उँगली उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

उँगली उठाना मुहावरे का अर्थ ungalee uthaana muhaavare ka arth  – आरोप लगाना ।

दोस्तो जब कोई आरोपी हो या फिर आरोपी न भी हो फिर भी किसी कार्य के कारण उसे ही गलत बताया जा रहा हो चाहे उसने वह कार्य किया हो या नही फिर भी लोग उसे ही गलत बाता रहे है उस पर आरोप लगा रहे है की इसने ही यह कार्य ‌‌‌किया है । इसे ही उँगली उठाना कहते है जिसा अर्थ यह हुआ की जिस कार्य के लिए उस पर आरोप लगा रहे है वह कार्य उसने नही किया फिर भी लोग उस पर आरोप लगा रहे है अर्थात् आरोप लगाना ।

उँगली उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

उँगली उठाना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || use of idioms in sentences in Hindi

‌‌‌राजेश को लोग जानते थे की यह गलत काम नही कर सकता फिर भी लोग उस पर उँगली उठा रहे है ।

बेवजह उँगली उठाने से कुछ भी नही होता कोई सबूत हो तो बताओ ।

सभी लोगो को पता था की राजेश गलत कार्य करता है इसका मतलब यह तो नही की हर बात पर उस पर उगुनी उठाई जाए ।

जब तक आरोपी आरोपीत साबित नही हो जाता ‌‌‌तब तक उस पर उँगली ‌‌‌नही उठाई जाती ।

class="wp-block-heading has-vivid-red-color has-text-color">उँगली उठाना मुहावरे पर कहानी ||  story on idiom in Hindi

प्राचिन समय की बात है एक गाव मे एक धनवान सेठ रहता था । सेठ के पास इतना धन था की जितना उसके गाव मे भी किसी के पास नही था । सेठ के घर मे उसकी पत्नी के अलवा और कोई भी नही रहता था । सेठ को गाव के लोग बहुत मानते थे और जैसा सेठ कहाता था गाव के लोग वेसा ही करते थे । गाव मे एक आदमी और रहता था जो मोहन था उसके पास इतना धन तो नही था की वह सेठ की बराबरी कर सके पर गाव के लोगो मे उसका भी नाम था ।

मोहन लालची था अगर उसे कोई पैसे भी दे देता तो वह कुछ भी कर सकता था । सेठ को इस बात का पता था और सेठ गाव के लोगो का भला भी चहता था इस कारण जब भी गाव के लोगो को ‌‌‌किसी चिज की जरुरत होती तो वह उन्हे दे देता था । अगर सेठ उन लोगो को पैसे दे देता तो उन लोगो से यह भी नही पुछता की आप लोग मुझे पैसे वापस कब दोगे ।

इसी तरह से सेठ गाव के लोगो की मदद करता रहता था । कई लोग तो सेठ के पास ही काम कर कर अपना ‌‌‌पेट भरते थे और कई लोग अपना काम करत थे । ‌‌‌और एक तरहफ मोहन था जो अपने आप के बारे मे ही सोचता रहता था उसे किसी से कुछ भी नही लेना देना होता था । एक दिन गाव के लोगो को मोहन धोका देकर उनका खेत हडपना चहाता था ।

जब इस बात की खबर सेठ के पास गई तो सेठ गाव के लोगो को अपने पास बुलाकर कहा की आप लोगो को मोहन ठग रहा है आप लोग उससे सावधानी रखे । ‌‌‌सेठ ने मोहन के खिलाफ अवाज उठाई और लोगो को समझाया सेठ के कहने पर मोहन को ‌‌‌किसी ने भी अपनी जमीन नही दी ।

जब मोहन को पता चला की सेठ ने उसकी तरफ उँगली उठाई है इस कारण ‌‌‌किसी ने भी उसे अपनी जमीन नही दी है ‌‌‌तब मोहन सेठ का दुश्मन हो गया और सेठ के खिलाफ साजिस करने लगा था । एक दिन गाव के लोगो के खेतो मे ‌‌‌जो भी फसल थी वह सब पशु चर गए । जब इस बात की खबर गाव के लोगो के पास गई तो गाव के लोगो को बहुत दुख हुआ क्योकी उनके पास खाने को भी कुछ नही था । कुछ दिनो के बाद सभी गाव के लोगो के पास अनाज खत्म हो गया था ।

तब सभी गाव के लोग सेठ के पास गए और सेठ से मदद मागने लगे । ‌‌‌सेठ को पता था की पुरे गाव के लोगो की मदद करने मे बहुत पैसे लगेगे । सेठ ‌‌‌ने लोगो से कहा की मै आप लोगो को कुछ दिनो तक तो भोजन दे सकता हूं पर पुरे वर्ष नही दे सकता हूं ।

तब गाव के लोग बोलने लगे की आप चाहो तो हमारे खेत अपने पास रख सकते हो पर हमारी मदद किजिए । तब सेठ ने कहा की ठिक है तो आप लोग अपने खेत मेरे पास गिरवी रख दिजिए । आप लोगो के लिए मै कुछ करता हूं तभी वहा पर मोहन आ गया ‌‌‌और कहने लगा की आप लोग इतने ‌‌‌कैसे बेवकूफ हो सकते हो । आप लोगो ने सोचा है की इस गाव के पशु आए कहा से और आए तो आप लोगो के खेतो मे ही नुकसान कैसे कर दिया ।

सेठ के खेत तो वेसे के वेसे पडे है मुझे तो लगता है की सेठ ने ही आप लोगो ‌‌‌के खेतो मे नुकसान किया है । मोहन की बात मे दम था इस कारण गाव के लोगो को भी लगा की सेठ ‌‌‌ने उनके खेत लेने के लिए ऐसा किया है । मोहन की बात पर विश्वास कर कर गाव के लोग सेठ पर उँगली उठाने लगे ।

उँगली उठाना मुहावरे पर कहानी

जिससे सेठ को बहुत दुख हुआ सेठ सोचने लगा की ये गाव के लोग मेरे पर ही संदेह कर रहे है जबकी मेने इन लोगो ‌‌‌की कितनी मदद की थी । सेठ उन लोगो ‌‌‌को बहुत समझाया की मेने यह नही किया पर किसी को उसकी बात पर विश्वास नही हुआ । तब गाव के लोग मोहन के पास अपने खेत रख कर पैसे ले लिए ।

इस तरह से सेठ के खिलाफ गाव के लोगो ने उँगली उठाई थी । पर समय आने पर पुरे गाव के लोगो को पता चल गया था की यह सब सेठ ने नही किया था ‌‌‌यह तो मोहन ने किया था और उसके सेठ की तरफ उँगली उठाने पर हम भी उसकी बात पर विश्वास कर बैठ पर अब क्या हो सकता था । इस तरह से आप इस कहानी का अर्थ समझ गए होगे ।

उँगली उठाना मुहावरे पर निबंध || ungli uthana essay on idioms in Hindi

‌‌‌साथियो आप लोगो को पता ‌‌‌ही होगा की आज के समय मे बेगुन्हा को सजा मिलती है और गुनेहगार ऐसे ही बाहर फिर रहे है । पर आज के समय मे कुछ सुधार हो रहा है । इसी तरह से गलत काम तो कोई और करता है और लोग उँगली किसी और पर उठाते है । उन लोगो को यह पता भी नही होता की इसने यह काम किया है की नही ।

बस वे तो ‌‌‌जैसा देखते है वैसा ही करने लग जाते है । अगर किसी को पुलिस पकड कर ले गई तो लोग उस पर उँगली उठाने लग जाते है अगर उनसे पुछा जाए की आप उसे ‌‌‌आरोप कैसे लगा रहे हो तो वे कहते है की अगर उसने यह काम नही किया होता तो पुलिस उसे पकड कर थोडे ले जाती ।

चाहे उसने पहले कितने भी अच्छे काम ‌‌‌क्यो न किए हो फिर भी पुलिस के पकडने पर लोग उस पर उँगली उठाने लग जाते है । जिस तरह से मान लो की आपके घर मे कोई चौर आ गया और चौर को देखकर उसे पकडने के लिए आपके घर मे एक आदमी और आ गया ।

तभी आप लोगो को पता चलता है की आपके घर मे चौर है और आप उसे पकडने के लिए भागते हो ‌‌‌तब चौर वहा से भाग जाता है और ‌‌‌उसकी जगह आप उस आदमी को पकड लेते हो जो चौर है ही नही पर आपने उसे पकडा है तो आप उस पर उँगली उठाने लग जाते हो । इस तरह से आप इस मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

उँगली उठाना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of ungli uthana in Hindi

दोस्तो आज के समय में जब भी किसी पर आरोप लगाना होता है तो उस पर उंगली उठा देनी चाहिए । क्योकी उगली उठाने का तात्पर्य उस स्थिति से होता है जब आरोप लगाया जाता है । और आपको यह पता है की आरोप किसी भी कारण से लगाया जा सकता है । क्योकी आरोप लगाने के ‌‌‌एक नही बल्की अनेक कारण होते है ।

दोस्तो आज बहुत से ऐसे लोग है जो की अपने बारे में तो यह देखते नही है की वे क्या गलत कर रहे है और दूसरो पर उंगली उठा देते है । मतलब यह है की दुसरो पर दोष लगा देते है। ऐसे लोगो से हमेशा सावधानी रखनी चाहिए और ऐसे लोगो को अपने जीवन से दूर भी रखना चाहिए । तभी आप ‌‌‌जीवन में खुश रह सकते है ।

अगर आप भी कभी उंगली उठाने की सोच रखते है तो आपको बता दे की उसी पर उंगली उठानी चाहिए जिसने सच में कुछ गलत किया हो । क्योकी आज के समय मे बिना गतली के तो अदालत भी उंगली नही उठाती है और यह बात आपको पता है ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।