अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ akl ke ghode daudaana muhaavare ka arth  – कल्पनाएँ करना ।

दोस्तो आज कल के समय मे हर कोई किसी काम को ‌‌‌सुरु करने से पहले तरह तरह के विचार या कल्पनाएँ करता है । और फिर ही उसके बारे मे पुरी तरह से सोचता है की इस काम को करना है की नही । ‌‌‌इसे ही अक्ल के घोड़े दोडाना कहते है । जिसका सिधा सा अर्थ होता है की तरह तरह के विचार या कल्पनाएं कर कर किसी काम को सुरु करना या कोई निर्णय लेना ।

अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || akal ke ghode daudana use of idioms in sentences in Hindi

‌‌‌आज सरकार हर कोई फेसला लेने ‌‌‌से पहले अपनी अक्ल के घोड़े दौडाती है ।

उसने अक्ल के घोड़े दौडाए ‌‌‌तब जाकर वह इतना महान बन सका ।

वैज्ञानिको ने जब जब अपनी अक्ल के घोड़े दौडाए है तब तब कुछ नया बना है ।

राम ने अपनी अक्ल के घोड़े दौडाकर अपने पैसे वापस ले लिए ।

अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे पर कहानी ||  akal ke ghode daudana story on idiom in Hindi

प्राचिन समय की बात है राम नाम का एक आदमी अपने गाव मे अपने माता पिता के साथ बडा ही सुखी जीवन गुजार रहा है । उसका पिता बहुत ही गरीब था और खेतो मे काम कर कर अपना ‌‌‌पेट पालता था । उसका बेटा जिसका नाम राम था वह दिन व रात पढाई करता रहता था । पढाई करने के कारण ‌‌‌वह गाव मे न रह कर गाव से बाहर रहता था ।

उसके गावो मे खेतो की सख्या बहुत थी और सभी गाव के लोग अपने खेतो मे खेती ही करते थे । जिसके कारण ही उनका जिवन गुजर पाता था । राम बहुत ही होशियार था ‌‌‌उसके पढाई मे सबसे ज्यादा अंक बनते थे । जब वह पडाई करने के लिए शहर गया तो वहा भी उसने खुब मेहंत के साथ पढाई ‌‌‌की और नोकरी की तैयारी करने लगा था ।

उस समय पढाई कम ही लोग करते थे इस कारण हर किसी पढे लिखे को नोकरी मिल जाया करती थी । राम बहुत ही ‌‌‌ईमानदार था ‌‌‌उससे जब भी कोई काम ‌‌‌कराता था तो वह उसे पुरा कर देता था । राम के गाव मे एक सेठ रहता था जो बहुत ही लालची था ‌‌‌जो पैसो के लिए कुछ भी कर सकता था ।

एक दिन राम ‌‌‌विधालय से अपने मकान पर जा रहा था तो रास्ते मे जाते समय उसने देखा की एक आदमी किसी को मार कर पैसे छिन रहा है । राम ने उस आदमी को पैसे छीनते और उस आदमी को मारते देखा तो ‌‌‌उसने पुलिस को फोन कर दिया था । इस कारण वहा पर पुलिस आकर उस लुटेरे को पकड कर ले गई थी ।

पुलिस ने राम से कहा की आज तक यहा पर ‌‌‌किसी ने भी पुलिस की मदद नही की थी और तुमने बिना डरे पुलिस के साथ साथ उस आदमी के पैसो को भी ‌‌‌बचाए है । पुलिस वाले ने कहा की मै यह चहाता हूं की तुम पुलिस की तैयारी कर कर नोकरी लग जाओ और लोगो की सेवा करो ।

यह सुनकर राम ने कहा की पुलिस की तैयारी करने के लिए बहुत पैसो की जरुरत होती है जो मेरे ‌‌‌पास नही है । राम की बात सुनकर पुलिस वाले ने कहा की तुम तैयारी करो मै तुम्हे ऐसी जगह पर भेजुगा जहाँ पर ज्यादा पैसे नही लगेगे और तैयारी भी हो जाएगी । पुलिस वाले की बात मानकर राम पुलिस की तैयारी करने लगा था ।

तैयारी कर कर राम ने पुलिस का पेपर दे दिया और कुछ दिनो के लिए अपने गाव मे चला गया था । ‌‌‌वहा पर जाकर उसने देखा तो उसे पता चला की सेठ लोगो से उनाक खेत छिन रहा है । इस बारे मे उसने गाव के लोगो से पुछा तो गाव के लोगो ने कहा की उसने हमे धोका देकर हमारे खेतो को हडप लिया है और पैसो मे ‌‌‌हमारे खेत किसी और बेच दिया है।

गाव के लोगो की पिडा सुनकर राम ने पहले उस पुलिस वाले के साथ विचार किया ‌‌‌और उससे पुछा की गाव के लोगो की मदद कैसे कर सकते है । तब पुलिस वाले ने कहा की अगर गाव के लोगो ने किसी कागजात पर अपना साईन नही किया है तो हम उनकी मदद कर सकते है ।

अगर उन्होने साईन कर दिया है तो उन लोगो को कहो की ‌‌‌तुम लोग पुलिस के सामने यह ‌‌‌कहने के लिए तैयार हो क्या की आपसे साईन ‌‌‌धमकी देकर कराया है । इतना सुनकर राम ने कहा की ठिक है मै उन लोगो से विचार करता हूं ।

राम ने गाव के लोगो को एक स्थान पर बुलाकर पुछा की आपने सेठ को जमीन देते समय कोई साईन किया है की नही तब गाव के लोगो ने कहा की साईन तो किया है । राम ने फिर गाव के लोगो से कहा की आप लोगो को मै आपका खेत वापस दिला  ‌‌‌सकता हूं पर आप लोगो को पुलिस से यह कहना होगा की आप लोगो से साईन करते समय धमकाया था ।

अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे पर कहानी

इस तरह से राम ने लोगो के साथ बहुत समय तक कल्पनाएं या फिर विचार कर कर उनके खेत वापस दिलाने के बारे मे सोचा । राम ने अपनी अक्ल के घोड़े दौड़ाकर लोगो के खेतो को वापस दिलवा दिया था इससे गाव के लोग बहुत ‌‌‌ही खुश हो गए । इस तरह से आप समझ गए होगे की अक्ल के घोड़े दोडाना मुहावरे का अर्थ क्या है ।

अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे पर निबंध || akal ke ghode daudana essay on idioms in Hindi

‌‌‌साथियो आज दुनिया के किसी भी कोने मे कोई भी मुश्बित आती है तो उससे निपटने के लिए लोग आपस मे विचार करते है । और आखिर मे नियर्ण लेकर अपने आप को बचाते है । जिस तरह से बाढ आने पर पुरा गाव ‌‌‌बह जाता है और फिर सरकार लोगो की सेवा करने के लिए तरह तरह से विचार व कल्पनाएं करती है और फिर लोगो ‌‌‌की मदद करती है लोगो को खाने पिने का समान देती है ।

इसी तरह से जब भी कोई बडी ‌‌‌या छोटी मुश्बित आ जाती है तो लोग अपास मे बात करकर उस मुश्कित को लिपटाने का काम करते है । इसे ‌‌‌ही कहते है अपनी अक्ल के घोडो को दोडाकर अपनी मुश्बित दुर करना । इस तरह के लोग आपको हर स्थान पर मिल जाएगे जो ‌‌‌मुश्बित से निपटने के लिए आपस मे बात करते है ।

जब भी कोई समस्या आ जाती है जो अकेले से हल नही हो सकती ‌‌‌वह लोगो की मदद से ही हल ‌‌‌कि जाती है जिस तरह से सरकार जब भी कोई निर्णय लेती है तो अनके लोगो के साथ बेठकर विचार विमर्श कर कर उस निर्णय को लेती है । यानि सरकार भी अपनी अक्ल के घोड़े दोडा ‌‌‌किसी फैसले को लेती है । इस तरह से आप अक्ल के घोड़े दोडाना मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of akal ke ghode daudanain Hindi

कहते है की आज के जीवन में केवल कल्पना करने से सफलता हासिल नही होती है और आपको भी पता है और मुझे भी पता है की यह तो सत्य बात है । क्योकी जीवन में सफल होने के लिए कल्पना से उपर उठना पड़ता है और तब जाकर मानव जीवन में सफल हो सकता है । और ‌‌‌यही कारण है की अगर कोई कल्पना करते हुए अपने जीवन का समय बता रहा है तो आपको बता दे की उसके लि आप इस मुहावरे का प्रयोग करे और कहे की क्योकी अक्ल के घोड़े दौड़ा रहे हो ।

दरसल अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे से तात्पर्य उस स्थिति से ही होता है जब मानव किसी बात के लिए बार बार कल्पना करने लग ‌‌‌जाता है । क्योकी आपको पता है की आज के समय में जो लोग कल्पना करते है उनमे से बहुत तो हमारे आस पास भी है । आपको बता दे की बहुत से ऐसे लोग है जो की जीवन में कुछ करने के लिए कल्पना करते है और काफी समय तक कल्पना करते रहते है । तो उनके लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाएगा । ‌‌‌

अब आप भी कमेंट में बताना की आप इस मुहावरे का प्रयोग कहां पर करने वाले हो ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।