समझे, आँखें चार होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें चार होना मुहावरे का अर्थ aankhen chaar hona muhaavare ka arth  – आमना सामना होना ।

दोस्तो अगर आप किसी के सामने आ जाते है तो आँखें  चार हो जाती है । यानि दो उसकी जिसके आप सामने आते है और दो आँखें  आपकी तो कुल मिलाकर आँखें  चार हो जाती है जिसका अर्थ है आमने सामने होना ।‌‌‌इस तरह के लोग बहुत होते है जैसे लवर दोस्त आदी । जब आपके सामने ‌‌‌कोई आ जाते है तो आँखें  चार हो जाती है । पर ज्यादातर इस मुहावरे का प्रयोग प्रेम होने के लिए ही किया जाता है ।

आँखें चार होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें चार होना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || aankhe char hona use of idioms in sentences in Hindi

किसी ने कहा है कि जब जब आँखें चार हुई है तब तब प्यार हुआ है ।
एक बार एयरपोर्ट पर राधा से आँखें चार हो गई और प्यार हो गया ।
कृष्ण जी की एक बार राधा से आँखें चार हो गई और प्रेम हो गया ।
जब शिवानी राजेश दोनो आमने सामने हुए तो आँखें चार हो गई ।

आँखें चार होना मुहावरे पर कहानी || aankhe char hona story on idiom in Hindi

एक ‌‌‌समय की बात है राजेश नाम का एक लडका था । राजेश के घर मे उसकी मा व उसका पिता रहता था । उसके सामने वाले घर मे शिवानी नाम की एक लडकी रहने के लिए आई थी जिसके बारे मे राजेश को कुछ भी नही पता था । राजेश बहुत ही अच्छा लडका था । वह एक बेंक मे नोकरी करता था ।

शुबह ‌‌‌जल्दी से राजेश बेंक जाने के लिए तैयार हो जाता था और बेंक के लिए रवाना हो जाता था ।वह बेंक मे जाने के लिए अपनी गाडी का सहारा लेता था और इधर शिवानी ‌‌कॉलेज मे पढाई करने के लिए जाया करती थी । इस कारण वह लेट तक उठकर ‌‌कॉलेज के लिए तैयार होकर ‌‌कॉलेज जाती थी ।

वे दोनो कभी भी एक दुसरो को नही मिले थे । शिवानी बहुत ही उसार लडकी थी वह कॉलेज मे अपनी कक्षा मे सबसे अच्छे नम्बर लाने वाली लडकी थी । इस कारण उसका कॉलेज मे बहुत ही नाम था । वह ज्यादातर समय होस्टल मे रहा करती थी । कभी कभी अपने घर आ जाया करती थी ।

शिवानी के घर मे उसका एक छोटा भाई व उसकी मां व पिता ही रहते थे । ‌‌‌एक बार की है शिवानी होस्टल से कॉलेज जा रही थी कि रास्ते मे उसे दिखा की एक बुड्डी औरत रास्ता पार कर रही है पर कोई उसे जाने नही दे रहा है । वाहन रुकने का नाम भी नही ले रहे थे ।

तभी वहा से राजेश भी बेक के लिए जा रहा था राजेश ने भी देखा की वह औरत रास्ता ‌‌‌पार नही कर पा रही है । तब राजेश व शिवानी ‌‌‌दानो ने सोचा की क्यो न उस बुडिया की मदद कि जाए । तब एक तरफ ये राजेश अपनी गाडी से उतर कर उस बुडिया की ओर चला और दुसरी और शिवानी उस बुडिया की ओर चली ।

अभी ‌‌‌तक दोनो ने नही देखा था कि कोई इस औरत की मदद करने के लिए भी आ रहा है । जब दोनो उस बुडिया को पकडे तो उन्हे दिखा की कोई और भी इस औरत की ‌‌‌मदद करने के लिए आया है । यह देखकर शिवानी को राजेश से प्रेम हो गया । और राजेश को दिखा की वह लडकी बहुत ही खुबसुरत है तो राजेश को भी प्रेम हो गया था ।

तभी दोनो ने उस बुडिया को रास्ता पर कराया । बादमे दोनो ने एक दुसरे का नाम पुछा और वहा से जाने लगे । ‌‌‌उसी दिन से शिवानी होस्टल से अपने घर मे रहने लगी और वही से कॉलेज जाया करती थी । कुछ दिनो के बाद मे शिवानी अपने कॉलेज जा रही थी तो उसने रास्ते मे देखा की राजेश किसी गरीब की मदद कर रहा है ।

यह देखकर शिवानी को बहुत ही अच्छा लगा की वह भी उसकी सोच का है । इसी तरह से राजेश ने एक दिन देखा की ‌‌‌शिवानी ढाबे पर रोटिया बना रही है । राजेश को लगा की वह ढाबे पर काम करती है या फिर ढाबा उसी का है । जब राजेश कुछ समय ‌‌‌डकर देखा तो उसे पता चला की वह तो उस ढाबे वाली औरत की मदद कर रही है ।

आँखें चार होना मुहावरे पर कहानी

अगले दिन राजेश बेक से छुट्टी लेकर घर पर आराम कर रहा था वह अपने घर से बाहर आया तो राजेश व शिवानी ‌‌‌दानो ने देखा यह तो मेरे ही घर के बाहर रहता है ।और मुझे अभी तक पता भी नही था । इस तरह से दोनो एक दुसरे को देखते रह गए और दोनो की आँखें  चार हो गई । ‌‌‌बादमे राजेश व शिवानी दोनो आपस मे बात करने लगे । कुछ सयम के बाद दोनो घर वालो ने उन दोनो की सादी करा दी । इस तरह से आप समझ गए होगे की आँखें  चार होना किसे कहते है ।

आँखें चार होना मुहावरे पर निबंध || aankhe char hona essay on idioms in Hindi

साथियो जब एक लडका व एक लडकी दोनो आमने सामने आ जाते है और दोनो ही एक दुसरे को देखने लग जाते है तो आँखें  चार हो जाती है । इस तरह की प्रेम कहा‌‌‌निया आपको बहुत मिल जाएगी । एक बार प्रेम हो जाने के बादमे वे एक दुसरे से वापस मिलने के बारे मे सोचने लग जाते है।

‌‌‌जिस तरह से राधा व श्याम जब दोनो आमने सामने आए तो उन दोनो को प्रेम हो गया था ।उसी तरह से आमने सामने आने से होता है । आमने सामने जरुरी नही कि किसी अच्छी जगह पर ही आए कही पर भी आ सकते है जैसे रेलवे स्टेशन कॉलेज आदी स्थानो पर । जब दोनो की नजरे एक दुसरे मे खो जाती है तब उन्हे प्रेम होता है ।

‌‌‌उन्हे देखने मे ऐसा लगता है की इसे मेने पहले कही पर तो देखा ही होगा इसका मेरे साथ कोई न कोई रिस्ता है । तब ही तो मुझे ऐसा लग रहा है । ‌‌‌जब तक उन्हे नही पता चलता है की यह कोन है यह क्या करता है तब तब उन्हे चेन नही मिल पाता है ।

इस तरह के लोग बहुत है जो आपको कही पर भी मिल सकते है । जब वे एक दुसरे के आमने सामने आते है तो उन्हे और कोई नही दिखता की आस पास कोन है  और हमे देख रहा है । वे बादमे ना चाहते हुए भी मिल सकते है । ‌‌‌इस तरह से आप समझ गए होगे की आँखें चार होना मुहावरे का अर्थ क्या है ।

आँखें चार होना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of aankhe char hona in Hindi

वैसे आंखे चार होने का मतलब यह नही है की आपके सिर में पीछे की और दो आंखे ओर लगा दी जाए । बल्की आंखे चार होने का मतलब है आमना सामना होना । अब आमना सामना किसी भी तरह से हो सकता है । जैसे की एक लड़की होती है और एक लड़का होता है और दोनो जब मिलते है ‌‌‌तो दोनो का आमना सामना हो जाता है । तो इस तरह से भी आंखे जो होती है वह चार बन जाती है । तो इसे आखे चार होना कहा जा सकता है ।

इसके अलावा जब हमारा कोई दुश्मन हम पर हमला करता है तो भी आंखे चार होती है । क्योकी दो लोगो का आमना सामना हो रहा है । तो इसे भी फिर आंखे चार होना ही कहा जाता है । ‌‌‌कुल मिलाकर हम यह कह सकते है की आंखे चार होने का मतलब है की आंखो की सख्या चार होना और यह तभी होता है जब दो दुश्मन आपस में या फिर दो लो आमने सामने होते है । यानि आमने सामने होना इस मुहावरे का अर्थ है।

वैसे यह जो मुहावरा है वह काफी सरल है और हमने आपको इसे कई तरह से समझाने का प्रयास किया है । ‌‌‌तो हमे तो यही लगता है की आपको यह मुहावरा अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा । और बाकी आप बता देना की आपको मुहावरा समझ में आया है की नही । अगर नही आया है तो आपको कुछ और तरह से समझाने का प्रयास कर सकते है। वैसे मुहावरो की दुनिया में अगर बात करे तो यह जो मुहावरा होता है वह काफी अच्छा है और प्रसिद्ध ‌‌‌भी है तो आप इसे याद जरूर रखना ।

आमना सामना होने पर कैसे आंखे चार होती है

दोस्तो आपने इस लेख को पढा है और आपने यह जाना है की आंखे चार होना का अर्थ आमना सामना होना होता है ।

मगर एक प्रशन बन जाता है की आखिर आमना सामना होने पर कैसे आंखे चार होती है

और हमे तो यह लगता है की शायद आपको इसका उत्तर भी लेख मे मिल चुका है ।

अगर नही​ तो इसे कुछ इस तरह से समझे, की जब दो व्यक्ति एक दूसरे के आमने सामने आते है तो इस स्थिति में दोनो की आंखे मिल जाती है और आंखों की सख्या कुल चार हो जाती है और इस तरह से जब दो लोग आमने सामने होते है तो आंखे चार होती है ।

अब आमने सामने चाहे किसी भी कारण हो इस मुहावरे का प्रयोग जरूर होता है और यह आपको पता होना चाहिए ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।