कागजी घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग और एक कहानी

कागजी घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ kagaji ghode daudana muhavare ka arth — केवल लिखा पढ़ी करते रहना ।

दोस्तो जब कोई व्यक्ति अपने जीवन में लिखा पढी का काम करता है या फिर कह सकते है की कोई लिखने का काम करता है जैसे की लेखक होता है तो इस काम को काफी अच्छा माना जाता है । मगर कहा जाता है की लिखा पढी का काम करने के साथ साथ व्यवहार और बोल चाल के बारे में भी पता होना जरूरी है ।

यानि किस से किस तरह से बात करी हे और किसी तरह से बात नही करना चाहिए आदी तरह की जानकारी होनी चाहिए । मगर जो व्यक्ति लिखा केवल लिखा पढी का काम करता है और कुछ नही करता है तो उसके लिए इस मुहावरे का प्रयोग होता है । और उसके लिए कहा जाता है यह तो केवल कागजी घोड़े दोड़ाना जानता है । और इसका मतलब हुआ की केवल लिखा पढ़ी करते रहना व्यवहार में कुछ न होना ।

कागजी घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग और एक कहानी

कागजी घोड़े दौड़ाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग  || kagaji ghode daudana use of idioms in sentences in Hindi

1.        आज के समय में जॉब हासिल करने के लिए सिफारिस करवाना भी जरूरी है केवल कागज घोड़े दौड़ाने से काम नही बनता है ।

2.        आज के समय में जो लोग सरकारी नोकरी लग जाते है केवल कागजी घोड़े दौड़ाने तक ही सिमित रहते है ।

3.        महेश एक इंजिनियर है और लोगो को बड़े बड़े कामो के बारे में बतता रहता है मगर आता कुछ है नही यह तो केवल कागजी घोड़ा दोड़ना ही हुआ ।

4.        अगर जीवन में जल्द ही सफल होना है तो किसी बड़े आदमी की सिफारिस की जरूरत पड़ती है केवल कागजी घोड़े दोड़ाने से काम नही बनता है ।

5.        एक लेखक को अपने जीवन में आगे बढने के लिए कागजी घोड़े दोड़ना ही काफी नही है उसे किसी दूसरे का सहयोग भी जरूरी है ।

6.        आज के समय में जो लोग केवल कागजी घोड़े दोड़ते है भिड़ में सबसे पीछे रह जाते है ।

कागजी घोड़े दौड़ाना मुहावरे पर कहानी ||  kagaji ghode daudana story on idiom in Hindi

दोस्तो अभी पिछले कुछ वर्षो की ही बात है अविनाश नाम का एक लड़का हुआ करता था जो की अपने माता पिता के साथ रहता था । उसके घर में उसका एक छोटा भाई और था और माता पिता थे । इसके अलावा उसके घर में और कोई नही था ।

अविनाश का जो पिता था वह एक कंपनी में छोटी सी पोस्ट पर काम करता था । जिसके कारण से वे अपना घर आसानी से चला लेते थे इसके साथ ही कुछ अन्य रूपय भी बचा लेते थे । जिसका उपयोग कर कर अविनाश के पिता अपने उन्हे पढते रहते थे ।

आँखों से परदा हटाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

क्या आपको पता है पेट काटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य क्या है

पानी उतरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

मात खाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

सिर पीटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग और कहानी

जब अविनाश की उम्र हुई की वह जॉब लग जाए तो उसे जॉब हासिल करने लिए होने वाले एग्जामो को पास करना भी जरूरी होता है और इसके लिए तैयारी करनी होती है तो वह अपने राज्य के बड़े से शहर में तैयारी करने के लिए चला जाता है और वहां पर रहते हुए उसने बहुत मेहनत के साथ पढना शुरू कर दिया था ।

उसे पढने में इतना मजा आता था की वह दिन रता पढने में ही लगा रहता था । कई बार तो अविनाश जो था वह खाना खाना भी भूल जाता थाऔर यह सब होने के कारण से वह पढने में तो होसियार बन गया मगर शरीर से कमजोर दिखने लगा था ।

मगर कमजोर होने से क्या होता है यह सोच कर अविनाश ने एग्जाम देने शुरू कर दिए और इसका नतिजा यह हुआ की वह पहली बार में ही एग्जाम को पास कर लेता है और यह सब जब अविनाश के पिता को पता चलता है तो वह खुश होते है ।

मगर अविनाश ने कहा की जब तक जॉब नही तब तक किसी तरह की खुशी नही और इस तरह से कहने के करण से सभी अब आगे की प्रक्रियाओ के लिए तैयार थे । और सभी इंतजार कर रहे थे की अविनाश जॉब हासिल कर सकता है की नही कर सकता है  और इसी इं​तजार के चलते हुए अविनश को पता चला की अब उसे इंटरव्यू देना है ।

और वह इसके लिए तैयारी करने लगा था । अविनाश जो था वह अपना पूरा मन लगा की पढता था । मगर जिस दिन उसका इंट्रव्यू था उस दिन की बात है उससे प्रशन पूछे गए ​थे और उसने उत्तर भी सही दिया था मगर फिर भी उसे फैल कर दिया गया था ।

दरसल उस पोस्ट पर किसी दूसरे का चयन हो गया था और वह इंट्रव्यू देने के लिए भी नही आया था । मगर इस बारे में अविनाश को कुछ पता नही था । अब अविनाश जॉब हासिल करने में असफल रहा तो फिर वह निराश हो गया और अपने घर आ गया ।

अब वह अपने घर में रह कर आगे पढाई करने लगा था और उसने दो तीन बार और एग्जाम दिए थे कुछ ऐसे एग्जाम थे जिसमें उसे यह कह कर निकाल दिया गया की तुम्हारा शरीर कमजोर है । और कुछ एग्जाम में उसे इंट्रव्यू मे निकाल दिया गयाथा ।

तब एक दिन अविनाश को एक अधिकारी ने बताया की बेटा जीवन में अगर नौकरी पाना है तो केवल कागजी घोड़े दोड़ाने से काम नही चलता है । अगर किसी बड़े आदमी से जानकारी है तो उसकी सिफारिस चलती है और वह भी नही है तो फिर पैसे होते है उनकी बात सुनी जाती है ।

और इस तरह से कहने के बाद में अविनाश को सच्चाई का पता चला और उसे यह पता चला की क्यो उसे बार बार इंट्रव्यू में निकाल दिया जाता था । तब अविनाश ने अपने पिता से बात की और कहा की पिताजी मैं तो केवल कागजी घोड़े दौड़ा रहा हूं मगर इससे कुछ हो नही रहा है इसक लिए सिफारिस की जरूरत होती है ।

और इस तरह से कहने के बाद मे अविनाश ने अपने पिता को इस बारे में पूरी तरह से समझाया । तब अविनाश के पिता ने कहा की तुम तो केवल पढने पर ध्यान दो इसका इलाज मैं करता हूं ।

कागजी घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग और एक कहानी

इस तरह से कहने के बाद मे अगले ही दिन अविनाश के पिता ने अपनी कंपनी के बॉस से सिफारिस की और कहा कीबेटे को नोकरी लगाना है तो अगर कुछ हो सकता है तो कृपा करे । और इस तरह से कहने पर बॉस मान गया और अगला जब भी एग्जाम है उस दिन बोलने को कहा था ।

तब अविनास  का अगला जब इंट्रव्यू हुआ तो अविनाश के पिता ने अपने बॉस को बतया और उस इंट्रव्यू में अविनाश को पास करवा दिया गया और उसे नोकरी मिल गई थी । नोकरी मिल जाने के बाद में अविनाश को पता चल गया की केवल पढने से कुछ नही होता है।

और फिर अविनाश ने अपना जो काम था वह इमानदारी के साथ करने की सोची क्योकी वह दूसरो की तरह नही बनना चाहता था । और उसने अपना जीवन शुरू कर दिया था ।

तो इस तरह से दोस्तो अविनाश को जॉब हासिल होती है ।

दोस्तो यह कहानी आपको यह बताती है की कागजी घोड़े दोड़ना मुहावरे का अर्थ केवल लिखा पढ़ी करते रहना है ।

very very most important hindi muhavare

आँखे फटी रह जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व निबंध

सिर ऊँचा करना का मतलब और मुहावरे का वाक्य में प्रयोग व कहानी

‌‌‌चोर चोर मौसेरे भाई मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

मर मिटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

‌‌‌सहम जाना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

घास खोदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

रफू चक्कर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

अंतर के पट खोलना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

चादर से बाहर पैर पसारना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

उन्नीस बीस का अंतर होना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सिर पर पाँव रखकर भागना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

काठ की हांडी होना का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

एक लाठी से हाँकना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

भानुमती का पिटारा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

अंकुश रखना मुहावरे का अर्थ और निबंध व वाक्य में प्रयोग

अंधी पीसे कुत्ता खाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

का वर्षा जब कृषि सुखाने का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

नीम हकीम खतरे जान मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

अधजल गगरी छलकत जाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का मलतब और वाक्य मे प्रयोग

नौ दिन चले अढ़ाई कोस का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

नेकी कर, दरिया में डाल का मतलब और वाक्य व निबंध

चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आव देखा न ताव का अर्थ और वाक्य व निबंध

थोथा चना बाजे घना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तेल देखो, तेल की धार देखो का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

आसमान पर मुहावरे aasman par muhavare

कंगाली में आटा गीला मुहावारे का मतलब और वाक्य व कहानी

भूखे भजन न होय गोपाला का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व ‌‌‌कहानी

साँच को आँच नहीं मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

ऐरा – गैरा नत्थू खैरा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

पर उपदेश कुशल बहुतेरे मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आँख का अंधा गाँठ का पूरा का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

अपनी करनी पार उतरनी का मतलब और वाक्य में प्रयोग

खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा का मतलब और वाक्य व निबंध

जैसी करनी वैसी भरनी का अर्थ और वाक्य में प्रयोग और कहानी

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।