बालू से तेल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बालू से तेल निकालना मुहावरे का अर्थ balu se tel nikalna muhavare ka arth – असम्भव कार्य करके दिखाना ।

दोस्तो आज के समय मे कुछ कार्य ऐसे होते है जो हर कोई नही कर सकता है हर किसी को वह कार्य करन मे असम्भव लगता है । इस कारण वे कहते है की इस कार्य को तो को कोई भी नही कर सता है । पर जब उसी कार्य को कोई कर देता है तो उसके लिए कहा जाता है की यह तो बालू से तेल निकालना जानता है यह हर किसी कार्य को कर सकता है । यानि उसके लिए कोई भी असम्भव कार्य नही है ।

बालू से तेल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बालू से तेल निकालना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || balu se tel nikalna use of idioms in sentences in Hindi

  • बालू से तेल निकालना  हर किसी के बस की बात नही है ।
  • अगर घनश्याम के पास इतने रुपय न होते तो वह अपने कर्ज दारो को पैसे ‌‌‌देने के बारे मे नही कहता क्योकी पैसे लाना बालू से तेल निकालना जितना मुश्किल है ।
  • ‌‌‌यदी सरकार के पास पैसे नही है तो वह क्या बालू से तेल निकालकर पैसे लाएगी ।
  • रमेश को ‌‌‌कोई भी काम दे दो वह ‌‌‌उस काम ‌‌‌को कर देता है । ‌‌‌उसे तो बालू से तेल निकालना भी आसान लगता है ।

class="wp-block-heading has-vivid-red-color has-text-color">बालू से तेल निकालना मुहावरे पर कहानी || balu se tel nikalna story on idiom in Hindi

प्राचिन समय की बात है एक नगर मे घनश्याम नाम का आदमी रहता था वह बहुत ही गरीब था । उसे कभी तो खाने को मिल जाता था और कभी उसे खाने को नही मिलता था । इस कारण घनश्याम उस दिन भुखा ही सोता था । घनश्याम के घर मे उसके अलवा और कोई भी नही रहता था । ‌‌‌घनश्याम के गाव के लोगो को पता था की घनश्याम कोई भी काम कर सकता है ।

‌‌‌उसके पास इतना बल व बुद्धी है जिसके कारण वह कुछ भी कर सकता है । इस कारण गाव के लोग घनश्याम के साथ रहते थे । घनश्याम का पिता जो अब मर चुके थे वे पहले दारु बहुत पिते थे इस कारण जो खेत था वह नशे की लत मे बेच दिश था और आज ‌‌‌लोग जब खेतो मे फसल बोते है तब घनश्याम अपने घर मे पडा रहता है उसके पास काम करने को भी नही होता था ।

लोगो को खेती करने के लिए जो जल आता था वह पहाड से आता था जो किसी और दिशा की तरफ चल जाया करता था । गाव के खेतो की तरफ नही जाता था । लोगो को लगता था की अगर इस पहाड की डाल खेतो की तरफ होती तो हर ‌‌‌किसी के खेत की तरफ पानी चला जाता ।

इस दुख को एक दिन सभी गाव के लोग आपस मे बता रहे थे की अगर ऐसा नही होता तो आज हम खेती करकर ही धनवान बन जाते थे । तभी गाव के लोग बोल पडे की हम कर भी क्या सकते है । इस पहाड की ढाल इधर तो नही कर सकते है ना । तभी घनश्याम बोल पडा की अगर आप लोग कहो तो मै आप लोगो ‌‌‌के खतो की तरफ जल ला सकता हूं ।

तब लोगो ने कहा घनश्याम मजाक मत किया करो । यह सुनकर घनश्याम बोला की नही मै मजाकर नही कर रहा हूं । अगर आप लोग मेरे पर विश्वास कर सकते हो तो आप लोग ऐसा करना की आपके खेतो मे जो भी फसल होगी । उनमे से हर एक आदमी अपने खेत की फसल से मुझे 10 प्रतिसत देना होगा ।

‌‌‌तब गाव के लोगो ने कहा की अगर तुम ऐसा कर सकते हो तो हमे तुम्हारी बात मंजुर है । तभी घनश्याम उस पहाड पर चडने के लिए तैयार हो गया और अपने साथ तिन चार मोटी व लम्बी रस्सी ले ली । घनश्याम पहाड पर चड रहा था तो गाव के लोग बोल पडे की पहाड पर चढना हर किसी के बस की बात नही है ।

‌‌‌घनश्याम ने किसी किसी की भी नही सुनी और पहाड पर चढता गया जब वह चढ गया तो उसने वहा जाकर उन सभी रस्सीयो को उपर किसी चिज से बांध ‌‌‌दिया । और वही से सभी रस्सी ‌‌‌को पकडकर कुद गया यह देखकर गाव के लोग घबरा गए । जब वह निचे आने लगा तो उन्हे पता चला की वह तो आराम से निचे आ रहा है ।

जब वह निचे आ ‌‌‌गया तो गाव के लोगो ने कहा की रस्सी बांधने से क्या होगा ।तभी उसने अपने बेग से छिणी हथोडा ‌‌‌लिया और वापस उपर जाकर निचे तक ढाल करने लगा । उसके ऐसा ‌‌‌करते को देखकर गाव के लोगो को लगा की यह ऐसा कर कर क्या कर ‌‌‌लेगा । उसे लोग पागल समझने लगे पर जब ‌‌‌लोगो ने एक वर्ष ‌‌‌के बाद वही पहाड वापस देखा तो गाव के लोगो को ‌‌‌दिखा की ढाल है जो उन लोगो के खेतो की तरफ हो गई है ।

तब घनश्याम वापस उस पहाड पर चढा और कुछ लडको को अपने साथ ले गया । वहा पर ले जाकर उसने जो पानी का बहाव था उसके आगे बडे बडे पत्थर रखा दिए । जिससे पानी का बहान गाव के लोगो के खेतो की तरफ चला गया था ।यह देखकर सभी गाव के लोग बहुत ही खुश हो गए । ‌‌‌

बालू से तेल निकालना मुहावरे पर कहानी

जब घनश्याम पहाड से निचे आया तो गाव के लोग कहने लगे की घनश्याम तुमने यह काम करकर सिद्ध कर दिया की तुम बालू से तेल निकालना जानते हो यानि तुमने बालू से तेल निकाल दिया है । इस तरह से आप इसक कहानी से समझ गए होगे की इस मुहावरे का अर्थ क्या है ।

बालू से तेल निकालना मुहावरे पर निबंध || balu se tel nikalna essay on idioms in Hindi

साथियो आज के समय मे न जान कितने ऐसे काम है जो कभी होने को दिखते ही नही है । ऐसा लगता है की उन काम को पुरा करने वाला कोई भी नही है । याहा तक की उन सभी ‌‌‌कामो को पुरा करने के लिए कितने लोगो को लगवा दिया फिर भी वह काम नही हो सकता । जब ऐसे काम को कोई अकेला ही ‌‌‌कर देता है । तो उसके लिए कहा जाता है की यह तो हर असम्भव ‌‌‌काम को कर सकता है ।

इस तरह के लोग बहुत कम मिलते है । इन लोगो के लिए कोई भी काम असम्भव नही होता है । सभी काम को पुरा करने की शक्ति ये लोग अपने पास रखते है। ‌‌‌इस तरह के लोग आसानी से बालू से तेल निकाल सकते है । जिसका सिधा सा अर्थ होता है की बालू मे कोई  भी तेल नही होता है । फिर भी बालू से तेल निकाल दिया जाए ‌‌‌जो काम करना नामुंकिन था । जो हर कोई तो कर भी नही सकता है ।

इस तरह के काम को करने के लिए अनेक लोगो की जरुरत नही होती बल्की किसी एक कि ‌‌‌जरुरत होती है जो सब कुछ जानता है उसे पता होता है की कितना भी कठीन काम क्यो न हो उसे करने के लिए भी अक्ल की जरुरत पडती है । और जब सोच समझ कर काम किया जाए तो नामुमकिन काम भी मुमकिन हो जाता है । यानि दिमाग का इतेमाल करने पर हर काम हो जाता है । ‌‌‌इस तरह से आप समझ गए होगे कि इस मुहावरे का अर्थ क्या है।

बालू से तेल निकालना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of balu se tel nikalna in Hindi

दोस्तो यह एक ऐसा मुहावरा है जिसे पढने मात्र आप समझ सकते है की इसका तात्पर्य या अर्थ क्या होता है ।

दरसल हम आपको कहेगे की यह लो एक लिको बालू और इसे लेजाओ और तेल निकाल कर ले आओ, तो क्या आप इस एक किलो बालू से तेल को निकाल सकते हो । इस स्थिति में आपका उत्तर आएगा नही क्योकी बालू से कभी तेल निकाला ही नही जाता है ।

असल में हमारे भारत देश में बहुत से ऐसे राज्य या जिले है जहां पर बालू आपको भर भर कर मिल जाएगी अगर तेल बालू से निलकाल जाता तो लोगो को सरसो जैसी फसल का तेल निकालने की जरूरत ही नही होती है ।

मगर मान ले की कोई व्यक्ति ऐसा कर देता है जो की बालू से तेल निकाल देता है तो इसका मतलब है की उस व्यक्ति ने असल में असम्भव कार्य करके दिखा दिया है और असल मे इसका तात्पर्य यही है की असंभव कार्य को करके दिखाना ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।