अपना उल्लू सीधा करना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अपना उल्लू सीधा करना मुहावरे का अर्थ apana ulloo seedha karana muhaavare ka arth – मतलब निकालना ।

साथियो आज का समय ऐसा है कि हर कोई अपना उल्लू सीधा करने मे लगा ‌‌‌हुआ है । वह बस अपने बारे मे सोचता है वह यह नही जानना चहता की जब इसको सच्चाई का पता चलगा तो क्या होगा । वह तो अपना उल्लू ‌‌‌सीध करने मे लगा रहता है ।

ऐसे लोग आपको हर जगह पर मिल जाएगे । आपके पास ऐसे दोस्त भी हो सकते है जो अपना काम निकालने के लिए आपका स्तेमाल करते है । ऐसे लोग बस आपना उल्लू सीधा करते रहते है ।

अपना उल्लू सीधा करना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अपना उल्लू सीधा करना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || apna ullu sidha karna use of idioms in sentences in Hindi

  • आज हर कोई अपना काम कराने के लिए अपने मित्र को भी धोका दे ‌‌‌देते है ।
  • रमेश को अच्छा व बुरे से क्या लेना देना वह तो बस अपना उल्लू सीधा करता है ।
  • वोट मागने के लिए नेता‌‌‌लोग बहुत बडिया भाषण देकर अपना उल्लू सीधा कर लेते है ।
  • ‌‌‌अपने दोस्त से पेसा लेकर कुंदन ने तो अपना उल्लू सीधा कर लिया ।
‌‌‌मुहावरा (idiom in Hindi)‌‌‌अर्थ (Meaning in Hindi)
अपना उल्लू सीधा करनामतलब निकालना ।

अपना उल्लू सीधा करने की कहानी apna ullu sidha karna story on idiom in Hindi

‌‌‌एक समय की बात है एक नगर मे हेमंत नाम का एक लडका रहता था । उसके घर मे उसका पिता व माता रहा ‌‌‌करते थे  । गाव मे उसके पिता का बहुत नाम था । जब वह पड लिखकर बडा हो गया तो गाव वालो की सेवा करने लगा । समय बितता गया और उसके पिता व माता की मृत्यु हो गई ।

इससे गाव के सभी लोग ‌‌‌बहुत उदास थे । क्योकी हेमंत का पिता बहुत ही अच्छा आदमी था । कुछ समय के बाद मे हेमंत  सभी गाव ‌‌‌के लोगो ‌‌‌से कहा की मै नोकरी लगना चहता हूं अगर आप लोग मुझे कुछ रुपय दे दो तो मै नोकरी की तैयारी कर सकता हूं ।

उसके पिता के बारे मे सोचकर गाव वालो को लगा की वह भी अपने पिता के जैसा होगा । पर उन्हे केसे पता था वह ‌‌‌तो बस अपना उल्लू सीधा कर रहा है । गाव वालो ने हेमंत को रुपय दे दिए । रूपय लेर हेमंत ने कहा की आप लोग मुझ पर विश्वास कर कर रुपय दिए हो आप लोगो की मे पाई पाई वापस दे दुगा ।

साथ ही हेमंत ने कहा की मुझे नोकरी के लिए शहर जाना होगा । यह सुनकर हेमंत के गाव के लोग ने कहा की ठिक है पर जब भी नोकरी लग जाए ‌‌‌तो हमारे पैसे देने आ जाना । ‌‌‌हेमंत  ने कहा की हा आपका पैसा कही नही जाएगा । इतना कहकर हेमंत वहा से शहर के लिए रवाना हो गया ।

शहर जाने के बाद मे हेमंत ने एक मकान लिया और उसमे रहने लगा । कुछ दिन रहने के बाद मे वह नोकरी की तलास मे इधर उधर घुमने लगा । अनेक जगहो मे जाने के बाद मे एक जगह के कर्मचारी ने कहा की नोकरी तो मिल ही जाएगी ‌‌‌पर तुमको नोकरी के लिए पेसे देने होगे ।

हेमंत ने सोचा की नोकरी तो ऐसे नही मिलेगी अगर पेसे देने से मिल रही है पैसे दे देने चाहिए । हेमंत ने कहा की आपको मै दो दिन के बाद पैसे दे दुगा । यह सुनकर उस आदमी ने कहा की हां पर दो दिन ‌‌‌मे अगर पैसे नही मिले तो यह नोकरी मै किसी और को दे दुगा ।

तब हेमंत ने कहा की दो ‌‌‌दिन मे आपको पैसे मिल जाएगे । हेमन्त वहा से चला गया और अपने घर जाकर देखा तो जितने उस आदमी ने पैसे मागे थे उतने उसके पास नही थे । हेमंत  ने सोचा की पैसे तो मेरे गाव के दोस्त के पास है पर वे मुझे देगे या नही पता नही ।

यह सोचकर हेमंत वहा से अपने गाव के दोस्तो के पास चला गया । हेमंत अपने दोस्तो ‌‌‌ के पास चला गया और उनसे पैसे मागे तो उन्होने कहा की तुम कुछ समय ‌‌‌पहले तो गाव के लोगो से पैसे लेकर गए थे और अब और माग रहे हो। तब हेमंत ने कहा की नोकरी तो मिल गई पर वे लोग पैसे भी मागते है वरना नोकरी नही मिलेगी ।

फिर हेमंत के दोस्तो ने कहा की हमारे पिताजी को जब पता चलेगा की हमने तुम्हे पैसे दे ‌‌‌दिए है तो वे हमे बहुत सुनाएगे । इसकारण हम तुमको पैसे नही दे सकते है । हेमंत ने कहा की तुम तो मेरे दोस्त हो तुमलोग मेरे लिए इतना भी नही कर सकते हो अगर मै तुम्हारी जगह होता तो यह सब सोचे बिना ही पैसे दे देता ।

तब हेमंत के दोस्तो ने सोचा की चलो हम सब ‌‌‌मिलकर हमारे पास जितने पैसे है वह सब दे देते है तकी हमारे ‌‌‌दोस्त की मदद हो जाएगी । हेमंत के सभी दोस्तो ने अपने पास जो भी रुपय थे सब हेमंत को दे दिया और कहा की तुम जल्दी ही हमारे पैसे वापस दे देना ।

हेमंत ने कहा की हा जरुर अगले महीने ही पैसे मिल जाएगे । इतना कहकर हेमंत  पैसे लेकर शहर चला गया और वहा पर जाकर उस आदमी को पैसे दे दिए । जिससे वह नोकरी लग ‌‌‌गया ।

3 माह बित गए पर हेमंत ने रुपय अभी तक अपने दोस्तो को नही दिए थे तब हेमंत के दोस्त उसके पास जाकर पैसे मागते है तो वह उन्हे वहा से भगा देता है और कहता है की तुम लोग कोन हो और मुझे पैसे कब दिए थे । यह सब सुनकर उसके दोस्त वहा से अपने अपने गाव आ गए ।

जब उनके पिताजी ने पुछा की तुम लोग कहा गए थे ‌‌‌तब उन लोगो ने सब कुछ अपने पिताजी को बता दिया । यह सब सुनकर उनके पिताजी उन्हे बहुत सुनाते है पर अब क्या हो सकता था ।

जब गाव के लोगो को हेमंत की सच्चाई पता चली तो वे भी हेरान हो गए और कहने लगे की वह तो अपना उल्लू सीधा कर रहा था और हम लोग समझ ही नही सके । हम ही मुर्ख है जो उसे पैसे दे दिए अब ‌‌‌हो भी क्या सकता है ।

अपना उल्लू सीधा करने की कहानी

इस तरह से हेमंत अपने गाव के लोगो से पैसे लेकर सबसे पहले और बादमे अपने दोस्तो से पैसे लेकर अपना उल्लू सीधा किया । उसे उन लोगो से क्या लेना था वह तो अपने बारे मे सोच रहा था । इस कहानी से आप समझ ही गए होगे की अपना उल्लू सीधा करना किसे कहते है ।

‌‌‌अपना उल्लू सीधा करने पर निबंध || apna ullu sidha karna essay on idioms in Hindi

आज हर कोई बस अपने बारे मे ही सोचता है और अपने आप के लिए वह कुछ भी कर सकता है । ऐसे लोगो को अपने दोस्तो से कोई मतलब नही होता है वे तो तब तक उनके साथ रहते है जब तक की उनका कार्य मुरा नही हो जाता । एक बार उनका काम पुरा हो जाता है तब वह उन्हे अपने पास तक नही आने ‌‌‌देता ।

जैसे आज कल के नेता बडे बडे भाषण देकर वोट मागते है और जब एक बार वे जित जाते है तो वह नेता उन लोगो के पास तक नही आता । और जो वादे किए थे वह ‌‌‌भी पूरा नही करता है । वह तो उन लोगो से अपना मतलब निकालता है ।

आज ऐसे लोग आप को कही पर भी मिल जाएगे । वे लोग आपके दोस्त भी हो सकते है । आपके पडोसी ‌‌‌भी हो सकते है । यह संसार ऐसे लोगो से भरा हुआ है । अगर कोई पैसे आपसे कुछ कहरकर ले लेता है और जब आप उससे पैसे वापस मागते है ।

तो वे लोग आपको एक पाई भी नही देते तो वे लोग तो अपना उल्लू सीधा करने मे लगे रहते है । ‌‌‌इस तरह से आप लोग समझ ही गए होगे की अपना उल्लू सीधा करना मुहावरे का अर्थ क्या है ।

‌‌‌
अपना उल्लू सीधा करना का तार्त्पय का तात्पर्य क्या होता है || apna ullu sidha karna ka tatparya kya hota hai


वैसे अब तक हमने इस लेख में यह तो जान लिया है की अपना उल्लू सीधा करना का मतलब क्या होता है । मगर हमने इस मुहावरे को अभी तक समझा नही है । तो आपको बता दे की उल्लू सीधा करने का मतलब यह नही होता है की उल्लू को पकड़ लिया जाए और उसे ‌‌‌पहले उल्टा करे और फिर सीधा कर दे नही ऐसा नही होता है ।


बल्की अपना उल्लू सीधा करने का मतलब है की अपना मतलब निकालना । अब कहोगे की यह क्या होता है । तो आपको इसे समझने के लिए मानना होगा की मैंने आपसे कहा की भाई मुझे आज आपकी बुक चाहिए । मगर आप नही देते हो क्योकी आपको भी अध्ययन करना है । तो ‌‌‌मैं किसी न किसी तरह से आपसे बुक ले लेता हूं । हालाकी इसके लिए जो भी मैं करता हूं वह बुक लेने के लिए ही होता है तो इस तरह से मैं अपना उल्लू सीधा करने का काम करता हू ।


अगर नही समझे तो इसे इस तरह से समझो की आज आपको चीज खाने की इच्छा होती है । मगर दुकान से कुछ लाने के लिए पैसे चाहिए । और वह ‌‌‌पैसे आप अपनी माताजी से मागते हो । मगर आपकी माता आपको एक रूपया भी नही देती है । तो ऐसे में आप क्या करोगे । एक बार स्वयं सोचो ।


तो इसके बाद आप अपनी माता के लिए काम करोगे । अपनी माता को बहना चाहोगे । और वह जो कहती है वह आप करते हो और इस तरह से करने के कारण से आपको पैसे मिल जाते है और आप अंत में ‌‌‌दुकान से कुछ लेकर आ जाते हो और खा लेते हो ।

तो इस तरह से आपने इस बीच जो कुछ किया था वह केवल रूपय प्राप्त करने के लिए ही किया था । और जैसे ही आपको रूपय मिलते है आप काम न कर कर दुकान से चिज लेने के लिए चले जाते हो । तो हम कह सकते है की आप अपना उल्लू सीधा कर रहे थे ।

यानि यही उल्लू सीधा ‌‌‌करना होता है । जिसमें आपने अपना मतलब निकाला । तो दोस्तो इस तरह से हमारा कहने का मतलब है की जो भी अपना मतलब निकालता है उसके लिए अपना उल्लू सीध करना मुहावरे का प्रयोग होता है ।

अपना उल्लू ​सीधा करना भी जरूरी है

दोस्तो आज के समय में मानव को तरह तरह के काम करने होते है जिनमें से आज कुछ ऐसे कार्य भी होते है जिसमें अगर मानव दूसरो का भला सोचता रहा तो स्वयं का कभी भी फायदा नही होता है । मगर इसका मतलब यह नही है की गलत काम को किया जाए बल्की गलत काम करना तो पूरा ही बुरा है ।

बल्की कुछ ऐसे कार्य होते है जिसमें दूसरो का कुछ बुरा नही होता है और स्वयं का फायदा हो जाता है और ऐसे काम से मतलब निकाल लेना चाहिए ।

और जब कोई अपना मतलब निकालता है तो उसके लिए एक ही बात कही जाती है की यह तो अपना उल्लू सीधी कर रहा है ।

‌‌‌आशा है की आप इस मुहावरे को समझ गए होगे ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।