छछूंदर के सिर में चमेली का तेल मुहावरे का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

छछूंदर के सिर में चमेली का तेल मुहावरे का अर्थ chhachhundar ke sir mein chameli ka tel muhavare ka arth – अयोग्य व्यक्ति को बेशकीमती वस्तु की प्राप्ति होना

दोस्तो चमेली का तेल एक बहुत ही बेशकीमती है और जो कोई भी इस तेल को लगाता है उसके अंदर से सुगंधित खुशबू आने लगती है । इसके बिल्कुल उल्टा छछूंदर जिसके अंदर से बहुत गंदी बदबू आती है । क्योकी वह अपने शरीर से इस प्रकार का रासायनिक प्रदार्थ छोडता है ताकी आस पास रहने वाले तरह तरह के मासाहारी जानवर उसे नुकसान न पहुंचा सके ।

इस तरह के जानवर को जब चमेली का तेल मिल जाता है तो वह उसके लिए बेकार होता है क्योकी उसे ‌‌‌खुशबू वाला कोई भी प्रदार्थ नही चाहिए । इस कारण से कह सकते है की छछूंदर चमेली के तेल के लिए योग्य नही है यानि अयोग्य है । इसी तरह से जब अयोग्य व्यक्तियो को कोई बेशकीमती वस्तु मिल जाती है तब कहा जाता है की छछूंदर के सिर पर चमेली का तेल ।

छछूंदर के सिर में चमेली का तेल मुहावरे का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

‌‌‌छछूंदर के सिर पर चमेली का तेल मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग chhachhundar ke sar par chameli ka tel muhavare ka vakya me prayog

  • भिखारी को अच्छी नोकरी मिलना छछुंदर के सिर पर चमेली का तेल है ।
  • हाथ पैर टुट जाने पर भी रामू को सरकार ने बैंकगार्ड की नोकरी दे दी ‌‌‌इसे कहते है ‌‌‌छछुंदर के सिर पर चमेली का तेल ।
  • भिखारी को भिख मे नए कोटपैंट देना छछुंदर के सिर पर चमेली का तेल है ।
  • ‌‌‌गलियो मे फिरने वाले को नोकरी मिल गई यह तो वही बात हुई छछुंदर के सिर पर चमेली का तेल ।
  • राम ने शराबी को दुध पिने के लिए दिया तब पास खडे राम के मित्र ने कहा की इसे दुध देना छछुंदर के सिर पर चमेली का तेल है ।
  • ‌‌‌रामवतार को जब अच्छी अच्छी किताब पढने के लिए मैंने दी तो उसके भाई ने कहा की यह तो अनपढ है इसे किताब देना छछूंदर के सिर पर चमेला का तेल है ।

‌‌‌छछुंदर के सिर पर चमेली का तेल मुहावरे पर कहानी chhachhundar ke sar par chameli ka tel muhavare par kahani

प्राचिन समय की बात है किसी नगर मे बन्नेसिंह नाम का एक बहुत ही अमीर आदमी रहा करता था । वह बहुत ही घमंडी था और अपने पैसो के कारण से किसी भी वस्तु को पल भर मे ले लेता था । क्योकी जमाना ही पैसो का आदर करता है इस कारण से लोग ‌‌‌उसका भी आदर किया करते थे ।

 बन्नेसिंह के घर मे उसका एक बेटा था जिसका नाम बनवारी था । वह दिखने मे बहुत ही काला जिसमें बुद्धि नाम की कोई चीज नहीं थी । यानि वह बदसुरत होने के साथ साथ मुर्ख भी था । उसके पिता ने उसे पढाई करने के लिए गाव के विधालय मे भेजा था ।

क्योकी उनके पास पैसे ‌‌‌ ‌‌‌थे इस कारण से बनवारी बार बार बिना कुछ पढे लिखने के बावजुद भी पास हो जाया करता था । इस बारे मे गाव के लोगो को पता था की उनके बेटो को पढाई करने के बाद भी नम्बर नही मिलते और बन्नेसिंह के बेटे को ऐसे ही पास किया जा रहा है ।

अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व निबंध

घर की मुर्गी दाल बराबर का मतलब और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

अंधेर नगरी चौपट राजा का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

लातों के भूत बातों से नहीं मानते का मतलब और कहानी

पर वे कुछ नही बोलते थे क्योकी गाव के लोगो को पता था की अगर उन्हे कभी किसी ‌‌‌चिज की जरूरत होगी तो वे बन्नेसिंह के पास ही जाएगे । इस तरह से हर कोई अपने बारे मे सोचकर विधालय के अध्यापको से कुछ नही कहते थे ।

इस तरह से पढाई होती रही पर जब बनवारी दसवी कक्षा मे पहुंच गया तो वह इस बार पास न हो सका । क्योकी उसके पिता को भी पता था की यह मुर्ख है इसे कुछ नही आता है । इस कारण ‌‌‌से पहली बार फैल होते ही उसके पिता यानि बन्नेसिंह ने उसे अपने घर पर रहने को कह दिया यानि आगे उसे पढाई नही कराई ।

इस तरह से फिर बनवारी अपने घर पर ही रहने लगा था । दो महिने ही बिते थे की बन्नेसिंह ने अपने पैसो के कारण से बनवारी को बैंक मे नोकरी दिला दि ।

यह जब गाव के लोगो को पता चला तो ‌‌‌वे बन्नेसिंह के पिछे पिछे बात करने लगे की उस मुर्ख को आता तो कुछ है नही और उसके पिता ने उसे बैंक मे नोकरी दिला दी है इसी तरह से फिर दुसरे लोग बोलते की यह तो छछुंदर के सिर पर चमेली ‌‌‌का तेल वाली बात हो गई ।

इस तरह से जब उन लोगो के सामने बन्नेसिंह आ जाता तो वह उसकी बढाई करने लगते थे । इस तरह के गाव ‌‌‌के लोग थे । धिरे धिरे समय बितता गया और बनवारी काम करने के लिए बैंक मे जाता था क्योकी उसे कुछ आता था नही इस कारण से बनवारी बैंक मे जाकर बैठ कर आ जाता था ।

साथ ही बन्नेसिंह ने ‌‌‌वहां के स्टाप को पैसे ‌‌‌देकर चुप रहने को कहा था । इस कारण से कोई भी बनवारी को कुछ नही कहता था । इसी तरह से बनवारी को काम ‌‌‌करते हुए पांच वर्ष हो गए थे । तब भी बनवारी इसी तरह का था यानि पहले मुर्ख था और अब भी मुर्ख ही है ।

बेटा बडा हो जाने के कारण से बन्नेसिंह ने उसका विवाह करने की सोच ली थी। इस कारण से वह अलग अलग जगहो पर जाकर अपने बेटे के लिए कन्या देखने लगा था । तब उसे एक ऐसी कन्या मिली जो देखने मे बहुत ही ‌‌‌सुंदर थी और अकलमंद भी थी ।

वह भी किसी बैंक मे काम किया करती थी । पर वह बैंक मे मनेजर की पोस्ट मे थी । यानि बनवारी से हर ‌‌‌काम मे आगे थी । यह देख कर बन्नेसिंह ने उसी लडकी का विवाह अपने बेटे से करवा दिया था ।

उस समय कोई भी लडका शादी से पहले लडकी को नही देखता है इस कारण से ‌‌‌उस लडकी को पता ‌‌‌नही था की मेरी शादी कैसे लडके से हो रही है । जब शादी हो गई तब जाकर लडकी को पता चला की मैं कितनी सुदर और यह कितना बदसूरत है । साथ ही ‌‌‌उसको पता चला की इसके पिता ने ही इसे बैंक मे नोकरी दिलाई है इसे तो कुछ भी नही आता है यह तो पूरा बुद्ध है ।

यह जान कर लडकी बहुत ही दुखी हो गई थी । ‌‌‌इसी तरह से जब गाव की औरतो मे दुल्हन का मुह देखने की परमपरा होती है इस कारण से गाव की औरते उसका मुह देखने के लिए चली गई और जैसे ही दुल्हन का मुंह देखती तो चोक जाती और मन ही मन मे सोचती की छछूंदर के सिर पर चमेली का तेल ।

इसी तरह से फिर दो तिन दिनो मे बात होने लगी की जब बनवारी और उसकी पत्नी ‌‌‌को पास पास खडा किया जाता है तब रंग भी दोनो का नही मिलता है । इस तरह से फिर वह कन्या क्या कर सकती थी इस कारण से ‌‌‌वह फिर उसी मुर्ख के साथ अपना जीवन गुजारने लगी थी ।

‌‌‌छछुंदर के सिर पर चमेली का तेल मुहावरे पर कहानी chhachhundar ke sar par chameli ka tel muhavare par kahani

धिरे धिरे समय के साथ एक दिन बनवारी को नोकरी से भी निकाल दिया था । इसके बाद मे लडकी ही काम करने के लिए जाती और बनवारी आराम से ‌‌‌घर पर पडा रहता था । इसी तरह से फिर उन दोनो का जीवन चलता रहा । इस तरह से आपको समझ मे आ गया हागा की इस मुहावरे का अर्थ क्या है ।

छछूंदर के सिर पर चमेली का तेल ‌‌‌पर निबंध chachundar ke sar pe chameli ka tel par nibandh

साथियो आपने उपर दी गई कहानी पढी है उसमे बताया गया है की किस तरह से मुर्ख और बदसूरत व्यक्ति को को अच्छी नोकरी मिलती है और साथ ही ‌‌‌सुंदर और अक्लमंद कन्या से विवाह होता है ।

इस तरह से लडके के गुण लडकी से जरा भी नही मिलते है यानि लडका छछुंदर हुआ जो बहुत ही बदसूरत है इसी के विपरीत लडकी चमेली का तेल जो छछुंदर को मिल जाता है । यानि अयोग्य व्यक्ति को बेशकीमती वस्तु की प्राप्ति हो जाती है ।

इस तरह से ‌‌‌किसी भी कारण से जब किसी अयोग्य व्यक्ति व्यक्ति को बेशकीमती वस्तु की प्राप्ति ‌‌‌होती है तब इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है । इस तरह से आपको अच्छी तरह से इस मुहावरे के बारे मे समझ मे आ गया होगा ।

छछूंदर के सिर में चमेली का तेल मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of chhachhundar ke sir mein chameli ka telin Hindi

दोस्तो छछूंदर और चमेली के बारे मे सभी को पता है की यह दोनो विपरित गंध ओर सुगंध वाले होते है । क्योकी चमेली को जहां पर अच्छी सुगंध के लिए जाना जाता है वही पर छछूंदर को बुरी गंध के लिए जाना जाता है ।

तो इसका मतल ब हुआ की चमेली का तेल मुल्यवान या बेशकीमती वस्तु है ओर अगर यह छछूंदर को मिल जाती है तो इसका मतलब साफ हुआ की अयोग्य व्यक्ति को बेशकीमती वस्तु की प्राप्ति हो रही है ओर यही असल में इसका अर्थ है जो की आपने उपर समझ​ लिया है ।

तो अगर मानव जीवन में कभी अयोग्य व्यक्ति को बेशकीमती वस्तु की प्राप्ति होने की बात होती है तो वहां पर इस मुहावरे का प्रयोग होता है ओर कहा जाता है की छछूंदर के सीर पर चमेली का तेल  ।

‌‌‌ऐसे मुहावरों की लिस्ट की लींक निचे दी जा रही है जो बहुत बार अनेक स्थानो पर प्रयोग मे बाती है ।

ठन ठन गोपाल का अर्थ, वाक्य मे प्रयोग और कहानी

जमीन पर पाँव न पड़ना का अर्थ, वाक्य व कहानी

जान के लाले पड़ना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दिन रात एक करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दुम दबाकर भागना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दिन में तारे दिखाई देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

छाती पर पत्थर रखना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चंपत हो जाना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

ख्याली पुलाव पकाना का अर्थ, वाक्य व कहानी

गले का हार होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँच न आने देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कलेजा मुँह को आना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कलेजे पर साँप लोटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य ‌‌‌व कहानी

कलेजा ठंडा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आ बैल मुझे मार का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कान में तेल डालना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँख मारना मुहावरे का अर्थ, वाक्य व कहानी

आम के आम गुठलियों के दाम का अर्थ, वाक्य व कहानी

आसमान पर चढ़ना का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

तिल का ताड़ बनाना का अर्थ और वाक्य व कहानी

दिमाग सातवें आसमान पर होना का अर्थ , वाक्य व कहानी

धोबी का कुत्ता घर का न घाट का, का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

टोपी उछालना का अर्थ, वाक्य व कहानी

आटे दाल का भाव मालूम होना का अर्थ, वाक्य व कहानी

जान पर खेलना का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

आसमान पर थूकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ पाँव मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

भैंस के आगे बीन बजाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मिट्टी का माधो मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।