पन्ने रंगना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

पन्ने रंगना मुहावरे का अर्थ panne rangna muhavare ka arth — समय बर्बाद करना ।

दोस्तो जब कोई व्यक्ति पेंटीग करता है तो वह पहले तो कच्चा चित्र बनाता है और फिर उसमें तरह तरह के रंग डालता है और इस तरह से पन्ने को रंगा जाता है और तब जाकर एक अच्छी पेंटीग बन पाती है । मगर एक विद्यार्थी के जीवन मे जब कोई इस तरह से पन्नो को रंग से रंगने लग जाता है तो इसे समय की बर्बादी कहा जाता है ।

और यही कारण होता है की जो लोग समय बर्बाद करते है उनके लिए पन्ने रंगना मुहावरे का प्रयोग होता है । यानि इस मुहावरे का अर्थ समय बर्बाद करना होता है ।

पन्ने रंगना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग  || panne rangna use of idioms in sentences in Hindi

1.        आजकल के विद्यार्थी पढाई तो करते नही है बस सारे दिन खेलते हुए पन्ने रंगते रहते है ।

2.        जब इतना पढने के बाद भी नोकरी नही मिल पा रही है तो ऐसा लगता है जैसे मानो मैं पूरे जीवन में पन्ने रंगता रह गया ।

3.        जब राहुल 10 वी कक्षा में पास नही हो सका तो उसके घर के लोगो ने कहा की पूरे वर्ष तुमने अध्ययन तो किया नही बस पन्ने रंगते रहते थे तो भला पास कैसे हो पाते ।

4.        सज्जन बेटा जरा कुछ समय अध्ययन भी कर लो इस तरह से पन्ने रंगने से कुछ होने वाला नही ।

5.        जब किसनो के यहां इस वर्ष अच्छी फसल न हुई तो किसनो को लगने लगा की इस बार हम खेतो में पन्ने रंगते रह गए ।

6.        जब बैंक में चोरी हो गई तो गार्ड को पुलिस अधिकारी डाते हुए कहने लगे की लगता है की तुमने पूरी रात पन्ने रंगे थे तभी तुम्हे चोरी के बारे में पता नही चला ।

पन्ने रंगना मुहावरे पर कहानी || panne rangna story on idiom in Hindi

दोस्तो 2022 के समय की बात है एक गाव हुआ करता था जहां पर बहुत सारे लोग रहते थे और उनमे से रामकिसन नाम का भी एक आदमी था जो की हमेशा खेती कर कर अपना जीवन चलाता था । दरसल रामकिसन जो था उसके घर में उसकी एक पत्नी और दो छोटे बेटे रहा करते थे और उसके पास खेत में जमीन बहुत ही अधिक होने के कारण से वह हमेशा खेती कर कर अपना जीवन बिताता था ।

पानी उतरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

मात खाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

सिर पीटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग और कहानी

पहाड़ होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

जंगल में मंगल मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

रामकिसन के पास जो खेत था उसमें बहुत ही अच्छी फसल पैदा हो जाती थी जिसके कारण से उन्हे कभी भी अन्न की कमी का सामना नही करना पड़ा था । इतना ही नही बल्की जो अन्न पैदा होता था वह तो हमेशा ज्यादा ही होता था जिसके कारण से उसे बेच दिया जाता था ।

और फिर जो पैसे प्राप्त होते थे उससे अपनी अन्य आवश्यकताओ को पूरा किया जाता था और अधिकतर जो किसन होते है वे इसी तरह से करते है । दरसल खेतो में जो अन्न पैदा होता है उसे बेचा जाता है । जिस तरह से रामकिसन करता है । दोस्तो जब 2022 के का समय चल रहा था तो गर्मी के दिनो की बात है जब बरसात का मोसम आता है और वर्षा होती है ।

 जिसके कारण से खेतो में हल जोता जाता है और फसल को उगाने के लिए बिजो को खेतो में डाला जाता है । और इसी तरह से रामकिसन जो था वह भी फसल को बोने लगा था । उस समय रामकिसन को यह आशा थी की इस बार उसके खेतो में अच्छी फसल पैदा हो जाएगी ।

क्योकी जब पहली बार वर्षां हुई थी तो सच में काफी अधिक तेज थी और उसे देख कर यह तो लग ही रहा था की पूरे वर्ष वर्षा होती रहेगी और वर्षा होने के कारण से फसल को अच्छा पानी मिलेगा और अच्छी फसल पैदा हो जाएगी । मगर कहते है की जो सोचा जाता है वह होना इतना आसान काम नही है । क्योकी रामकिसन ने अपने खेत में फसल के लिए बिजो को तो बो दिया था मगर इतना ही काफी नही है ।

जब उन बिजो से छोटे छोटे पौधो के रूप में पौधे बहार आने लग जाते है तो इसके साथ ही घास भी उगने लग जाती है जिसे हटाना भी जरूरी होता है । क्योकी अगर घास को हटाया नही जाता है तो इसका नतीजा जो होता है वह बुरा होता है ।

दरसल घास न हटने के कारण से फसल जल्दी और अच्छी बढ नही पाती है । और यही कारण होता है की जो घास हाता है उसे हटाना पड़ जाता है । और इसी तरह से रामकिसन ने भी खेत मे घास हटाने का काम शुरू कर दिया था । इस बार उसे लग रहा था की फसल जो है वह अच्छी होगी ।

और वह इसी चाह के साथ अच्छी और मन लगा कर काम करता था । समय बितता जा रहा था मगर घास को काट देने के बाद में जो फसल थी वह अच्छी दिखने लग गई थी और फसल के अच्छे होने के कारण से वह बढने भी कुछ जल्दी लगी थी और इसी तरह से चल रहा था । समय के साथ फसल जो थी वह बडी हो जाती है और अब ऐसा लग रहा था की इस बार फसल से अच्छी मात्रा में अन्न पैदा हो जाता है ।

मगर पता नही भगवान को क्या समझ आ रहा था की वर्षा हो नही पा रही थी । मगर हमारी भाषा में कहे तो वर्षा का होना भगवान के हाथ में नही होता है । मगर रामलाल को ऐसा ही लग रहा था की इस बार भगवान वर्षा नही दे रहे है ।

अब दो बार और अच्छी मात्रा में वर्षा हो जाती है तो अच्छी फसल हो जाती थी मगर नही हुई जिसके कारण से जो फसल में बिज पड़ते है वे अच्छी तरह से पक नही पाते है और अच्छी तरह से न पकने के कारण से क्या होता है की जब अंत में फसल को निकाला जाता है यानि फसल से अन्न को अलग किया जाता है तो अन्न की मात्रा काफी कम रह जाती है और इतना अन होने के कारण से उसकी मेहनत की तुलना में भी वह कम थी ।

जिसका उपयोग कर कर वे सही तरह से एक वर्ष तक अपना पेट तक नही भर पाते है । और यह देख कर रामकिसन दुखी हो जाता है और अपनी पत्नी से कहता है की पता नही इस बार भगवान की क इच्छा रही है। अगर दो बार और वर्षा हो जाती तो अच्छी फसल हो सकती थी । मगर अब तो ऐसा ही लग रहा है की मेने तो इस बार पूरी खेती में पन्ने रंगने का काम ही किया है ।

मगर तब रामकिसन की पत्नी कहती है की नही आपने तो पूरी कोशिश की थी मगर क्या करे वर्षा न होने के कारण से मेहनत करना भी ऐसा लग रहा है की जैसे मानो हमनेपन्ने रंगे हो । तब रामकिसन की पत्नी ने कहा की कोई बात नही अगली बार अच्छी फसल हो जाएगी तो अच्छा है ।

इस तरह से रामकिसन और उसकी पत्नी बात करते हुए अपने घर सरा अन्न लेकर जाने लगे थे । जब रामकिसन अपने गाव में पहुंचा तो लोगो ने पूछा की इस बार फसल कैसी हुई है तब रामकिसन ने कहा की इस बार तो बहुत ही कम अन्न प्राप्त हुए है । और यह सुन कर लोगो ने कुछ नही कहा और रामकिसन अपने घर चला गया ।

 पिछे से लोग भी बात करने लगे थे की इस बार तो पूरे गाव के लोगो के साथ ही ऐसा ही हुआ है और सी को ऐसा लगता है की इस बार उन्होने खेतो में पन्ने रंगने का काम किया है । मगर क्या करे वर्षा की कमी के काण से सब ऐसा लग रहा है । और इस तरह से फिर लोग बाते करते हुए अपना काम करने लगे थे ।

तो इस तरह से कम वर्षा होने के करण से रामकिसन के यहां पर अन्न की मात्रा कम पैदा होती हे और ऐसा लगता है जैसे मानो पन्ने रंगने काम किया गया हो ।

तो इस तरह से दोस्तो इस मुहवरे का प्रयोग हुआ है ।

very very most important hindi muhavare

मर मिटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

‌‌‌सहम जाना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

घास खोदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

रफू चक्कर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

अंतर के पट खोलना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

चादर से बाहर पैर पसारना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

उन्नीस बीस का अंतर होना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सिर पर पाँव रखकर भागना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

काठ की हांडी होना का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

एक लाठी से हाँकना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

भानुमती का पिटारा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

अंकुश रखना मुहावरे का अर्थ और निबंध व वाक्य में प्रयोग

अंधी पीसे कुत्ता खाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

का वर्षा जब कृषि सुखाने का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

नीम हकीम खतरे जान मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

अधजल गगरी छलकत जाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का मलतब और वाक्य मे प्रयोग

नौ दिन चले अढ़ाई कोस का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

नेकी कर, दरिया में डाल का मतलब और वाक्य व निबंध

चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आव देखा न ताव का अर्थ और वाक्य व निबंध

थोथा चना बाजे घना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तेल देखो, तेल की धार देखो का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

आसमान पर मुहावरे aasman par muhavare

कंगाली में आटा गीला मुहावारे का मतलब और वाक्य व कहानी

भूखे भजन न होय गोपाला का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व ‌‌‌कहानी

साँच को आँच नहीं मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

ऐरा – गैरा नत्थू खैरा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

पर उपदेश कुशल बहुतेरे मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आँख का अंधा गाँठ का पूरा का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

अपनी करनी पार उतरनी का मतलब और वाक्य में प्रयोग

खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा का मतलब और वाक्य व निबंध

जैसी करनी वैसी भरनी का अर्थ और वाक्य में प्रयोग और कहानी

जंगल में मोर नाचा, किसने देखा का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आधा तीतर आधा बटेर मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग