‌‌‌तिन पांच करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

तिन पांच करना मुहावरे का अर्थ teen panch karna muhavare ka arth  – विरोध करना

दोस्तो जब कुछ ऐसा कार्य होता है जिसके कारण से सभी का भला होता है तो सभी लोग उसका सपोट करेगे । मगर उस कार्य से जिस व्यक्ति को हानि होती है वह उस कार्य का सपोट नही करता है । इस तरह से सपोट ‌‌‌करने के साथ साथ वह उस कार्य का विरोध करता है । इसी तरह से जब कभी कोई व्यक्ति किसी कारण से किसी का विरोध करता है तो इसे तीन पांच करना कहा जाता है ।

‌‌‌तिन पांच करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

तीन पांच करना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग  teen panch karna muhavare ka vakya mein prayog

  • गाव के लोगो के घरो मे बाथरूम बनने के पैसे उठने वाले ही थे की सरपंच ने तीन पांच कर दिया ।
  • अगर महेश ने आज तीन पांच नही किया ‌‌‌होता तो गाव के लोग मेरी बात आराम से मान जाते ।
  • तुम सेठ के हर काम मे तीन ‌‌‌पांच करते हो आखिर तुम्हारी सेठ से दुश्मनी किस बात की है ।
  • तुम हर बार क्यो मेरे काम मे तीन पांच करने के लिए आ जाते हो ।
  • अगर अबकी बार महेश ने मेरे कार्य मे तीन पांच किया तो अच्छा नही होगा ।
  • सुरेश के चुनाव मे खडा होने पर रमेश भी उसका विरोध करने के लिए चुनाव मे खडा हो गया यही है तीन पांच ‌‌‌करना ।
  • गाव के विकाश मे लिए हम सभी लोगो को एक साथ होना होगा क्योकी अगर किसी ने तीन पांच किया तो सरकार विकाश नही करेगी ।
  • पुलिस ने बडी मुश्किल से तो गुन्हेगार को पकडा था और अदालत मे वकिल ने तीन पांच कर कर उसे वापस छुटवा लिया ।
  • राहुल को जुर्म करते हुए पकडने पर भी लोग तीन पांच करने लगे ‌‌‌जिसके कारण से पुलिस को उसे वापस छोडना पडा ।

तीन पांच करना मुहावरे पर कहानी teen panch karna muhavare par kahani

प्राचिन समय की बात है किसी नगर मे एस धनवान सेठ रहा करता था । सेठ का कपडो का कारोबार था । जिसके कारण से उसकी अच्छी कमाई हो जाती थी । सेठ के घर मे उसकी पत्नी और इकलोता बेटा रहा करता था । सेठ के एक ही बेटा था इस कारण से सेठ ने उसकी अच्छी परवरिश की ।

जिससे सेठ का बेटा पढ लिख कर एक अच्छी नोकरी भी करने लगा था । अब बेटे के नोकरी लग जाने पर सेठ के पास और अधिक धन आने लगा था । जिसे देख कर आस पास के लोग जलने लगे थे । इसी के चलते सेठ जब भी कोई अच्छा कार्य करने की सोचता तो उसके पडोसी उस कार्य का विरोध करते ‌‌‌थे ।

पहाड़ से टक्कर लेना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

चूड़ियां पहनना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व निबंध

बात का बतंगड़ बनाना मुहावारे का मतलब और वाक्य में प्रयोग

पैरों तले जमीन खिसकना का मतलब और वाक्य में प्रयोग व कहानी

माथे पर बल पड़ना का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

जिसके कारण से सेठ का कार्य विफल हो जाया करता था । इसी तरह से एक बार की बात है सेठ के बेटे की ‌‌‌विवाह करने की उम्र हो गई थी जिसके कारण से सेठ ने अपने बेटे का विवाह तय करने की शोची । क्योकी सेठ के पास धन दोलत की कोई कमी नही थी जिसके कारण से उसके बेटे को आसानी से कन्या मिल जाती ।

परन्तु सेठ एक अच्छे ‌‌‌परिवार मे ही अपने बेटे का विवाह करना चाहता था । जिसके कारण से सेठ को कई लोगो से बात करनी पडी थी । तब सेठ को पता चला की उसके पडोस के गाव मे एक बहुत ही सुसिल कन्या है । जिसके माता पिता नही है परन्तु दादा दादी ने उसे पाल पोस कर बडा किया है । साथ ही सेठ को पता चला की उनके पास भी धन की कमी ‌‌‌नही है ।

यह जान कर सेठ ने सोचा क्यो न उस कन्या को देखने के लिए चले जाए । जब इस बारे मे सेठ ने अपनी पत्नी से बात की तो सेठ की पत्नी ने कहा की अगर कन्या अच्छी होगी तो घर को जोडकर रखेगी और बुरी होगी तो परिवार को नष्ट कर देगी ।

इस तरह से कहने पर सेठ ने कहा की पहले कन्या देखने के लिए जाते ‌‌‌है अगर पंसद आ गई तो उसके बारे मे पता भी लगा लेगे । इस तरह से कहने पर सेठ की पत्नी ने कहा की ठिक है ऐसा ही करो । अगले ही दिन सेठ कन्या को देखने के लिए जा रहा था जिसके कारण से उसने अपने ‌‌‌ साथ दो पडोसी को साथ ले लिया ।

जब सेठ और उसके दो पडोसी कन्या देखने के लिए गए तो सेठ को कन्या बहुत ही अच्छी लगी ‌‌‌। साथ ही दुसरे व्यक्ति को भी कन्या अच्छी लगी । इस तरह से जब सेठ और उसके पडोसी घर आ गए तो सेठ ‌‌‌का तीसरा पडोसी उसमे कुछ न कुछ खोट निकालने लगा ।

जिसके कारण से सेठ को कुछ समझ मे नही आ रहा था । जिससे अगले दिन सेठ ने अपने बेटे को ही कन्या देखने के लिए भेज दिया । अब सेठ के बेटे के साथ वह ‌‌‌पडोसी भी गया था । जब सेठ के बेटे ने कन्या देखी तो उसे भी बहुत अच्छी लगी । क्योकी वह खूबसूरत के साथ साथ सुसिल भी थी ।

इसी तरह से सेठ का बेटा भी कन्या देख कर घर आ गया था । मगर वह पडोसी अब भी इस विवाह के खिलाफ हो रहा था । जब सभी लोगो को कन्या अच्छी लग रही थी तो तीसरे पडोसी को उसके खोट ‌‌‌दिख रही थी । जिसके कारण से सेठ ने उससे कहा की आखिर तुम इसमे तीन पांच क्यो कर रहे हो ।

ऐसा कहने पर वह पडोसी कुछ न कुछ खोट बता देता था । मगर सेठ ने उसकी बात नही सुनी बल्की कन्या के बारे मे और जानकारी पता की तो उसे पता चला की वह बहुत ही अच्छी है साथ ही उसका परिवार भी बहुत अच्छा है । यह जान ‌‌‌सेठ ने अपने पडोसी से बात की । तब भी वह पडोसी इसी तरह से तीन पांच कर रहा था ।

तब सेठ को लगा की यह नही चाहता है की यह विवाह हो जिसके कारण से ही यह इतना विरोध कर रहा है । मगर सेठ और उसके बेटे को कन्या पसंद आ गई जिसके कारण से सेठ ने दोनो का विवाह कर दिया । सेठ के बेटे का विवाह हो जाने के बाद मे ‌‌‌भी सेठ को कन्या सही लग रही थी ।

तीन पांच करना मुहावरे पर कहानी teen panch karna muhavare par kahani

जब एक वर्ष बित गया तब सेठ को पता चला की वह पडोसी तो ऐसे ही अफवा उडाकर इन दोनो का विवाह नही होने देना चाहता था । साथ ही सेठ को पता चला की वह मुझसे जलता है इसी कारण से वह ऐसा कर रहा था । यह जानने के बादमे सेठ ने उससे कोई नात नही रखा ।

इस तरह से सेठ के बेटे का विवाह ‌‌‌हो गया जिसके कारण से उसका जीवन अच्छी तरह से चल रहा था । इस तरह से इस कहानी से आपको पता चल गया होगा की मुहावरे का अर्थ ‌‌‌क्या है ।

तीन पांच करना मुहावरे पर निबंध teen panch karna muhavare par nibandh

साथियो कहानी मे बताया गया की किस तरह से तीसरा पडोसी सेठ के बेटे के विवाह के विरोधी बना हुआ था । मगर फिर भी सेठ ने अपने बेटे का ‌‌‌विवाह उसी कन्या से करवाया । जो समय बितने के साथ साथ सेठ को सही लग रहा था । साथ ही विवाह के एक वर्ष बाद सेठ को अपने पडोसी की असलियत का पता चल गया था की वह किस कारण से विरोधी बना हुआ था ।

इसी तरह से संसार में ऐसे ‌‌‌बहुत से कार्य होते है जिनका विरोधी कोई न कोई बन ही जाती है । जब कोई व्यक्ति ‌‌‌किसी कार्य का विरोध करता है तब इसे तीन पांच करना कहा जाता है । इस कारण से इसी समय इस मुहावरे का प्रयोग होता है । इस तरह से आप समझ गए होगे ।

तिन पांच करना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of teen panch karna in Hindi

दोस्तो अगर आपने इस मुहावरे का प्रयोग कभी किया है या फिर किसी के मुंह से इसका प्रयोग करते हुए सुना है तो आप उसी बात पर गोर करे और यह सोचे की इस मुहावरे का जब प्रयोग किया जा रहा था तो वहां पर क्या चल रहा था ।

जाहिर होगा की उस समय विरोध किया जा रहा था ओर वही पर इसका प्रयोग किया गया था ओर इसी बात को आपको अपने दिमाग में बिठा लेना है । क्योकी असल में teen panch karna muhavare ka arth  – विरोध करना ही होता है।

अब अगर कोई भी किसी भी तरह से किसी का भी विरोध करता है तो वहां पर इस मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है।जैसे की वर्तमान की बात करे तो जंता सरकार के द्वारा लाए गए किसी न किसी तरह के कानून का विरोध कर रहा है तो इसका मतलब हुआ की जंता तिन पांच कर रही है।

इसी तरह से जब विरोध होता है तो इसका प्रयोग किया जाता है जिसे आप समझ सकते है ।

very very most important hindi muhavare

चार चाँद लगाना का मतलब व वाक्य मे प्रयोग

झक मारना का अर्थ व वाक्य व निबंध

जी चुराना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

काठ का उल्लू मुहावरे का मतलब व कहानी और वाक्य मे प्रयोग

चौकड़ी भरना का मतलब और वाक्य व कहानी

छाती पर मूँग दलना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

ठोकर खाना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

गांठ बांधना का मतलब और वाक्य व कहानी

जले पर नमक छिड़कना मुहावरे का अर्थ व वाक्य‌‌‌ मे प्रयोग

गोली मारना मुहावरा का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

गंगा नहाना का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

गर्दन पर सवार होना का अर्थ और वाक्य व कहानी

घी के दिए जलाना मुहावरे का मतलब व कहानी व वाक्य मे प्रयोग

रंगा सियार होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कंधे से कंधा मिलाना का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग व कहानी

सावन हरे न भादों सूखे का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

कलई खुलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

सठिया जाना का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

हजामत बनाना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ बटाना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

हक्का-बक्का रह जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ खींचना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

हाथ लगना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

हवा हो जाना मुहावरे का मतलब या अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ को हाथ न सूझना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चेहरे पर हवाइयाँ उड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हरी झंडी दिखाना का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

हथेली पर सरसों जमाना का मतलब व वाक्य मे प्रयोग

सुबह का चिराग होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।