नाक रगड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाक रगड़ना मुहावरे का अर्थ nak ragadna muhavare ka arth – खुशामद करना या विनती करना ।

दोस्तो जब किसी से कोई गलती हो जाती है तो वह अपनी गलती पर पछताने लगता है और जिसके काम मे गलती हुई या जिसके साथ गलती हुई उससे माफी मागने लगता है । वह माफी के लिए बार बार विनती करता है । इस ‌‌‌तरह से विनती करने या खुशामद करने को ही नाक रगडना कहा जाता है ।

इस मुहावरे का आम तोर पर अर्थ यही भी होता है की गडगिडाना क्योकी ज्यादातर इसका भी प्रयोग किया जाता है की ‌‌‌मै उससे माफी मागने के लिए बहुत गिड़गिड़ाना पर उसने माफ नही किया । याहां पर नाक रगडने का अर्थ गिड़गिड़ाने से होता है ।

नाक रगड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाक रगड़ना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • ‌‌‌जब श्याम चौरी करते हुए पकडा गया तो उसने लाख ‌‌‌बार नाक रगडी पर उसे माफी नही मिली ।
  • मैने तुम पर पहले भी विश्वास किया था पर तुम नही सुधरे इस बार तुम लाख नाक रगडो पर मै माफी नही दुगा ।
  • तुम्हारे भोले भाले चेहरे को देखकर मै तुमसे नाक नही रगडाना चाहता ।
  • अगर तुम इसी तरह से करते रहोगे तो मै तुम्हारे नाक रगडने पर भी माफी नही दुगा ।
  • अपने भाई के लाख नाक रगडने पर तुमने उसे माफ नही किया तुम तो बहुत निर्दयी हो ।

नाक रगड़ना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

‌‌‌एक ‌‌‌समय की बात है किसी ‌‌‌नगर मे कुंदन नाम का एक लडका रहता था । उसके घर मे उसका पिता व उसकी एक छोटी बहन थी । उसकी मां नही वह काफी समय पहले बिमारी के कारण मर गई थी । क्योकी उनके पास इतने पैसे नही थे की वे अपनी मां का इलाज करवा सके । इसी कारण उसके पिता ने सोचा की अगर मेरा बेटा नौकरी लग गया तो ‌‌‌यह और इसकी बहन तो ‌‌‌अच्छी तरह से जीवन गुजार लेगे ।

ऐसा सोचकर उसके पिता ने बडे कष्टो के साथ उसे और अधिक पडाया था । जब उसकी मा मरी थी उस समय उसने पढाई छोड दी थी पर उसके पिता ने उसे फिर पढाया । इसी कदर से कुंदन ‌‌‌ने अपनी पढाई पूरी कर ली । पढाई पूरी हो जाने के कारण उसके पिता ने उसे ‌‌‌नौकरी करने को कहा ।

अपने पिता की बात मानकर वह नौकरी करने को तैयार हो गया था ‌‌‌और नौकरी की तैयारी मे जुड गया । इसी तरह से नौकरी की तैयारी करते देखकर गाव के लोगो को लगता की यह नौकरी लग जाएगा पर ऐसा नही हुआ था । तब उसके पिता ने उसे कोई प्राइवेट नौकरी करने को कहा क्योकी उस समय प्राइवेट नौकरी मे भी बहुत ‌‌‌रुपय मिलते थे ।

इस कारण वह जगह जगहो पर फिरता रहा था ‌‌‌पर उसे नौकरी वहा भी नही मिली । फिर उसे एक दिन पता चला की एक डॉक्टर है जो ऐसे आदमी ‌‌‌से नौकरी करवाना चाहता है जो पढा लिखा हो । ताकी जो भी लोग उसके पास आए उनका लेखा जोखा रखे साथ ही पैसो का हिसाब भी । तब उसे लगा की यह काम मुझे मिल जाएगा ।

ऐसा सोचकर उसने ‌‌‌वह काम को ‌‌‌मागने के लिए उस डॉक्टर के पास चला गया था । डॉक्टर को उसके जैसा और कोई नही मिल सका था तो उसने उसे ही अपना काम सम्भालने को दे दिया और कहा की तुम्हारा काम ही यही है साथ ही तुम्हे यह काम 12 घण्टे ‌‌‌करना होगा ।

कुंदन को भी कोई काम नही मिला था इस कारण वह उस काम को करने को तैयार हो गया था । ‌‌‌उस दिन से वह रोजाना उसके पास काम करने को जाता था । तक एक दिन कुन्दन से डॉक्टर ने ‌‌‌पूछ लिया की तुम इतने पढे लिखे हो फिर भी तुमने नौकरी की तैयारी नही की ‌‌‌क्या ।

उसकी बात सुनकर कुंदन ने कहा की मैने तो अनेक जगहो पर नौकरी के लिए नाक रगडी पर किसी ने भी मुझे काम नही दिया । ‌‌‌तब डॉक्टर ने उससे कहा की तुम यहां काम सही तरह से करना वरना तुम्हे भी यहां से निकाल दुगा । ऐसा कहकर डॉक्टर रोजाना उससे काम करवाता था ।

‌‌‌एक दिन की बात है उससे हिसाब किताब मे ‌‌‌कुछ चुक हो गई तो डॉक्टर भडक पडा और कहा की इसकी भरपाई तुम कैसे करोगे । डॉक्टर उस गलती पर उसे नौकरी से निकालने को तैयार हो गया ‌‌‌था । डॉक्टर बहुत ही घुस्सेलू था उसे अपने अलावा और कोई भी सही नही दिखता था । तब कुंदन ने उसके सामने गिडगिडाना शुरु कर दिया ।

तब जाकर डॉक्टर ने सोचा की अगर इसे निकाल दिया जाएगा तो मुझे अभी कोई ऐसा नही मिलेगा । ऐसा सोचकर डॉक्टर ने उसे माफ कर दिया । इसी तरह से बादमे कुंदन फिर से ‌‌‌अच्छी ‌‌‌तरह से काम करने लगा था । फिर एक दिन डॉक्टर के पास एक लडका आया और उसने कहा की मुझे नौकरी चाहिय आपके पास है क्या । तब डॉक्टर ने उसे मना कर दिया था ।

जाते समय उस लडके ने उसे अपना पता देकर चला गया और कहा की जब भी जरुरत हो तो मुझे बुला लेना । डॉक्टर ने भी उसका पता अपने पास रख लिया था । ‌‌‌कुछ महिने बित गए तब कुंदन से बहुत बडा हिसाब गलत हो गया ।

उस दिन डॉक्टर को बहुत घुस्सा आ गया और वह कुन्दन निकालने लगा । कुन्दन बहुत बार ‌‌‌उसके सामने गिडगिडाया पर उसे दया नही आई और उसने उसे निकाल दिया । जब कुन्दन के गाव के लोगो को पता चला तो गाव के लोगो ने कुंदन से कहा की तुमने उससे कुछ ‌‌‌भी नही कहा था क्या ।

नाक रगड़ना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

तब कुन्दन ‌‌‌ने गाव के लोगो को कहा की वह सेठ बहुत ही निर्दयी है मैने उसके सामने बहुत बार नाक रगडी पर उसने मुझे माफ नही किया । उस दिन के बाद वह अपने खेतो मे ही काम करने लगा था । इस तरह से आप इस कहानी से मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

‌‌‌नाक रगडना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

साथियो आज के समय मे ऐसे अनेक लोग देखने को मिल जाएगे जो ‌‌‌काम की तलाश ‌‌‌मे इधर उधर फिरते रहते है । उनके पास कोई भी काम नही होता और वे सोचते है की हमे किसी तरह से काम मिल जाए तो अच्छा रहे ।

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उन लोगो मे से अनेक तो ऐसे है जो काम पाने के लिए गिडगिडाना ‌‌‌यानि नाक भी रगडने लग जाते है । ‌‌‌इसी तरह से ऐसे लोगो को जब काम से निकाला जाता है तो भी वे अपने काम को बनाए रखने के लिए समाने वाले के सामने नाक रगडने लग जाते है । इस तरह के लोगो को आप आसानी से देख सकते है ।

इस तरह से इस मुहावरे का प्रयोग केवल उन लोगो के लिए किया जाता है जो किसी से विनती करते है । ‌‌‌विनती करने का कोई भी कारण हो सकता है । इस तरह से आप इस मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

नाक रगड़ना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of nak ragadna in Hindi

दोस्तो अगर आप मुहावरो को पढते आ रहे है तो आपको अभी तक एक बात याद हो चुकी होगी की यह जो नाक होता है वह असल में मानव का एक ऐसा अंग होता है जिसे मानव अपनी इज्जत का प्रतिक मानते है ।

जैसे की लक्ष्मण ने सूर्पनखा की नाक को काट दिया था तो इससे सूर्पनखा को लगा की उसकी इज्जत नष्ट हो गई है और इसी कारण से नाक को वह छीपा कर रखने लगी थी ।

वही पर आज के समय में भी कहा जाता है की नाक कट जाएगी , मतलब इज्जत नही रहेगी और इस बात से समझ सकते है की नाक को इज्जत का प्रतिक माना जाता है। अगर वही पर आप नाक रगड़ने लगे तो इसका मतलब साफ है की आप किसी के सामने विनती कर रहे है क्योकी आपकी जब इज्जत नही होगी तभी आप विनती करेगे  ।

और विनती करना और खुशामद करना दोनो एक ही होते है और असल में यह दोनो ही नाक रगड़ना मुहावरे का सही अर्थ होता है और यह आप समझ सके है ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।