धूप में बाल सफेद करना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

धूप में बाल सफेद करना मुहावरे का अर्थ ‌‌‌dhoop me baal safed karna muhavare ka arth – अनुभव होना

दोस्तो मानव के बाल जन्म के बाद काले रंग के होते है । और जब वह बुड्डा होने लगता है यानि उम्र होने लगती है तब उसके बाल सफेद होने लगते है । जब मानव के बाल सफेद हो जाते है तो वह बहुत अनुभव प्राप्त कर लेता है । पर ‌‌‌जब मानव अपने इस जीवन मे कुछ भी अनुभव नही प्राप्त ‌‌‌नही करता है । यानि उसकी इतनी उम्र बित जाने के बाद भी उसे किसी चिज के बारे मे अनुभव नही हो पाता है । इस तरह से जब किसी मनुष्य को किसी बारे मे अनुभव नही होता है तब इसे ‌‌‌धूप मे बाल सफेद करना कहा जाता है ।

धूप में बाल सफेद करना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

धूप में बाल सफेद करना मुहावरे का  वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • ‌‌‌रामलाल इतना बडा हो गया पर उसे अभी तक दुनियादारी के बारे मे नही पता लगता है उसके तो धूप मे बाल सफेद हो गए ।
  • ‌‌‌तुमने क्या धूप मे बाल सफेद ‌‌‌किए है जो ऐसी बाते बोल रहे हो ।
  • प्रताब ने तो धूप मे बाल सफेद ‌‌‌किए है उसे यही नही पता की बेटे की शादी पर क्या करना चाहिए ।
  • खेती करते करते उम्र बित गई पर कुदंन को यही नही पता की फसल की कटाई कैसे की जाती है इसने तो धूप मे बाल सफेद कर ‌‌‌लिए ।
  • ‌‌‌प्रसांत को तुमसे ज्यादा पता है की लोगो के सामने कैसे रहना चाहिए उसने ऐसे ही धूप मे बाल सफेद नही किए ।
  • मेरे धूप मे बाल सफेद नही हुए जो तुम मुझे शिक्षा दे रहे हो ।
  • सेठ की बाते सुन कर ऐसा लगता है जैसा मानो की उन्होने धूप मे बाल सफेद ‌‌‌किए है ।

‌‌‌धूप मे बाल सफेद होना मुहावरे पर कहानी muhavare par kahani

प्राचिन समय की बात है किसी नगर मे नटवर कुमार नाम का एक आदमी रहा करता था । उसके घर मे उसका बेटा और उसकी बहूं रहा करती थी । नटवर कुमार के पिता बहुत ही अमीर घर से थे इस कारण से उन्होने उसे कभी भी किसी चिज की कमी नही होने दी जिसके कारण से नटवर कुमार को कोई ‌‌‌भी काम नही करने दिया था ।

नटवर कुमार के पिता के मर जाने के बाद नटवर कुमार भी उन पैसो से अपने सारे ‌‌‌ ऐसो आराम करता था । जिसके कारण से जब नटवर कुमार का बेटा हुआ और उसका विवाह हो जाने के बाद नटवर कुमार के पास पैसे नही हरे थे ।

इस तरह से फिर नटवर कुमार तो किसी काम को करता नही था क्योकी उसे कोई काम आता ‌‌‌नही था । बल्की उसका बेटा ही काम करने के लिए जाता और अपना घर चलाता था । नटवर कुमार के पास एक खेत था जिसमे उसका बेटा फसल उगाता था ।

सिर पर कफन बांधना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

घाव पर नमक छिड़कना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

जिसकी लाठी उसकी भैंस का अर्थ और वाक्य व कहानी

चींटी के पर निकलना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नुक्ताचीनी करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व निबंध

इस काम को कर कर ही वह अपने घर को सही तरह से चला पाता था । इसी तरह से जब भी गाव के लोगो मे किसी चिज की ‌‌‌ मीटिंग होती तो वहा पर नटवर कुमार जाता । तब वहा हर किसी से ‌‌‌राय ली जाती थी ।

इस तरह से सभी लोग अपने अपने तर्क लोगो के सामने रखते । इसी तरह से एक बार की बात है । जब नटवर के बेटे का विवाह हो गया तब कुछ महिनो के बाद मे गाव मे खेती को लेकर ‌‌‌मीटिंग हो रही थी ।

जिसमे नटवर भी उपस्थित थे साथ ही उनका बेटा भी वहा पर था । तब लोग आपस मे बात कर रहे थे की ‌‌‌किस तरह से खेती की जाए ताकी फसल अच्छी हो ।

साथ ही खेती के लिए सरकार से भी कैसे फायदा लिया जाए । वहा पर गाव का मुखिया भी आया हुआ था जो उस ‌‌‌मीटिंग का अध्यकक्ष बना हुआ था । तब हर कोई अपने अपने खेतो की समस्या बाताता साथ ही बताता की किसी चिज की कमी के कारण उसके खेत मे ऐसा हो रहा है ।

‌‌‌इस तरह से बहस होती रही थी तब काफी समय बात नटवर की बारी आई तो वह बोलने लगा की जब फसल कट जाए तो उसे काट कर बैच देनी चाहिए और रही बात फसल न होने की कमी तो वह जैसी होगी वैसी होगी ।

उसकी बात सुन कर उसका पडोसी बोल पडा की नटवर तुम तो आराम से बैठ जाओ । यह सुन कर गाव के बाकी लोग बोलने लगे की इसे ‌‌‌चुप क्यो करा रहे हो इसके पास क्या खेत नही है ।

तब नटवर का पडोसी फिर से बोला की हां इसके पास खेत भी है और इसके खेत मे खेती भी होती है पर इसे खेती के बारे मे कुछ भी पता नही है । तब गाव का मुखिया बोल पडा की इसने ऐसे ही धूप मे बाल सफेद तो किए नही होगे ।

क्योकी यह ‌‌‌गाव का है इस कारण से यह अपने खेत मे खेती तो करता ही है । वह मुखिया अभी अभी बना था और अपने गाव से काफी समय तक शहर मे रहा करता था । इस कारण से उसे नटवर के बारे मे पता नही था ।

तभी गाव का एक आदमी जो उसके पास बैठा था वह धिरे से मुखिया को कहने लगा की मुखियाजी नटवर ने आज तक खेत का मुह तक नही ‌‌‌देखा है । इस कारण से इसे कैसे पता होगा की इसके खेत मे क्या हो रहा है और किस तरह से हो रहा हैं ।

तब मुखिया ने उस आदमी से कहा तो फिर इसके खेत मे खेती कोन करता है । तब उस आदमी ने मुखिया को जबाब देते हुए कहा की इसका बेटा करता है इतना कह कर नटवर के बेटे की और इसारा करते हुए वह आदमी कहता है की ‌‌‌यह नटवर का बेटा है ।

तब मुखिया ने नटवरकुमार के बेटे को बोलने को कहा । इस तरह से फिर आखिर मे मुखिया ने कहा की आपके खेतो की जांच करानी होगी । जिसके लिए आप अपने खेत की मिट्टी तिन चार अलग अलग स्थानो से लाकर अलग अलग थेली मे डाल कर मुझे दे देना ।

‌‌‌धूप मे बाल सफेद होना मुहावरे पर कहानी muhavare par kahani

साथ ही मुखिया ने कहा की सरकार खेती करने के ‌‌‌लिए अच्छा बिज देती है जो मैं आपको लाकर दे दूगा । इस तरह से फिर मुखिया वहा से चला गया । अगले दिन सभी लोगो ने अपने अपने खेतो की मुट्टी लाकर मुखिया को दे दी जिसके कारण से मिट्टी बहुत हो गई थी ।

फिर मुखिया उस मिट्टी की जांच करा कर गाव के लोगो को खेती करने के बारे मे बता दिया और ‌‌‌उनको अनेक खाद ‌‌‌के बारे मे बताया जिसके कारण से फसल अच्छी होगी ।

इसी तरह से फिर कभी भी मिटिग होती तो मुखिया ‌‌‌नटवर की बातो पर ध्यान नही देता था क्योकी उसे और पूरे गाव को पता था की इसने तो ऐसे ही धूप मे बाल सफेद कर दिए है । इस तरह से आपको भी इस कहानी से मुहावरे का अर्थ के बारे मे पता चल गया होगा ।

धूप में बाल सफेद करना मुहावरे पर निबंध || dhoop me baal safed karna  essay on idioms in Hindi

क्या धूप में रहने के कारण से बाल सफेद होते है यह एक मजेदार प्रशन है मगर हम इस बारे में आपको कुछ बताने वाले नही है । क्योकी हम एक मुहावरे के बारे में बात कर रहे है और आपको पता है की इस मुहावरे का अर्थ अनुभव न होना होता है । और इस बारे में आपको उपर पढने को भी मिला है ।

तो अगर अब किसी व्यक्ति को अनुभव न होता है तो उसके लिए इस मुहावरे का प्रयोग आप कर सकते है । जैसे की मान ले की एक आप है और एक आपका मित्र है और दोनो रास्ते से जा रहे है । मगर अचानक आपको दिखा की एक बंदर तालाब में फंस गया है ।

मगर दोनो को ही तालाब से बंदर को निकालने के बारे में पता नही है तो आप तो साफ साफ मना कर देते हो की मुझे निकालना नही आता है मगर आपका मित्र बड़ी बड़ी बात करता है मगर बंदर को निकालता नही है । मगर आपको पता है की उसे इस बारे में बिल्कुल भी अनुभव नही है तो ऐसे में आप अपने मित्र के लिए प्रयोग में ला सकते है की धूप में बाल सफेद करना ।

‌‌‌निचे ऐसे मुहावरों की लिंक दी गई है जो ज्यादातर काम मे लिए जाते है ।

एक हाथ से ताली नहीं बजती मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कच्चा चिट्ठा खोलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

घड़ों पानी पड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कुत्ते की मौत मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चाँद पर थूकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चूना लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

डूबते को तिनके का सहारा मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

ठगा सा रह जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तलवे चाटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तीन तेरह करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बिजली गिरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाँत खट्टे करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मक्खन लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

ओखली में सिर देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ पीले करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चिकना घड़ा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँख लगना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बीड़ा उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

थूक कर चाटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

एक और एक ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

थाली का बैंगन होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

एड़ी चोटी का जोर लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाक रगड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गुड़ गोबर करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पौ बारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

‌‌‌पेट में दाढ़ी होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सिर खुजलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मैदान मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सिर पर सवार होना ‌‌‌मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाने दाने को तरसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।