आइए समझाते है, गंगा नहाना का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

गंगा नहाना मुहावरे का अर्थ ganga nahana muhavare ka arth – अपना कर्तव्य पूरा करना या ऐसा कार्य करना जो बडा हो

दोस्तो आज हर किसी के जीवन मे कुछ ऐसा होता है जो उसे ही करना होता है । और वह कार्य उसका कर्तव्य बन जाता है साथ ही वह उसके लिए काफी बडा कार्य होता है । इस तरह से जब कोई ‌‌‌व्यक्ति अपना कर्तव्य पुरा कर लेता है । या फिर यह भी कह सकते है की जब वह किसी बडे कार्य को कर लेता है । तब इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है और कहा जाता है की इस काम को कर कर मानो मैंने तो गंगा नहा ली ।

गंगा नहाना का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

गंगा नहाना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग ganga nahana muhavare ka vakya me prayog

  • ‌‌‌अभी तो एक बहन का भात और भरना है फिर जाकर गंगा नहाने का मोका मिलेगा ।
  • लेखारामन का जब बुढ़ापा आया तो उसने अपनी जमीन सभी बेटो को बराबर बाट दि और फिर कहा की मरने से पहले तुम्हे बराबर बराबर जमीन बाट कर मैं तो गंगा नहा लिया ।
  • अब इस शरीर का पता नही कब साथ छोड दे जल्दी से मेरी पोती का विवाह ‌‌‌हो जाए तो मैं भी गंगा नहा लू । ‌‌‌
  • ‌‌‌तुम्हारी सादी बडी धुम धाम से हो गई बस हम तो गंगा नहा लिए ।
  • अब तो बेटो की भी शादी हो गई अब और कोई काम बचा है तो वह भी कर कर गंगा नहा लो ।
  • बेटे की नोकरी लग जाए तो मैं भी थोडी खुशी मना कर गंगा नहा लूगी ।

‌‌‌गंगा नहाना मुहावरे पर कहानी ganga nahana muhavare par kahani

प्राचिन समय की बात है अखिलेश नाम का एक आदमी रहा करता था । अखिलेश के घर मे उसकी पत्नी और एक बेटा व दो बेटिया थी । अखिलेश ज्यादा अमीर भी नही था और ज्यादा गरीब भी नही था यानि वह बिच का आदमी था । उसके पास पैसे तो थे पर उनसे उनका घर भी चल जाता और किसी और काम भी ‌‌‌आ जाया करते थे ।

उस समय अखिलेश के गाव मे कोई विधालय नही था इस कारण से उसने अपने बेटियो को नही पडाया था साथ जो उसका बेटा था वह तो पास के गाव मे जाकर पढ लेता था । पर लडकिया कही पर नही जाती थी इस कारण से अखिलेश ने भी उन्हे पास के गाव मे पढने के लिए नही भेजा ।

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बल्की ‌‌‌वह ‌‌‌उनसे अपने घर का काम करवाने ‌‌‌लगा था साथ ही जब खेत मे फसल जो जाया करती तो अपने माता पिता के साथ वे लडकिया भी खेत का काम ‌‌‌किया करती थी । इस तरह से काम करते रहने के कारण ही अखिलेश ‌‌‌का घर खुब चलने लगा था ।

धिरे धिरे समय के साथ अखिलेश के बेटे बेटी बेडे हो गए थे । इस कारण से अखिलेश ने ‌‌‌अपनी बेटियो का विवाह करने का सोचा था क्योकी दोनो बहने अखिलेश से बडी थी इस कारण से उनका ही विवाह पहले करना है ऐसा अखिलेश और उसकी पत्नी सोचा करते थे ।

अखिलेश अपनी लडकियो के लिए अच्छे वर ढूढने लगा था । और एक दो महिनो के ‌‌‌बाद उसे उसकी पंसद के लडके मिल गए थे । इस कारण से अखिलेश ‌‌‌ने उन लडको के माता पिता से बात कर कर अपनी बेटियो की उन लडको के साथ शादी तय कर दी थी ।

शादी तय हो जाने के कारण अखिलेश के घर मे शादी की तैयारी होने लगी और समय के साथ अखिलेश और उसकी पत्नी ने अपनी बेटियो की शादी कर दी थी । इस तरह से उनकी शादी सही तरह से होने के कारण से अखिलेश और उसकी पत्नी बहुत ‌‌‌ही खुश दिख रहे थे ।

तब उन दोनो से लोग कहते की तुमने तो अपनी बेटी की शादी कर दी तब अखिलेश और उसकी पत्नी कहा करते की हां यह तो है पर अब बेटे की भी शादी हो जाएगी तो गंगा नहा लेगे । इस तरह से कहने पर सामने वाले लोग पूछते की तो इनके साथ ही उसकी भी शादी कर देते ।

तब अखिलेश और उसकी पत्नी कहा करते ‌‌‌नही अभी वह पढाई करता है पता नही पढ लिख कर कुछ बन जाए तो इसके लिए अच्छी लडकी मिल जाएगी । इस तरह से वे लोगो से बात करने लगे थे । धिरे धिरे इस बात को एक वर्ष बित गया था ।

तब तक अखिलेश का बेटा भी बहुत बडा हो गया था । साथ ही उसने पढाई की थी इस कारण से उसे काम आसानी से मिल गया था और वह भी अपने ‌‌‌घर को चलाने मे अपना योगदान देने लगा था ।

इस तरह से फिर अखिलेश का बेटा दिन मे शहर काम करने के लिए जाता और रात को अपने गाव मे आ जाया करता था । इस तरह से उसे काम करते हुए दो वर्ष बित गए तो अखिलेश के पास विवाह करने के लिए पैसे इखट्ठे हो गए थे इस कारण से वह ‌‌‌अपने बेटे ‌‌‌के लिए एक अच्छी कन्या ढूंढने ‌‌‌लगे थे ।

क्योकी अखिलेश का बेटा कमाने लगा था इस कारण से उसके लिए कन्या का मिलना आसान ही था और उसके लिए कन्या मिल भी गई थी । अखिलेश के बेटे के लिए कन्या मिल जाने के कारण उसने अपने बेटे का विवाह तय कर दिया और सयम के साथ उसका विवाह बडी धुम धाम व रौनक सोनक के साथ किया था ।

अब बेटे का ‌‌‌विवाह हो जाने के कारण अब अखिलेश और उसकी पत्न ही कहने लगे की बेटे और बेटियो का विवाह कर कर मानो हम तो गंगा नहा लिए ।

‌‌‌गंगा नहाना मुहावरे पर कहानी ganga nahana muhavare par kahani

इस तरह से विवाह हो जाने के कारण अखिलेश और उसकी पत्नी ने अपना कर्तव्य पूरा कर दिया और आराम से अपना पेट भरते अगर काम होता तो काम कर लेते वरना उनका बेटा ‌‌‌उन्हे कुछ नही कहता था ।

इस तरह से उनका जीवन गुजरने लगा था । इस तरह से आप लोगो को समझ मे आ गया होगा की इस कहानी से मुहावरे का अर्थ क्या है ।

‌‌‌गंगा नहाना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

साथियो जब कोई व्यक्ति गंगा नदी मे नहाने के लिए जाता है तो ‌‌‌वह कुछ ऐसा कार्य करता जो उसके करने का कर्तव्य हो  । इस तरह से ज्यादातर लोग किसी अपने के मर जाने के कारण उनकी अस्ती वर्षजन कर ‌‌‌कर गंगा नहाते है । और साथ ही यह भी माना जाता है की गंगा नदी मे नहाने से पाप भी धूल जाते है ।‌‌‌

इस कारण से अनेक लोग गंगा नदी मे ‌‌‌नहाने के लिए जाते है । पर साथियो यहा पर गंगा नहाने का अर्थ किसी के मरने से नही है और साथ ही किसी के पाप धूलने से भी नही है बल्की जब कोई व्यक्ति अपना कर्तव्य पूरा कर लेता है या कुछ बडा कार्य कर लेता है तो ‌‌‌तब इस मुहावरे का प्रयोग करते हुए बात ‌‌‌की जाती है ।

इस ‌‌‌कारण से इस मुहावरे का अर्थ अपना कर्तव्य पूरा करना या किसी बडे कार्य को करना होता है । इस तरह से आप समझ गए होगे ।

गंगा नहाना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of ganga nahana in Hindi

दोस्तो हिंदू धर्म में गंगा को माता के रूप में माना जाता है और कहा जाता है की गंगा इतनी पवित्र है की अगर कोई व्यक्ति गंगा नदी में नहा लेता है तो उसके सारे पाप मिट जाते है ।

और यही कारण है की आज के समय में हिंदू धर्म के अधिकतर लोग जो है वह गंगा नहाने का सपना रखते है । मतलब उनका मानना है की गंगा नदी में स्नान कर लिया तो जीवन का सबसे बड़ा कार्य पूरा कर लिया ।

वही पर हिंदू धर्म में जब जन्मदात की मृत्यु होती है तो उसकी जो संतान हेाती है वह जन्मदाता की अस्थीयो को गंगा नदी में बहाते है ओर अपना कर्तव्य पूरा कर लेते है । और इस स्थिति में संतान गंगा नदी में स्नान भी करती है ।

तो इस आधार पर अगर कोई गंगा नदी में स्नान करता है मतलब गंगा नहाता है तो इसका मतलब है की उसने अपना कर्तव्य पूरा कर लिया या ऐसा कार्य करना जो बडा हो । और इसी बात से आप समझ सकते है की ganga nahana muhavare ka arth – अपना कर्तव्य पूरा करना या ऐसा कार्य करना जो बडा हो होता है ।  

‌‌‌निचे बेस्ट हिंदी मुहावरे दिए गए है जो ज्यादातर प्रयोग मे आते है ।

कागज काला करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चोर की दाढ़ी में तिनका मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गाल बजाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गूलर का फूल होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

छक्के छुड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

छठी का दूध याद आना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कोल्हू का बैल मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

घोड़े बेचकर सोना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

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उँची दुकान फीका पकवान मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आस्तीन का सांप होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

उँगली उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आपे से बाहर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आग में घी डालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखों में धूल झोंकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें बिछाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आकाश पाताल एक करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अगर मगर करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पहाड़ टूट पड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आग लगने पर कुआँ खोदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

श्री गणेश करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

टस से मस न होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

छोटा मुँह बड़ी बात मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

चोली दामन का साथ मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।