धूल में मिलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

धूल में मिलना मुहावरे का अर्थ dhul me milna muhavare ka arth – बुरी तरह से बर्बाद होना

दोस्तो जब किसी व्यक्ति के पास धन दोलत की कोई कमी नही होती है तो वह व्यक्ति उसका ज्यादा स्तेमाल करने लग जाता है । जिसके कारण से उस व्यक्ति के पास जो धन दोलत है वह अचानक नष्ट ‌‌‌हो जाती है । इसी तरह से जब ऐसे इंसानो के पास एक फुटी कोडी नही रहती है तो उनके बारे मे कहा जाता है की वह तो बर्बाद हो गया । इसी तरह से जब किसी भी कारण से किसी व्यक्ति ‌‌‌का सब कुछ नष्ट हो जाता है तो इसे बुरी तरह से बर्बाद होना ‌‌‌या धूल में मिलना कहा जाता है ।

धूल में मिलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

धूल में मिलना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • ‌‌‌राजेश के पास जब से कुछ पैसे आने लगे थे तो उसने सेठ से टकराने की हिम्मत कर ली जिसके कारण आज वह धूल मे मिल गया ।
  • जब से राहुल शराबी बना है उसकी बनी बनाई इज्जत धूल मे मिल गई ।
  • बेटे की नाकामी की वजह से आज राहुल का पूरा परीवार धूल मे मिल गया ।
  • संतोष की छोटी सी लापरवाही के कारण वह धूल मे मिल ‌‌‌गई ।
  • राजवीर के पास धन दोलत की कोई कमी नही थी पर उसके पिता के मरने के बाद राजवीर को इस तरह से शराब का नशा लगा की वह धूल मे मिल गया ।
  • जब तुम धूल मे मिल जाओगे तक तुम्हे पता चलेगा की मैं तुम्हारे भले के लिए ही बात कर रहा था ।
  • बेटे की शराब की लत ने रामलाल को धूल मे मिला दिया ।

‌‌‌धूल मे मिलना मुहावरे पर कहानी muhavare par kahani

प्राचिन समय की बात है किसी गाव मे शिमलावती नाम की एक औरत रहा करती थी । उसके घर मे उसका पति और उसके दो बेटे रहा करते थे । शिमलावती के पास एक बहुत बडा खेत था ‌‌‌जिसमे एक पानी का कूवा था । शिमलावती का विवाह ‌‌‌होने के बाद मे वह अपने पति के साथ खेत मे काम करने लगी ।

‌‌‌उसका पति भी बहुत ही अच्छा था वह बहुत काम किया करता था और इसी तरह से शिमलावती थी । इस तरह से जब दोनो एक साथ काम करते तो एक दिन मे बहुत अधिक काम कर लेते थे ।

इस तरह से फिर उन दोनो ने अपना पूरे खेत मे फसल बोनी शुरू कर दी थी । और जब फसल पक जाया करती तो वे दोनो उसे काट लेते थे । इस तरह से ‌‌‌दोनो पति पत्नी ने अपने जीवन मे हर समय उस खेत मे फसल बोते थे ।

जिसके कारण से जब तक उनके बेटे बडे हुए तब तक वे धनवान हो गए थे । बेटे बडे हो जाने के कारण से शिमलावती ने अपने दोनो बेटो को अलग अलग मकान बना कर दे दिए और उन दोनो का विवाह भी कर दिया था ।

धज्जियाँ उड़ाना का मतलब और वाक्य व निबंध

दूर के ढोल सुहावने का मतलब और वाक्य व कहानी

मजा किरकिरा होना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

दिन फिरना मुहावरे का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

दाँत पीसना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व निबंध

दोनो बेटो का विवाह हो जाने के बाद मे ‌‌‌शिमलावती अपने छोटे बेटे के पास रहने लगी थी । इस तरह से फिर शिमलावती अपने बडे बेटे को अलग कर दिया था । जिसके कारण से उनके खेत का भी बटवारा हो गया था ।

शिमलावती का बडा बेटा भी अपने पिता की तरह काम करता था इस कारण से वह अपने खेत मे फसल बोता और जब फसल पक जाती तो उसे काट लिया करता था । ‌‌‌जिसके कारण से उसका जीवन बडी सानदार तरह से चल रहा था ।

पर इसके विपरीत शिमलावती का छोटा बेटा बिल्कुल काम नही करता था वह इसी तरह से अपने घर मे पडा रहता था । ‌‌‌शिमलावती के छोटे बेटे का नाम बनवारी था । एक बार की बात है शिमलावती अपने पति के साथ कही जा रही थी तो उन दोनो की एक एक्सीडेंट मे मोत हो गई थी ।

जिसके कारण ‌‌‌से फिर बनवारी अपनी पत्नी के साथ ही रहने लगा । अब बनवारी अपने खेत मे फसल बोता नही था बल्की अपने दोस्तो के साथ ही अपना दिन बितता था । क्योकी बनवारी के पास पैसे थे इस कारण से वह अपने दोस्तो के साथ शराब पीने लगा ।

इस तरह से उसे शराब पीते हुए बहुत समय बित गया । जिसके बारे मे उसकी ‌‌‌पत्नी को कुछ पता नही था । अब जब भी बनवारी शराब लाता तो उसके पास पैसे होते नही थे और अपनी पत्नी से मागता तो ‌‌‌उसको पता चल जाता की यह पैसे किस कारण से ले रहा है ।

इसी कारण से उसने अपनी पत्नी को बिना बताए शराब पीने के लिए ‌‌‌अपना खेत शराब बेचने वाले के पास गिरवी रख दिया था । जिसके कारण ‌‌‌से बनवारी रोजाना शराब पीता रहता था । इसी तरह से एक दिन वह शराब वाला कही जा रहा था

इस कारण से उसने बनवारी से कहा की मैं कुछ दिनो के लिए अपनी दुकान बंद कर रहा हूं । अगर तुम्हे शराब चाहिए तो पूरी पेटी ले लो । तब बनवारी को लगा की अगर यह कुछ दिनो तक दुकान नही खोलेगा तो वह शराब नही पी सकता है ।

‌‌‌इस तरह से सोच कर बनवारी ने उस दुकानदार से शराब की एक पेटी ले ली और चुपके से उसे अपने घर ‌‌‌के एक कमरे मे छुपा ‌‌‌दी । इस तरह से उसे उस पेटी को छुपाए हुए एक ही दिन हुआ था ।

तब उसे पता नही था की ‌‌‌मेरे घर के कमरे मे शराब है इस कारण से ही वह ‌‌‌उस कमरे ‌‌‌मे किसी कारण से अग्नि लेकर ‌‌‌चली गई । जब बनवारी की पत्नी वहा से वापस जाने लगी तो गलती से उसके हाथो से आग का जलता हुए एक कोयला वहा पर गिर गया । जिसके कारण से वहा जो शरबा थी उसने आग पकड ली ।

शराब ने आग इस तरह से पकडी की बनवारी ‌‌‌के घर का वह कमरा अंदर से जलने लगा । कुछ समय बाद मे बनवारी की पत्नी की नजर ‌‌‌उस कमरे मे गई जहा पर आग लगी थी । ‌‌‌तब उसने आग को देख कर बहुत जोर जोर से बोलने लगी की आग लग गई है आग लग गई है ।

तभी बनवारी उसकी आवाज सुन कर वहा आ गया । तब उसने देखा की जहा उसने शराब रखी है उसी कमरे मे आग लगी है । इस कारण से वह उसे भुजाने के लिए पानी लेकर गया और उसे ‌‌‌बूझाने लगा ।

तब आग तो बूझ गई पर जिस कमरे मे आग लगी वही ‌‌‌उनके पैसे रखे थे । तब बनवारी की पत्नी ने सबसे पहले पैसो को देखा तो उसे सारे पैसे जले हुए मिले । यह देख कर वह विलाप करने लगी थी ।

इतने मे बनवारी का भाई वहा आ गया । तब उसने देखा की आग किस तरह से लगी । तब उसके देखने पर उसे पता चला की यहा पर शराब की बोतले रखी है । यह देख कर वह बनवारी से कहने ‌‌‌लगा की तुम शराब पीते हो क्या तुम्हारे घर मे यह शराब की बोतले कहा से आई है ‌‌‌इसके कारण से ही यहां आग लगी है ।

यह सुन कर बनवारी की पत्नी बोतले देखने लगी थी । तब उसे पता चल गया की उसके पति ने यहा शराब रखी होगी जिसके कारण से ही आग लग गई और उनका सब कुछ नष्ट हो गया । पर अब क्या हो सकता है ‌‌‌यह बनवारी की पत्नी ने सोचा और अपना दुख लेकर दिन गुजाने लगी थी ।

‌‌‌धूल मे मिलना मुहावरे पर कहानी muhavare par kahani

इस बात को तिन चार दिन ही हुए थे की उसे पता चला की उसके पति ने अपना खेत भी गिरवी रखा है । यह उसे तब पता चला जब वह शराब बेचने वाला उससे वह खेत खाली करने को कहने के लिए आया ।

कुछ ही समय मे यह बात आग की तरह गाव मे फैल गई । इस कारण ‌‌‌से फिर लोग आपस मे बाते करते हुए कहने लगे की बनवारी को दारू की लत इस तरह की लगी की ‌‌‌उसने अपने खेत को भी गिरवी रख दिया है । और उसके घर मे आग भी लग गई जिसके कारण से अब उनके पास कुछ नही है वह तो धूल मे मिल गया है ।

‌‌‌इसी तरह से बनवारी का भाई बनवारी से कहने लगा की ‌‌‌तुम आज इस शराब की वजह से धूल मे मिल गए हो । इस तरह से फिर बनवारी भी अपने आप के ‌‌‌किए पर पछताने लगा था पर अब क्या हो सकता था । जिसके बाद मे बनवारी के पास उसका घर ही रहा था ।

इस तरह से फिर बनवारी लोगो के पास जाकर काम करता और अपना घर चला लेता था । इस तरह से फिर उसका जीवन बहुत कष्टो से बिता । ‌‌‌इस तरह से आपको इस कहानी से समझ मे आ गया होगा की इस मुहावरे का अर्थ बुरी तरह से बर्बाद होना होता है ।

धूल में मिलना मुहावरे || dhul me milna essay on idioms in Hindi

साथियों धूल में मिलने के बारे में आपने जो कुछ पढा है उसमें एक कहानी भी होती हे और कहानी में आपने पढा की किस तरह से एक व्यक्ति धुल में मिल जाता है और उसके लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है ।

तो इसका मतलब हुआ की जो व्यक्ति अपने जीवन में किसी तरह का काम करता है और उसके पास कुछ नही रहता है मतलब वह उस काम के कारण से पूरी तरह से बर्बाद हो जाता है तो उसके लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है । क्योकी आपने उपर पढा है की इस मुहावरे का सही अर्थ बुरी तरह से बर्बाद होना ही होता है और इस बात के आधार पर आप मुहावरे को बेहतर तरीके से समझ सकते है ।

दोस्तो धूल में मिलना एक ऐसा मुहावरा है जिसे समझना आसान था और यह आपको पता है ।

‌‌‌निचे ऐसे मुहावरों की लिंक दी गई है जो ज्यादातर काम मे लिए जाते है ।

तीन तेरह करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बिजली गिरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाँत खट्टे करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मक्खन लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

ओखली में सिर देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ पीले करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चिकना घड़ा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँख लगना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बीड़ा उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

थूक कर चाटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

एक और एक ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

थाली का बैंगन होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

एड़ी चोटी का जोर लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाक रगड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गुड़ गोबर करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पौ बारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

‌‌‌पेट में दाढ़ी होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सिर खुजलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मैदान मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सिर पर सवार होना ‌‌‌मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाने दाने को तरसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हां में हां मिलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाँतों तले उँगली दबाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पत्थर की लकीर मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

टांग अड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ पाँव फूलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाक का बाल होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नमक मिर्च लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दंग रह जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाल में काला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।