अंगारे उगलना मुहावरे का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

अंगारे उगलना मुहावरे का अर्थ Angare ugalna muhavare ka arth – जली कटी सुनाना

दोस्तो अगर कोई बच्चा किसी के घर की खिडकी का काच तोड देता है तो उस घर का मालिक उन बच्चो को कडवी बाते कहने लग जाता है । इस तरह से कडवी बाते कहने को ही जली कटी सुनाना कहा जाता है । इस तरह से जब कोई ‌‌‌व्यक्ति किसी भी कारण से ‌‌‌किसी को जली कटी सुनाने लग जाता है तब कहा जाता है की यह तो अपने मुह से अगारे उगल रहा है । इस तरह से इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है ।

‌‌‌अंगारे उगलना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • कंचन तो पूरी गाय है पर इसकी मां जब देखो अंगारे ही उगलती रहती है इस कारण से कोई कह नही सकता की ये दोनो मां बेटी है ।
  • पुनम के घर का काच टुट जाने के कारण वह बच्चो पर अंगारे उगलने लगी ।
  • मैंने तुम्हारा क्या बुरा कर दिया जो अंगारे उगल रही हो ।
  • ‌‌‌महेश तो बहुत ही सीधा सादा है तभी तुम इसके सामने अंगारे उगल रहे हो ।
  • तुम क्या आसमान से पडे थे जो हर दम अंगारे उगलने से पीछा नही छोडते ।
  • मैंने तो इनसे कहा था की कोई काम कर लिया करो इस तरह से घर पर रहने से कुछ नही होगा इतने मे तो ये अंगारे उगलने लगे ।
  • मालवती की तो आदद ही अंगारे उगलने की है तुम ‌‌‌इसकी बात का बुरा मत मानना ।

‌‌‌अंगारे उगलना मुहावरे पर कहानी muhavare par kahani

कुछ समय पहले की बात है किसी शहर मे सरला नाम की एक औरत रहा करती थी । उसके घर के आस पास अनेक लोग रहा करते थे । जो सरला के साथ बहुत ही अच्छा व्यवाहर रखते थे । शहर के लोग होने के बाद भी वे सभी एक दुसरे साथ अपनेपन का व्यवाहर रखा करते थे ।

धिरे धिरे समय के साथ सरला ‌‌‌के घर मे एक छोटे बेटे का जन्म हो गया था । इस कारण से सरला बहुत ही खुश थी । साथ ही सरला के आस पास के लोगो के घरो मे जो लडके थे वे बडे होने लगे और जिनके घर मे कोई भी छोटा बेटा नही था उनके घर मे भी किसी न किसी का जन्म होने लगा था ।

इस तरह से सरला के आस पास के लोगो के घरो मे भी बच्चे रहने लगे ‌‌‌लगे थे । धिरे धिरे समय बितता गया और वे सभी बच्चे बेडे होने लगे । उन लोगो के घरो के बिच मे एक 100 मीटर का ऐरीया ही खाली था ।

अंगूर खट्टे होना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

अँधेरे घर का उजाला मुहावरे का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

इधर की उधर करना का अर्थ व निबंध व वाक्य मे प्रयोग

कलेजे का टुकड़ा का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

उल्लू बनाना का मतलब और वाक्य मेप्रयोग

जहां पर सभी बच्चे खेला करते थे । इस तरह से जब वे सभी बच्चे उस जगह पर क्रिकेट खेलने लगे थे । जिसके कारण से आस पास के लोगो के घरो मे गेंद जाने लगी थी। पर ज्यादातर ‌‌‌गेंद सरला के घर ही जाया करती थी ।

जिसके कारण से कभी उसका समान निचे गिर जाता तो कभी उसकी खिडकी के सिसे टुट जाया करते थे । जिसके कारण से सरला को घुस्सा आने लगा था और वह सभी बच्चो को डाटने लगी थी ।

इस तरह से जब तक वे बच्चे कमाने के काबील नही हुए तक तक सरला उन बच्चो को डाटती ही रहा करती ‌‌‌थी । जिसके कारण से उसकी आदत ही इस तरह की बन गई थी की वह बात बात पर किसी को भी जली कटी सुनाने लग जाती थी ।

इसी तरह से एक बार की बात है सरला के आस पास के लडके उसके घर के सामने से जा रहे थे । तब सरला बाहर बैठ कर कपडे धो रही थी । तब एक लडके ने सरला से कहा की आंटी कपडे धो रही हो क्या ।

तब सरला ने कहा ‌‌‌हां बेटा कपडे धो रही हूं । तभी पिछे से एक लडका और आया उसने भी सरला से पूछा तो फिर उसने यही बात कही । पर इस बार फिर एक और लडका एक आया जिसने भी यही बात कही तो सरला को लगने लगा की ये सब मिलकर मेरे से ऐसा पूछ रहे है।

इस कारण से सरला को क्रोध आ गया और वह उस लडके को जली कटी सुनाने लगी थी । तब उस लडके ने ‌‌‌कहा की आंटी मेने इतना ही पूछा था की कपडे धो रही हो क्या पर इतनी सी बात पर आपने तो अंगारे उगलने शुरू कर दिए ।

तब सरला उस लडके को मारने के लिए चल पडी तो वह लडका और बाकी लडके वहां से भाग गए थे । कुछ समय बित गया तब वहां से एक औरत जा रही थी । तब उस औरत ने सरला को देख कर कहा की सरला कपडे धो रही हो ‌‌‌क्या ।

यह सुन कर सरला को क्रोध आ गया और वह उस औरत को जली कटी सुनाने लगी थी । तब वहां पर कुछ लोग इखट्ठे हो गए । तब उन लोगो ने पूछा की क्या हुआ सरला तुम्हे ऐसा क्यो कह रही है ।

तब उस औरत ने कहा की पता नही मैंने तो इससे पूछ लिया की कपडे धो लिए क्या पर यह तो अंगारे उगलने लगी है । तब सरला को लगा ‌‌‌की मैंने खामखा इस औरत को ऐसा वैसा कह दिया ।

तब सरला ने उस औरत से माफी मागी और कहा की कुछ समय पहले कुछ लडको ने भी मुझे ऐसा पूछ पूछ कर परेशान कर दिया था । जिसके कारण से मैंने आपको ऐसा वैसा कह दिया । तब वह औरत चुप चाप वहां से चली गई थी ।

इसी तरह से एक दिन फिर वह औरत वहां से जा रही थी । तब उसने ‌‌‌देखा की सरला किसी को ऐसा वैसा कह रही है । तब उस औरत ने मन ही मन सोचा की इसकी आदद ही ऐसी है तभी तो यह उस दिन मेरे से ऐसी बात करने लगी थी।

‌‌‌अंगारे उगलना मुहावरे पर कहानी muhavare par kahani

इस तरह से फिर वह औरत सरला से बाते नही करती थी और अपना काम से काम रखा करती थी । साथ ही इस तरह से ही उसके आस पास के लोग थे । वे भी सरला से बात नही करना चाहते ‌‌‌थे और अपना काम करते थे । इस तरह से आप समझ गए होगे की अंगारे उगलना मुहावरे का अर्थ क्या है ।

अंगारे उगलना मुहावरे पर निबंध muhavare par nibandh

साथियो जिस तरह से जब कोई किसी व्यक्ति पर अंगारे गेरता है तो उन अंगारो के कारण से उस व्यक्ति को बहुत दर्द सहना पडता है । इसी तरह से जब कोई किसी को भला बुरा कहता   ‌‌‌कहता है या जली कटी सुनाता है तब उस व्यक्ति के मन मे बहुत दर्द होता है और वह सोचने लग जाता है की यह तो मुझे जली कटी सुना कर कष्ट दे रही है ।

तब वह व्यक्ति कहता है की क्यो अंगारे उगल रहे हो । इस तरह से उस व्यक्ति के कहने का अर्थ हो जाता है की क्यो जली कटी सुना रहे हो । इस तरह से इस ‌‌‌मुहावरे के बारे मे आपको पता चल गया की इसका अर्थ जली कटी सुनाना होता है ।

अंगारे उगलना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of Angare ugalna  in Hindi

दोस्तो कहते है की यह जो मुंह होता है वह मानव को इसी लिए दिया गया है ताकी हम केवल भोजन ही नही कर सके बल्की कुछ बोल भी सके । और कहा जाता है की जो कुछ बोलना है उसके बारे में 100 बार सोचना चाहिए और फिर ही बोलना चाहिए ।

क्योकी अगर मुंह से कुछ ऐसा निकला जो की दूसरे को कष्ट पहुंचाने का काम करे तो यह वणी या बोलना बेकार है इस कारण से जो कुछ बोला जाता है उसके बारे में कई बार सोचना चाहिए ।

मगर कुछ लोग होते है जो बिना कुछ सोचे समझे ही सामने वाले को बोलने लग जाते है और ऐसा बहुत बार होता है की लोग गुस्से का साथ लेकर ऐसा कुछ बोलने लग जाते है जो की सामने वाले के लिए किसी बुरे शब्दो से कम नही होता है ओर इसे ही जली कटी सुनाना कहा जाता है ।

मतलब अगर किसी को बुरा भला कहा जाएगा तो यह जली क​टी सुनाना कहा जाता है ओर यह मानव के मन में इस तरह से वार करते है जैसे की अंगारे बरस रहे हो ओर इससे आप समझ सकते है की Angare ugalna muhavare ka arth – जली कटी सुनाना होता है ।

‌‌‌निचे कुछ मुहावरों की लिंक दी जा रही है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है ।

दाने दाने को तरसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हां में हां मिलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाँतों तले उँगली दबाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पत्थर की लकीर मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

टांग अड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ पाँव फूलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाक का बाल होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नमक मिर्च लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दंग रह जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाल में काला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पानी पानी होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

लोहा लेना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

टेढ़ी खीर मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पीठ दिखाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

फूला न समाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य का प्रयोग

बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मुँह की खाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

रंग जमाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

‌‌‌लोहे के चने चबाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सिर उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

लकीर का फकीर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ मलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हवा से बातें करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हवाई किले बनाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कागज काला करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चोर की दाढ़ी में तिनका मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गाल बजाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गूलर का फूल होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

छक्के छुड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

छठी का दूध याद आना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।