घाव पर नमक छिड़कना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

घाव पर नमक छिड़कना मुहावरे का अर्थ ghav par namak chhidakana muhavare ka arth – दुखी व्यक्ति को और अधिक दुखी कर देना ।

दोस्तो जब कोई व्यक्ति दुख मे होता है तो वह अपने दुख को दुसरो को सुना कर दुख को कम करने का रास्ता देखता रहता है । जिसके कारण से ‌‌‌उसे ‌‌‌उस व्यक्ति दुख को समझ कर उसे सम्भालना चाहिए । पर कभी कभी ‌‌‌कुछ लोग ऐसे होते है जो उस व्यक्ति के दुख की परवाह न कर कर उसे ऐसा वैसा कह देता है ।

जिसके कारण से ‌‌‌उस ‌‌‌व्यक्ति का दुख पहले की तुलना मे और अधिक बढ जाता है । इस तरह से जब कोई किसी भी कारण से किसी दुखी व्यक्ति को और दुखी कर देता है तब ‌‌‌इसे घाव पर नमक छिड़कना कहा जाता है।

घाव पर नमक छिड़कना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • ‌‌‌बिमार पत्नी के मर जाने के कारण से श्याम बहुत ही दुखी था पर इतने मे गाव के लोग उसकी पत्नी को बुरा बताकर गाव के लोगो ने श्याम के घाव पर नमक छिडकरने का काम कर दिया ।
  • रामकिसन की फेक्टरी जल जाने के कारण से रामकिसन दुखी था और तभी ऋणकता उससे पैसे माग कर घाव पर नमक छिडक दिया ।
  • रवीकांत पेपर ‌‌‌मे फेल हो गया इस कारण से वह बहुत ही दुखी था और उसके दोस्त उसका मजाक बना कर घाव पर नमक छिडक दिया ।
  • यहां यह दुखी है और तुम घाव पर नमक छिडकने वाली बात कर हरे हो ।
  • महेश की तो आदत ही घाव पर नमक छिडकने है ।
  • एक तो ऐक्सीडेंट मे राम का पैर चला गया और उपर से लोगो ने राम के बारे मे बुरा कह कर ‌‌‌घाव पर नमक छिडक रहे है ।

घाव पर नमक छिड़कना मुहावरे पर कहानी muhavare par kahani

प्राचिन समय की बात है किसी नगर मे राजेश नाम का एक आदमी अपने पिता के साथ रहा करता था । राजेश के घर मे उसके पिता के अलावा उसकी पत्नी रहा करती थी । राजेश के पास धन की कोई कमी नही थी क्योकी उसके पास एक कपडो की कंपनी थी ।

जिसमे वह ‌‌‌लोगो को मजदुरी पर रख कर काम करवाता था । इस तरह से राजेश लोगो से काम करवाता जिसके कारण से उसके कपडे तैयार हो जाते थे और फिर उन्हे बेच कर राजेश उन लोगो को पैसे देता था ।

इस तरह से काम करते रहने के कारण से राजेश के पास बहुत पैसे थे । वह अपने गाव का ‌‌‌धनवान व्यक्ति बन गया था । साथ ही राजेश के कारण से उस गाव के लोगो को काम मिलता जिससे लोगो का पेट आराम से भर जाया करता था ।

जिसकी लाठी उसकी भैंस का अर्थ और वाक्य व कहानी

चींटी के पर निकलना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नुक्ताचीनी करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व निबंध

नाच नचाना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पीठ ठोंकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

इस तरह से राजेश का जीवन बहुत ही अच्छी तरह से चल रहा था । पर एक दिन की बात है तब राजेश के पास शहर से उसके मित्र आए जो राजेश की तुलना मे काफी अधिक पढे लिखे थे ।

तब ‌‌‌राजेश के मित्रो ने कहा की अगर तुम अपनी कंपनी मे कुछ मशीने ले आओग तो तुम एक दिन मे बहुत कपडे बना सकते हो । जिसके कारण से तुम्हे बहुत फायदा होगा । यह जान कर राजेश को लगा की मशीने तो ले आनी चाहिए ।

तब उसने अपने मित्रो से मशीन की लागत के बारे मे पुछा । जिसके कारण से राजेश के मित्रो ने कहा की ‌‌‌पैसे एक बार लगगे पर जब तुम उन मशीनो से काम करोगे तो वै पैसे तो तुम एक दिन मे कमा सकते हो ।

यह जान कर राजेश ने फैसला कर लिया की वह मशीन लेकर ही आएगा । इस कारण से राजेश ने अपने पास जितने पैसे इखट्ठे कर रखे थे वह सब उन मशीनो को लोने के लिए निकाल लिए पर अभी भी उसके पास पैसे कम पड रहे थे ।

‌‌‌जिसके कारण से राजेश ने अपने मित्रो को भी कुछ पैसे देने को कहा । तब उन्होने कहा की तुम हमारे दोस्त हो इस कारण से तुम्हे पैसे हम दे देगे । ऐसा कह कर राजेश को उसके मित्रो ने पैसे दे दिए ।

अब पैसे लेकर राजेश शहर गया और साथ ही उसने अपने मित्रो को भी ले लिए । जिसके कारण से राजेश और उसके मित्र ‌‌‌मिल कर मशीन खरीद कर ले आए । मशीन आ जाने के कारण से राजेश ने उन मशीनो से काम शुरू कर दिया था ।

तब राजेश ने देखा की मशीनो की वजह से एक दिन मे वह ‌‌‌पूरे महिने का कपडा बना चुका है । इस कारण से उसने अगले ‌‌‌ही दिन किसी दुकानदार को बुला कर उन कपडो को बेचने के लिए देने ही वाला था की अगले दिन राजेश ‌‌‌को पता चला की रात को मशीने चालू रह गई थी । जिसके कारण से उनमे आग लग गई और कंपनी मे पूरी तरह से आग लग गई ।

जिसके कारण से सब कुछ नष्ट हो गया । यह जान कर राजेश जमीन पर पड गया । जब उसे कुछ लोगो ने सम्भाला तो राजेश अब दुखी होकर बैठ गया था । तभी राजेश के मित्र उसके पास आ गए ।

तब राजेश अपने मित्रो ‌‌‌को देख कर उन्हे अपने पर बीती बताने लगा था । तभी राजेश के मित्रो ने कहा की भाई जो भी हुआ सो हो गया पर अब तुम्हारे पास कुछ नही है शिवाय इस खंडर के । इस कारण से तुम हमारे पैसे हमे वापस दे दो ।

अपने मित्रो की यह बात सुन कर राजेश और दुखी हो गया और आखो से आसु निकालने लगा । तब राजेश के पास खडे उसके ‌‌‌पिता राजेश के मित्रो से कहने लगे की तुम्हे पता नही की राजेश के साथ क्या हो गया और तुम इस समय इससे पैसे माग कर इसके घाव पर नमक छिडक रहे हो ।

तब राजेश के मित्रो ने कहा की यह जो हो गया यह हमने तो कराया नही और अगर पैसे नही लेगे तो क्या पता की यह कब तक हमारे पैसे देगा । अब तो यह अपनी इस कंपनी को ‌‌‌बेच कर पैसे दे सकता है ।

इस तरह से फिर राजेश अपने मित्रो की बात सुन रहा था । तभी राजेश की पत्नी आई और उसके पास कुछ जेवरात थे वे उसने राजेश के मित्रो को दे दिया । जिसके कारण से उनके पैसे पूरे उतर चुके थे ।

इस तरह से फिर राजेश के पास अब कुछ भी नही रहा था । साथ ही उसकी पत्नी के पास भी एक ‌‌‌जेवरात भी नही था । यह सब देख कर राजेश सोचने लगा की मैंने तो अपने मित्रो पर भरोषा कर कर पैसे लिए पर उन्होन बुरे समय मे मेरा साथ छोड दिया ।

तभी राजेश के पिता उसके पास आ गए और उन्होने उसे समझाया की बेटा इस दुनिया मे कोई भी किसी का नही है सभी ‌‌‌घाव पर नमक छिडकते रहते है । इस तरह से फिर ‌‌‌राजेश को अपने पिता की बात समझ मे आ गई इस कारण से वह फिर दुखी से सम्भल कर अपना काम फिर से शुरू करने लगा ।

एक महिने तक तो वह इसी तरह से कठिनाई मे चलता पर धिरे धिरे उसने कुछ पैसे कमा कर अपनी उन्ही मशीनो को सही कर कर उनसे काम करने लगा था । जिसके कारण से राकेश फिर से धनवान बन ‌‌‌गया ।

इस तरह से फिर राजेश का जीवन सही तरह से चलने लगा । इस तरह से आपको इस कहानी से पता चल गया होगा की इस मुहावरे का अर्थ दुखी को और अधिक दुखी करना होता है ।

घाव पर नमक छिड़कना मुहावरे पर निबंध || ghav par namak chhidakana essay on idioms in Hindi

साथियों अगर आपको कभी चोट लग जाए और शरीर पर किसी भाग में घाव हो जाए तो आप ऐसा जरूर करे की उस पर जरा सा नमक लगा ले और ऐसा करने पर आपको देखने को मिलेगा की आपको काफी जलन हो रही है । और इसी कारण से कहा जाता है की घाव पर नमक नही लगने देना चाहिए ।

अगर आप ऐसा करना चाहते है तो पहले ही बता दे की इससे आपका घाव अधिक पीड़ा देगा इस कारण से स्वयं की सोच पर ही इसका प्रयोग करे ।

क्योकी घाव पीड़ा देता है और जब पीड़ा होती है तो दुख पहुंचता है तो इस तरह से इस मुहावरे का अर्थ दुखी व्यक्ति को और अधिक दुखी कर देना सही है और यह आपने उपर समझा भी है ।

इस कारण से दोस्तो अगर कभी दुखी व्यक्ति को और अधिक दुखी कर देने की बात होती है तो इस मुहावरे का साफ रूप में प्रयोग किया जा सकता है और यह आप समझ सकते है ।

‌‌‌निचे ऐसे मुहावरों की लिंक दी गई है जो ज्यादातर काम मे लिए जाते है ।

घड़ों पानी पड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कुत्ते की मौत मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चाँद पर थूकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चूना लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

डूबते को तिनके का सहारा मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

ठगा सा रह जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तलवे चाटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तीन तेरह करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बिजली गिरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाँत खट्टे करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मक्खन लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

ओखली में सिर देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ पीले करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चिकना घड़ा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँख लगना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बीड़ा उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

थूक कर चाटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

एक और एक ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

थाली का बैंगन होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

एड़ी चोटी का जोर लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाक रगड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गुड़ गोबर करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पौ बारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

‌‌‌पेट में दाढ़ी होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सिर खुजलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मैदान मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सिर पर सवार होना ‌‌‌मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाने दाने को तरसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हां में हां मिलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाँतों तले उँगली दबाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग