अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना मुहावरे का अर्थ apne pair par kulhadi marna muhaavare ka arth – जान बूझकर मुसीबत में पड़ना ।

दोस्तो अगर कोई यह जानता है की मुझे यह कार्य करने से बहुत बडा नुकसान होगा । वह उस कार्य को फिर भी कर लेता है और अपना बडा नुकसान कर लेता है । ऐसे लोगो के लिए ‌‌‌ही कहा जाता है की अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना । ‌‌‌इस तरह के लोगो को पता होता है की हमे यह काम नही करना चाहिए फिर भी वे काम करते है उसे जान बुझकर पुरा करने मे लगे रहते है और अपना नुकसान कर बेठते है ।

अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || apne pair par kulhadi marna use of idioms in sentences in Hindi

  • ‌‌‌तुमने तो पुलिस से पगा लेकर अपने पैर पर ही कुल्हाड़ी मार ली है ।
  • तुम्हे पता था की इस काम को करने से तुम्हे बडा नुकसान होगा पर तुम इस कार्य को करते रहे । अब कोई अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारे तो हम क्या कर सकते है।
  • रावण ने सिता का अपहरण करके अपने पैर पर ही कुल्हाड़ी मार ली ।
  • तुमने पुलिस पर हाथ ‌‌‌उठाकर अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है अब पुलिस तुम्हे नही छोडेगी ।

अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना मुहावरे पर कहानी || apne pair par kulhadi marna story on idiom in Hindi

‌‌‌एक गाव मे राघव नाम का एक आदमी रहता था उसके पास धन दोलत की कोई कमी नही थी उसके घर मे उसकी पत्नी व उसका एक भाई रहता था । राघव बहुत ही घुस्सेलू आदमी था पर उसका भाई बहुत ही सांत स्वभाव का था इस कारण उसके भाई की पुरे गाव मे इज्जत थी ।

राघव को यह जचता नही था की उसके भाई को पुरे गाव के लोग  ‌‌‌अच्छा और उसे बुरा बताते है । इस कारण से वह गाव के लोगो से बहुत नाराज रहता था । गाव के लोगो को जो भी चाहे होता तो राघव उनकी कभी मदद नही करता था । राघव का भाई गाव मे सबसे अमीर था और वह साहुकारी का काम करता था ।  जो भी लोग उससे पैसे लेने के लिए आते वह उसे पैसे देकर उन लोगो की मदद किया करता था ‌‌‌।

मगर राघव अपने भाई से हमेशा कहता की इन लोगो की मदद करने से हमे ‌‌‌कुछ नही मिलने वाला है ये केवल पैसो के कारण ही तुम्हारी इतनी इज्जत करते है । अगर तुम्हारे पास पैसे नही हो तो यही लोग तुम्हे बुरा बताने लग जाएगे । राघव अपने भाई को भडकाने लगा ताकी वह गाव के लोगो की साहयता न करे ।

‌‌‌राघव के भाई ने कहा की राघव यह तो तुम्हारा भ्रम है ये लोग ऐसे नही है । राघव ‌‌‌को यह ‌‌‌सुनकर घुस्सा ‌‌‌आगया तब राघव ने कहा की जब तुम्हारे पास पैसे नही होगे तो तुम्हे मेरी बात समझ मे आ जाएगी । एक दिन राघव कही जा रहा था की रास्ते मे उसकी गाडी का एक्सीडेंट ‌‌‌हो गया ।

‌‌‌उसकी मृत्यु पर पुरे गाव के लोग आंखु बहाने के लिए आए । अपने भाई के मर जाने पर जो भी उसका था वह राघव का हो गया और जो रुपये गाव के लोगो को दिए थे वे भी राघव के हो गए । तब एक दिन राघव ने गाव के लोगो को बुलाकर कहा की आप लोग जितने भी रुपये मेरे भाई से लिए हो वे सब वापस दे दो ।

वरना मै आपके ‌‌‌खेतो को कब्जे मे ले लुगा । तब गाव के लोगो ने कहा की हम आपके पसे साथ लेकर तो जाएगे नही हमे कुछ दिनो का समय मिल जाए तो हम आपके पैसे चुका देगे । गाव के लोगो की बात सुनकर राघव ने कहा की मै आपको केवल सात दिनो का समय देता हूं अगर इस समय के अंदर आप लोग पैसे नही चुका ‌‌‌पाओगे तो अगले ही दिन मै आपके खेत ‌‌‌अपने कब्जे मे ले लूगा ।

गाव के लोगो ने कहा की सात दिनो मे हम आपके पैसे नही चुका पाएगे आप हमे कम से कम छ: माह का तो समय दे दो । यह सुनकर राघव घुस्से के साथ ‌‌‌बोला की सात दिनो से एक भी दिन उपर नही मिलेगा । गाव के लोग कर भी क्या सकते थे वे सोचने लगे की जब तक इसका भाई था तो हमे पैसे देने का ‌‌‌पुरा समय दि या करता था पर यह तो हमारे खेतो को ही लेने पर तुला है ।

सात दिन मे जिन लोगो ने पैसे नही दिए उनके खेतो ‌‌‌को‌‌‌ राघव ने अपने कब्जे मे ले लिया और गाव के लोगो को अपने ही खेतो मे काम करने के लिए छोड दिया । गाव के लोग अपनी समस्या को  सुनाने के लिए पुलिस के पास गए तो पुलिस वालो ने कहा की आपने पैसे ‌‌‌लिए है तो आपको चुकाना भी होगा इसमे हम क्या कर सकते है ।

तब गाव के लोगो ने कहा की उसके भाई से हमारी बात हुई थी की जब भी फसल होगी तब पैसे वापस देना । पुलिस वालो ने कहा की ठिक है हम आप लोगो की मदद कर देगे । अगले ही दिन पुलिस गाव मे आई और साहुकार के पास जाकर समझाने लगी की गाव के लोगो को ‌‌‌इनके खेत वापस दे दो ।

राघव भी बहुत घुस्सेलू था वह पुलिस से ऊंची आवाज मे बात करने लगा और कहने लगा की ‌‌‌ये लोग मेरे भाई से पैसे उधार लिए थे जो मै वापस माग रहा हूं अगर ये पैसे वापस दे देगे तो जमिन भी मिल जाएगी । तब पुलिस  ने कहा की पैसे वापस देने की बात फसल होने पर हुई थी अगर तुमने इन लोगो को ‌‌‌इनके खेत वापस नही दिए तो तुम्हारे ‌‌‌उपर खेत पर कब्जा करने पर ‌‌‌कैस बन जाएगा ।

राघव घुस्से से बोला की आप लोग मुझे ‌‌‌धमका रहे हो और ऐसा कहते हुए उसने पुलिस पर हाथ उठा दिया जिससे पुलिस उसे गिरफतार कर कर थाने मे ले गई । थाने मे ले जाकर पुलिस ने राघव को खुब घोया । जेल मे राघव को ऐक केदि मिल गया

वह केदि राघव से कहने लगा की अगर ‌‌‌तुम किसी तरह से मुझे इस जैल से भगाने मे ‌‌‌मेरी मदद कर दोगे तो तुम्हे मै बहुत पैसे दुगा । पैसे के बारे मे सुनकर राघव को लालच आ गया और उस केदि को वहा से भगाने मे मदद मिल गई इस तरह से केदि को भगाकर राघव ने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार ली ।

अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना मुहावरे पर कहानी

‌‌‌केदि को भगाने के कारण राघव पर अलग ही ‌‌‌कैस बन गया और उसे दो साल की सजा हो गई । इस तरह से आप समझ ही गए होगे की राघव अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार कर ‌‌‌जैल गया और आज वहा पर अपनी गलती पर पछता रहा है ।

अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना मुहावरे निबंध || apne pair par kulhadi marna essay on idioms in Hindi

साथियो आज हर कोई अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारता है । हम यहा पर आपको उन लोगो के बारे मे तो नही बताएगे पर ऐसे लोगो को पता होने के कारण ‌‌‌भी ये लोग ऐसी गलती कर देते है । इन्हे पता ‌‌‌होता की ऐसा करने से हमारे साथ क्या होगा पर ये लोग एक बार भी नही सोचते है की वे कर  ‌‌‌क्या ‌‌‌रहे है ।

अगर ऐसे लोग किसी कार्य को कर रहे है तो उन्हे पहले से पता होता है की अगर हम इस कार्य को करेगे तो हमे नुकसान होगा ‌‌‌फिर भी वे इस बारे मे पुरी तरह से नही सोचते और उस कार्य को करते ही रहते है । इस तरह के लोग बहुत मिल जाएगे अगर माना जाए की कोई आदमी पेड काट रहा है ।

उसे पता है की अगर इस पेड़ को ‌‌‌किस जगह से काटा जाए की यह कटने के बाद ‌‌‌मेरे उपर नही पडे पर वह आदमी उस पेड़ को वही से ही काटता है और बादमे पेड़ उस आदमी के उपर पड जाता है जिसके कारण वह बहुत घायल हो जाता है । इसे ही अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना कहते है । यानि जान बुझकर मुसिबत मोल लेना ।

अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of apne pair par kulhadi marna in Hindi

दोस्तो पैर शरीर का एक ऐसा अंग है जो की मानव के लिए काफी जरूरी होता है और अगर पैर न हो तो मानव इसके कारण से काफी परेशानियो का सामना भी कर लेता है ।

मगर रही बात यह की भला कौन होगा जो की अपने पैर पर ही कुल्हाड़ी मार लेगा । क्योकी आपको पता है की जब आप अपने पैर पर कुल्हाडी मारेगे तो इससे आपके पैर को नुकसान पहुंच जाएगा । और मेरे अनुसार कोई ऐसा नही होगा जो की अपने आप को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा ।

मगर मान ले की कोई व्यक्ति ऐसा हो भी सकता है जो की अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारता है तो अगर वह ऐसा कर रहा है तो इसका मतलब है की वह ऐसा कर कर जान बूझकर मुसीबत में पड़ रहा है ।

और यही कारण होता है जब जान बूझकर मुसीब मे पड़ते है तो इसे अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना कहा जाता है ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।