आँच न आने देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँच आने देना मुहावरे का अर्थ aanch na aane dena muhavare ka arth  – कष्ट आने देना

दोस्तो जब कोई किसी व्यक्ति पर ‌‌‌थोडा भी कष्ट न आने देता है । ‌‌‌चाहे इसके लिए उसे स्वयं कितने भी कष्ट क्यो न झलने पड जाए पर वह फिर भी उसकी दिवार बनकर उसके सामने खडा रहता है और कष्ट न आने देता है । ‌‌‌तब इस तरह कष्ट या दोष को न आने देने को ही आँच न आने देना कहा जाता है ।

आँच न आने देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँच आने देना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • ‌‌‌अगर तुमने मेरी बात मान ली तो मै तुम पर जारा भी आँच न आने दुगा ।
  • जब राघव को पता चला की मेरा दोस्त झगडे मे फस गया है तो उसने अपने दोस्त को आँच न आने दी ।
  • तुम निश्चित होकर शहर जाकर आ सकते हो मै तुम्हारी बहन का ख्याल खरुगा उस पर आँच तक न आने दुगा ।
  • दोस्त हो तो राम जैसा हो जिसने मुझ पर आँच न आने दी ।
  • जब तक मैरे भया है मुझ पर आँच तक न आने देगे ।
  • मां के रहते हुए बच्चो पर आँच कैसे आ सकती है ।
  • तुमने मेरी मदद की है मै तुम्हे कैसे आँच आने ‌‌‌दे सकता हूं ।
  • तुम जो चाहो वह कर सकते हो तुम्हारे पिता तुम पर आँच तक न आने देगे ।
  • महेश ने अपनी दोस्त की मदद ली पर दोस्त पर आँच तक न आने दी ।

आँच आने देना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

प्राचिन समय की बात है किसी नगर मे अमित नाम का एक आदमी रहता था । उसके पास बहुत धन था इस कारण से वह लोगो की मदद भी किया करता था । जिसके कारण से लोगो को जब भी किसी चिज की जरुरत होती तो वे अमित के पास जाकर ले आते थे । इस तरह से मदद करने के कारण अमित को ही लोगो ने अपना मालिक मान ‌‌‌लिया था और जैसा वह कहता था लोग भी वैसा ही करते थे ।

इस कारण से अमित ने भी लोगो से वादा किया की आप लोगो ने मेरी हर बात मानी है । इस कारण से मै आप पर कभी भी आँच न आने दुगा । इस तरह की अमित के मुख से बते सुनकर गाव के लोग बहुत ही खुश हो गए थे । अमित को देखने मे ऐसा लगता था की वह बलवान है । ‌‌‌

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लोगो को यह भी पता था की अमित को कुस्ती भी आती है । क्योकी अमित अपने गाव मे एक वर्ष मे एक बार जरुर कुस्ती की प्रतियोगिता रखता था । इस कारण से लोगो का मनोरजन के साथ साथ लोगो मे बलवान कोन है इस बात का भी पता चल जाता था ।

कभी कभीर अमित लोगो से हार जाता था पर ज्यादातर वही जितता था । ‌‌‌हार जाने के कारण अमित कभी भी क्रोधित नही होता था बल्की जो जितते थे उन्हे अपने हाथो से इनाम देता था । वह गाव जंगल के निकट था और वहां से ‌‌‌एक नदी भी बहा करती थी ।

इस कारण से जगली जानवर भी वहां पर पानी पिने के लिए आ जाते थे पर वे ज्यादातर रात को ही आते थे । लोगो ने रात को भेडिये की आवज सुन ‌‌‌रखी थी । इस कारण से कोई भी अपने घर से बाहर तक नही निकलता था ।

ताकी कोई जंगली जानवर उन्हे कुछ ‌‌‌भी नुकसान न पहुंचा सके । इसी तरह से एक बार उस गाव मे भेडिया आ गया था । क्योकी वह रात को पानी पिने के लिए आता था और उस रात वह वापस न जाकर वह उसी गाव मे रह गया था ।

जब शुबह ‌‌‌लोगो की आंखे खुली तो वे अपने अपने घरो से बहर ‌‌‌निकलने ही वाले थे की एक आदमी भागता भागता आया और बोल रहा था की भेडिया है भेडिया है । इस तरह से कहते हुए वह अपने घर मे वापस बंद हो गया था ।

उसकी आवाज सुनकर बाकी लोग भी अपने अपने घर मे ही बंद रहे और घर की खिडकियो से झाकने लगे की सच मे कोई भेडिया है की नही। ‌‌‌तब लोगो ने देखा की उस गाव मे सच मे एक भेडिया घुम रहा है । जब इस बारे मे अमित को पता चला तो वह लोगो की हिफाजत करने के लिए अपने घर से बाहर निकल गया था ।

उस समय अमित के तरह के ‌‌‌धनवान लोग इस तरह के भेडियो का सिकार किया करते थे । पर वह छुप कर किया करते थे और अब उसके सामने जाकर करना था । इस कारण ‌‌‌से अमित ने अपने साथ अच्छे अच्छे छोटे मोटे खंजर ले लिए थे ताकी जब उनकी जरुरत पड जाए तो वह उससे भेडिये को मार सके । और साथ मे एक ‌‌‌तिर कमान ले लिया था ।

जब वह लोगो के घरो के बारह पहुंचा तो उसे एक भयानक भेडिया दिखा । ‌‌‌तब अमित ने लोगो को चिलाकर कहा की आप निश्चित रहे आप पर मे आँच न आने दुगा । ‌‌‌इतना कह कर अमित ने उस ‌‌‌भेडिये पर तिर चला दिया था । उस तिर मे जहर लगा था जो जाकर सिधा उस भेडिये को लगा ।

पर भेडिये को कुछ भी नही हुआ क्योकी वह भी बहुत बलवान था । इस कारण से उस पर तिर का असर नही हुआ । जैसे ही भेडिये को तिर लगा तो उसने अमित पर हमला बोल दिया और उसे झपटने की कोशिश ‌‌‌करने लगा पर अमित ‌‌‌कुस्ती लडता था ।

इस कारण से वह उससे हारा नही और अपने पास ‌‌‌जो हथियार थे । उन से उस भेडिये पर वार पर वार किए जिसके कारण वह भेडिया वारो से छल्ली हो गया था और साथ ही उस पर जहर का असर भी होने लगा था । कुछ समय बाद वह मर गया और जमिन पर आ गिरा ।

यह देखकर गाव के लोग अपने अपने घरो से बाहर आ गए और आकर ‌‌‌अमित की जय जय बोलने लगे थे । फिर लोग आपस मे बात करने लगे की अमित ने हमारे उपर उस भेडिये से आँच न आने दी । इस तरह से अमित ने लोगो की हिफाजत की थी । इस तरह से आप इस काहनी ‌‌‌से समझ गए होगे की इस मुहावरे का अर्थ क्या है।

‌‌‌आच न आने देना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

साथियो इस संसार मे बलवान लोगो की कोई कमी नही है और न ही पैसे वालो की कोई कमी है । फिर भी ऐसे लोगो की सख्या कम ही देखने को मिलती है जो गरिबो ‌‌‌या दुसरो की मदद करते हो । अगर कुछ लोग मदद भी करते है तो वे कुछ समय के लिए ही करते है ।

जब उन लोगो के सामने उनसे बढ कर समस्या आ ‌‌‌जाती है तो वे दुसरो की मदद करने से पिछे हठ जाते है । इस तरह के लोगो के लिए इस मुहावरे का प्रयोग नही किया जाता है । बल्की उन लोगो के लिए किया जाता है ‌‌‌जो किसी पर भी थोडा सा कष्ट तक न आने दे ।

उन कष्टो को भी वे लोग अपने उपर ले लेते है । इस तरह ‌‌‌के कार्यो का सबसे अच्छा उदहारण मां होती है जो अपने बेटो पर कभी भी कष्ट तक न आने ‌‌‌देती है । और जो कष्ट आते है वह स्वयं झेलने लग जाती है ।

इसी तरह के अगर कुछ लोग होते है जो अपनो पर या किसी पर भी कुछ छण के लिए भी कष्ट न आने दे तो उन लोगो लिए कहा जाता है की इसने तो आँच तक न आने दी । इस तरह के ‌‌‌साथ ही इस मुहावरे का अर्थ इससे साफ समझ मे आता है की जरा कष्ट न आने देना । इस तरह से आप समझ गए होगे ।

आँच न आने देना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of aanch na aane dena in Hindi

दोस्तो आपने शायद इस मुहावरे का प्रयोग होते हुए कई बार सुना होगा ओर लोगो के द्वारा कहा जाता है की जब तक मैं हूं तब तक तुम पर आंच न आने दूगा । इस तरह से कई बार इस मुहावरे का प्रयोग होता है ।

मगर इसके अर्थ को न समझे तो आप इस लेख को पढे और इसके अलावा आप इस मुहावरे को इस तरह से भी समझ सकते है की आंच का मतल कष्ट से होता है । अगर आंच न आने देने की बात हो रही है तो इसका मतलब है की कष्ट न आने देने की बात हो रही है और इस तरह से आप समझ सकते है की  aanch na aane dena muhavare ka arth  – कष्ट न आने देना होता है ।

‌‌‌निचे कुछ मुहावरों की लिंक दी जा रही है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है ।

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Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।