भाग्य सो जाना मुहावरे का अर्थ क्या है ,वाक्य मे प्रयोग और निंबंध

भाग्य सो जाना मुहावरे का अर्थ bhagya ka mara hona ka arth होता है किस्मत खराब होना।

यदि किसी की किस्मत खराब होती है तो वह कहता है कि उसका भाग्य सो चुका है। इसलिए उसके काम नहीं हो रहे हैं।आमतौर पर जब हमारे अनुकूल परिस्थितियां नहीं होती हैं तो हम यह कहते हैं कि हमारा भाग्य सो चुका है। भाग्य सो जाना का यह भी मतलब है ‌‌‌बार बार प्रयास करने के बाद भी सफलता नहीं मिलना ।हमारे जिंदगी के अंदर कई ऐसे क्षण आते हैं जब हमे यह लगता है तो हमारा भाग्य सो चुका है। ऐसी स्थिति के अंदर हमे बहुत अधिक निराश होना पड़ता है।

भाग्य सो जाना मुहावरे का अर्थ

भाग्य सो जाना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग bhagya so jana muhavare ka arth

  • मैंने परीक्षा के अंदर बहुत मेहनत की लेकिन मेरा तो भाग्य ही सोया हुआ है इसी लिए तो फैल हो गया ।
  • पुलिस ने अपराधियों का बहुत अधिक पिछा किया लेकिन उसके बाद भी वे पुलिस को चकमा देकर बार बार गायब हो रहे हैं। लगता है पुलिस का भाग्य सो चुका है।
  • ‌‌‌मैंने पुलिस बनने की बहुत अधिक कौशिश की लेकिन मेरा तो भाग्य ही सो गया नंबर कैसे आता ?
  • इस दुनिया के अंदर सफल वही होते हैं ,जो सोये हुए भाग्य को जगाना जानते हैं।
  • ‌‌‌रमेश ने तीन बार कुश्ति के अंदर हिस्सा लिया लेकिन तीनों बार वह हार गया जब उससे पूछा गया कि उसकी हार क्यों हुई उसे तो कुश्ति के सारे दांव पेंच आते हैं तो बोला जिसका भाग्य ही सो जाता है तो दांव पेंच किस काम के ।
  • ‌‌‌जो लोग बार बार मेहनत करते हैं वे एक दिन सोये हुए भाग्य को जगा लेते हैं और वो हाशिल कर लेते हैं जिनकी उनको आवश्यकता है।

भाग्य सो जाना मुहावरे पर कहानी || bhagya so jana story on idiom in Hindi

दोस्तों प्राचीन काल की बात है। एक राज्य के अंदर मधुसुधन नामक राजा राज्य करता था। उसके राज्य के अंदर सुख शांति थी लेकिन अचानक से पता नहीं कैसे ? ‌‌‌राज्य की शांति व्यवस्था भंग हो रही थी। आज सुबह दरबार के अंदर वह बैठा हुआ था तो एक फरियादी आया और बोला

……महाराज की जय हो एक समस्या है ?

…….क्या समस्या है ? राजा बोला

……..कल किसी ने हमारे घर से सोना और चांदी चुरा लिया है। अब क्याकरें ? वह फरियादी बोला था।

……….लेकिन ‌‌‌सोना चांदी तो कैसे चुराया जा सकता है ? इस राज्य के अंदर चोर हैं ही नहीं ?

……….लेकिन महाराज चुराया गया है आप खुद तहकिकात करवा सकते हैं।

………ठीक है । और राजा ने कुछ जानकारों को इसके बारे मे और अधिक जानकारी लेने के लिए भेजा । कुछ समय बाद वे वापस आए और बोले कि ‌‌‌…. महाराज सच मे चोरी हुई है।और देखने से यह पता चलता है कि किसी सैनिक ने यह चोरी की है और लगता है वह हमारे राज्य का नहीं है।

अब राजा सोच मे पड़ गया और अपने सेनिकों को चोरों के खोज लेने के लिए भेजा और राजा खुद भी गया । राजा ने देखा कि ‌‌‌कुछ घोड़ें गांव के अंदर बाहर से आए थे और चोरी के बाद वापस चले गए ।काफी दूर तक राजा और सैनिक गए तो उनको पता चला कि यह दूसरे राज्य के सैनिक हो सकते हैं या फिर दूर से आए कोई डाकू हो सकते हैं।

‌‌‌उसके बाद राजा ने निर्देश दिया कि कुछ सैनिकों को सीमा के उपर लगा दिया जाए । और उसके बाद राजा के आदेश का पालन किया गया । और कुछ सैनिकों को राज्य की सीमा के उपर लगा दिया गया ।  ‌राजा को इस बात का यकीन था कि शायद अब चोरी नहीं होगी ।अब राजा आराम से उस रात को सोया और फिर सुबह जैसे ही दरबार ‌‌‌खुला राजा दरबार मे बैठा ।

लेकिन वह यह देखकर आश्चर्यचकित हो गया कि बहुत सारे लोग दरबार के अंदर आ चुके हैं। और लोगों ने हो हल्ला किया और बोली की पूरे गांव के अंदर चोरी हो गई और अभी तक चोरों का कुछ पता ही नहीं है। राजा को लगा कि उसका भाग्य सो चुका है। ‌‌‌और यदि उसने जल्दी ही इस समस्या का समाधान नहीं निकाला तो लोग उसके खिलाफ विद्रोह कर देंगें । तो उसके बाद उसने सभी लोगों को शांत किया और बोले……….. आप सब को शांत हो जाना चाहिए  । मुझे सिर्फ 2 दिन का समय दीजिए ताकि चोरी का पता लगाया जा सके ।

 ‌‌‌राजा ने जैसे तैसे लोगों को माना और वापस भेजा । उसके बाद राजा ने अपना दिमाग इस्तेमाल करते हुए । 5 गुप्त टीमों को इस काम के अंदर लगाया कि वे चोरी का पता करें लेकिन राजा ने टीम बनाते समय इस बात की सावधानी रखी की एक टीम का दूसरी से परिचय नहीं हो पाए ।

‌‌‌और इन टीमों की सबसे बड़ी खास बात यह रखी गई कि यह लोगों से मिलते समय अपना चेहरा किसी को नहीं दिखाते थे । दो दिन बात एक विशाल मैदान के अंदर हजारों लोग एकत्रित हुए और   ‌‌‌सब लोग यह देखना चाहते थे कि आखिर चोर कौन है ?

……आप सभी के घरों से चोरी करने वाला चोर पकड़ा जा चुका है और इतने मे 5 लौंगों का चेहरा ढककर सामने लाया गया । उसके बाद ‌‌‌जैसे ही उनके चेहरे खुले सब हैरान रह गए । क्योंकि उनमे से एक राजा का मंत्री था। उन सभी को राजा ने फांसी का आदेश दिया । यदि वही राजा भाग्य के भरोसे रहता तो मंत्री राजा के पद को छीन सकता था।

भाग्य सो जाना पर निंबंध || bhagya so jana essay on idioms in Hindi

दोस्तों यह संभव है कि कई बार परिस्थितियां सही नहीं होने की वजह से हमको लगता है कि भाग्य सो गया है लेकिन यदि हम सही तरीके से देखेंगे तो उसके अंदर हमारी अपनी ही गलतियां नजर आएंगी । ‌‌‌लेकिन बहुत से लोगों के साथ समस्या यह है कि वे अपने भाग्य को तो आसानी से दोष देदेते हैं लेकिन अपनी गलतियों को नहीं मानते हैं। जिसका परिणाम यह होता है कि वे सफलता से दूर हो जाते हैं।

‌‌‌यह बात सच है कि भाग्य कुछ कंडिशन के अंदर काम करता है लेकिन हर बार भाग्य का पैंतरा काम नहीं करता है। हमारा एक दोस्त है जिसका नाम अरूण था उनके पिता की मौत कम उम्र के अंदर हो गई वे सरकारी नौकरी करते थे । ‌‌‌तो उसके बाद उनके बेटे को यह नौकरी मिल गई । भले ही उनके बाप का मरना एक दुर्भाग्य था लेकिन उसके लिए नौकरी पाना एक सौभाग्य ही था।

‌‌‌लेकिन हर इंसान के साथ ऐसा नहीं होता है।हर इंसान को पड़ी हुई नौकरी नहीं मिलती है। और उसे नौकरी पाने के लिए मेहनत करनी होती है। यदि वह भाग्य के भरोशे रहेगा तो वह कभी भी नौकरी को हाशिल नहीं कर पाएगा ।

भाग्य सो जाना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of in Hindi

दोस्तो अगर आप मुहावरो की दुनिया में नए है तो हम कहेगे की नही आप मुहावरो का उपयोग काफी समय से कर रहे है ।

दरसल आपने तो सुना होगा की जब कोई अपने जीवन में महनत करने के बाद में भी सफलता हासिल नही कर पाता है तो लोग केवल एक ही बात कहते है की उसका तो भाग्य सो गया है जिसके कारण से इतनी मेहनत पर भी सफलता नही मिल रही है ।

इसका मतलब है की लोग कह रहे है की उसकी तो किस्मत ही खराब है जिसके कारण से उसके ​इतनी मेहनत पर भी सफलता नही मिल रही है ।

और आप इस उदहारण से समझ सकते है की भाग्य सो जाना मुहावरे का सही अर्थ किस्मत खराब होना होता है । अगर किसी की किस्मत खराब होती है तो उस समय इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है ।

भाग्य सो जाना मुहावरे का अर्थ क्या है ? लेख आपको कैसा लगा नीचे कमेंट करें ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।