जानिए चिराग तले अंधेरा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

चिराग तले अंधेरा होना मुहावरे का अर्थ chiraag tale andhera hona muhaavare ka arth –  अपनी बुराई दिखाई न देना ।

साथियो अगर किसी को अपनी बुराई नही दिख रही हो और वह किसी और को गलत बताता जा रहा है तो यह कहा जाता है की इसके तो चिराग तले अंधेरा है। ऐसे अनेक लोग मिल जाएगे जो अपनी गलली नही ‌‌‌मानते वह दुसरो को गलत बताता जाता है । इस तरह के लोगो की कोई कमी नही है ।

चिराग तले अंधेरा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

चिराग तले अंधेरा होना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग || chirag tale andhera hona sentence in hindi

  • रामबाबू तो ऐसे आदमी है जो दुसरो को सही रास्ते पर जाने के बारे मे उपदेश देते रहते है पर उसका पुत्र क्या कर रहा है उन्हे पाता भी नही है सच कहा है चिराग तले अंधेरा होता है ।
  • ‌‌‌एक सच्चे पुलिस वाला दुसरो को पुलिस ‌‌‌मे भर्ती हाने के लिए जागरुक करता है पर उसका खुद का बेटा गलीयो मे फिर रहा है सच कहा है कि चिराग तले अंधेरा होता है ।
  • हरीराम मास्टर दुसरो के बच्चे को खुब पडाते है पर उसके खुद के बेटो को कुछ नही आता है इसे ही कहते है कि चिराग तले अंधेरा ।
‌‌‌मुहावरा (idiom in Hindi)‌‌‌अर्थ (Meaning in Hindi)
चिराग तले अंधेरा होनाअपनी बुराई दिखाई न देना ।

‌‌‌चिराग तले अंधेरा हाने की कहानी || chirag tale andhera hona idiom story in hindi

एक गाव मे हरीराम नाम का मास्टर रहा करता था । उसके एक पुत्र था जो उनके साथ ही रहता था । हरीराम उसी गाव के विधालय मे पडाया करते थे । हरीराम का पुत्र कोलेज करता था । इस कारण वह शहर मे रहता था । हरीराम को उसे बारे मे कुछ नही मालुम था की वह क्या करता है ।

कही वह गलत ‌‌‌काम तो नही करता वह इस बारे मे कुछ नही सोचता ‌‌‌था । ‌‌‌क्योकी अपना बेटा तो सभी को सही लगता है । हरीराम गाव के सभी छोटे बच्चो को पढ़ाया करते थे । और जब भी समय मिल जाता तो वह गाव मे जाकर अच्छी बाते बताता ।

वह कहता की आप लोग अच्चे हो कभी बुरा काम करने मत लग जाना । हमको कभी भी गलत काम नही करना चाहिए । इस तरह से हरीराम लोगो को उपदेश देता रहाता था । ‌‌‌हरीराम‌‌‌की लोग ‌‌‌बहुत इजत करते थे । चाहे वह बडा हो या छोटा सभी उसे गुरुजी कहते ।

लोगो को जब भी कोई काम होता तो वे सबसे पहले हरीराम से पूछते । फिर वह काम करते थे । हरीराम सभी लोगो के कार्य मे उपस्थित रहाता था । रविवार के दिन सभी गाव के लोगो के साथ बेठ कर वह उन्हे ‌‌‌अच्छी बाते बताया करता था ।

 गाव के लोग कभी भी हरीराम को अपने भाई से छोटा नही मानते थे । जब भी हरीराम को कोई जरुरत होती तो गाव के लोग उसकी साहयता करते थे । एक दिन गाव मे हरीराम का पुत्र आया जो कभी भी बडे ‌‌‌बुजुग को प्रणाम नही करता था । और न ही उनके पास तक आता ।

इससे गाव के लोग कहने गले की बाप केसा ‌‌‌है और इसका बेटा केसा है । उसका लडका शहर मे रहता था इस कारण गाव का माहोल उसे पंसन्द नही आता था । और वह कुछ दिन रहने के बाद मे गाव से चला जाता । ‌‌‌एक दिन गाव के एक घर मे शादी थी तो वह हरीराम को शादी मे उपस्थित हाने को कहने के लिए आया था ।

हरीराम को कह कर वह आदमी जाने लगा तो हरीराम ने कहा की कुछ देर यहा पर बेठ जाओ और मेरे बेटे से मिल लो । वह आदमी हरीराम की बात मान ली और वहा पर बेठ गया । तभी हरीराम ने अपने बेटे से कहा की इनके लिए कुछ ‌‌‌खाने को ले आओ ।

हरीराम ने अपने बेटे से उस आदमी के लिए खुब सेवा कराई इससे हरीराम का बेटा उस आदमी पर घुस्सा हो गया । कुछ समय के बाद हरीराम ने कहा की बेटे मे किसी काम से दूसरे गाव जा रहा हूं तुम उस आदमी के घर चले जाना ।

इस कारण हरीराम का बेटा उस आदमी के घर गया और शादी मे उपस्थित हो गया । हरीराम के ‌‌‌बेटे को वहा पर कुछ और लडके मिल गए जिनके साथ उसने दारू पी ली । दारु पी लेने के कारण हरीराम के लडके को कुछ भी याद नही राहा की मुझे क्या करना है ।

वह उस आदमी से झगडा करने लग गया ‌‌‌जा उसके घर आया था । और जब कोई लडाई रोकने के लिए आता तो वह उसे भी मारने गला गालिया देने लगा । इस तरह से हरीराम के लडके ने वहा पर खुब तमासा ‌‌‌किया । जिससे गाव के लोगो ने काहा की देख लो मास्टर दुसरो को उपदेश देता फिर रहा है और उसे अपने बेटे के बारे मे पता भी नही है की वह केसा है सच है चिराग के तले अंधेरा होता है ।

जब दुसरे दिन हरीराम आया तो उसे पुरी बात पता चली जिससे हरीराम ने अपने लडके को खुब पिटा और शहर वापस भेज दिया । शहर ‌‌‌जाने के बाद मे वह लडका फिर से झगडा करने लग गया ।

‌‌‌चिराग तले अंधेरा हाने की कहानी

एक दिन उसने किसी को मार दिया जिसकी सुचना गाव के लोगो को मिली तो वे हरीराम के पास गए और पूरी सुचना उसे बता दि । यह सुनकर गाव के लोगो मे से ही एक बोला कि यह मास्टर दुसरे लोगो को सही रास्ते पर चलने को कहता है । और खुद के बेटे का ध्यान नही ‌‌‌रखा इसे ही तो कहते है चिराग के तले अंधेरा होना । इस कहानी से आप समझ गए होगे की चिराग तले अंधेरा होना किसे कहते है ।

‌‌‌चिराग तले अंधेरा हाने पर निबंध || Essay on idiom chirag tale andhera hona in Hindi

यह ऐसा समय है की लोग अपनी गलती नही देखते है और दुसरो को उपदेश देते हरते है । ऐसे लोगो को लगता है की हमारे मे क्या खोट है वो तो दुसरो मे है । मेरे परिवार के तो सभी लोग सही तरह से रहते है । इस तरह की सोच रखने वालो की कोई कमी नही है । ऐसे लोग आपको हर जगह मिल ‌‌‌जाएगे ।

‌‌‌ऐसे लोगो की चाहे जो भी गलती हो उन्हे अपनी गलती ‌‌‌नही दिखती है वे तो दुसरो की गलती काडने मे लगे है । चाहे खुद कितने ही बुरे हो वे तो दुसरो को बुरा बताने से पिछे नही रहते है । जब उनकी बुराई का पता चलता है तो कहते है की इसके तो चिराग के तले अंधेरा था जो अपने ही परिवार को नी समझा सका ।

जैसे ‌‌‌एक पुलिस वाले का ही बेटा चोर निकल जाता है तो लोग यह कहते है कीयह तो बहुत अच्छा है पर इसका ही बेटा चोर है । इसी तरह से कहा जाता है की इसके तो चिराग के तले ही अंधेरा था । ऐसे लोगो की कोई कमी नही है । ऐसे लोग आसानी से मिल जाएगे ।

इस तरह से आप समझ गए होगे की चिराग तले अंधेरा होना मुहावरे का अर्थ ‌‌‌क्या है ।

चिराग तले अंधेरा होना का क्या तात्पर्य होता है || what is the meaning of the idiom chirag tale andhera hona in Hindi


अब आपको नही मालूम है तो आपको बता दे की चिराग उसे कहा जाता है जो स्वयं जलता है मगर अपने आस पास अंधेरा जो होता है उसे दू कर देता है । आपने मसाल का नाम सुना होगा वह एक तरह का चिराग होता है । आपने दिपक देखा होगा वह एक तरह का चिराग होता है ।

तो इस तरह ‌‌‌का चिराग स्वयं जलता और चारो अंधेरा गायब कर देता है । मगर जब आप चिराग को जलते हुए ध्यान से देखते हो तो आपको पता चलता है की चिराग के निचे अंधेरा होता है । क्योकी वह अपना अंधेरा दूर नही कर पाता है । तो यह चिराग तले अंधेरा होता है ।

वैसे इसके अर्थ की बात की जाए तो इसे इस तरह से ही समझाया ‌‌‌जायगा । वैसे आपने देखा होगा कीलोग गलती पर गलती करते रहते है मगर दूसरो को शिक्षा देते है की इस तरह से नही करना चाहिए इस तरह से करना चाहिए । तो उनको अपनी गलती नजर नही आ रही है की वह गलती पर गलती कर रहे है नही ऐसा उनको सोचने तक का समय नही मिलता है ।

‌‌‌यह ठिक वैसे ही जैसे की चिराग को अपना अंधेरा नही दिखता है । तो यही कारण है की जिन लोगो को अपनी बुराई नजर नही आती है उसके लिए इस मुहावरे का प्रयोग होता है और कहा जाता है की चिराग तले अंधेरा है ।
वैसे कमेंट में बताना की आप किस कक्षा में अध्ययन करते हुए इस मुहावरे को पढ रहे है ।

नेता लोगो के चिराग तले अंधेरा होता है, neta logo ke chiraag tale andhera hota hai

दोस्तो आप नेताओ के बारे में जानते है जैसे की हमारे देश की ही बात कर ले यहां पर काफी सारे नेता है जिनको आप जानते है और उनके विडियो और उनके भाषणो को आप सुनते है ।

अब नेता जो होते है वे सभी के सभी एक ही तरह के होते है मगर ऐसा केवल जंता को लगता है क्योकी नेताओ को नही लगता है ।

जब वोट मांगने का समय आता है तो नेता लोग दूसरे नेता की बुराई करते है और अपनी जरा सी बुराई उन्हे दिखती नही है यानि स्वयं की गलती नही दिखती है और यही कारण है की हम नेताओ को चिराग तले अंधेरा होना कह रहे है ।

हम यहां पर नेताओ को बुरा नही बता रहे है बल्की आपको उदहारण के माध्यम से समझा रहे है ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।