दाल में काला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाल में काला होना मुहावरे का अर्थ daal me kala hona muhavare ka arth – किसी बात पर संदेह होना

दोस्तो जब कोई व्यक्ति आपस मे मिलते भी नही है और अचानक वे मिलने लग जाते है या फिर किसी कारण से किसी के घर मे या फिर किसी के पास ऐसे व्यक्ति आते है जो बेवजह किसी के पास नही ‌‌‌आते है । तो लगता है की उसके घर मे या उसके पास कुछ ऐसा है जो ठिक नही है या फिर वह ठिक कार्य नही करता है इसी को दाल मे काला होना कहते है ।

क्योकी जिस तरह से दाल मे काला दिख जाता है तो दाल कुछ अलग ही दिखती है उसी तरह से अगर किसी के कार्य करने के तरीके बदल जाते है तो दाल मे काला होना माना जाता है ।

दाल में काला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाल में काला होना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

1.            जिस तरह से सेठ को पुलिस ने अकेले मे बुलाया तो लगता है की दाल मे काला है ।

2.            रोजाना पुलिस माधव को पुलिस थाने बुलाती है लगता है की दाल मे काला है ।

3.            तुम्हारे इस तरह से आने और मेरे साथ इस तरह से बात करने से लगता है की दाल मे काला है ।

4.            ‌‌‌आप मुझे मत फसाए साहब मुझे पता है की दाल मे कुछ काला है ।

5.            मणजीत शुबह घर मे दिखता है और रात को बाहर जाता दिखता है ‌‌‌इससे लगता है की दाल मे काला है ।

6.            अगर आप मेरे घर मे इस तरह से आते रहोगे तो लोगो को सक तो होगा ही की दाल मे काला है ।

दाल में काला होना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

‌‌‌कुछ समय पहले की बात है सुरेश नाम का एक लडका अपने गाव मे अपने माता पिता के साथ रहता था । उसके पिता जी खेतो मे काम करते थे और उसकी मां घर का ही काम करती थी । जब वह बडा हुआ तो कुछ दिनो के बाद उसके माता पिता का एक्सीडेंट हो गया था । जिसमे उसके माता पिता की मृत्यु हो गई थी ।

अपने माता पिता के ‌‌‌मर जाने के कारण सुरेश कुछ भी नही करता था और इसी तरह से पडा रहता था । तब वह शहर काम करने के लिए गया था । शहर मे काम तो उसे मिला नही था और एक रात वह अपने घर की तरफ जा रहा था की उसने देखा की कुछ लोग चोरी कर कर भाग रहे है और दुसरे दिन उसे पता चला की उन लोगो ने बहुत रुपय चुरा लिए है ।

उन्हे ‌‌‌देखकर वह भी चोरी करने लगा था और एक बार वह चोरी करते हुए पकडा गया । चोरी करने से पकडा जाने के कारण पुलिस ने उसे जेल मे बंद कर दिया था । जेल मे उसे पता चला की जो भी पहली बार चोरी करता है वह इसी तरह से एक बार तो जेल मे आता है । तब ‌‌‌उसे अफसोस नही हुआ की वह पकडा गया ।

और जैसे ही वह जेल से वापस छुटा ‌‌‌तो वह फिर से चोरी करने लग गया था । इसी तरह से चोरी करते करते उसका नाम भी चोरो की लिस्ट मे आने लगा था । क्योकी चोरो को पता होता था की कोन शहर मे ज्यादा चोरी करता है । इसी कारण से एक दिन उसे कुछ लोगो ने पकड कर अपने ‌‌‌पास ले गए और उसे वहा पर बताया की तुम चोरी करते हो और वह भी बहुत सावधानी के साथा ।

‌‌‌उन लोगा ने यह भी कहा की तुम इसी तरह से छोटी मोटी चोरी कब तक कारोगे अगर तुम हमारे साथ मिल जाओगे तो तुम्हे बडी चोरी करने को मिलेगा और बहुत पैसे भी । सुरेश को उनकी बात अच्छी लगी तो उसने चोरी करने के लिए हां कह ‌‌‌दी । तब उन लोगो ने कहा की इससे पहले तुम्हे कुछ दिनो तक यही रहकर चोरी करने के बारे मे ‌‌‌जानना पडेगा ।

उनके कहने पर वह वहां एक ‌‌‌कहिने तक रहा और चोरी करने के बारे मे जान जान लिया । फिर वह रोजाना अपने घर से निकलता और चोरी कर कर वापस अपने घर आ जाया करता था । शहर मे रहता था इस कारण उसका खुद का तो घर नही था पर जहा वह रहता था वही वापस आ जाता था । ‌‌‌

वह इसी तरह से करता रहता था और दिन मे घर मे पडा रहता था । इस कारण उस घर के पकान मालिक को लगने लगा की दाल मे काला है । सुरेश भी बहुत चालाक था वह हर सप्ताह अपने गाव मे जाकर अपने घर मे पैसे छुपाकर आ जाता था । इस कारण मकान मालिक को कुछ भी पता नही चलता था ।

दाल में काला होना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

तब मकान मालिक ने सोचा की यह जरुर ‌‌‌कुछ गलत काम करता है । ‌‌‌यह सोचकर उसने उसका पिछा किया पर उसे कुछ भी पता नही चला । क्योकी सुरेश को पता था की उसका माकन मालिक उसका पिछा कर रहा है । इस कारण उसने अपने माकान मालिक को धोका दे कर वापस घर आ जाया करता था । इस कारण उसके मकान मालिक ने उसका पिछा करना छोड दिया ।

एक दिन वह चौरी करने के लिए गया ‌‌‌हुआ था उस दिन सुरेश मकान पर नही था और सेठ भी घर से बाहर गया था । सुरेश बेंक मे चोरी कर कर पुलिस से भाग रहा था और उस समय ‌‌‌उसके साथ तिन लोग और थे । यह उसके माकन मालिक ने देखा और जब सुरेश घर आया तो उसने पेंट उसी कलर की पहन रखी थी जिस कलर की उस चोर ने पहन रखी थी ।

इस कारण उसे लगा की जरुर ‌‌‌दाल मे कुछ काला है यह रोजाना रात को इसी तरह से घर आता है और दिन मे आराम से पडा रहता है । इसी तरह से गाव के लोगो को भी लगने लगा था की सुरेश आखिर करता क्या है वह अपने घर मे आता है और उसी दिन वापस चला जाता है ।

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‌‌‌इस तरह से सोचकर गाव के लोग उसके बारे मे जानने लगे और शहर मे भी इधर उधर पुछने लगे थे । एक दिन गाव के लोगो को पता चला की सुरेश तो चोरी करता है और इसी कारण वह अपने गाव मे नही रहता था । उन्हे यह भी पता चला की सुरेश अब पुलिस के हवाले है और उसे जेल हो गई है।साथ ही पुलिस ने उसके गाव मे जाकर ‌‌‌उसके घर से पैसे निकाले तो गाव के लोगो को पुरा विश्वास हो गया की सुरेश चोर ही था ।

इस तरह से गाव के लोग बात करने लग गए की ‌‌‌मैंने तो पहले ही कहा था की दाल मे काला है और अब आप लोगो को पता चल गया है की सुरेश अपने गाव मे क्यो आता था और अपने घर मे किसी को क्यो नही आने देता था । इस तरह से ‌‌‌आप दाल मे ‌‌‌काला होना मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

दाल में काला होना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of daal me kala hona in Hindi

दोस्तो आज के इस समय में बहुत से लोग ऐसे है जो की सच में ऐसे ही होते है की जिन्हे देख कर ऐसा ही लगता है की मानो दाल में काला हो । क्योकी आप स्वयं ही सोचो की जब आपका कोइ्र दुश्मन आपके पास आता है और आपके साथ अच्छी अच्छी बाते करने लग जाता है तो इसका मतलब तो यही हुआ की कुछ न कुछ गड़बड है ।

और इस दुनिया में महान ज्ञानी लोगो ने कहा की जब इस तरह का संदेह होता है तो इसे दाल में काला होना कहा जाता है । यानि दाल में काला होना मुहावरे का तात्पर्य उस स्थिति से होता है जब किसी बात पर संदेह होता है । और आपको पता होगा की आज के समय में ऐसा हो ही नही सकता है की संदेह होने की बात न हो ।

वैसे संदेह की जब बात आती है तो बहुत से लोगो का नाम सामने आ जाता है जिन्हे देखने मात्र ऐसा लगने लग जाता है की संदेह हो रहा है । वैसे सरल रूप में कहे तो आपको अगर सक हो रहा है तो आप ऐसा कह सकते है की जरूर दाल में कुछ काला है । वैसे आशा करते है की आप इस मुहावरे को समझ चुके होगे ।

By the way friends, do not forget to tell how did you like the story told on this idiom.

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।