नमक मिर्च लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नमक मिर्च लगाना मुहावरे का अर्थ namak mirch lagana muhavare ka arth – बात को बढा चढा कर कहना

दोस्तो कुछ लोगो को अगर कोई कुछ बाते कह देता है तो वे लोग उस बात को जब किसी और को बताते है तो जैसा उसे उसने कहा था ‌‌‌वैसा न कहकर उस बात को बढा चढा कर कहता है यानि स्वयं ही उस बात मे कुछ ‌‌‌बाते और जोड देता है । इस तरह के लोगो के लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है ।

इस तरह के लोगो के लिए कहा जाता है की इसे तो नमक मिर्च लगाकर बात कहने की आदत है । यानि जिस तरह से किसी चिज पर नमक मिर्च लगाने से उसमे फर्क हो जाता है उसी तरह से जब यह बात कहता है तो उसमे बहुत फर्क होता है ।

नमक मिर्च लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नमक मिर्च लगाना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || namak mirch lagana use of idioms in sentences in Hindi

‌‌‌ 1.    मैंने तो उसे बस इतना सा कहा और उसने नमक मिर्च लगाकर सभी को बता दिया ।

2.    तुम तो हर बात को नमक मिर्च लगाकर कहती हो इसे जैसा सुना था वैसे ही कहना ।

3.    तुम्हारी तो आदत ही हर बात को नमक मिर्च लगाकर कहने की है ।

4.    तुमने उसे क्या कहा था और उसने तो पुरे गाव मे उसे नमक मिर्च लगाकर फैला दिया ।

नमक मिर्च लगाना मुहावरे पर कहानी ||  namak mirch lagana story on idiom in Hindi

‌‌‌किसी गाव मे फुलवती नाम की एक औरत रहती थी । फुलवती जब भी किसी से कुछ सुनती तो कुछ ओर थी और वह जब उस बात को किसी और को बताती तो कुछ ओर बताती थी । इसी कारण से लोग भी उसके सामने कुछ ऐसी वैसी बात नही करते थे । लोगो को इस बारे मे ‌‌‌तब पता चला जब एक दिन रामेश्वरी नाम की औरत ‌‌‌अपने पती के साथ अपने खेत से घर आ रही थी और आते समय उसे फुलवती मिल गई थी ।

इस कारण वे तो दोनो बतलाने लग गई थी और रामेश्वीर का पति अपने घर आ गया था । रामेश्वरी ने उसे बताया की आज हमारे खेतो का बटवारा हुआ था इस कारण हम खेत मे जाकर आए है । तब फुलवती ने कहा की सब कुछ ठिक तरह से दोनो भाईयो को बराबर ‌‌‌तो मिला है न ।

फुलवती के ऐसे कहने पर रामेश्वरी ने कहा की हां मिला तो सब कुछ बराबर ही है पर उनके भाई कुछ ज्यादा ही बोल रहे थे । इतना कहकर रामेश्वरी वहां से अपने घर आ गई थी । फुलवती का भी खेत उनके खेत के ‌‌‌नजदिक ही था । इस कारण वह भी अपने खेत मे जा रही थी और रामेश्वरी के पति के भाई अभी भी ‌‌‌खेत मे ही थे ।

इस कारण जब वह खेत मे गई तो उससे रहा नही गया और वह रामेश्वरी के पति के भाई के पास चली गई वहा पर वह और उसकी पत्नी दोनो ही थे । उसे आते देखकर वे दोनो उससे पुछने लगे की आज कैसे आना हुआ फुलवती ।

तब फुलवती ने कहा की कुछ नही बस इसी तरह से जानने के लिए आ गइ थी की आप लोगो मे सब कुछ ठिक ‌‌‌तरह से बटवारा हो गया है क्या । तब उसके भाई ने कहा की तुम्हे कैसे पता की हमारे यहां बटवारा हुआ है । तुम्हे मेरे भाई ने कुछ कहा है क्या ।

तब फुलवती कहने लगी नही कहा तो कुछ भी नही है । पर उसे यकिन नही हुआ और उसने फिर पुछा तो फुलवती ने बता दिया की तुम्हारे भाई ने तो कुछ नही कहा पर उसकी पत्नी ‌‌‌कह रही थी कि आप बहुत ज्यादा बहस कर रहे थे और जमिन भी ज्यादा ले ली। इस तरह से उसने उस बात के साथ और बात और जोड ‌‌‌दी थी ।

उन्होने जब यह सुना तो उन्हे लगा की जरुर वह ऐसा कह रही होगी । जब वे दोनो पति पत्नी घर पहुंचे तो वहां पर जाकर लडाई करनी शुरु कर दी थी । दोनो भाई आपस मे लडने लगे और बाडा ‌‌‌भाई और उसकी पत्नी दोनो उसे कहने लगे थे की तुम्हारी पत्नी कह रही थी की हमने बहुत ज्यादा जमीन ले ली है ।

जब उसके छोटे भाई ने अपने पत्नी रामेश्वरी से पुछा तो उसने कहा की मै तो बस फुलवती से मिली थी और मैने उसे कुछ भी नही कहा । तब उन दोनो पत्नी पत्नी को पता चल गया था की फुलवती ‌‌‌ने दोनो को ‌‌‌जाकर नमक मिर्च लगाकर बात कह दी है ।

तब उन दोनो पति पत्नी ने अपने बडे भाई और भाभी से माफी मागी और कहा की हमने तो ऐसा नही कहा था जरुर उस फुलवती ने ही बात को नमक मिर्च लगा दि होगी । ऐसा कहने पर भी उसके बडे भाई को यकिन नही हुआ और ‌‌‌जब उसके छोटे भाई ‌‌‌के माफी मागने पर वे दोनो चुप हो गए थे ।

कुछ ही समय ‌‌‌मे इस लडाई की खबर पुरे गाव के लोगो के पास चली गई थी और जब लोग आपस मे बात करते तो फुलवती कुछ लोगो से कह देती थी की दोनो कह रहे थे की ‌‌‌हमे थोडी जमिन दी है । इस तरह से फुलवती पुरे गाव के लोगो से बातो को बढा चढाकर कह देती थी ।

नमक मिर्च लगाना मुहावरे पर कहानी Idiom story

रामेश्वरी के जेठ को जब पता चला की फुलवती हमारे बारे मे लोगो को न जाने ‌‌‌क्या क्या कह रही है। तब उन्हे यकिन आ गया की जरुर फुलवती ने ही उस दिन बात को बढा चढा कर कहा होगा । फिर लोगो को वे ही कहने लगे थे की मैने तो उस दिन उस फुलवती की बातो पर विश्वास कर लिया था पर मेरे भाई ने तो ऐसा कुछ भी नही कहा ।

यह बात भी लोगो मे फैल गई और लोगो को पता चल गया की फुलवती ‌‌‌हर बात को नमक मिर्च लगाकर कहती है । इस तरह से  आप नमक मिर्च लगाना मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

‌‌‌नमक मिर्च लगाना मुहावरे पर निबंध || namak mirch lagana essay on idioms in Hindi

साथियो आज इस संसार मे ऐसे लोगो की कोई कमी नही है जो हर बात को बढा चढा कर कहते है । उन्हे कहना तो सही सही था पर वे लोग उसमे कुछ और बाते जोड कर कह देते है । सुनने वाले को तो यकिन होगा ही क्योकी उसे कैसे पता होता है  की असली बात क्या है और यह हमे क्या कह ‌‌‌रही है ।

साथ ही जिन लोगो को उस बारे मे पता होता है । वे लोग जब भी नमक मिर्च वाली बात सुनते है तो वे कह देते है की यह बात ऐसी नही है मै इस बात की तह तक जा चुका हूं । तुम नमक मिर्च लगाकर कह रहे हो ।

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इस तरह से नमक मिर्च लगाना मुहावरे का सही अर्थ तो यही होता है की ‌‌‌ऐसी बात जो कही एक शब्द की जाती ‌‌‌है और जब उस बारे मे किसी और को पता चलता है तो उस बात मे कुछ और शब्द जुड जाते है और जब वह किसी और को कहता है तो उसमे कुछ और शब्द जोड देता है । इसी को नमक मिर्च लगाना कहते है ।

नमक मिर्च लगाना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of namak mirch lagana in Hindi

अगर आप एक युवा व्यक्ति है तो आपको इस मुहावरे के बारे में अधिक पता होना चाहिए । क्योकी आज के इस समाज में ऐसे एक नही बल्की बहुत सारे लोग है जो की इसी तरह से काम कर रहे है उनका तो काम ही नमक मिर्च लगाने का है । मतलब यह है की जब आप किसी को एक बात कहते हो और वह बात बड़ी होकर दूसरे के पास जाती है तो इसे नमक मिर्च लगाना कहा जाता है ।

अभी भी नही समझे तो आपको बता दे की इस मुहावरे का तात्पर्य उस स्थिति से होता है जब कोई किसी बात को बात को बढा चढा कर कहता है । और आपको यह तो पता है की आपके आस पास रहने वाले ही बहुत से लोग है जो की इस तरह का काम करते है ।

तो हम तो आपको केवल यही सलाह देते है की इन लोगो की बातो पर कभी भरोषा नही करना चाहिए क्योकी यह जो लोग होते है वे सच में किसी काम के नही होते है । यह जो कुछ आपको बताते है उसमें स्वयं की बाते भी जोड़ी हुई होती है । तो दोस्तो इस तरह से इस मुहावरे का तात्पर्य होता है ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।