दिन में तारे दिखाई देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

दिन में तारे दिखाई देना मुहावरे का अर्थ  din me taare dikhai dena muhavare ka arth – अत्यधिक कष्ट होना

दोस्तो दुनिया मे जो भी लोग आए है ‌‌‌उन्हे अपना पेट भरने के लिए कुछ न कुछ करना ही पडता है । अगर किसी को अपने काम के कारण या फिर किसी भी कारण से उसे कष्ट ‌‌‌झलने पड जाते है तो पहले तो वह अपने कष्टो को झलता रहता है पर जब वे कष्ट बहुत ज्यादा हो जाते है तो उसकी हालत बहुत ‌‌‌बूरी हो जाती है । इस तरह से बहुत कष्ट झलने को ही दिन मे तारे दिखाना कहा जाता है ।

दिन में तारे दिखाई देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

दिन में तारे दिखाई देना मुहावरे का वाक्य ‌‌‌मे प्रयोग Use in sentence

  • चोर के पकडे जाने पर पुलिस ने उसे इतना मारा की उसे दिन मे तारे दिख गए ।
  • राजेश पहले तो अपने पिता की कमाई पर ऐस करता था ‌‌‌और उनके मर जाने पर राजेश को दिन मे तारे दिखाई देने लगे ।
  • तुम पर तो थोडी सी मुसीबत आते ही दिन मे तारे दिखाई देने लग जाते है ।
  • अगर तुमने मेरा काम नही किया तो मै ‌‌‌तुम्हे इतना मारुगा की दिन मे तारे दिखाई देने लगेगे ।
  • घोटाला करते पकडे जाने के कारण प्रसांत को लोगो ने दिन मे तारे दिखाई दिला दिए ।
  • जब से बेचारे के पिता की मृत्यु हुई है इस तो दिन मे तारे दिखाई देने लगे है ।
  • महेश के मर जाने के कारण उसकी पत्नी को दिन मे तारे दिखाई देने लगे है ।

दिन में तारे दिखाई देना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

‌‌‌एक समय की बात है किसी नगर मे आलोक नाम का एक लडका रहता था । उसके घर मे ‌‌‌उसके पिता के अलावा उसकी मां और थी । आलोक के पिता ने उसे बहुत पढाया था । गाव मे स्कुल न होने के कारण उसके पिता उसे अपने सर पर बैठाकर पास के गाव मे स्कुल ले जाते और जब स्कुल की छुट्टी हो जाती तो उसे वापस सर पर बैठाकर लाते ‌‌‌थे ।

इस तरह से आलोक को पडाते हुए उसके पिता को बहुत ही दूखो का समान करना पडता था । पर आलोक के भविष्य के लिए उन्होने हार नही मानी और उसे पढाते ही रहे । जब आलोक बढा हो गया तो उसके पिता ने उसे शहर पढने के लिए भेज दिया था ।

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जिसके कारण आलोक के पिता को बहुत देर तक काम करना पडता था । ‌‌‌जिसके कारण ही उन्हे पैसे मिलते और आलोक पढ पता था । इस तरह से आलोक ने अपनी पढाई पूरी कर ली थी । अब उसके पिता यह चाहते थे की आलोक नोकरी लग जाए इस कारण से उसके पिता ने उसे उसे तैयारी करने को कहा ।

आलोक भी यही चाहता था की वह नोकरी लग जाए । इस कारण से उसने जम कर तैयारी और एक बार मे ही नोकी लग गया ‌‌‌था। अब उसके माता पिता और वह भी बहुत खुश था । धिरे धिरे समय बितता गया और आलोक के माता पिता की मृत्यु हो गई थी ।

तब आलोक को नोकरी करते हुए बहुत समय बित गया था । इस कारण से उसने वह नोकरी छोड दी और सोचा की कुछ और काम कर कर वह बहुत पैसे कमा लेगा । तब उसने सोचा की ‌‌‌वह खेत मे फसल उगाएगा और बहुत से पैसे कमा लेगा ।

जब वह खेत मे काम करने लगा तो उसे दिन मे तारे दिखाई देने लगे थे । इस कारण से उसने वह भी काम छोड दिया था । तब उसे पता चला की आजकल चोर डकेती से बहुत पैसे चुराए जाते है । जिसके कारण एक ही दिन मे अमिर बन जाते है । एक ही दिन मे अमिर बन जाने ‌‌‌की लालच मे आलोक ने शहर मे पहली बार चोरी की थी वह भी ‌‌‌सिधी बैंक मे की थी ।

बैंक मे चोरी करने के कारण आलाके पकडा गया था । उस समय शहर मे बहुत सी चोरीया होती थी । इस लिए उन सभी चोरीयो का इलजान आलोक पर आ गया था । आलोक पडा गया तो पुलिस ने उसे बहुत मारा और सच उगलवाने की ‌‌‌कोशिश करने लगे थे । पर आलोक ने अपना मुह नही खोला ।

जब आलोक ने पुलिस को कुछ भी नही बताया तो उन्होने उसे इतने कष्ट दिए की उसे दिन मे तारे दिखाई देने लगे थे । इस तरह से आखिर मे पुलिस वालो को पता चल ही गया था की इसने वह सब चोरी नही की थी ।यह तो पहली बार चोरी करने के लिए गया था और पकडा गया । ‌‌‌तब से आलोक को सजा हो गई ।

सजा हो जाने के कारण आलोक अब जैल मे पत्थर लोड रहा था । तब उसे यादा आया की अगर वह नोकरी नही छोडता तो उसे यह सब दूख देखने तक नही पडते थे । तब तक तो उसे यह भी मालूम हो गया था की दूख होते क्या है । क्याकी पहले तो वह अपने पिताजी की कमाई खाता था और बादमे नोकरी लग गया था ।

इस ‌‌‌कारण से उसे दुखो के बारे मे पता तक नही चला था । जब उसकी सजा पूरी हुई तो वह अपने गाव गया । गांव मे जाते ही लोग उससे पूछने लगे की तुमने चोरी क्यो की । ‌‌‌तब लोगो को पता चला की यह एक ही दिन मे अमिर बनने चला था ।

दिन में तारे दिखाई देना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

तब लोग आपस मे बात करने लगे की आलोक ने अपनी अच्छी नोकरी छोड दि और फिर एक दिन मे ‌‌‌अमिर बनने के लिए इसने चोरी का रास्ता अपना लिया था और पकडा गया । चोरी करते  पकडे जाने पर पुलिस ने इसे इतना मारा की इसे तो दिन मे तारे दिखाई देने लगे थे । उसके बाद आलोक फिर से नोकरी की तैयारी करने लगा था । इस तरह से आप समझ गए होगे की इस कहानी से मुहावरे का अर्थ क्या है ।

‌‌‌दिन मे तारे दिखाई देना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

साथियो इस संसार की बात करे तो यहां पर ‌‌‌कोई भी ऐसा नही है जिस पर कष्ट नही आते है पर जब इन ही कष्टो की सख्या इतनी अधिक हो जाती है की लोग झलते झलते थक जाते है । तब उस समय उन लोगो के लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है और कहा जाता है की इसे तो दिन मे तारे दिखाई देने ‌‌‌लगे है ।

यहां पर दिन मे तारे दिखाई देने का अर्थ ही बहुत अधिक कष्ट आने का होता है। साथियो ऐसा कोई भी नही है जिनको दिन मे तारे न दिखाई दिए हो । क्योकी कभी न कभी हर किसी पर कष्टो का बोझ आया ही होगा और उसे सम्भालते हुए थक भी जाते होगे ।

इस तरह से यह कहा जा सकता है की इस तरह के लोगो की कोई ‌‌‌कमी नही है । इस मुहावरे के बारे मे अब तक यह पता तो चल गया होगा की इसका अर्थ क्या है और यह भी पता चल गया होगा की इस मुहावरे का प्रयोग किस जगह पर होता है ।

दिन में तारे दिखाई देना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of din me taare dikhai dena in Hindi

दोस्तो अगर आपने आसमान मे दिन रात नजर लगाई है तो आपको पता है की तारे केवल आसमान में ही नजर आते है। साथ ही आपको यह भी पता है की तारे जो होते है वह केवल रात के समय में ही देखे जा सकते है ।

इसका मतलब है की तारे दिन में दिखाई नही देते है यह केवल रात के समय में ही दिखाई देते है । अगर आप ऐसे में यह कोशिश करे की रात में जो तारे दिखाई देते है वे आपको दिन में दिखाई देने लग जाए तो आपको इसके लिए सूर्य को नष्ट करना होगा क्योकी जब तक सूर्य होगा तब तक दिन में तारे कभी दिखाई देगा ही नही है । मगर वही पर जब सूर्य नष्ट हो जाएगा तो दिन नही रहेगा बल्की रात ही रात रहेगी तो इसका मतलब हुआ की आप सूर्य को नष्ट नही कर सकते है ।

अब सूर्य को होते हुए भी अगर आप दिन मे तारे दिखना चाहते है तो आपको काफी कष्टो का सामना करना होगा और फिर भी आप दिन में तारे देख नही सकते है । तो इस बात से आप समझ सकते है की din me taare dikhai dena muhavare ka arth – अत्यधिक कष्ट होना होता है।

‌‌‌निचे कुछ मुहावरों की लिंक दी जा रही है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है ।

आँखें दिखाना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

खाक में मिलना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

‌‌आँखों का तारा मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

कान भरना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अपना उल्लू सीधा करना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

चिराग तले अंधेरा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

अक्ल पर पत्थर पड़ना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मेप्रयोग

हृदय भर आना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

‌‌‌ अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

पानी में आग लगाना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

सौ सुनार की एक लुहार की मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

अपना हाथ जगन्नाथ मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अंत भला तो सब भला मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अक्ल का दुश्मन मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अन्धों में काना राजा मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अपने पैरों पर खड़ा होना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

आँखें खुलना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

खाक छानना मुहावरे का अर्थ , वाक्य मे प्रयोग और निंबंध

खून पसीना एक करना मुहावरे का अर्थ और khoon pasina ek karna

खरी खोटी सुनाना मुहावरे का अर्थ khari khoti sunana muhavare

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Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।