कुत्ते की दुम या पूंछ सीधी नही होती है मुहावरे का अर्थ kutte ki dum ya puch kabhi seedhi nahi hoti muhavare ka arth - वैसे का वैसा रहना या वैसे का वैसा होना ।
दोस्तो मानव ने अनेक बार प्रयास किया है की वह कुत्ते की दुम यानी पूंछ को सीधा करे । मगर इसे करना आसान काम नही है और कितनी भी कोशिश की जाए मगर कुत्ते की दूम सीधी नही हो सकती है । कुत्ते की दूम को सीधा करने के लिए अनेक बार प्रयास किया गया कुछ लोगो ने दूम को सीधा करने के लिए दूम को लोहे की गोल बनी लंबे पाइप में डाल दिया । मगर कई दिनो के बाद भी दूम को बाहर निकाला गया तो वह अपने आप वापस वैसी ही हो जाति है जैसे पहले थी ।
इस बात का मतलब क्या होता है की चाहे कितनी भी कोशिश की जाए कुत्ते की दूम सीधी नही हो सकती है क्योकी वह वैसी की वैसी ही रहेगी । इस कारण से मानव में वैसा का वैसा रहने या होने की बात होती है वहां पर इस मुहावरे का अच्छी तरह से प्रयोग किया जाता है ।
आपको बता दे की आप इस मुहावरे को बेहतर तरीके से समझ सकते है क्योकी हम इस मुहावरे के बारे में आज विस्तार से बात करेगे तो आपको यह पूरा लेख देखना होगा । अगर आप ऐसा करते हो तो हमारा दावा है की आप इस मुहावरे को अच्छी तरह से समझ सकते हो ।
कुत्ते की दुम सीधी नहीं होती मुहावरे का अन्य रूप
दोस्तो कभी कभार एक ही मुहावरे को दो या अधिक रूपो में बदल दिया जाता है और उसे अलग अलग तरह से बोलते है । जिसके बाद में यह लगने लग जाता है की यह मुहावरा और दूसरा मुहावरा दोनो ही अलग होते है । और ऐसे ही हमारा मुहावरा कुत्ते की दुम सीधी पूंछ नहीं होती है होता है । क्योकी इस मुहावरे का भी एक अन्य रूप है –
- कुत्ते की दूम सीधी नही होती है
- कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नही होती है
- कुत्ते की दूम होना
तो इस तरह से यह 3 मुहावरे है हालाकी यह एक ही होते है मगर तीनो को अलग अलग बोला जाता है । जो कुत्ते की पूंछ होती है उसे ही दूम कहा जाता है और आपको इस बारे में पता होगा तो आप कभी भी इस बात में कंफ्यूज नही होगे ।
कुत्ते की दूम या पूंछ सीधी नही होती है मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
- किसन को चाहे कितना ही समझाया जाए मगर वह कुत्ते की दूम है जरा भी बदलाव नही आएगा ।
- हमेश आज पुलिस कर्मचारी में नोकरी करता होगा मगर आज भी वह वैसा ही है सच है कुत्ते की दूम कभी सीधी नही होती है ।
- राहुल तुम्हारे पिता का व्यवाहर तो पूरे कुत्ते की दूम है जो की भी सीधी नही होती है ।
- कंचन को जब देखो तब झगड़ा करती रहती है और मैंने उसे ऐसा न करने के बारे में काफी बार समझाया मगर वह कुत्ते की दूम की तरह है जो कभी सीधी नही होती है ।
- बरसो पहले रिया ने अपनी सहेली कंचन से छोटी सी बात पर झगड़ा कर लिया और आज एक 10 वर्ष बित गए मगर रिया कंचन से बात नही कर रही है सच है कुत्ते की दूम या पूछ कभी सीधी नही होती है ।
- सेठलाल चोरी करते हुए पकड़ा गया और दस वर्ष जेल में रहने के बाद में जैसे ही जैल से रिहा हुआ फिर से अगले दिन चोरी करने लगा सच है कुत्ते की दूम कभी सीधी नही होती है ।
कुत्ते की दूम या पूंछ कभी सीधी नही होती है मुहावरे पर प्रसिद्ध कहानी
दोस्तो कुत्ते की दुम पर एक प्रसिद्ध कहानी है और उसके बारे में आपको पता होगा । दोस्तो हम बात कर रहे है तेनालीराम की । जिसे आज लगभग सभी जानते होगे । जिनका पूरा नाम तेनाली रामकृष्ण था । दोस्तो कहानी इस तरह से शुरू होती है –
एक बार की बात है राजा अपने महल में काफी आराम से जीवन गुजार रहे थे । तभी राजा के सामने ही तेनालीराम ने एक बात कही जिसमें उन्होने कहा की कुत्ते की जो पूंछ है वह कभी सीधी नही हो सकती है । और इसी बात को लेकर राजा साहब कुछ दिनो के बाद में महल में आते है ।
राह का रोड़ा बनना का अर्थ और वाक्य
कन्नी काटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य
7th class hindi muhavare with sentences , कलाश 7 हिंदी मुहावरे लिस्ट
आँख बचाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य और एक कहानी
अंधा क्या चाहे दो आँखें मुहावरे का अर्थ, andha kya chahe do aankhen muhavare ka arth
महल में आने के बाद में राजा साहब सभी मंत्रीगण से कहते है की मैं आपको कुछ कहना चाहता हूं अगर आपने ऐसा कर दिया तो जो भी इस कार्य को पूरा करेगा उसे काफी अधिक धन दिया जाएगा । अब आज की ही बात नही है बल्की उस समय भी धन के लालची काफी अधिक हुआ करते थे । जिसके कारण से सभी ने बिना कुछ सुने ही राजा साहब से कह दिया की हम आपके कार्य को पूरा करेगे ।
तभी वहां पर हमारा तेनालीरामा आ जाता है और जैसे ही वे आत है तो राजा साहब उनसे भी इस बारे में कहते है तो तेनालीरामा ने कहा की महाराज कार्य तो बताइए और हम आपको हुकम को पूरा जरूर करेगे । तेनालीरामा के दिमाग की हर कोई दात देता था क्योकी सभी को मालूम था की तेनालीरामा काफी अक्लमंद है । और तभी मंत्री को लगा की तेनाली तो पहले ही हमसे इस कार्य को कर देगा । तो मंत्री को यह अच्छा नही लगा मगर वै कुछ नही कर सकते थे ।
तभी राजा साहब बोले की आप सभी को कुत्ते की दूम सीधी करनी है और यह सुनते ही सभी बोलने लगे की महाराजा यह कैसे हो सकता है । हमारे तेनाली ने तो पहले ही कह दिया था की कुत्ते की दूम को सीधा नही किया जा सकता है तो भला कैसे होगा । मगर तभी एक मंत्री बोला की महाराज यह काम मैं आपका पूरा कर सकता हूं । हालाकी तेनाली ने तो इस बारे में पहले ही बात कर ली है तो वह इस कार्य को पूरा नही कर सकता है ।
मगर तभी राजा बोला की नही सभी को एक एक कुत्ता दिया जाएगा और उसकी पूंछ जो भी सीधी कर लेगा उसे काफी धन मिलेगा । इस तरह से राजा ने अपने सेनिको को आवाज लगाई और सेनिक आ गए । तब राजा ने कहा की सभी के लिए एक एक कुत्ता लेकर आओ । राजा की बात मान कर सेनिकल बहुत सारे कुत्ते लेकर आए और सभी लोगो में बाट दिए । तब राजा ने कहा की इस कार्य में आप कितना समय लेना चाहते हो ।
जब कोई नही बोला तो राजा ने कहा की आप सभी के पास एक महिने का समय है । यह सुनने के बाद में राजा ने आदेश दिया की जाओ और इस कुत्ते को अपने घर लेकर जाओ और इसकी दूम सीधी करने की कोशिश करो ।
कुत्ते को घरलेकर जाने के बाद में पहले ज्ञानी मंत्री ने अपने ज्ञान को इस तरह से लगाया की मानो देख कर सभी को लगता है की कुत्ते की दूम सीधी होगी । दरसल जो पाइप आता है जो गोल होता है जिससे हम पानी के लिए उपयोग में लेते है ।उस पाइप को कुत्ते की दूम में फसा दिया जाता है । और दूसरे व्यक्ति की बात करे तो वह बांस की लकड़ियो को कुत्ते की दूम पर बांध देता है और दूम सीधी हो जाती है । और तीसरा ठहरा आज के युग की तरह का जो की दुप पर कुछ लेप लगा रहा था जिसे मानो की लेप के कारण से कुत्ते की दूम सीधी रहेगी ।
अब आते है हमारे तेनालीरामा । वह कुछ नही कर रहे थे बल्की कुत्ते को घर में बांध रखा था और आराम से अपना काम कर रहे थे । अब सभा के सभी सदस्य कुत्ते की दूम को सीधा करने में काफी व्यस्थ थे । मगर तेनालीरामा आराम से मोज कर रहे थे । और इस बारे में राजा के पास भी सुचना थी । तब एक बार राजा ने कहा की तेनालीरामा क्या तुम कुत्ते की दूम सीधी नही कर रहे हो । तब तेनाली ने कहा की हां महाराज कोशिश कर रहे है देखते है क्या होता है । इस तरह से चल रहा था और जब भी कोई तेनालीरामा को देखता तो उसे लगता की तेनालीरामा हार जाएगा ।
इस तरह से समय के साथ एक महिना कब बित गया तेनाली को पता नही चला मगर बाकी लोगो की हालत खराब हो गई थी । जब राजा ने सभी को अपना अपना कुत्ता लाने के लिए कहा तो सभी ऐसा करने लगे । मगर राजा देख रहा था की कुत्ते की दूम सीधी नही हुई है । यह देख कर राजा को लगा की कुत्ते की दूम सीधी नही हो सकती ।
मगर जैसे ही आखिर में तेनाली महल में पहुंचा तो राजा ने कहा की तेनाली तुम आज लेट हो गए हो । फिर भी अपना कुत्ता लेकर आओ । तब तेलनाली बाहर गया और कुतते को लेकर आ गया । जिसे देख कर सभी हैरान थे ।क्योकी कुत्ते की दूम सीधी हो चुकी थी । जब तेनाली से सभी ने इसका राज पूछा तो तेनाली ने कहा की नही यह किसी को नही पता होना चाहिए ।हां राजा साहब इस बारे में पूछे तो बता सकते है ।
जब राजा ने इस बारे में पूछा तो तेनाली ने कहा की जब मैंने कुत्ते को एक महिने तक खाना नही दिया तो इसकी पूछ सीधी हुई है ।यह सुन कर राजा क्रोधित हो गए और कहा की तुमने कुत्ते को एक महिने तक खाना नही दिया । तब तेनाली ने कहा की राजा साहब बात केवल यह थी की कुत्ते की दूम सीधी करनी है मगर यह नही की कुत्ते को खाना नही देना है । यह सुन कर राजा खुश हो गए और तेनाली को धन दे दिया ।
मगर तभी एक मंत्री बोला की महाराज इसने तो कहा था की कुत्ते की दूम सीधी नही हो सकती है ओर अब इसने सीधी कर ली तो इसका मतलब है की इसे धन नही देना है । तब तेनाली ने कहा की नही महाराज मैंने कहा था की कुत्ते की दूम कभी सीधी नही हो सकती है ।तब तेनाली ने कहा की महाराज आप एक काम करे की इस कुत्ते को 5 दिन तक अपने महल में रखे और तब भी इसकी दूम सीधी होती है तो आप मुझे धन न देना वरना तो देना ही होगा । क्योकी मेरी दोनो बाते सत्य होगी ।
जब राजा ने ऐसा किया तो राजा को पता चला की कुत्ते की दूम दो दिन में सीधी हो गई है । क्योकी राजा ने कुत्ते को अच्छा भोजन दिया था और इस बात को देखकर राजा ने तेनाली को धन ने दिया । तो दोस्तो इस कहानी से क्या समझ में आता है की कुत्ते की दूम सीधी हो जाती है की नही । अगर हम बताए तो कुत्ते की पूंछ सीधी नही होती है क्योकी वह राजा के पास रह कर वापस वैसी ही हो जाती है जैसे पहले थी ।
हालाकी अब रही बात यह की कुत्ते की दूम सीधी कैसे थी तो इसका मतलब है की भोजन न मिलने के कारण से पूछ को उठाने की कुत्ते की हिम्मत नही थी । इस कारण से कुत्ते की दूम सीधी थी और वैस कभी भी दूम सीधी नही हो सकती है ।
हालाकी दोस्तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की हमने आपको केवल यही कहानी इस कारण से बताई है की आप काफी अच्छी तरह से इस मुहावरे को समझ सकते है । वरना हम एक कहानी और भीले सकती है और वह यह होगी की जब कुत्ता बीमार होता है तो उसकी पूछ काफी सीधी देखी जा सकती है । और यह आप देख सकते हो क्योकी ऐसामैंने स्वयं देखा है ।
कुत्ते की दूम सीधी नही होती है मुहावरे पर निंबंध
दोस्तो आपने देखा होगा की जब आप कुत्ते को खाना देने के लिए जाते हो तो कुत्ता पूछ हिलाने लग जाता है । तो इसका मतलब यह हुआ की कुत्ता अभिरूची दिखा रहा है । आप कुत्ते के साथ खेलते हो तो भी कुत्ता पूछ हिलाता है । तो इसका मतलब है की कुत्ता खेलने में दिलचस्पी दिखा रहा है । वही पर अगर कुत्ता भुखा होता है या फिर कुत्ता कमजोर होता है जैसे की बीमार की अवस्था में तो कुत्ते की पूछ सीधी हो सकती है औ ऐसा देखा जा सकता है । हालाकी जैसे ही कुत्ता सही होता है तो वह पूछ वापस मुड़ जाती है । तो इस बात से आप यह समझ सकते है की कुत्ते की जो पूछ है वह कभी सीधी नही हो सकती है । ओर ऐसा ही हमने कुछ कहानी में बताया है ।
और वैसे ही बहुत सारे व्यक्ति ऐसे है जो की अपने जीवन में एक जैसे रहते है ।जैसे की एक चोर को पुलिस 10 वर्षों तक जैल में बद रखती है तो आपक उसके बारे में क्या यह कह सकते हो की वह फिर से चोरी नही करेगा ।
बल्की हम कहेगे की वह चोरी करेगा । तो इसका मतलब क्या हुआ की चोर वैसा का वैसा ही है ।और इसी तरह से कुत्ते की पूछ वैसी की वैसी ही रहती है । तो इस बात का मतलब यह हुआ की मानव जीवन में जब वैसा का वैसा होने की बात होती है तो कुत्ते की दूम कभी सीधी नही होती है कहा जाता है ।
आशा है की आप इस मुहावरे को अच्छी तरह से समझ गए होगे ।
very very most important hindi muhavare
एक लाठी से हाँकना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी
भानुमती का पिटारा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी
अंकुश रखना मुहावरे का अर्थ और निबंध व वाक्य में प्रयोग
अंधी पीसे कुत्ता खाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी
का वर्षा जब कृषि सुखाने का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध
नीम हकीम खतरे जान मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग
अधजल गगरी छलकत जाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी
जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का मलतब और वाक्य मे प्रयोग
नौ दिन चले अढ़ाई कोस का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी
नेकी कर, दरिया में डाल का मतलब और वाक्य व निबंध
चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी
आव देखा न ताव का अर्थ और वाक्य व निबंध
थोथा चना बाजे घना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग
तेल देखो, तेल की धार देखो का अर्थ और वाक्य में प्रयोग
आसमान पर मुहावरे aasman par muhavare
कंगाली में आटा गीला मुहावारे का मतलब और वाक्य व कहानी
भूखे भजन न होय गोपाला का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व कहानी
साँच को आँच नहीं मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग
ऐरा – गैरा नत्थू खैरा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध
पर उपदेश कुशल बहुतेरे मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी
अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी
आँख का अंधा गाँठ का पूरा का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी
खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग
अपनी करनी पार उतरनी का मतलब और वाक्य में प्रयोग
खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग
एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा का मतलब और वाक्य व निबंध
जैसी करनी वैसी भरनी का अर्थ और वाक्य में प्रयोग और कहानी
जंगल में मोर नाचा, किसने देखा का मतलब और वाक्य मे प्रयोग
जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग
आधा तीतर आधा बटेर मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग
जान बची तो लाखों पाए का मतलब और वाक्य व कहानी
अकल बड़ी या भैंस का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व निबंध
जहाँ चाह वहाँ राह का मतलब और वाक्य व कहानी
घर का भेदी लंका ढाए का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व निबंध
हाथ कंगन को आरसी क्या मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग
मन चंगा तो कठौती में गंगा का अर्थ और वाक्य व कहानी
न नौ मन तेल होगा, न राधा नाचेगी का मतलब और वाक्य मे प्रयोग
4 दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात का मतलब और वाक्य मे प्रयोग
जल में रहकर मगर से बैर मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग