आँख मारना मुहावरे का अर्थ, वाक्य व कहानी

आँख मारना मुहावरे का अर्थ aankh marna muhavare ka arth – इसारा करना

दोस्तो ‌‌‌अगर कोई किसी को बताने के लिए अपनी भाषा का प्रयोग नही करता हो तो वह उसे बताने के लिए कुछ इसारे देता है । उन्ही इसारो मे से एक आँख मारना होता है । और जब किसी की तरफ आँख मारी जाती है तो वह समझ जाता है की यह मुझसे कुछ कहना चाहता है । इस तरह से इसारा देने को ही आँख मारना कहा जाता है ।

आँख मारना मुहावरे का अर्थ, वाक्य व कहानी

आँख मारना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • जैसे ही तुमने मेरी तरफ आँख मारी मैं समझ गया की वह मुझे धोका देकर पैसे ले रहा है ।
  • जब मैने देखा की तुम्हारा कोई पिछा कर रहा है तो मैंने ‌‌‌तुम्हारी तरफ बहुत बार आँखमारी पर तुम्हे कुछ भी समझ मे नही आया ।
  • अगर तुम मुझे सब लोगो के सामने नही बुला सकते तो कम से कम आँख ही मार देते मै समझ जाता ।
  • अगर तुम्हे लगे की मेरा कोई पिछा कर रहा है तो आँख मार देना ।
  • मेरे भाई ने मुझे आँख मार कर अपने पास बुलाया ।
  • अध्यापक को आते ‌‌‌देखकर बाहर खडे श्यामसुन्दर ने आँख मार
    कर पूरी कलाश को बता दिया ।
  • महेन्द्र को जब भी कोई काम होता है वह ‌‌‌मुझे आँख मारकर अपने पास बुलाता है ।

आँख मारना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

प्राचिन समय की बात है किसी नगर मे एक गूंगा आदमी रहता था । उसके घर मे उसके पिता के अलावा उसकी एक छोटी बहन और थी। वह गूंगा था पर उसे ‌‌‌समाज के लोगो के बारे मे सब बातो का पता था कि कोन कैसा है । इस कारण से लोग भी उसे पसन्द करते थे । और उसके गूंगे होने पर बहुत ही ‌‌‌दुखी दिखाते थे ।

कहते है की जब ‌‌‌भगवान एक रास्ता बंद करता है तो सो रास्ते खोल देते है और उस गूंगे आदमी के साथ भी ऐसा था । वह अपनी जुबान से नही बोल पता था पर ‌‌‌उसके देखते ही उसे लोगो के बारे मे पता चल जाता था की वह क्या चाहता है ।

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उसके तिन मित्र और थे जिनमे से उसका एक पक्का मित्र था । उसके मित्र का नाम प्रेमचंद था । प्रेमचंद ‌‌‌और गूंगे मे इतनी अच्छी मित्रता होने के कारण वे दोनो हमेसा ही साथ रहते थे । यहां तक की प्रेमचंद उसे अपने घर भी रख लेता था ।

प्रेमचंद के पिता के पास बहुत धन था जिसके कारण वह अपने गूंगे मित्र की मदद कर देता था । गूंगा उसके पास ही काम करता और अपना पेट भरता था । इसी तरह एक बार की बात है प्रेमचंद ‌‌‌शहर जा रहा था तो उसने उस गूंगे को भी अपने साथ चलने को कहा ।

प्रेमचंद उसका अच्छा मित्र था इस कारण से गूंगा उसे कभी भी मना नही करता था और उसके साथ चला गया था । उस दिन प्रेमचंद शहर से कुछ समान लेकर आ रहा था । ‌‌‌जिसके कारण ‌‌‌वह अपने साथ बहुत से रुपय लेकर चला गया था । जब वे दोनो शहर मे पहुंचे तो अचानक एक आदमी ‌‌‌उन दोनो का पिछा करने लगा था ।

कुछ ‌‌‌दूरी पर जाने के बाद गूंगे को सक हो गया की यह पैसो के लिए ही पिछा ‌‌‌कर रहा है । इस कारण से उसने प्रेमचंद को आँख मारी जिससे प्रेमचंद समझ गया की जरुर जेब कतरा मेरा पिछा कर रहा है । इस बात का पता चल ‌‌‌जाने के लिए प्रेमचंद ने कुछ समय बाद पिछे मुडकर देखा तो उसे यकिन हो ‌‌‌गया की जेबकतरा मेरा पिछा कर रहा है ।

तभी उन दोनो को एक पुलिस वाला दिखा तो वे उसके पास जाकर बाते करने लगे थे । और इसी बिच मे प्रेमचंद ने उस जेबकतरे की तरफ इसारा कर दिया था । जिससे उस जेबकतरे को लगा की वे मेरे बारे मे बात कर रहे है । इस कारण से वह वहां से तुरन्त भाग गया था ।

जब जेबकतरा वहां ‌‌‌से चला गया तो प्रेमचंद और गूंगा उस पुलिस वाले के पास ‌‌‌से चले गए थे और फिर वे दोनो समान लेकर अपने गाव की तरफ चले गए थे । इस तरह से उस गूंगे ने प्रेमचंद को लूटने से बचा लिया था ।

इसी तरह से एक बार की बात और है प्रेमचंद के पास उसका एक मित्र आया और उसने उससे कुछ रुपय उधार मागे तभी उसके पास वह गूंगा नही था । क्योकी ‌‌‌प्रेमचंद के मित्र को पता था की अगर वह साथ होगा तो मुझे पैसे नही देने देगा ।

तब प्रेमचंद ने भी उसे बहुत देर तक पैसे नही दिए तभी वहां पर वह गूंगा आ गया । जब वह उसके घर पहुंचा तो वह पैसे लोने के लिए जा ही रहा था की उसके मित्र ने उसकी तरफ आँख मार दी । जब उसने आँख मारी तो प्रेमचंद को कुछ समझ मे नही ‌‌‌आया की यह मुझ से क्या कहना चाहता है ।

इस कारण से उसने उसे पैसे दे दिए थे । जब उसका मित्र पैसे लेकर चला गया था तो गूंगे ने उसे समझाया की वह तुम्हे ठग कर पैसे ले जा रहा था । इसी कारण से मैने तुम्हारी तरफ आँख मार कर इसारा किया था पर तुमने मेरे इसारे को समझा ही नही ।

तब प्रेमचंद ने कहा की अब ‌‌‌क्या हो सकता है आगे से ध्यान रखुगा । प्रेमचंद को पता था की इसे इस तरह के लोगो के बारे मे पता चल जाता है । इसी कारण से उसने उसकी बात आसानी से मान ली थी । इसी तरह से प्रेमचंद उसे अपने पास रखता था और उसकी मदद लेता रहता था । इस तरह से आप समझ गए होगे की इस कहानी का क्या अर्थ है ।

‌‌‌आँख मारना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

साथियो इस संसार मे ऐसे लोगो की कोई कमी नही है जो एक दुसरे को ठगते न हो या फिर लूटते न हो । या फिर यह कह सकते है की जब किसी को कुछ बताना होता है और उसके साथ कोई और खडा होता है । जिसके कारण वह उसे कुछ बता नही सकता तो वह उसे ‌‌‌अपने पास बुलाने के लिए आँख मारकर इसारा देता ‌‌‌है की तुम मेरे पास आ जाओ ।

अगर वह उसकी आँख मारने को समझ जाता है तो वह उसके पास आ जाता है । इसी तरह से अनेक कारणो से इसारा देने के लिए लोग एक दुसरे को आँख मारते है । इस तरह से जहां किसी को इसारा दिया जाता है वही पर इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है ।

क्योकी आज के समय मे हर बात किसी के सामने ‌‌‌बताई नही जाती है । इस कारण से वह आँख मारकर ही उस बात को समझाने की कोशिश करता है । इस तरह से आँख मारने का अर्थ इसारा करना होता है यह तो आप समझ ही गए होगे ।

आँख मारना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of aankh marna in Hindi

दोस्तो आज के समय में जब कोई पुरुष किसी कन्या की और आंख मारता है तो इसका एक अलग ही मतलब माना जाता है । मगर असल में आंख मार कर इसारा किया जाता है ।

इसका मतलब है की बहुत ही पहले से ही किसी बात का दुर खड़े व्यक्ति को इसारा करने के लिए आंख मारी जाती थी । और आज के समय में भी ऐसा ही होता है अगर कोई पुरुष पुरुष को इसारा करता है तो वह आंख मारता है वही पर कन्या को किसी तरह का इसारा करता है तो वह आंख मारता है और यह शायद आपको पता है।

बस आप केवल इसी बात के आधार पर यह समझ सकते है की aankh marna muhavare ka arth – इसारा करना होता है ।

अब अगर आप किसी व्यक्ति को किसी बात का इसारा करने की कोशिश करते है तो उसे आख मार सकते है मगर उसे पता होना चाहिए की आप आंख क्यों मार रहे है । मतलब आंख मारने के मतलब के बारे में भी पता होना जरूरी है ।

‌‌‌निचे कुछ मुहावरों की लिंक दी जा रही है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है ।

अपना हाथ जगन्नाथ मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अंत भला तो सब भला मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अक्ल का दुश्मन मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अन्धों में काना राजा मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अपने पैरों पर खड़ा होना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

आँखें खुलना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

खाक छानना मुहावरे का अर्थ , वाक्य मे प्रयोग और निंबंध

खून पसीना एक करना मुहावरे का अर्थ और khoon pasina ek karna

खरी खोटी सुनाना मुहावरे का अर्थ khari khoti sunana muhavare

खून का प्यासा मुहावरे का अर्थ ,वाक्य मे प्रयोग और निंबंध

खेत रहना मुहावरे का अर्थ वाक्य मे प्रयोग और इस पर निंबंध

सिर धुनना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

उल्टा चोर कोतवाल को डांटे मुहावरे का अर्थ

पसीना बहाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

भाग्य सो जाना मुहावरे का अर्थ क्या है ,वाक्य मे प्रयोग और निंबंध

अ से शुरू होने वाले मुहावरे list -1

सिर मुड़ाते ही ओले पड़ना मुहावरे का अर्थ , मतलब और वाक्य मे प्रयोग

खबर लेना मुहावरे का अर्थ khabar lena muhavare ka matlab

खटाई मे पड़ना मुहावरे का अर्थ Khatai men padna Muhavare ka arth

दूध का दूध और पानी का पानी मुहावरे का अर्थ

ढोंग करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य के अंदर प्रयोग

रास्ता साफ होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य के अंदर प्रयोग

आसमान के तारे तोड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चकमा देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाम डुबोना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पापड़ बेलना मुहावरे का अर्थ वाक्य मे प्रयोग और निंबंध

ईद का चाँद होना मुहावरे का अर्थ eid ka chand hona muhavare ka arth

हृदय भर आना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

चिराग तले अंधेरा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

अक्ल पर पत्थर पड़ना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मेप्रयोग

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।