हां में हां मिलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हां में हां मिलाना मुहावरे का अर्थ haan mein haan milana muhavare ka arth – चापलूसी करना

दोस्तो अगर कोई किसी की हर बात ‌‌‌को सही कहता है और उसके कहने पर ही हर किसी बात को गलत बता देता है चाहे वह सही हो । तो इस तरह से करने को ही हां मे हां मिलाना कहते है । क्योकी इस मुहावरे का ‌‌‌अर्थ बहुत आसानी से समझ मे आ रहा है की हां मे हां यानि जब भी हमे कहे की यह सही है तो हम भी कहे की हां यह सही । इस तरह से करने को उसकी चापलूसी करना ही तो कहेगे और इस मुहावरे का अर्थ यही होगा चापलूसी करना ।

हां में हां मिलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हां में हां मिलाना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • ‌‌‌आज के समय मे वही आगे बढ सकता है जो लोगो की हां मे हां मिलाता हो ।
  • अनेक लोगो ने तो हां मे हां मिलाकर नोकरी पा ली पर तुम इस तरह से ही रहोगे ।
  • अगर तुम उनकी हां मे हां मिलाने के लिए तैयार हो तो मै तुम्हे वहां काम दिला दुगा ।
  • तुम तो सही गलत के बारे मे सोचते भी नही बस उनकी हां मे हां मिलाते रहते ‌‌‌हो ।

class="wp-block-heading has-vivid-red-color has-text-color">हां मे हां मिलाना मुहावरे पर कहानी Idiom story

रमेश नाम का एक लडका अपने गाव मे रहा था । उसके पास धन दोलत नही ‌‌‌थी । जिससे वह अपना सारा काम आराम से कर सके । रमेश के पिता ने उसे बहुत पढाया था ‌‌‌और जब वह बडा हो गया और पढाई कर ली तो उसके पिता मर गए थे । अब उसका साहारा और कोई नही था ।

तब रमेश ने सोचा की अब ‌‌‌मुझे काम करना होगा ‌‌‌ऐसा सोचकर वह मजदुरी करने के लिए जाने लगा था । रमेश था पढने वाला और पढने वालो से मजदुरी होती नही है । इस कारण उसने सोचा की क्यो न मै सेठ के पास काम कर लू जिससे मुझे ज्यादा जोर भी नही आएगा ।

तब रमेश सेठ के पास जाकर काम करने लगा था । वही पर भी उसे मजदुरी का काम ही मिला था । उसे वहां जाने के बाद पता चला ‌‌‌की जो भी कोई सेठ के पास काम करना चहता है और आराम से रहना चाहता है तो बस उसकी हर एक बात माननी होगी चाहे वह सही हो या गलत है ।

तभी से उसने सेठ की चापलूसी करनी शुरु कर दी । जिससे कुछ ही दिनो के बाद सेठ को लगने लगा की यह लडका तो मेरे बहुत ही काम का है यह तो मेरी हां मे हां मिलाता है । ऐसा सोचकर ‌‌‌सेठ ने उसे अपने साथ रखना शुरु कर दिया था । पढा लिखा तो था ही इस कारण सेठ ने उसे हिसाब किताब का काम दे दिया था ।

क्योकी सेठ को रोजाना ही इस काम की जरुरत ‌‌‌पडती थी । अब सेठ जहा भी जाता तो रमेश उसके साथ जाया करता था । और जब सेठ लोगो से कोई बात कहता तो वह भी उसकी हां मे हां मिलाने लग जाता था । अगर ‌‌‌कोई उससे कुछ पुछ भी लेता तो वह सेठ के बारे मे अच्छा ही कहता था ।

एक बार की बात है सेठ गाव के लोगो को समझा रहा था की अगर आप लोग अपने खेतो मे जो फसल होगी वह मुझे दोगे तो मै आपको सराकरी मदद भी ‌‌‌दिलाउगा और साथ ही फसल की रकम भी अच्छी मिलेगी । तब रमेश ने भी लोगो को कहा की हां जो ये कह रहे है आप वही ‌‌‌करे इसमे आप लोगो का ही फायदा है ।

इस तरह से जब भी लोगो को सेठ से कोई काम होता तो जैसा सेठ लोगो को कहाता वैसा ही वह लोगो को कहता था । रमेश को समझ मे आ गया था की अगर मै इसी तरह से करता रहा तो कुछ ही दिनो मे धनवान बन जाउगा ।

इस तरह से रमेश जब भी कही जाता तो ऐसे लोगो की हां मे हां मिलाता था । जिससे ‌‌‌रमेश उन लोगो के लिए भी अच्छा बन गया था क्योकी आज के समय मे लोगो को ऐसे ही लोगो की जरुरत होती है जो उनके पक्ष मे बात करे जैसा वे कहते है वैसा ही सामने वाला कहे ।

इस कारण एक दिन गाव के लोगो ने रमेश से कह दिया था की तुम तो सेठ की चापलूसी करते हो । तब उसने उन लोगो को कहा की आज ‌‌‌मे समय जो लोग चापलूसी करते है वे ही आगे बढते है वरना यही पर रहे जाते है ।

उस समय तो उनको रमेश की बात समझ मे नही ‌‌‌आई । पर धिरे धिरे लोगो को समझ मे आ ‌‌‌गया था की जो लोग हां मे हां मिलाते है वे तो आज धनवान होते जा रहे है और उन्ही को नोकरी मिलती है । इस तरह से आप इस मुहावरे का कहानी से सही अर्थ समझ ‌‌‌गए होगे ।

हां मे हां मिलाना मुहावरे पर कहानी Idiom story

हां मे हां मिलाना मुहावरे पर ‌‌‌ निबंध Essay on idiom

‌‌‌साथियो आज का समय ऐसा है की हर कोई किसी न किसी की चापलूसी करता है  और जो लोग चापलूसी करते है वे ही नोकरी या फिर अन्य काम करते है । इसके विपरीत जो लोग चापलूसी न कर कर उनकी काटवा या विरोध करते है उन लोगो को कोई भी ‌‌‌सहयोग नही मिलता है ।

इसका सबसे अच्छा उहारण सरकारी फायदे मे ‌‌‌दिया जा सकता है क्योकी जो लोग उनकी हां मे हां मिलते है उनको ही हर लाभ प्राप्त होता है कहने का अर्थ है की आज का समय ही ऐसा हो गया है । आपको इस तरह के लोग भी हर जगह पर मिल जाएगे ।

इस तरह के लोगो की इस संसार मे कोई कमी नही है । ‌‌‌कुछ लोग ऐसे नही होते है उन लोगो को किसी की भी बातो मे हां मे हां मिलाना अच्छा नही लगता और वे लोग उनकी बाते मे हां मे हां मिलाते भी नही है ।

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इस तरह के लोगो से अगर कोई बात कही जाए तो वे यह नही कहते की हां यह सही है बल्की वे जैसी बात होती है वैसा ही कहते है । इसको हां मे हां मिलाना नही कहा ‌‌‌जा सकता है । ‌‌‌इस मुहावरे का प्रयोग उन लोगो के लिए ही किया जाता है जो लोग हर एक बात मान लेते है चाहे वह गलत भी क्यो न हो ।

इस तरह के लोगो से अगर कहा जाए की यह सही है तो वे भी कहते है की हां यही सही है । अगर उनसे कहा जाए की यह गलत है तो वे भी कहेगे की हां यह गलती है । ऐसा कहने वाले लोगो के लिए ही इस मुहावरे ‌‌‌का प्रयोग किया जाता है । इस तरह से आप इस मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

हां में हां मिलाना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of aan mein haan milana in Hindi h

दोस्तो हां और हां दो ऐसे शब्द होते है जो की आपकी अनुमती को दर्शाते है । जैसे की मैं आपके पास आता हूं और आपसे कुछ मागता हूं तो आप कहेगे की हां, तो इसका मतलब हुआ की मैं उस चिज को लेकर जा सकता हूं । और इसी तरह से हां शब्द को होने के बारे में भी बताया जाता है ।

अगर आप इसी हां को दूरसे किसी व्यक्ति के हां कहने पर मिलाते है तो इसका मतलब हुआ की आप उसकी बात को सही मान रहे हो । मतलब आप उसकी प्रत्येक बात को मान रहे हो । और इसे हमारे समाज में चापलूसी करना कहा जाता है ।

इस कारण से दोस्तो हां में हां मिलाने का जो मतलब होता है वह असल में चापलूसी करना होता है और हमारे अनुसार आपको कभी भी दूसरे किसी व्यक्ति की हां में हा नही मिलानी नही चाहिए और आप इस बात को समझ सकते है ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।