बीड़ा उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बीड़ा उठाना मुहावरे का अर्थ beda uthana muhavare ka arth – कठिन काम का दृढ सकलप लेना ।

दोस्तो अगर कोई अपने आप पर किसी ऐसे काम ‌‌‌के पूरा करने का संकल्प लेता है जो बहुत ही जोखिम भरा हो । यानि वह कार्य बहुत कठिन हो याह तक की उसमे जान को भी हानी हो सकती है । ऐसे काम को करने का संकलप ‌‌‌लेने को ही बीडा उठाना कहते है । यहां पर इस मुहावरे से समझ मे आ रहा है की बीडा यानि कोई काम और उसे उठाना का अर्थ होगा करना । इस तरह से इस मुहावरे का अर्थ हुआ ऐसा कार्य जो बहुत ही कठिन हो उसे करने की जिमेदारी उठाना ।

बीड़ा उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बीड़ा उठाना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • ‌‌‌जब लोग मर रहे थे तो सरकार ने उनकी मदद करने का बीडा उठाया ।
  • मैने इस काम को करने का बीडा उठा लिया है अब तो इसे कर कर ही दम लूगा ।
  • गाव के लोगो की परीशानी सुनकर वहां के राजा ने उनकी मुसीकल को दूर करने का बीडा उठाया ।
  • ‌‌‌तुमने क्या इस काम को करने का बिडा उठा रखा है ।
  • श्री राम की पत्नी सीता को ढूंढने का हनुमान जी ने बीडा उठाया ।
  • मैने इस काम का बीडा ‌‌‌उठाया तब जाकर आज यह काम हुआ है और साथ ही इससे अनेक लोगो को भी फायदा हुआ है ।

बीडा उठाना मुहावरे पर कहानी Idiom story

प्राचिन समय की बात है किसी नगर मे अनेक लोग रहते थे । वहा जो लोग रहते थे उनके गाव के पास एक जंगल था । इस कारण सभी लोगो को डर लगाता था की पास के जंगल से कोई जानवर न आ जाए । इस कारण जब रात ‌‌‌हो जाती थी ‌‌‌तो कोई भी अपने घर से बाहर नही निकलता था ।

क्योकी वहा पर लाईट नही थी जिसके कारण उन्हे रात मे कुछ नही दिखता था । अगर उनके सामने कोई जानवर भी आ जाए तो उन्हे नही दिखता था । यही कारण था की वह अपने घरो मे ही बंद रहते थे । उसी गाव मे राजवीर नाम का एक आदमी रहता था ।

वह बहुत ही सरल ‌‌‌स्वभाव का था वह किसी से भी झगडा नही करता था । इस कारण गाव के लोग उसे बहुत मानते थे । राजवीर के घर मे उसकी मां के अलावा और कोई भी नही रहता था । राजवीर की मां बहुत ही कमजोर वह वृद्ध थी । इस कारण उसे किसी भी समय साहयता की जरुरत पडती रहती थी ।

इसी कारण से राजवीर उसे छोडकर कभी इधर उधर नही जाता था । ‌‌‌अगर वह कही चला भी जाता तो वह अपने पडोसियो को कह कर जाता था जिससे उसकी मां की मदद हो जाती थी । एक दिन की बात है राजवीर अपने घर से बाहर गया हुआ था और वह भी रात्री के समय की बात है ।

‌‌‌उस रात अचानक उसकी मां बिमार हो गई थी । उसे बचाने के लिए गाव के लोगो ने सोचा की इसकी साहयता करने के लिए ‌‌‌हमे ही ‌‌‌कुछ करना होगा । गाव के लोगो को पता चला की राजवीर की मां को सर्प ने काटा है । इस कारण वे जल्दी से उसके पैर पर एक कपडा ‌‌‌उसे पास के गाव मे ले गए थे ।

पास के गाव मे एक बेद रहता था ‌‌‌वह बेद ही आस पास के गावो के लोगो की मदद करता था । ‌‌‌राजवीर के अपने गाव मे न होने के कारण लोगो ने ही उसकी मां को बचाने का ‌‌‌बीडा उठाया । और उसे दुसरे गाव के ‌‌‌बेद के पास ले गए तो उस बेद ने राजवीर की मां का इलाज कर दिया था ।

जब राजवीर को पता चला की मेरी मा बिमार पड गई थी तो लोगो ने उसकी मदद ‌‌‌करी थी । ‌‌‌तब वह बहुत ही खुश हो गया था । क्योकी उसके अपनी मां के पास न होने के कारण गाव के लोगो ने उसकी मदद की थी । तब राजवीर ने ‌‌‌सोचा की मुझे भी गाव के लोगो के लिए कुछ करना होगा ।

ऐसा सोचकर उसने गाव के लोगो की मदद करने का बिडा उठाया और कुछ लोगो के साथ मिलकर रात्री को अपने गाव की हिफाजत ‌‌‌करने लगा था । अगर कोई जानवर उनके गाव मे आ जाता तो राजवीर व उसके गाव के लोग उसे मार देते थे । ‌‌‌

‌‌‌गाव के लोग उसे बहुत मना कर रहे थे की रात्री को इस तरह से पहरा देना ठिक नही है फिर भी उसने ‌‌‌लोगो की एक नही सुनी और ‌‌‌उनकी हिफाजत करता रहा । ‌‌‌गाव के लोगो की हिफाजत करने के लिए वह दिन मे जंगल से लकडिया लाने लगा और अपने पूरे गाव के ‌‌‌चारो ओर ‌‌‌रोपने लगा । उसे देख कर लोग सोचने लगे की यह हमारे लिए ही ऐसा कर रहा है ।

ऐसा सोचर गाव के लोग भी उसकी मदद ‌‌‌करने लगे थे । जिसके कारण उनके गाव के चारो ओर एक दिवार सी खडी हो गई थी । ‌‌‌दिवार खडी हो जाने के कारण गाव मे रात को भी आराम से इधर उधर ‌‌‌घूम सकते थे । क्योकी रात को जब भी कोई जानवर उनके गाव मे आते तो उन्हे पता चल जाता था ।

गाव ‌‌‌मे आने के चार रास्ते थे और चारो रास्तो पर हर एक आदमी बेठा रहता था । इस तरह से ‌‌‌अपने गाव के लिए दिवार खडी करने से बहुत फायदा हुआ था । क्योकी उनके गाव मे अकसर चोरी भी होती थी जिसके कारण वह चोरी भी होनी रुक गई थी ।

बीडा उठाना मुहावरे पर कहानी Idiom story

चोरी करने वाला कोई दुसरे गाव का ही थी और जब भी उसे गाव मे आना पडता तो वह उन चार रास्तो से ही आ सकता था । इस तरह से राजवीर ने गाव के लोगो की ‌‌‌हिफाजत करने का बीडा उठा लिया था । जिसके किस्से पास के गावो मे भी चलने लगे थे । इस तरह से आप इस काहनी का अर्थ समझ गए होगे ।

‌‌‌बीडा उठाना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

‌‌‌साथियो अरग कोई किसी ऐसे काम को करने का संकलप ले लेता है जो बहुत ही कठिन हो तो ऐसे काम को करने वाले के लिए कहा जाता है की उसने वह काम करने का बीडा उठाया है । यानि उसने वह काम पूरा करने का संकलप लिया है ।

यहां यह जरुरी नही है की वह काम कठिन होना जरुरी है बल्की आसान काम के लिए भी इस ‌‌‌मुहावरे का प्रयोग किया जाता है । क्योकी जो सरल काम होता है उसे भी तो कोई न कोई करने का संकलप करते है । इस तरह से इस मुहावरे का प्रयोग वही किया जाता है जाहा किसी काम को करने का संकलप लिया ‌‌‌जाय ।

थूक कर चाटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

एक और एक ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

थाली का बैंगन होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

एड़ी चोटी का जोर लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आड़े हाथों लेना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

इस तरह के बीडा उठाने वाले लोगो की कोई कमी नही है । ‌‌‌इस तरह के लोग आसानी से देखने को मिल जाते है । क्योकी आजकल हर कोई किसी न किसी काम को पूरा करने का बीडा उठाते ही है । इस तरह से आप इस मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे और साथ ही इसका कहां पर प्रयोग किया जाता है । यह भी समझ गए होगे ।

बीड़ा उठाना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of in Hindi

दोस्तो आज के समय में हर कोई अपने जीवन में किसी न किसी तरह का काम करता है । ओर सभी के द्वारा कहा जाता है की उनके द्वारा किया जाने वाला काम बहुत ही कठिन होता है। मगर कहते है की जो हम दैनिक जीवन में कर रहे होते है वह कठिन नही होता है । बल्की कठिन उस काम को कहा जाता है जिसे हमने कभी किया नही होता है ।

जैसे की आपको कहा जाए की आपको रेल की पटरीयां बिछानी है तो अपके लिए यह काम कठिन होता है और इसी तरह से बहत से काम कठिन होते है जिन्हे हम करते है तो काफी परेशानियो और कठिनाईयो का सामना करना पड़ता है ।

मगर यह सब कुछ पता होने के बाद भी कई बार हम इसी तरह के कार्यों को पूरा करने की ठान लेते है । मतलब कभी हम सोच लेते है की हम इस काम को कर कर ही रहेगे और उस ठिन काम का दृढ सकलप ले लेते है और इसे ही बीड़ा उठाना कहा जाता है। इसका मतलब हुआ की बीड़ा उठाना मुहावरे का तात्पर्य beda uthana muhavare ka arth – कठिन काम का दृढ सकलप लेना होता है ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।