यहां समझे, सिर फिरना का अर्थ और वाक्य व कहानी

सिर फिरना मुहावरे का अर्थ sir phirna muhavare ka arth – पागल होना ।

दोस्तो आप लोगो ने देखा होगा की जब कोई किसी ऐसे मनुष्य को छेड देता है जो बात बात पर घुस्सा होने वाला होता है । तो जब उसे गुस्सा आ जाता है तो उसे भी समझ मे नही आता की वह क्या कर रहा है । वह एक पागल की तरह ही मारने लग ‌‌‌सकता है । और अगर कोई किसी कारण से पागल की तरह करने लग जाता है तो उसे सिर फिरना कहा जाता है । क्योकी सिर उसी का फिरा होता है जो पागल है ।

सिर फिरना का अर्थ और वाक्य व कहानी

सिर फिरना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

1.            ‌‌‌इसका तो सिर फिर गया पर तु तो समझदार था वहां से भाग कर आ जाता ।

2.            पिताजी की मृत्यु की खबर सुनते ही राजेश का सिर फिर गया ।

3.            तुम्हारा क्या बात बात पर सिर फिर जाता है जो अनाप सनाप बकने लग जाते हो ।

4.            मेरे बेटे के साथ मजाक मत किया करो उसका सिर फिर जाता है ।

5.            ‌‌‌महेश का सिर फिर गया और इसने राजेश को बहुत मारा ।

6.            सिर फिर जाने के कारण इसने तो अपने बाप की ही पिटाई कर दी ।

7.            अगर इसका सिर फिर गया तो कोई नही बच पाएगा ।

8.            आजकल हर किसी का बात बात पर सिर फिरता रहता है ।

9.            अपनी बहन के बारे मे गलत सुन कर प्रणवीर का सिर फिर गया और उसने गलत कहने वाले लोगो की ‌‌‌खुब पिटाई कर दी ।

सिर फिरना मुहावरे पर कहानी

‌‌‌एक समय की बात है किसी गाव मे प्रशांत नाम का एक लडका रहा करता था । उसके घर मे उसके पिता और उसका एक छोटा भाई ही था । प्रशांत के पिता के पास पैसो की कोई कमी नही थी इस कारण से उन्होने उसकी बहुत ही अच्छे से परवरिश की जिसके कारण से वह बहुत ही हट्टा कट्टा दिखने लगा था ।

प्रशांत के पिता को उसके  ‌‌‌लिए एक ही टेंसन थी की प्रशांत को बात बात पर घुस्सा आ जाता था और वह लोगो को मारने लग जाता था । पर उन्हे यह भी पता था की वह कुछ गलत सुन कर ही ऐसा करता है । इस कारण से उन्होंने उसे कभी भी इतना अधिक डाटा नही था । जब प्रशांत बडा हो गया तब भी वह ‌‌‌इसी तरह से करता था ।

सेंध लगाना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

सब्ज बाग दिखाना का मतलब और वाक्य व कहानी

सोने पे सुहागा मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सांप को दूध पिलाना मुहावरे का अर्थ व वाक्य और कहानी

साँप सूँघ जाना का अर्थ और वाक्य ‌‌‌में प्रयोग

उसे अपने बारे मे या अपने ‌‌‌परिवार के बारे मे कुछ गलत सुन कर गुस्सा आ जाता था । जिसके कारण वह यह नही देखता की सामने कोन है मेरे से बडा है की छोटा बस वह तो पिटने लग जाता था और कभी कभी गालिया भी दे देता था । इसी तरह से एक दिन की बात है ।

‌‌‌वह अपने गाव मे कही से आ रहा था और जब वह अपने गाव मे पहुंचा तो कुछ लडको ने उसे चिडाना ‌‌‌शुरू दिया था । इस तरह से चिडाते देख कर उन लडको मे से ही एक बोल पडा की इसे ऐसा वैसा मत कहो वरना इसका सिर फिर जाएगा और हम लोगो की सामत आ जाएगी ।

उसकी बात सुन कर वे लडकें हसने लगे और कहने लगे की यह और हमारे साथ ‌‌‌लडेगा हम कितने और यह अकेला हमे मार पाएगा । ऐसा कहते हुए उसका मजाक बनाने लगे थे । प्रशांत ने बहुत समय तक उन लडको की बहस सुनी पर कुछ समय बात उन लडको ने प्रशांत को बुरा भला तो कहा ही और उसके पिता को भी गालिया दे दी थी ।

जिसके कारण से प्रशांत का सिर फिर गया और वह उन लडको को मारने लगा था । ‌‌‌इस तरह से मार पड़ते देख कर वे सभी  लड़के भागने लगे थे । तब प्रशांत को इतना अधिक घुस्सा आ गया था की वह उन लड़को की जान लेने के लिए उतावला होने लगा था ।

जिसके कारण प्रशांत उनके पिछे भाग भाग कर मारने लगा था । इस बिच मे जो भी लोग उन्हे छुटाने के लिए आए प्रशांत ने उन्हे भी धक्का दे दिया था । ‌‌‌जब इस बारे मे प्रशांत के पिता को पता चला तो वे भागे भागे प्रशांत के पिछे गए और उसके पास जाकर उसे किसी तरह से रोक लिया था ।

जब प्रशांत सही हो गया तब जाकर उन लडको की जान मे जान आई । इस तरह से लड़ाई करते देख कर गाव के लोगो को पता चल गया था की इसे अनाप सनाप कहेगे तो इसका सिर फिर जाएगा और‌‌‌ फिर यह नही देखेगा की सामने कोन है ।

इस तरह से सोच कर गाव के किसी भी सदस्य ने प्रशांत के सामने अनाप सनाप बाते भी नही करते थे । धिरे धिरे समय बितता गया और अब प्रशांत का विवाह हो गया था पर अब भी वह वैसे ही करता था । प्रशांत के विवाह के दो वर्षो के बाद की बात है प्रशांत के पिता बहुत ही ‌‌‌बिमार चल रहे थे ।

इस कारण से प्रशांत दिन और रात उनके पास ही बैठा रहता था और उनकी साहयता करता था । फिर एक दिन प्रशांत के पिता की मृत्यु हो गई थी । जब प्रशांत को इस बारे मे पता चला तो वह दोडा दोडा अपने पिता के शव के पास गया और उन्हे देख कर विलाप करने लगा था ।

उसे विलाप करते हुए 4 घण्टें ‌‌‌बित गए थे पर वह चुप होने का नाम ही नही ले रहा था । तब गाव के लोगो को लगने लगा की पिता की मृत्यु हो जाने के कारण इसका सिर फिर गया है । किसी तरह से गाव के कुछ  लोग और उसके भाई ने उसे सम्भाला और उसके पिता के शव को अग्नि दी थी ।

सिर फिरना मुहावरे पर कहानी

फिर कुछ दिनो तक तो प्रशांत उसी तरह से दुख मे डूबा रहता था पर ‌‌‌आखिर मे वह अपना काम करने लगा था । उन दिनो के बाद मे प्रशांत ‌‌‌ने कभी भी किसी के साथ झगडा नही ‌‌‌किया था । वह तो अपने काम से काम रखता था । इस तरह से आप लोग ‌‌‌को समझ ‌‌‌गया होगा की इस कहानी का मुहावरे से क्या ‌‌‌सम्बन्ध है ।

‌‌‌सिर फिरना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

साथियो आज कल के लोगो का छोटी सी बात पर सिर फिर जाता है और वे कुछ गलत करने लग जाते है । जिस तरह से किसी की ऐसी वैसी बाते सुन कर वे लोग उन्हे मारने लग जाते है और जब कोई उन्हे समझाता है की ऐसा नही करना चाहिए तो वह उनकी एक भी बात नही सुनता और उन्हे भी गालिया ‌‌‌देने लग जाता है ।

इस तरह से बात बात पर लडाई करना और गालिया देना एक पागल ही करता है । साथ ही दोस्तो जब कोई पागल की तरह करने लग जाता है तब ही इस मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है । इस कारण से इस मुहावरे का अर्थ पागल होना होता है । इस तरह से आप समझ गए होगे ।

सिर फिरना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of sir phirna in Hindi

साथियों कहा जाता है की मानव का जो सिर होता है वह उसके दिमाग का घर है और यह सुन कर आप भी कहोगे की हां यह सही है ।

तो अगर ​जहां पर सिर फिरने की बात हो रही है तो इसका मतलब  है की हम इसे ऐसे भी कह सकते है की दिमाग फिर गया । अब दिमाग जब तक सही होता है तो मानव अपने जीवन में दूसरो के अनुसार सही रहता है और जब दिमाग फिर जाता है तो इसका मतलब है की वह पागल की तरह करने लग जाता है ।

और सिर फिरने का मतलब भी यही होता है यानि sir phirna muhavare ka arth – पागल होना है और यह आपने उपर अच्छी तरह से समझा है ।

तो इसका मतलब है की अगर किसी व्यक्ति को पागल होना कहा जाए तो उसे ऐसा कह सकते है की इसका सिर फिरा हुआ है । और ऐसा सुन कर अगर जिस किसी को अर्थ के बारे में पता नही होगा वह बुरा भी नही मानेगा ।

मगर ऐसा हमको नही करना है बस हमे यह ध्यान रखना है की इसका अर्थ क्या है और किस तरह से वाक्य में प्रयोग होता है । ताकी हम अपनी परिक्षाओ की अच्छी तैयारी कर पाए ।

‌‌‌निचे बेस्ट हिंदी मुहावरे दिए गए है जो ज्यादातर प्रयोग मे आते है ।

आँखों में धूल झोंकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें बिछाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आकाश पाताल एक करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अगर मगर करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पहाड़ टूट पड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आग लगने पर कुआँ खोदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

श्री गणेश करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

टस से मस न होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

छोटा मुँह बड़ी बात मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

चोली दामन का साथ मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गुदड़ी का लाल मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गागर में सागर भरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कान पर जूं न रेंगना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें फेर लेना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

घाट घाट का पानी पीना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बालू से तेल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंग अंग ढीला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आवाज उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मक्खी मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चैन की बंशी बजाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आग बबूला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

भीगी बिल्ली बनना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

जान हथेली पर रखना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

लाल पीला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंधे की लाठी मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंगूठा दिखाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नौ दो ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाकों चने चबाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाक में दम करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।