टेढ़ी उँगली से घी निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

टेढ़ी उँगली से घी निकालना  tedhi ungli se ghee nikalna muhavare ka arth  – शक्ति से कार्य सिद्ध करना ।

दोस्तो घी के बारे में आपको पता होगा । यह एक साथ कुछ मात्रा में रहता है जो की किसी तरह के बर्तन या डिब्बे में होता है । विशेष रूप से इसे काच या स्टील के बर्तन में रखा जाता है । अब यह जो घी है उसे खाने के लिए इस बर्तन से बाहर निकालना होता है और घी निकालने के लिए अगर सिधी उंगली का उपयोग किया जाता है तो घी नही निकाला जा सकता है । मतलब लाख कोशिश करने के बाद भी सिधी उंगली से घी नही निकलता है ।

मगर वही पर अगर उंगली को जरा सा टेढा कर लिया जाता है और फिर उससे घी को निकाला जाता है तो घी आसानी से निकल जाता है । और इस तरह से घी निकालना बताता है की मानव शक्ति से कार्य पूरा कर रहा है न की अपनी मुर्खता दिखा रहा है ।

तो इस तरह से कहा जा सकता है की टेढी उंगली से घी निकालना मुहावरे का सही अर्थ शक्ति से कार्य सिद्ध करना होता है ।

टेढी उंगली से घी निकालना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग || tedhi ungli se ghee nikalna   use of idioms in sentences in Hindi

1.        शर्मा तो एक धुर्त व्यक्ति है उससे बिना टेढी उंगली के घी नही निकला जा सकता है ।

2.        अरे महेश ही इस काम को कर सकता है क्योकी उसे पता है की किस तरह से टेढी उंगली से घी निकाला जाता है।

3.        गुंडो से पैसे निकालना कोई आसान काम नही है मगर महेश इस काम को अच्छे से करना जानता है क्योकी उसे पता है टेढी उंगली से घी निकाला जाता है ।

4.        सेठ जैसे लूटाखोर से पैसे निकालने का केवल एक ही तरीका है और वह यह है की टेढी उंगली से घी निकालना होगा ।

5.        सुनिता से काम करवाने के लिए मुझे खुब गालिया देनी पड़ी, तब जाकर टेढी उंगली से घी निकला ।

6.        पुलिस चोर और लूटेरो से भी पैसे छिन लेती है क्योकी उन्हे पता है की किस तरह से टेढी उंगली से घी निकाला जाता है।

7.        आपने सुभम को उधार रूपय क्यो दे दिए , अब वापस प्राप्त करने के लिए आपको उसके साथ झगड़ा करना होगा, तब जाकर टेढी उंगली से घी निकलेगा ।

8.        सुभम से झगड़ा कर कर सेठ ने अपने सारे पैसे वापस ले लिए और यह सिद्ध कर दिया की वह टेढी उंगली से घी निकालना जानता है ।

टेढी उंगली से घी निकालना मुहावरे पर कहानी || tedhi ungli se ghee nikalna  story on idiom in Hindi

दोस्तो बहुत समय पहले की बात है एक छोटा सा शहर हुआ करता था जहां पर एक सेठ रहा करता था और वह जो सेठ था उसके पास काफी अधिक धन था इसी कारण से अपने धन को और अधिक बढाने के लिए वह ब्याज कमाने का काम करता था ताकी उसे ब्याज मिल सके और धन पर धन आ सके ।

इस तरह से काम करने के कारण से सेठ के पास अधिक से अधिक धन होता जा रहा था और अब सेठ जो था उसे धन का लालच आने लगा था इस कारण से वह बार बार लोगो को उधार धन दे देता था ।

और लोग भी खुश थे क्योकी उनका काम निकल जाता था । मगर सेठ जो था उन ही लोगो को पैसे देता था जो की समय पर और आराम से वापस दे सके और जो लोग समय पर और आराम से वापस पैसे नही देते है उन्हे सेइ कभी भी उधार धन नही देता था ।

मगर कहते है की कितनी भी सावधानी रखो एक दिन ऐसा आ जाता है जब गलत आदमी को उधार दे दिया जाता है और फिर उससे वापस हासिल करना महाभारत होने जैसा हो जाता है ।

मतलब यह है की सेठ के साथ एक बार ऐसा हो गया था की सेठ ने गलत आदमी को उधार धन दे दिया था । दरसल एक बार की बात है एक छोटा सा किसान उस गाव में रहा करता था जो की एक दिन सेठ के पास आ गया और उसका नाम सुभम था ।

 सेठ के पास आकर सुभम ने कहा की सेठजी आज पैसो की काफी जरूरत है तो पैसे दे दो एक महिने के अंदर आपके पैसे वापस चुका दिए जाएगे । यह सुन कर सेठ ने सुभम के मुंह की और देखा तो वह काफी उदास और परेशान लग रहा था जिसके कारण से सेठ ने उसकी मदद करने के लिए उधार धन दे दिया ।

मगर बदले में सेठ ने किसी तरह के कागजात या सोने चांदी नही रखी । बल्की किसी कागजातो पर अंगुठा तक नही करवाया था । अब पैसे लेकर सुभम तो वहां से चला गया था मगर पीछे से सेठ का बेटा उनके पास आया और पूछा की आज किसे उधार धन दिया है । तब सेठ ने सुभम का नाम लिया ।

चाँदी काटना मुहावरे का अर्थ क्या है और वाक्य में प्रयोग

चूँ न करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

गर्दन उठाना मुहावरे का अर्थ क्या होता है और वाक्य में प्रयोग व कहानी

कान देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

उगल देना मुहावरे का सही अर्थ क्या है और वाक्य में प्रयोग व कहानी

और यह सुन कर सेठ के बेटे ने कहा की आपने हमारे गाव के सुभम को पैसे दिए है अरे आपने बहुत बड़ी गलती कर दी अब आपको पैसे वापस नही मिलेगे । क्योकी वह एक तरह का झगडालू आदमी है जो की किसी को भी पैसे समय पर देता नही है और यह  सुन कर सेठ काफी उदास हो गया मगर फिर कहा की उसने जो समय दिया है उतने समय में अगर वापस नही देता है तो फिर मैं स्वयं ही निकाल लूगा ।

मगर समय बित गया और उधार चुकाने का समय आ गया मगर सुभम ने सेठ को फुटी कोड़ी न दी बल्की कहा की आपने पैसे नही दिए है । और यह बात आग की तरह पूरे गाव में फैल चुकी थी। अब सभी सेठ को यही कहते की अब आपको पैसे नही मिलेगे क्योकी आप एक सरल आदमी और वह एक झगड़ालू आदमी है ।

मगर सेठ ने जब लोगो की यह सब बाते सुनी तो अंत में थक हार कर सेठ ने भी सुभम को पैसे देने को कह दिए और न देने पर उसके ही खेत में कब्जा कर लिया । जिसके कारण से सुभम को एक महिने के अंदर पैसे चुकाने पड़ गए और यह देख कर सभी कहने लगे की सेठ तो काफी सरल था मगर वह भी टेढी उंगली से घी निकालना जानता है यह तो पता नही था ।

 मगर इस घटना के बाद में सभी कहने लगे की सेठ को टेढी उंगली से घी निकालना आता है और इसके बाद में सेठ सभी को पैसे देता और न देने पर कुछ ऐसा ही करता था जिसके कारण से वे लोग भी पैसे चुका देते थे ।

तो इस तरह से सेठ था जो की अपने जीवन में धन पर धन कमाता जा रहा था ।

वैसे कहानी से आप मुहावरे के अर्थ को समझ सकते है की इसका अर्थ क्या होता है ।

very very most important hindi muhavare

माथे पर बल पड़ना का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

हाथ के तोते उड़ना मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

मिट्टी पलीद करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

हाथ का मैल होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

रंगे हाथों पकड़ना मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सीधे मुँह बात न करना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

प्रतिष्ठा पर आंच आना मुहावरे का मतलब और वाक्य व निबंध

आँखे फटी रह जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व निबंध

सिर ऊँचा करना का मतलब और मुहावरे का वाक्य में प्रयोग व कहानी

‌‌‌चोर चोर मौसेरे भाई मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

मर मिटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

‌‌‌सहम जाना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

घास खोदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

रफू चक्कर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

अंतर के पट खोलना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

चादर से बाहर पैर पसारना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

उन्नीस बीस का अंतर होना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सिर पर पाँव रखकर भागना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

काठ की हांडी होना का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

एक लाठी से हाँकना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

भानुमती का पिटारा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

अंकुश रखना मुहावरे का अर्थ और निबंध व वाक्य में प्रयोग

अंधी पीसे कुत्ता खाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

का वर्षा जब कृषि सुखाने का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

नीम हकीम खतरे जान मुहावरे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

अधजल गगरी छलकत जाए मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का मलतब और वाक्य मे प्रयोग

नौ दिन चले अढ़ाई कोस का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

नेकी कर, दरिया में डाल का मतलब और वाक्य व निबंध

चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व कहानी

आव देखा न ताव का अर्थ और वाक्य व निबंध

थोथा चना बाजे घना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तेल देखो, तेल की धार देखो का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

आसमान पर मुहावरे aasman par muhavare

कंगाली में आटा गीला मुहावारे का मतलब और वाक्य व कहानी

भूखे भजन न होय गोपाला का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व ‌‌‌कहानी

साँच को आँच नहीं मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

ऐरा – गैरा नत्थू खैरा का मतलब और वाक्य में प्रयोग व निबंध

पर उपदेश कुशल बहुतेरे मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी