नक्कारखाने में तूती की आवाज का मतलब और वाक्य में प्रयोग

नक्कारखाने में तूती की आवाज मुहावरे का अर्थ nakkarkhane me tooti ki aawaj muhavare ka arth – छोटे लोगो की बात बडे लोगो के बीच सुनाई देना

दोस्तो अमीर गरीबी की बात आज के समय मे आसानी से देखने को मिल जाती है । क्योकी जो अमीर होता है वह अपने पैसो के बल पर आसानी काम कर सकता  है ‌‌‌जिसे गरीब व्यक्ति अपने जीवन मे नही कर पाता है । इसके अलावा भ्रष्टाचार की इस दुनिया मे अमीर पैसे दे कर आसानी से जुर्म से छुट सकते है । मगर जब एक गरीब छोटा सा जुर्म कर देता है तो उसे बहुत बडा नुकसान पहुंचता है । मगर उसकी यह पीडा कोई नही सुनता है ।

मगर अगर वही गरीब व्यक्ति बेगुनाह होने के बाद ‌‌‌भी नही बचता है । क्योकी उसकी आवाज अमीर लोगो की जुबान ‌‌‌के निचे आसानी से दब जाती है । इस तरह के अमीर लोगो को बडे लोग और गरीब को छेटे लोग कहा जाता है । जिसके कारण से जब छोटे लोगो की आवाज अमीर लोगो के बीच मे कोई नही सुनता है तो इसे नक्तारखाने मे तूती की आवाज कहा जाता है ।

नक्कारखाने में तूती की आवाज का मतलब और वाक्य में प्रयोग

‌‌‌नक्तारखाने मे तूती की आवाज मुहावरे का वाक्य में प्रयोग nakkarkhane me tooti ki aawaj muhavare ka vakya me prayog

  • सेठ जैसे धनवान लोगो के बीच मे मेरे जैसे गरीब की आखिर सुनेगा कोन क्योकी नक्तारखाने मे तूती की आवाज ।
  • वर्तमान मे गरीबो का दुख कोई नही सुनता है मानो की सभी जगहो पर नक्तारखाने मे तूती की आवाज हो ।
  • अदालत मे राम जैसे छोटे लोग बेगुनाह होने ‌‌‌के बाद भी गुन्हगार साबित हो जाते है और उनकी कोई सुनने को तैयार नही सच है नक्तारखाने मे तूती की आवाज ।
  • भले ही विधायक रामलाल कितना भी भ्रष्ट हो मगर लोग उनके बारे एक भी गतल बात सुनना नही चाते है लगता है की सभी जगहो पर नक्तारखाने में तूती की आवाज हो ।
  • यहां पर सभी को अपनी बात कहने को मोका मिलेगा और सभी एक दुसरे की बात भी सुनेगे क्योकी यहां पर नक्तारखाने मे तूती की आवाज नही है ।
  • आप ऐसे ही हम लोगो को बार बार बुला लेते हो मगर हमारी किसी कार्य मे राय तक नही सुनते हो लगता है की मानो नक्तारखाने मे तूती की आवाज हो ।
  • मैं एक इमानदार अपसर हूं मै गरीब अमीरी मे भेदभाव नही करता सभी की बात ‌‌‌बराबर सुनता हूं क्योकी यहां पर नक्तारखाने मे तूती आवाज नही है ।

‌‌‌नक्तार खाने मे तूती की आवाज मुहावरे पर कहानी  nakkarkhane me tooti ki aawaj muhavare par kahani

‌‌‌प्राचीन समय की बात है किसी नगर मे झिंडु देवी नाम की एक और रहा रकती थी । जिसका विवाह पास के गाव के एक नोजवान से हो गया जिसका नाम रामकवर था । रामकवर बहुत ही शिक्षित था साथ ही उसकी पत्नी भी शिक्षित थी मगर उस समय औरते शिक्षित नही हुआ करती थी।

जिसके कारण से जो औरत शिक्षित होती लोग उसे बुरी ‌‌‌नजर से देखा करते थे । मगर रामकवर ऐसा नही था उसे पता था की आने वाले समय मे औरत बहुत अधिक पढने लगेगी । जिसके कारण से रामकवर ने उसी से विवाह किया था और विवाह के बाद मे दोनो का जीवन खुशी से बित रहा था ।

समय के साथ रामकवर के घर मे दो कन्या का जन्म हुआ । जिससे रामकवर बडा खुश था । मगर लोग उसकी ‌‌‌खुशी को ‌‌‌खुशी नही मानते थे । क्योकी लोगो का तो मानना था की लडका अगर घर मे हो तो सब कुछ हो जाता है । अब गाव मे जो भी कुछ होता तो सही गलत का निर्णय लेने वाले लोगो मे से एक रामकवर भी होता था । जिसका बहुत से लोग सर्पोट करते थे ।

चट मंगनी पट ब्याह का मतलब और वाक्य व कहानी

तेते पाँव पसारिये जेती लंबी सौर का मतलब और वाक्य में प्रयोग

किस खेत की मूली का अर्थ और वाक्य में प्रयोग व मुहावरे पर कहानी

उतर गई लोई तो क्या करेगा कोई का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

कहां राजा भोज कहां गंगू तेली का मतलब और वाक्य व कहानी

क्योकी वह लोगो के हितो मे अपना फैसला लेता था । साथ ही लोगो को यह ‌‌‌मालूम था की अगर रामकवर नही होता तो हमारी बात कोई नही सुनने वाला है । यह कारण भी लोगो का रामकवर का साथ देने का रहा था । मगर उसी गाव मे कुछ ऐसे लोग भी रहा करते थे जो अमीर होने के बाद भी लोगो को ठगते रहते थे । और लोगो को लूटने का मोका देखते थे ।

मगर रामकवर उनके रास्ते मे आ रहा था । जिसके कारण से उन ‌‌‌लोगो का कार्य पूरा नही हो पता था । मगर एक दिन उन सभी लोगो के साथ रामकवर किसी काम के लिए शहर गया हुआ था । तब वे सभी रास्ते मे चल रहे थे की एक सामने से लोरी आई और रामकवर को उडा कर ले गई । यह देख कर वे सभी लोग उसकी तरह एक बार तो दोडे मगर अगली ही बार उन्हे अपना रास्ता साफ नजर आया जिसके कारण से ‌‌‌कोई भी उसकी मदद करने के लिए नही गया ।

रामकवर के सीर से खुन निकल रहा था मगर उन लोगो ने उसे बचाने की नही सोची । तभी उन्हे एक आदमी आता हुआ दिखाई दिया जिसके कारण से वे मदद करने के लिए रामवकर को उठा कर हॉस्पिटल की तरफ दोडने लगे । मगर जैसे ही वह आदमी आगे चला गया वापस वे आराम से चलने लगे। ‌‌‌इस तरह से जब तक शहर के हॉस्पिटल के पास पहुंचे तब तक रामकवर की जान जा चुकी थी ।

तब डॉक्टरो ने कहा की आपने इसे लाने मे देर कर दी । जब झिंडु देवी और उसकी बेटियो को इस बारे मे पता चला तो उन्हे बहुत दुख पहुंचा । इस बात को दो ही दिन बिते थे की उन लोगो ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया और वे लोगो ‌‌‌को अपनी बातो मे लेकर लूटने का प्रयास करने लगे थे ।

मगर इस समय झिंडु देवी भी वहां पर थी जिसके कारण से ‌‌‌उसे उन लोगो की सारी बात समझ मे आ गई । जिसके कारण से वह लोगो से कहने लगी की इन लोगो की बातो मे मत आ जाना ये तुम्हे बर्बाद कर देगे । अब एक औरत ऐसा बोलने लगी तो किसी ने उस पर यकिन नही किया और वे ‌‌‌लोग भी कहने लगे की इसका पति मर गया है तब ऐसा कर रही है ।

जब बात को रात बितने को थी तब झिंडू देवी उन अमीर लोगो के पास से होकर जा रही थी तो उसने सुन लिया की अगर रामकवर सही समय पर अस्पताल पहुच जाता तो वह जरूर जीवित होता । यह सुर कर झिंडु देवी उन लोगो को अपने पति के मरने का जीमेदार ठहराने लगी ‌‌‌। जिसके कारण से वहा पर काफी लोग इकट्ठा हो गए । मगर सभी झिंडू देवी से अमीर थे ।

जिसके कारण से उसकी बात किसी ने नही सुनी । तब झिंडू देवी ने कहा की आप इन लोगो पर भरोषा कर कर मेरी बात सुनने को तैयार तक नही हो लगता है की नक्तारखाने मे तूती की आवाज हो गई है । मगर झिंडू देवी को यह समझ मे नही आया ‌‌‌की उन लोगो ने उसे आते देख कर ही ऐसी बात कही है । इस का फायदा यह हुआ की झींडु देवी की बात फिर गाव का कोई नही सुन रहा था ।

मगर अब भी वह अपने पति की तरह उन लोगो का साथ ही नही दे रही थी बल्की लोगो को उनके चंगुल से बचाने का प्रयास कर रही थी । मगर उसकी बात किसी ने नही सुनी । जब उन लोगो ने गाव के आधे से ‌‌‌अधिक लोगो को ठग लिया तब जाकर लोगो को झिंडू देवी की बात याद आ गई । तब वे सोचने लगे की वह तो पहले ही चिला चिला कर कह रहे थी की ये लोग चालबाजी कर रहे है ।

मगर किसी ने उसकी बात पर विश्वास नही किया । जिसके कारण से फिर लोग उसकी बात सुनने लगे । मगर अब वह भी कहने लगी ‌‌‌की जीस दिन मैंने आपको चिला चिला कर कहा था की इन लोगो पर विश्वास नही करना तो मेरी बात वहां पर किसी ने नही सुनी। और अब सभी का नुकसान हो गया है तब जाकर मेरी बात आपको सच लग रही है ।

‌‌‌नक्तार खाने मे तूती की आवाज मुहावरे पर कहानी  nakkarkhane me tooti ki aawaj muhavare par kahani

उस दिन तो सभी नक्तारखाने मे तूती की आवाज को मान रहे थे । अब हो क्या सकता था मगर लोग अब ‌‌‌औरत होने की होने की बात ‌‌‌छोड की उसकी बात सुनने लगे थे । जिसके कारण से फिर झिंडू देवी अपने पति की तरह लोगो को मुसीबत मे निकालने का काम करती थी । इस तरन से झिंडू देवी का जीवन चलने लगा था । इस तरह से आपको इस कहानी से मुहावरे का अर्थ समझ में आ गया होगा ।

नक्तारखाने मे तूती की आवाज मुहावरे पर निबंध nakkarkhane me tooti ki aawaj muhavare par nibandh

साथियो जिस तरह ‌‌‌पल पल समय बदलता जा रहा है उसी तरह से लोग अपने आप मे बदलाव ला रहे है । क्योकी सभी को पैसे कमाने है । इस कारण से आज हर कोई घुसखोर बेठा है । ऐसे लोग कम ही दिखाई देते है जो घुस न लेते हो । इस तरह के लोग अपने आप को कभी बडा नही मानते बल्की घुस लेने वाले तो आसमान पर चढ‌‌‌ते जाते है । और अपने आप को बडा बता ‌‌‌कर आसानी से मुसीबत से दूर हो जाते है ।

इस तरह से कह सकते है की सभी जगह पैसो की बात चलती है । अगर किसी छोटी नोकरी को भी करने के लिए जाया जाए तो वहां पर भी घुस्स देनी पडती है । और जानकारियां निकालने के बाद मे नोकरी लगती है । भले ही फिर उन्हे ज्ञान हो या ना हो । क्राइम मे भी यही हो रहा है अपना ‌‌‌नाम हटाने के लिए पैसे दे देते है और उनका नाम हट जाता है ।s मगर गरीब रहा छोटा उसकी बात वहां कोन सुनेगा । इस तरह से जीस कार्य मे बडो की बात सुनी जाती है और ‌‌‌छोटे लोगो की बात नही सुनी जाती वहां पर इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है । फिर वह कैसा भी कार्य हो सकता है ।

नक्कारखाने में तूती की आवाज मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of nakkarkhane me tooti ki aawaj in Hindi

दोस्तो आपको बात दे की nakkarkhane me tooti ki aawaj एक मुहावरा है मगर इसे अधिकतर लोकोक्ति के रूप मे जाना जाता है । और इस बारे में आपको पता होना चाहिए ।

वैसे अगर अर्थ की बात करे तो आपको अभी तक पता चल चुका है की nakkarkhane me tooti ki aawaj का अर्थ क्या होता है । दरसल यह जो मुहावरा है वह असल मे छोटे लोगो की बात बडे लोगो के बीच न सुनाई देने को दर्शाता है। और इस बात का मतलब यह होता है की छोटे लोगो की बात बडे लोगो के बीच न सुनाई देना, की जहां पर बात होती है वही पर इसका वाक्य में प्रयोग किया जाता है ।

दोस्तो आपको एक बात बता दे की यह जो मुहावरा है वह काफी उपयोगी है और कई एग्जामों में पूछा गया है और इस बात का मतलब यह होता है की आपको इस मुहावरे को सही रूप में याद कर लेना चाहिए ।

very very most important hindi muhavare

तेली का बैल होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दम भरना का मतलब और वाक्य व कहानी

टूट पड़ना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

आग में कूदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ खाली होना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

हाथ तंग होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व निबंध

आसन डोलना मतलब और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

अंडे का शाहजादा मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

आँख उठाकर न देखना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व निबंध

अंगारे उगलना मुहावरे का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

अंगूर खट्टे होना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

अँधेरे घर का उजाला मुहावरे का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

इधर की उधर करना का अर्थ व निबंध व वाक्य मे प्रयोग

कलेजे का टुकड़ा का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

उल्लू बनाना का मतलब और वाक्य मेप्रयोग

best hindi muhavare list

टका सा जवाब देना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

कलेजा छलनी होना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

एक आँख न भाना का मतलब और वाक्य मे प्रयोग

काम तमाम करना मुहावरे का मतलब क्या है और वाक्य मे प्रयोग

कीचड़ उछालना मतलब और वाक्य मे प्रयोग

ढाक के तीन पात मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रायोग व कहानी

ढिंढोरा पीटना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग व कहानी

चार चाँद लगाना का मतलब व वाक्य मे प्रयोग

झक मारना का अर्थ व वाक्य व निबंध

जी चुराना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

काठ का उल्लू मुहावरे का मतलब व कहानी और वाक्य मे प्रयोग

चौकड़ी भरना का मतलब और वाक्य व कहानी

छाती पर मूँग दलना का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।