अंगारे बरसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंगारे बरसना मुहावरे का अर्थ angaare barasana muhaavare ka arth – अत्यधिक गर्मी पड़ना ।

दोस्तो आज के समय मे हर किसी को पता होगा की गर्मी कब व कितनी ज्याद पडती है । हमारे यहा पर जून मास मे गर्मी सबसे ज्याद पडती है । जिसमे किसान व अन्य लोग झुझते ‌‌‌रहते है । जो आपस मे बात करते है की आज तो अँगारे बरस रहे है । यानि वे लोग आपस मे बात करते हुए कह रहे है की आज तो अंगारे के समान गर्मी पड रही है । जिसके कारण हम भी तपने लगे है । और पुरे शरीर से पानी पसाना बनकर बाहर आ गया है ।‌‌‌इस अंगारे के समान गर्मी को हमसे सह नही जा सकती है । इस तरह से लोग अंगारे बरसना का प्रयोग करते है ।

अंगारे बरसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंगारे बरसना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || angare barsana use of idioms in sentences in Hindi

  • ‌‌‌राम किसन खेत मे काम करता हुआ अपने भाई से कहाता है आज तो अंगारे ही बरस रहे है । जिससे हम काम नही कर सकते है ।
  • जून मास की दोहपहर मे हम घर से बाहर निकलकर देखे तो अंगारे बरसते हुए नजर आते है ।
  • एक किसान के पास जाकर पुछो की वह किस तरह से अंगार बरसती हुई धुप मे काम करता है ।
  • ‌‌‌खेत का काम करते हुए राहुल वही पर पड गया क्योकी उस समय अंगारे बरस रहे थे ।

अंगारे बरसना मुहावरे पर कहानी || angare barsana story on idiom in Hindi

एक गाव मे घनश्याम नाम का एक आदमी रहता था । जिसके घर मे उसकी पत्नी व तिन बच्चे थे । उनमे से एक लडका व दो लडकी थी । घनश्याम गाव मे अपनी खेती कर कर अपना घर चला पाता था । गाव के लोगो को भी घनश्याम अच्छा आदमी लगाता था वह किसी से कुछ नही कहता और सबके साथ मिल जुलकर ‌‌‌रहता था ।

घनश्याम खेती तो करता था पर जो लोग खेती नही करते थे उन्हे केसे पता कि खेती केसे होती है । खेती करने के लिए घनश्याम पुरे वर्ष अपने खेतो मे काम करता रहता था । वेसे तो गाव के सभी लोग खेती ही करते थे पर घनश्याम अपने खेत के अलावा ‌‌‌दुसरो के खेत मे भी खेती करता था जिसके कारण उसे ज्यादा ‌‌‌काम करना पडता था ।

एक दिन की बात है जब जुन का महिना था । घनश्याम व उसके सभी घर के लोग अपने खेत मे काम करने के लिए गए हुए थे  वे सभी काम कर रहे थे । जुन माह ‌‌‌की दोहपहर होने को था पर सभी लोग काम करके ही घर जाना चाहते थे । तभी वहा से कुछ लोग अपने घर जा रहे थे तो वे घनश्याम को कहने लगे की ‌‌‌आज तो बहुत गर्मी पड रही है मानो जैसे अंगारे बरस रहे हो ।

तब घनश्याम बोला की हां आज तो सचमुच अंगारे ही बरस रहे है । तो आप गाव की और चलो हम भी आते है वहा पर आकर बात करते है । यह कहने पर वे लोग गाव की और चल पडे । तब घनश्याम अपने घर के लोगो से कहने लगा की कुछ समय काम और कर लेते है फिर हम भी घर ‌‌‌चलेगे ।

यह कहरक घनश्याम व उसके घर के लोग सभी काम पर लग जाते है । कुछ समय बित जाने पर उसकी एक बेटी जमिन पर पड गई वह बेहोस हो गई। क्योकी गर्मी इतनी ज्यादा थी की काम तो हो नही सकता था । यह देखकर उसकी मा ने उस पर ‌‌‌जल गेरा और होस मे लाई । बादमे आपने पति से कहने लगी की चलो हम घर चलते है ।

‌‌‌पर वह अभी भी नही माना और कहा की आप चले जाओ मै बादमे आ जाउगा । वह चहाता था की काम कर के ही घर चलेगे । यह कहने पर उसकी पत्नी व तिनो बच्चे तो घर चले गए पर वह नही गया। कुछ समय बित जाने के बाद मे वह भी थक गया और उसकी और काम करने की ‌‌‌हिम्मत नही रही तो वह भी घर की और जाने लगा ।

‌‌‌घर जाते समय रास्ते मे वह बेहोस होकर जमिन पर जा गिरा ।  उस समय वहा से कोई भी नही जा रहा था । बहुत समय बित जाने के बाद मे एक आदमी वहा से कही और जा रहा था तो उसने देखा की यह तो घनश्याम है जो जमिन पर गिरा है । इसे घर पहुचाकर आना पडेगा । यह सोचकर वह उसे घर की ‌‌‌ओर ले जाने लगा और घर छोडकर उसके बेटे ‌‌‌से कहा की ना जाने कितने समय से यह बेहोस है जाओ बेद को बुलाकर ले आओ ।

अंगारे बरसना मुहावरे पर कहानी

वह बेद को बुलाकर लाता है तो बेद उसे देखकर कहता है की यह इतनी गर्मी मे काम कर रहा था इसी कारण इसे गर्मी लग गई है अब यह 4-5 दिन तक बिमार ही रहेगा । इस गर्मी मे कोई भी इतनी देर तक काम करेगा तो ऐसा ही होगा । ‌‌‌गर्मी इतनी है मानो की अंगारे बरस रहे हो । इस तरह से आप समझ गए होगे की इस मुहावरे का अर्थ क्या है ।

अंगारे बरसना मुहावरे पर  निबंध || angare barsana essay on idioms in Hindi

साथियो ज्यादातर जुन माह मे ही गर्मी इतनी पडती है की जो भी कोई उसकी चपेट मे आ जाता है वह बिमार हो जाता है । इस तरह की गर्मी हर किसी से सहन नही हो सकती है । इस तरह की गर्मी ज्यादातर रेगिस्तान मे ही पडती है जो राजस्थान मे है । यानी  राजस्थान मे गर्मी पडने के कारण ‌‌‌अनेक जंतु तो गर्मी के कारण ही मर जाते है पर ‌‌‌कुछ जंतु अपने आप को इस गर्मी को सहन करने वाले के रुप मे परिवर्तन कर लेते है ।

मगर मानव इस गर्मी को सहन नही ‌‌‌कर सकता है । वह ऐसी गर्मी मे मर भी सकता है । एक किसान इस गर्मी को पुरी तरह से जानता है वह दिन व रात इस गर्मी मे रहता है वह बता सकता है ‌‌‌कब तक यह गर्मी पडेगी । वेसे तो जब तक मानसुन नही आ जाता तब तक यह गर्मी ऐसे ही पडती रहती है ।

गर्मी का समय अप्रेल से लेकर जुलाई तक का होता है इस के बिच मे जुन मे सबसे ज्यादा गर्मी पडती है । इस गर्मी से बचने के लिए आज तरह तरह के ‌‌‌उपकरण बन गए है । जिनके द्वारा लोग गर्मी मे भी शर्दी का अनुभव कर सकते है। दुनिया मे विकास हो रहा है जिसके कारण ही आज कही पर भी चले जाओ गर्मी को कम करने के उपकरण अपने साथ ले जा सकते है ।

पर गावो मे जाकर देखा जाए तो वे गर्मी को सहन करने मे पुर्ण होते है । उन्हे गर्मी का पता भी नही होता की गर्मी होती क्या है क्योकी वे उसके अंदर रह कर उसके जैसे हो गए है । मगर ‌‌‌जब शहरी लोग गावो मे से होकर जाते है तो उन्हे ऐसा लगता है की यहा पर अंगारे बरस रहे हो । इस तरह से आप समझ गए होगे की अंगारे बरसना मुहावरे का अर्थ क्या है ।

अंगारे बरसना मुहावरे से क्या तात्पर्य है || What is the meaning of angare barsana in Hindi

वैसे आपको क्या पता है की अंगारे क्या होते है, अगर नही तो आपको बता दे की अंगारे जो होते है वे अग्नि में जल कर बने हुए कोयले होते है जो की अभी तेज जलन के कारण से जलते हुए लाल हूए रहते है । और ऐसेअंगारे जलते हुए धरती पर आते रहते है। तो आप समझ ले की कितनी ‌‌‌बड़ी समस्या का कारण बने हुए है । मगर इसका मतलब यह नही है की बहुत अधिक कठिनाई आना या परेशानी आना ।

बल्की इसका मतलब होता है बहुत अधिक गर्मी पड़ना । क्योकी आपको पता होगा की अंगारो में काफी अधिक गर्मी होती है । और यही कारण है की अंगारे बरसना गर्मी पड़ने के बारे में बता रहे है ।‌‌‌ वैस जीवन में अंगारे जब पड़ने लग जाते है तो हमारे भारत में गर्मी के दिनो की याद आ जाती है । क्योकी उन दिनो में ही काफी अधिक गर्मी पड़ती है । आपको बता दे की राजस्थान जहां पर है वहां पर कहा जाता है की गर्मी के समय ऐसा मानो की आप अंगारे ही बरस रहे हो।

मैं एक बार किसी कारण से राजस्थान गया था ‌‌‌तो वहां पर गर्मी के कारण से मेरा तो काफी बुरा हाल हो गया था ।तो हम इस बात के कारण से कह सकते है की वहां पर अंगारे ही बरस रहे थे । अगर मुहावरे के तात्पर्य की बात करे तो अंगारे बरसना मुहावरे का मतलब होता है बहुत अधिक गर्मी पड़ना ।

हमारे यहां भी अंगारे बरसते है, hamaare yahaan bhee angaare barasate hai

दोस्तो हमारे भारत की बात करते है तो आपको पता है की यहां पर सर्दी और गर्मी दोनो तरह का मोसम चलता रहता है  ।और यह जो मोसम होता है वह मानव के लिए सही होता है ।

मगर जब सर्दी का समय होता है तो सर्दी अधिक लगती है ओर गर्मी का समय होता है तो गर्मी अधिक लगती है । मगर एक समय ऐसा भी आता है जब आसमान से अंगारे बरसने लग जाते है ।

दरसल हम जून के महिने की बात करते है जब सबसे अधिक गर्मी पड़ती है और इसी महिने में कहा जाता है की आजकल तो अंगारे बरस रहे है । कहने का मतलब है की अंगारे बरसना मुहावरे का अर्थ अत्यधिक गर्मी पड़ना होता है और यह अर्थ आपको पता है तो आप भी कह सकते है की भारत में भी अंगारे बरसते है ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।