अंगारों पर पैर रखना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंगारों पर पैर रखना मुहावरे का अर्थ ‌‌‌angaaron par pair rakhana muhaavare ka arth  – अपने आप को संकट में डालना ‌‌‌या ‌‌‌कठिन कार्य करना।

दोस्तो अगर कोई किसी कार्य को कर रहा है जो ‌‌‌नामुनकिन लगे और बहुत कठिन हो ‌‌‌जिसे हर कोई नही कर सकता है अगर ऐसे कार्य को कोई कर देता है तो यही कहा जाता है की उसने अंगारों पर पैर रखकर यह कार्य किया और पुरे शहर को दिखा दिया की अंगारो पर पैर रखना किसे कहते है । ऐसा कार्य करने वाले लोगो का बहुत ही ‌‌‌सम्मान होता है । उनकी जय जयकार होने लग जाती है । पर ऐसे लोग होते बहुत कम है हर ‌‌‌कोई ऐसा कार्य नही ‌‌‌कर सकता है ।

अंगारों पर पैर रखना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंगारों पर पैर रखना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || angaro par pair rakhna use of idioms in sentences in Hindi

आज के नोजवान बोर्डर पर अपनी जान की परवाह न कर कर अपने ‌‌‌देश की सेवा करने मे लगे है ।

राम ने अपनी जान की परवाह न कर कर अनेक लोगो की जान बचाई इसे ही तो कहते है की अंगारों पर पैर रखना ।

‌‌‌अपने आप को संकट मे डालकर लखन ने अनेक लोगो की जान बचाई ।

एक फोजी अपनी जान की फिकर न कर कर देश की सेवा करने के लिए तैयार रहता है ।

अंगारों पर पैर रखना मुहावरे पर कहानी ||  angaro par pair rakhna story on idiom in Hindi

एक गाव मे सुशील नाम का एक नोजवान लडका रहता था उसके पास कुछ भी नही था एक खाली कुटिया थी जिसमे वह आराम से रहता था । उसके माता पिता भी नही थे । सुशील बहुत ही बलवान व हर ‌‌‌मुस्किल मे काम आने वाला लडका था । इस कारण गाव के लोग उसके साथ बहुत प्रेम भाव रखते थे ।

‌‌‌जब भी किसी पर कोई संकट आता तो सुशील अपनी जान की परवाह न कर कर दुसारो की जान बचाता था । उसकी इसी खुबी ने पुरे गाव के साथ साथ आस पास के गाव मे भी उसका नाम ‌‌‌कर दिया । वह अपने आप से बहुत ही खुश था कि गाव के लोग उसे इतना सम्मान देते है । और साथ ही जब भी उसे किसी चिज की जरुरत होती है तो गाव के लोग ‌‌‌उसे दे देते थे ।

सुशील वेसे तो खेती करता था पर उसका खुद का खेत नही था । वह दुसरो के खेत मे काम करता था और अपना पेट भरता था । जब भी सुशील को पता चलता की दुसरे गाव मे कोई दुर्घटना हो गई है तो वह उन लोगो की भी मदद करने के लिए चला जाता था ।

एक बार की बात है ‌‌‌सुशील गाव के ‌‌‌बाहर गया हुआ था और वहा ‌‌‌से वापस आ रहा था तो गाव मे आग लग ‌‌‌थी जिसे देखकर सुशील लोगो को बचाने के लिए आग मे कुद पडा और लोगो को बचाने लगा । उस समय सुशील अपने बारे मे कुछ भी नही सोच रहा था की अगर वह इन लोगो को बचाएगा तो वह भी मर सकता है । वह तो अपनी जान की चिंता न कर कर दुसरो को बचाता रहा ।

‌‌‌सुशील बहुत ही बलवान था वह एक बार मे तिन चार लोगो  को एक साथ घर से बाहर ले आता था । आधे गाव मे आग लगी थी और बाकी का गाव उस आग को भुजाने मे लगा था । पर कोई भी लोगो को बचाने के लिए उस आग मे नही कुदा । ‌‌‌सुशील ही एक ऐसा लडका था जो गाव के लोगो की जान बचाने मे लगा था ।

1 घंटे के अंदर सुशील पुरे गाव के लोगो को बचाकर उनके घरो से बाहर ले आया था। पर वह लोगो की जान बचाने मे बहुत घायल हो गया तो वह बेहोस होकर जमिन पर जा गिरा । जिसे देखकर पुरे गाव के लोगो को कष्ट हुआ की यह लडका दुसरो को बचाने मे लगा ‌‌‌और खुद की जान बचाने के बारे मे बिलकुल भी नही सोचा ।

सभी लोगो ने सुशील की सेवा की जिससे सुशील ठिक हो गया । ऐसे ही एक दिन गाव के पास वाले गाव मे सुशील गया हुआ था । उस गाव के पास से एक नदी जाती थी तो उस गाव मे बाढ आ गई । बाढ को देखकर सुशील लोगो को कहने लगा की आप सब अपने अपने घरो से बाहर निकल ‌‌‌जाओ । और बाहर जाकर किसी पैड को पकड  लो वरना आप नही बच सकते हो ।

अंगारों पर पैर रखना मुहावरे पर कहानी

इतने मे सुशील को बाढ बहाकर ले जा रही थी की बिच मे एक पैड आ गया जिसे सुशील ने पकडा और जब बाढ थम गई तो वह लोगो को उनके घरो से बाहर निकालकर उनकी सेवा करने लगा था । इस बिच मे सुशील का एक हाथ घायल हो गया पर वह फिर भी लोगो की जान ‌‌‌बंचाने मे लगा था । इस तरह से जब भी किसी पर मुसीबत आती तो सुशील अंगारों पर पैर रखकर लोगो की जान बचाता रहाता था । इस तरह से आप समझ गए होगे की इस मुहावरे का अर्थ क्या है ।

अंगारों पर पैर रखना मुहावरे पर निबंध || angaro par pair rakhna essay on idioms in Hindi

साथियो आज के समय मे हर किसी को अपनी ही चिंता रहती है वह दुसरो के बारे मे नही सोचता है इस बिच मे अगर कोई दुसरो के बारे मे सोचकर उसकी मदद करता है व उस समय अपने बारे मे नही सोचता है की हामारा क्या होगा । इस कार्य मे तो उसे अंगारों पर पैर रखकर कार्य करने वाला कहा ‌‌‌जाता है ।

इस तरह के लोग बहुत कम मिलते है आज के समय मे तो लोग अपने बारे मे सोचते रहते है अपने आप के लिए वह कुछ भी कर सकते है चाहे फिर वे दुसरो के लिए बुरा ही क्यो न हो जाए । पर कुछ लोग अपने लिए नही दुसरो के लिए जिते है जैसे फायरमेन जो अपनी जान की परवाह न कर कर दुसरो को बचाने मे लगे रहते है ।

‌‌‌वे यह नही सोचते है की यह हमारा क्या लगता है जो हम इसके लिए हमारी जान को खतरे मे डाले । वे तो बस दुसरो को बचाने के अलावा कुछ सोचते ही नही है । हमारे देश के नोजवान जो इस समय बोर्डर पर हामरे लिए लड रहे है हमारी सहायता कर रहे है ।

उनका ऐसा मानना है की हम इस देश के लिए ही यहा पर आए है अगर इस को ‌‌‌बचाने मे हमारी जान भी चली जाए तो भी हमे कोई फरक नही पडता है । ‌‌‌ऐसे ही लोग अंगारों पर पैर रखकर दुसरो की जान बचा सकते है । ऐसे लोगो का दुनिया मे भी नाम होता है उनकी प्रसंसा होती है । इस तरह से आप समझ गए होगे की अंगारों पर पैर रखना मुहावरे का अर्थ क्या है ।

अंगारों पर पैर रखना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of angaro par pair rakhnain Hindi

अगर आप अंगारो पर पैर रखने की सोच रहे है तो ऐसा करने के बारे में कभी सोचे ही मत । कयोकी इससे आपके पैर जल सकते है । आपने कई बार देखा होगा की कुछ गावो में और शहरो में खेल दिखाने के लिए आते है जो की अपने पैर पर पता नही क्या लगाते है जो की अंगारो

‌‌‌पर चलने लग जाते है । यानि बहुत सारे जलते हुए कोयले जो होते है जिन्हे अंगारे कहा जाता है उनका उपयोग किया जाता है और उपर बिना कुछ पैरो में पहले चलने लग जाते है। तो यह अंगारो पर पैर रखना हो सकता है ।
क्याकी यह एक मुहावरा भी है जिसका तात्पर्य होता है अपने आप को संकट में डालना ‌‌‌या ‌‌‌कठिन कार्य करना।

‌‌‌वैसे आपको तो पता ही होगा की जो यह मुहावरे होते है उनके अर्थ किसी न किसी तरह से मुहावरो में ही छीपे होते है। और आप इस मुहावरे से समझ सकते है की इसका अर्थ किस तरह से छीपा है और इसे किस तरह से बहार निकाला जा सकता है ।

क्योकी असल में अंगारो पर पैर रखना कोई जोखिम भरे काम से कम नही होता है । और ‌‌‌यह बात तो आपको पता ही होगी । अत कुल मिलाकर बात यह है की अंगारो पर पैर रखना एक मुहावरा है जिसके बारे में हमने इस पूरे लेख में आपको बताने की कोशिश की है आशा करते है की आपको यह मुहावरा पूरी तरह से समझ में आ चुका होगा ।

क्या अंगारो पर पैर रखना सही होता है, kya angaaron par pair rakhana sahee hota hai

जी नही, अगर कोई आज के समय मे अपने आप को अंगारो पर पैर रखने देता है तो इसका मतलब है की वह सबसे बड़ा मुर्ख है । क्योकी अंगारो पर पैर रखने का मतलब अपने आप को संकट में डालना है और लेख के माध्यम से आप यह समझ चुके है ।

अब अगर मान ले की आपके सामने कुआ है तो क्या आपको उसके अंदर कुदना चाहिए , अगर आप ऐसा करते है तो इसका मतलब है की आप अपने आप को संकट में डाल रहे है और यह सही नही होता है, मगर असल में यह मुहावरा इस तरह की स्थिति में प्रयोग में ही नही लगाया जाता है ।

बल्की अगर कुवे में कोई व्यक्ति पड़ गया है और आप उसे बचाने के लिए कुद जाते है तो यह एक अच्छा कारण है और ऐसा करना भी चाहिए । और इस तरह से करने पर आप जरूर संकट में पड़ जाते है और यही पर इस मुहावरे का प्रयोग होता है और आपके लिए कहा जाएगा की आपने तो उसे बचाने के लिए अंगारो पर पैर तक रखर दिया ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।