ठहाका लगाना का अर्थ और वाक्य व कहानी

ठहाका लगाना मुहावरे का अर्थ thahaka lagana muhavare ka arth – बहुत जोर से हंसना

दोस्तो आज के समय मे हर कोई अपने जीवन मे खुश रहना चाहता है । और अगर वे किसी कारण से इतने खुश हो जाते है की मानो वे जोर जोर से हंसने लग जाते है तो इसे ठहाका लगाना कहा जाता है । ‌‌‌जिस तरह से अगर किसी के साथ ऐसी बात कर लेते है जो एक हंसाने के लिए कही जाती है जैसे चुटकला तो सामने वाला इसे सुन कर जोर जोर से हंसने लग जाता है । इस तरह से हंसने को ही ठहाका लगाना कहा जाता है । हंसने का कारण कोई भी हो सकता है ।

ठहाका लगाना का अर्थ और वाक्य व कहानी

ठहाका लगना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  Use in sentence

  • राम की बात सुनते ही श्याम ठहाका लगाने लगे ।
  • जब जब आप मुझे देखते हो ठहाका लगाने लग जाते हो आखिर बात क्या है ।
  • अगर ठहाका लगाना चाहते हो तो एक बात कहूं ।
  • इस चुटकले को सुनते ही हर कोई ठहाका लगाने लग जाता है ।
  • आप चाहते ही हो की मै आपकी बात पर ठहाका लगाउ ।
  • ‌‌‌घनश्याम जी आखिर बात क्या है कब से देख रहा हुं की आप ठहाका लगा रहे हो ।
  • आपकी बातो को सुनते ही मैंने ठहाका लगाना शुरु कर दिया माफ करना ।
  • अगर मेरे ठहाका लगाने से आपको कुछ समस्या है तो माफ कर देना ।

‌‌‌ठहाका लगाना मुहावरे पर कहानी Idiom story

एक समय की बात है किसी गाव मे राहुल नाम का एक लडका रहता था । उसके घर मे उसके माता पिता के अलावा और कोई नही था । इस कारण से वे तिनो ही उस घर मे आराम से रहा करते थे । राहुल के पिता का एक भाई था जिसके पास बहुत धन था ।

एक दिन की बात है राहुल के पिता का भाई शहर जा ‌‌‌रहा था की उसका एक्सीडेंट हो गया था । उसके मर जाने के कारण जो कुछ उसके भाई का था वह सब राहुल के पिता का हो गया था । राहुल के पिता के पास अब बहुत धन हो गया था ।

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इस कारण से उसके पिता को किसी चिज की कमी महसुस नही होती थी । उस समय रहुल का जन्म नही हुआ था । जब राहुल के का जन्म हुआ तो उसके पिता ने ‌‌‌लोगो को भर पेट खाना खिलाया था । राहुल का जन्म हो जाने के कारण उसके पिता बहुत ही खुश थे । राहुल के पिता के पास इतना रुपया होने के कारण भी राहुल पढा लिखा नही था ।

इसका कारण यह था की विधालय गाव से काफी दूरी पर थी और जब कोई वहां पर ‌‌‌जाता तो अकेला नही जाता था । बल्की उसके साथ कोई और जाता था । गाव मे कोई भी अपने बेटो को वहां पढने के लिए नही भेजता था । इस कारण से राहुल के पिता ने भी उसे पढने के लिए वहां नही भेजा था ।

एक बार की बात है जब राहुल का जन्मदिन था तो उसके पिता ने लोगो के मनोरंजन के लिए कुछ लोगो को बुलाया था । ‌‌‌जो नाटक करते थे और तरह तरह की आवाजे निकालने मे माहीर थे । उस प्रोग्राम को देखकर राहुल को भी मजा आ गया था और गाव के लोग उसे देखकर ठहाका लगाने लगे थे ।

उस दिन राहुल ने अपने पिता से कहा की वह भी इस तरह का नाटक सिखना चाहता है । तब राहुल के पिता ने उसे कहा की तुम्हे यह सिखने की कोई जरुरत नही है ‌‌‌। अपेन पिता की बात राहुल ने नही मानी और जिंद कर ली की वह तो उसे सिखकर ही रहेगा ।

आखिर बेटे की जिद के आगे हार कर उसके पिता ने उसे नाटक सिखा दिया था । और नाटक सिखते हुए ही वह बढा हो गया था । अब उसके माता पिता की उर्म भी ज्यादा हो गई थी इस कारण से उसके पिता कुछ कमा नही पाते थे और अब ‌‌‌राहुल के पास पैसे भी कम होने लगे थे । तब राहुल ने सोचा की क्यो न वह भी कुछ काम कर ले।

तब उसने खुब सोचा फिर एक दिन उसके दोस्तो ने उसे कहा की तुम नाटक दिखने का प्रोग्राम खोल लो । जहां पर तुम्हारे पास अनेक लोग नाटक देखने के लिए आएगे और तुम्हे यह काम आता भी है । तब राहुल को लगा की यह सही कह‌‌‌ रहे है ।

इस कारण से उसने नाटक दिखाने का प्रोग्राम खोल लिया था । ‌‌‌जिसे देखने के लिए सबसे पहले तो कम ही लोग आते थे । तब उसने अपने गाव के लोगो को फ्री मे नाटक दिखने को कहा । जिसके कारण उसके गाव के लोग नाटक देखने लगे थे ।

वह नाटक अपने गाव मे ही दिखाता था इस कारण से उसके गाव के सभी लोगो ने उसका ‌‌‌नाटक देखा था । जिसे देखकर लोग ठहाका लगाने लगे थे । उसके बाद उसने गाव के लोगो से पैसे लेने शुरु कर दिए थे । क्योकी लोग अपने रोजाना के काम से थक जाते है इस कारण से ‌‌‌हंसने के लिए उसका नाटक देखने के लिए आने लगे थे ।

उसके नाटक की खबर आस पास के गाव मे पहुंची तो आस पास के गाव के लोग भी उसका नाटक ‌‌‌देखने के लिए आने लगे थे । इस तरह से समय के साथ उसका नाटक देखने के लिए आस पास के गाव के अलावा शहर के लोग भी आने लगे थे ।

‌‌‌ठहाका लगाना मुहावरे पर कहानी Idiom story

राहुल का नाटक देखकर लोग ठहाका लगाने लग जाते थे । इस तरह  से राहुल का भी फायदा हो जाता था साथ ही गाव के कई लोगो को भी रोजगार मिल गया था । इस तरह से ‌‌‌आप यह समझ गए होगे की इस कहानी से मुहावरे का क्या मतलब होता है ।

‌‌‌ठहाका लगाना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

‌‌‌साथियो आज के समय मे हर किसी को दुख की छाया ने घेर रखा है । किसी को भी अपने दुख से ‌‌‌राहत नही मिलती है । वे दिन और रात अपने दूख को याद कर कर और दूखी हो जाते है । इस कारण से वे लोग अपने दूख को भूलाने के लिए कभी कभी किसी बात पर हंसने लग जाते है और जब वे जोर जोर से ‌‌‌‌‌‌हंसने लग जाते है । तो इसे ठहाका लगाना कहा जाता है ।

इस तरह से वे अपने दूखो को भूलाकर कुछ सुख अनुभव करते है । जिसके कारण वे बार बार उस बात को सुनना चाहते है । इसका सबसे अच्छा उदहारण है चुटकले जिसे सुन कर हर कोई जोर जोर से ‌‌‌हंसने लग जाता है। और फिर उसका मन करने लग जाता है की वह और चुटकले सुने ‌‌‌जिसके कारण वह ‌‌‌हंसने लग जाए ।

पर यह जरुरी नही की चुटकले सुनने के कारण जो जोर जोर से ‌‌‌हंसने है उसे ही ठहाका लगाना कहा जाता है । बल्की उन सभी के लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है जिनमे किसी कारण से व्यक्ति जोर जोर से ‌‌‌हंसने लग जाता है । इस तरह से आप यह समझ गए होगे की इस मुहावरे का अर्थ जोर जोर ‌‌‌से ‌‌‌हंसने होता है ।

ठहाका लगाना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of thahaka lagana in Hindi

दोस्तो thahaka lagana एक ऐसा मुहावरा है जिसे आप अभी तक समझ चुके है । मगर इसे इस तरह से भी समझा जा सकता है जैसे की आपको पता है की मानव जब खुश होता है तो वह आस पास क्या है यह नही देखता है बल्की वह बहुत जोर जोर से हंसने लग जाता है ।

और मुहावरे के रूप में thahaka का हिंदी में अथ्र होता है जोर से हंसना और इस बात से यह समझ सकते है की जब बहुत जोर से कोई हंसता है तो इसे thahaka lagana कहा जाता है ।

क्योकी आपने उपर जो कुछ बताया गया था उसे पढा है तो आप यह समझ गए है की thahaka lagana muhavare ka arth – बहुत जोर से हंसना होता है ।

अगर अब आपको जो कुछ पूछना है तो आप उसे कमेंट में लिखे और अपने प्रशन के रूप से हमसे पूछ सकते है । क्योकी दोस्तो आपको समझाने का प्रयास हमेशा हम करेगे तो आपके प्रशन का उत्तर भी देगे ।

‌‌‌निचे कुछ मुहावरों की लिंक दी जा रही है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है ।

अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सिर चढ़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

लोहा मानना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें चुराना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आंखों में खटकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें चार होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँख भर आना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंगारे बरसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंगारों पर पैर रखना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

उड़ती चिड़िया पहचानना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

उल्टी गंगा बहाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

आसमान से बातें करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें दिखाना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

खाक में मिलना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

‌‌आँखों का तारा मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

कान भरना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अपना उल्लू सीधा करना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

चिराग तले अंधेरा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

अक्ल पर पत्थर पड़ना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मेप्रयोग

हृदय भर आना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

‌‌‌ अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

पानी में आग लगाना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

सौ सुनार की एक लुहार की मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

अपना हाथ जगन्नाथ मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अंत भला तो सब भला मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अक्ल का दुश्मन मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अन्धों में काना राजा मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अपने पैरों पर खड़ा होना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

आँखें खुलना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

खाक छानना मुहावरे का अर्थ , वाक्य मे प्रयोग और निंबंध

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।