कान का कच्चा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कान का कच्चा होना मुहावरे का अर्थ kaan ka kachcha hona muhaavare ka arth – आसानी से किसी की बात पर भरोसा करना ।

‌‌‌दोस्तो अरग कोई इतना नादान हो की वह हर किसी की बात पर भरोसा कर ले और उसी बात को सच मान कर कुछ गलत कर बेठता है । तो ऐसे लोगो के लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है । क्योकी ये लोग आसानी से हर किसी की बात पर भरोसा कर लेते है यह तक नही सोचते की यह जो कह रहा है ‌‌‌वो सच है या नही ।

कान का कच्चा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कान का कच्चा होना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || kaan ka kachcha hona use of idioms in sentences in Hindi

  • कान का कच्चा कभी भी अच्छा इंसान नही बन सकता है ।
  • राजेश के सामने ऐसी वैसी बात मत करना क्योकी वह कान का कच्चा है ।
  • तुम क्या कान के कच्चे हो जो हर किसी की बात मान लेते हो।
  • ‌‌‌माधव तो पुरा ही कान का कच्चा है जो लोगो की बात पर विश्वास कर कर अपनो से लडने लगता है ।

कान का कच्चा होना मुहावरे पर कहानी ||  kaan ka kachcha hona story on idiom in Hindi

‌‌‌प्राचिन समय की बात है माधव नाम का एक आदमी ‌‌‌एक गाव मे रहता था । माधव के घर मे उसका भाई व उसका पिता रहता था । माधव का भाई खेतो मे काम करता था और माधव छोटा था इस कारण वह ज्यादा काम नही करता था । माधव का पिता भी खेत मे काम करता था और कुछ दिनो के बादमे माधव के पिता ने ‌‌‌अपने बडे बेटे का विवाह करा दिया था । और माधव के घर मे अब एक और ‌‌‌आ गया था । इस कारण माधव के भाई को और काम करना पडता था ।

एक वर्ष के बाद उसके पिता की मृत्यु हो गई थी मृत्यु होने से पहले उसके पता ने माधव से कहा की बेटा अपने भाई से कभी भी अलग मत होना क्योकी मेरे बादमे यह ही तेरा अपना है । उस समय तो माधव ने हा कर दि थी पर उसके पिता को बस इसी बात की चिंता था कि माधव ‌‌‌‌‌‌अपने भाई से झगडा करने लगेगा क्योकी उसके कान कच्चे थे ।

उसके पिता के मर जाने ‌‌‌के बाद माधव को उसकी भाभी कहने लगी के आप यहा घर पर ही रहते हो और वहा पर आपका भाई अकेले ही रिजते रहते है कुछ काम आप भी कर लिया करो । माधव को लगा की भाभी सही कह रही है तो वह भी काम करने के लिए अपने भाई के साथ खेत मे जाने लगा ‌‌‌।

काम करते करते उसे एक माह ही बिता था की उसके ‌‌‌दोस्त उससे कहने ‌‌‌लगे की तुम भी तो खेत मे रिजते हो और तुम्हे तुम्हार भाई देता ही क्या है जो अनाज होता है । वह तो अपने पास ही रख लेता है और तुम्हे केवल दो समय का खाना ही देता था । ‌‌‌उसके दोस्तो ने कहा की तुम्हारा भाई तो कहता फिरता है की तुम्हे कुछ भी नही पता और तुमसे दोनो काम कराते रहते है । इस तरह से माधव को उसके दोस्त भडकाने लगे थे ।

 ‌‌‌माधव आसानी से किसी की भी बात पर भरोसा कर लेता था । इस कारण उसने अपने दोस्तो की बात मान कर अपने भाई से अलग होने का फेसला लिया । जब उसके भाई ने कहा की तुम मुझझे अलग होना क्यो चहाते हो । ‌‌‌तब माधव कहने लगा की मै तो आपके पास नही रहुगा क्योकी मै जो ‌‌‌कमाता हूं वह सब आप ले लेते हो मुझे तो कुछ भी नही मिलता है ।

‌‌‌अगर मुझे कुछ चाहिए होता है तो वह भी आपसे मागना पडता है । अब हम दोनो को लग हो जाना चाहिए तब उसे भाई ने कहा की अब नही कल बात करते है । अगले ही दिन माधव अपने भाई से वापस इस बारे मे बात करने लगा और जब उसके भाई ने कहा की तुम अकेले करोगे क्या । तब वह अपने भाई से लडने लगा ।

लडाई को देखकर उसकी ‌‌‌भाभी ने कहा की अगर यह अलग होना चहाता है तो इसे अलग कर दो इसे अपने आप समझ मे आ जाएगा की हम इसके लिए क्या करते है । अपनी पत्नी की बात मानकर माधव के भाई ने उसे अलग कर दिया और घर और खेत का बटवार कर दिया ।

बटवारा हो जाने पर माधव जब भी गाव मे जाता तो कुछ लोग उसे कहते की यह क्या किया तुमने ‌‌‌अपने भाई को इतना ज्यादा खेत कैसे दे दिया । इस तरह से कह कर गाव के लोग उसे भडकाने लगे थे । माधव को लगा की ये लोग जो कह रहे है वह सही है । तब उसन अपने घर जाकर अपने भाई के साथ झगडा ‌‌‌शुरु कर दिया ।

तब उसके भाई ने कहा की तुम्हे लगता है की मेने तुमसे ज्यादा खेत लिया है तो तुम मेरा ‌‌‌ले खेत लो और मै तुम्हारा खेत ले लूगा । माधव मान गया और उसने अपने भाई का खेत ले लिया था । जब माधव से अपने खेत मे काम नही हुआ तो उसके दोस्तो ने कहा की सेठ के पास अपने खेत को गिरवी रख कर कुछ रुपय ले लो और कुछ और काम खोल लो ।

कान का कच्चा होना मुहावरे पर कहानी

तब उसे लगा की ‌‌‌मेरे दोस्त जो भी कह रहे है वह मेरी भलाई के लिए ही ‌‌‌कह रहे है । उसने एक बार भी सोचे बिना अपना खेत सेठ के पास गिरवी रख दिया और पैसे ले लिए थे । पैसो का क्या था वे काम ‌‌‌शुरु करने से पहले ही खत्म हो गए थे ।

जब उसे पता चला की उसने अपने खेत को गिरवी रख कर बहुत बडी गलती की है तो वह पछताने लगा ‌‌‌पर बादमे क्या हो सकता था । इसी तरह से माधव हर किसी की बात मे आ जाता था ‌‌‌इस तरह से आप इस कहानी का अर्थ समझ गए होगे ।

कान का कच्चा होना मुहावरे पर निबंध || kaan ka kachcha hona essay on idioms in Hindi

‌‌‌साथियो अगर कोई किसी को कहे की तुम ऐसा करो और ऐसा मत करो या फिर वह तुम्हारे बारे मे ऐसा कह रहा था इस तरह से कहे और वह आदमी उसकी बात मान लेता है वह उसके द्वारा कही गई बातो के बारे मे एक बार भी नही सोचता की यह जो कह रहा है क्या यह सच है बल्कि वह तो जैसा सुन लेता है ‌‌‌वही ही सच मान लेताहै

इस ‌‌‌तरह के लोगो के लिए कहा जाता है की यह तो कान का कच्चा है जो हर किसी की बात मान लेता है । पर जब उसे पता चलता है की जो वह कह रहा था वह तो सच नही था और हमने उसकी बात मान ली थी तब उसे पता चलता है की हमे तो ‌‌‌उसने उल्लू बाना दिया । और ‌‌‌हमने भी उसकी बात पर आसानी से भरोसा कर लिया है ।

तब उसे पता चल जाता है ‌‌‌की ‌‌‌मै वास्तव मे कान का कच्चा हूं । कान का कच्चा होना मुहावरे का अर्थ समझाने के लिए ‌‌‌हम एक अन्य उदहारण ‌‌‌लेते है मान लो एक अच्छा आदमी है जिसने कभी भी किसी का बुरा नही किया हो ।

पर वह हर किसी की बात मान लेता है और एक बार उसने एक आदमी की बात मान कर गलत कर दिया और जब उसे पता चलता है की उसने ‌‌‌उसकी बात मानी थी वह तो गलत थी । तब उसे अपनी गलती पर पछतावा होता है । ऐसे लोगो के लिए ही इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है । इस तरह से आप इस मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

कान का कच्चा होना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of kaan ka kachcha hona in Hindi

दोस्तो कान का कच्चा होना को समझने के लिए हम आपको एक उदहारण दे रहे है ताकी आप इसे काफी अच्छी तरह से समझ सके ।

दोस्तो आपने एक छोटे बच्चे को देखा होगा जो की उम्र में ज्यादा बड़ा न हो बलकी करीब 10 साल तक का ही होता है । वह काफी भौला होता है और अगर आप उसे जानते तक नही है तो भी आप उसे कुछ कहेगे तो आपकी बात पर भरोषा कर लेगे ।

जैसे की बच्चों ने आज तक भुत को नही देखा होता है मगर उन्हे जब कहा जाता है की भुत आ जाएगा तो वे इस बात पर भरोषा कर लेते है की भुत आ सकता है । और इसी तरह से छोटे बच्चे अन्य बातो पर आसानी से भरोषा कर लेते है ।

क्योकी उनके पास अब सोचने समझने की सक्ति नही होती है जिसके कारण से अपने कानो के द्वारा जो सुना जाता है उस पर आसानी से यकिन कर लेते है । और बच्चो की इस अवस्था में उनके कान कच्चे भी होते है ।

तो आप इस बात से समझ सकते है की कान का कच्चा होना मुहावरे का अर्थ आसानी से किसी की बात पर भरोसा करना होता है ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।