भगवान मुझे इस वर्ष जॉब दिला देनी है । ताकी मेरे परिवार की यह गरीबी दूर हो जाए और जीवन से निराशा के बादल छंट जाए ।

 और इस तरह से प्राथना करने के बाद में महावीर के बेटे ने शिव भगवान से कहा की अगर नोकरी मिलती है तो आपके नाम का भंडारा भी लगा दूगा । और इस तरह से कहने के बाद में महावीर का छोरा नोकरी का पेपर देने क लिए ​चला गया था ।

परिक्षा सेंटर पूंछने के बाद में उसने वहां पर एग्जाम दिया और फिर वहां से घर आ गया था । अब उसे पता चल चुका था की वह एग्जाम में पास पक्का आ जाएगा इस कारण से उसने फिजिकल की तैयारी शुरू कर दी और भगवान भोलेनाथ को याद करता हुआ खुब मेहनत करने लगा । काफी समय बित जाने पर जब एग्जाम का रिजेल्ट आया तो वह पास हो चुका था ।

मगर अभी फिजीकल बाकी था और जब उसका समय आया तो वह उसके अंदर भी पास हो गया था । अब महावीर के बेटे को पता चल गया की अब उसकी जॉब पक्की है और यह देखने के बाद में महावीर और उसका बेटा खुश था ।

एक महिन के अंदर ही महावीर के बेटे को पता चल गया की वह जॉब लगने के लिए तैयार है अब उसकी जॉइनिग आनी बाकी है । इस कारण से वह अब इंतजार करने लगा था  ।

जब महावीर के बेटे की जॉइनिग आती है तब महावीर अपने बेटे से कहता है की बेटा तुम नोकरी लग गए तो अब हमारे परिवार के निराशा के बादल छंटने वाले है ।

और इस तरह से कहने के कारण से महावीर के बेटे ने कहा की अब हम इस गरीबी से दूर हो जाएगे और यह सब भगवान शिव की कृपा के कारण से ही हुआ है । तब महावीर ने कहा की मैंने शिव भगवान का भंडारा बोला है जो की पहली तनख्वाह आते ही लगाने वाले है ।

निराशा के बादल छँटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

और इस तरह से जब महावीर के बेटे को पहली तनख्वाह मिलती है तो वह भगवान शिव के नाम से भंडारा लगाते है और पूरे गाव को भोजन करवाते है । और यह सब देख कर गाव के लोग कहने लगे की महावीर का छोरा नोकरी लग गयार है अब इनके निरशा के बादल छंट चुके है ।

इसके बाद मे महावीर और उसका परीवर आराम से जीवन बिताने लगा था ।

तो दोस्तो कहानी में महावीर के बेटे को जब नोकरी मिलती है तो उनके दूख दूर हो जाते है और यहां पर निराशा के बादल छंटने का प्रयोग हुआ है तो इसका मतलब हुआ की दुख दूर हो जाना मुहावरे का अर्थ है ।

very very most important hindi muhavare

हाथ के तोते उड़ना मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

हाथ के तोते उड़ना मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

हाथ का मैल होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

रंगे हाथों पकड़ना मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सीधे मुँह बात न करना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

प्रतिष्ठा पर आंच आना मुहावरे का मतलब और वाक्य व निबंध

आँखे फटी रह जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व निबंध

सिर ऊँचा करना का मतलब और मुहावरे का वाक्य में प्रयोग व कहानी

‌‌‌चोर चोर मौसेरे भाई मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

मर मिटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

‌‌‌सहम जाना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

घास खोदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

रफू चक्कर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

अंतर के पट खोलना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

चादर से बाहर पैर पसारना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

उन्नीस बीस का अंतर होना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सिर पर पाँव रखकर भागना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

काठ की हांडी होना का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

एक लाठी से हाँकना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

भानुमती का पिटारा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

अंकुश रखना मुहावरे का अर्थ और निबंध व वाक्य में प्रयोग

अंधी पीसे कुत्ता खाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

का वर्षा जब कृषि सुखाने का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

नीम हकीम खतरे जान मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

अधजल गगरी छलकत जाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का मलतब और वाक्य मे प्रयोग

नौ दिन चले अढ़ाई कोस का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

नेकी कर, दरिया में डाल का मतलब और वाक्य व निबंध

चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आव देखा न ताव का अर्थ और वाक्य व निबंध

थोथा चना बाजे घना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तेल देखो, तेल की धार देखो का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

आसमान पर मुहावरे aasman par muhavare

कंगाली में आटा गीला मुहावारे का मतलब और वाक्य व कहानी

भूखे भजन न होय गोपाला का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व ‌‌‌कहानी

साँच को आँच नहीं मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

ऐरा – गैरा नत्थू खैरा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

पर उपदेश कुशल बहुतेरे मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।