हाथ बटाना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

हाथ बटाना मुहावरे का अर्थ haath batana muhavare ka arth – सहायता करना ।

दोस्तो आप लोगो को पता है की इस जीवन मे अनेक बार मुसीबत आ जाती है जिनका सामना कर कर हर किसी को अपना जीवन जीना होता है । इस तरह से जब किसी समय किसी पर बहुत बडी या यो कहे की कोई ऐसी मुसीबत आ जाती है जिससे उससे ‌‌‌निकला नही जाता हो । तो उसे उस मुसीबत से निकलने के लिए किसी की मदद की जरूरत पडती है । और जब वह मदद करता है तो ही वह उस मुसीबत से निकल सकता है ।

इस तरह से मदद करने को ही साहयता करना कहाजाता है और जब कोई किसी भी कारण से किसी की साहयता करता है तब इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता  है । ‌‌‌यनि साहयता या मदद करने को ही हाथ बटाना कहा जाता है ।

‌‌‌हाथ बटाना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • किसी भी मुसीबत से तभी निकला जाता है जब घर के सभी सदस्य हाथ बटाते है ।
  • अगर तुम इस काम मे ‌‌‌मेरा हाथ बटा दोगे तो मेरा काम हो जाएगा ।
  • बेटी जरा हाथ बटा दो आज मै कुछ बिमार लग रही हूं ।
  • राम ने श्याम का हाथ बटाया तब जाकर यह काम हो सका ।
  • घर के सभी लोग खेती ‌‌‌मे अपना हाथ बटाते है तब जाकर काम ‌‌‌जल्दी होता है ।
  • पिताजी ने रामूकाका का हाथ बटा दिया जिसके कारण से राम कामू काका खूश हो गए ।
  • भाई बडी मुसीबत मे पड गया हूं जरा हाथ बटा दोगे तो मैं उसमे से बाहर निकल जाउगा ।
  • लखन को जब भी समय मिलता है लोगो के हाथ बटाने के लिए चला जाता है ।

‌‌‌हाथ बटाना मुहावरे पर कहानी Idiom story

प्राचिन समय की बात है हेमन्त नाम का एक आदमी था । वे दो भाई थे और दोनो भाई एक दुसके के साथ प्रेम भाव रखते थे । साथ ही जब भी किसी को किसी चिज की जरूरत हो जाती तो वह अपने भाई से माग लिया करता था । हमेंत के भाई का नाम किसन था ।

हमेंत के दो लडके थे और उसके लडकिया नही थी । साथ ही किसन के दो लडकी ‌‌‌थी और उसके लडके नही थे । इस तरह से दोनो के घर मे लडके और लडकी की कमी थी । पर वे दोनो अपने बेटे बेटी को ही सब कुछ मानते थे साथ ही वे दोनो अपने भाई के लडके लडकी को ही अपने ही मानते थे ।

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इस कारण से वे जब भी चाहते उनमे से किसी को अपने पास बूला लेते थे । हमेंत के पास पैसो की कोई कमी नही थी और वही ‌‌‌किशन हमेंत की तुलना मे कम धनवान था ।

दोनो भाईयो ने अपने बेटे बेटी को एक साथ पढने के लिए स्कुल मे भेजते थे । पर लडकी जब बडी हो गई तो उनकी पढाई नही होने लगी थी ।

क्योकी फिर पढने के लिए शहर जाना पडता था । इस कारण से किसन ने अपनी बेटियो को पडने के लिए नही भेजा था । पर ‌‌‌हेमन्त के दो लडके थे इस ‌‌‌कारण से वे दोनो पढ लिख लिए थे और दोनो ही नोकरी की तैयारी करने लगे थे ।

जिससे समय के साथ उन दोनो भाईयो मे से एक का नोकरी मे नम्बर आ गया था । और एक का नोकरी मे नम्बर नही आया तो उसने अपने खेत मे ही काम करना शुरू कर दिया था । साथ ‌‌‌ही किसन अपने खेत मे फसल उगाता था ‌‌‌।

जब दोनो भाईयो की फसल पक जाया करती थी तो हेमन्त तो अपना काम कर लेता था पर किसन का काम ‌‌‌नही होता था । इस कारण से फिर हमेंत और उसके दोनो बेटे किसन के खेत मे उसका हाथ बटाते थे । जिसके कारण से किसन को कभी भी बेटी की कमी महसुस नही होती थी ।

इसी तरह से किसन की बेटियां भी हमेंत के घर के काम मे उनका ‌‌‌हाथ बटाया करती थी । इस तरह से दोनो भाईयो का जीवन बडी खुशी के साथ चल रहा था । धिरे धिरे समय के साथ दोनो भाईयो के लडके लडकीया की विवाह की उमर हो गई थी ।

इस कारण से किसन ने अपने भाई के मिलकर अच्छे वर ढूंढ कर अपनी दोनो बेटियो की एक साथ ही ‌‌‌शादी करने का फैसला लिया था । और अपने भाई के बेटो से कहा ‌‌‌की तुम दोनो भाईयो को ही अपनी बहन का विवाह करना है और जो भी ‌‌‌काम हो उसमे तुम्हे ही मेरा हाथ बटाना पडेगा ।

ऐसा सुनकर हेंमत के लडको ने कहा की आप बेफिकर रहो हम सब काम कर लेगे । जब किसन के की बेटियो की शादी का समय ‌‌‌आया तो हेमत के लडके उनके घर मे ही रहने लगे थे और जो भी काम करना होता उसे करने लगे थे ।

उन दोनो ने एक भी काम ऐसा नही छोडा था जिसके कारण से उन्हे ‌‌‌कोई कह सके की बेटा जरा वह काम कर दो । इस तरह से काम करने के कारण वे दोनो थक जाते थे पर उन्होने अपनी हिम्मत नही हारी और काम करते रहे थे । और जब किसन की बेटियो की शादी हो गई ‌‌‌। तब जाकर हेमत के दोनो लडको को आराम करने का मोका मिला था ।

जब उन दोनो बहनो की शादी बडी धुम धाम से हुई और वहां पर किसी भी चिज ‌‌‌की कमी नही थी तो लोग आपस मे बाते करने लगे की किसन ने अपनी बेटियो की शादी बडी धुम धाम से की है और वहां पर किसी भी चिज की कमी नही थी ।

तभी कुछ लोग बोल पडते की उनकी शादी मे हेमत के दोनो लडको ने भी तो हाथ बटाया था । तभी जाकर वह काम इतनी अच्छी तरह से हुआ था । यह सुन कर सामने वाले लोग कहते की हां ‌‌‌उन दोनो ने बहुत काम किया था ।

इस तरह से वे लोग आपस मे बात करने लगे थे । साथ ही उन दोनो के इतनी मदद करने के कारण से किसन ने भी उनके बारे मे कहा की अगर वे नही होते तो यह काम इतनी अच्छी तरह से नही हो पता था ।

इस तरह से फिर किसन भी उनको अपना बेटा मानने लगा और उनमे से एक को अपने पास रख लिया था । ‌‌‌इस तरह से आप लोगो को समझ मे आ गया होगा की हाथ बटाना मुहावरे का अर्थ क्या है ।

हाथ बटाना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

साथियो आप लोगो को अब तक यह पता चल गया होगा की जब कोई किसी की मदद करता है । चाहे फिर वह किसी भी कार्य मे मदद करता हो तो उसके ऐसा करने को ही हाथ बटाना कहा जाता है । और ऐसे अनेक कार्य है ‌‌‌जिनमे कोई किसी की मदद करता है ।

जैसे मां की मदद बेटा या बेटी करती है । और इसी तरह से अलग अलग लोगो की मदद कोई न कोई करता ही है । और इस तरह से मदद या साहयता करने के लिए ही इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है । इस तरह से आप लोगो को समझ मे आ गया होगा ।

हाथ बटाना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of haath batana  in Hindi

दोस्तो इस मुहावरे को समझना काफी आसान होता है । दरसल इसे ऐसे समझे की अपको पता है की घर मे मां ही वह होती है जो की सबसे ज्यादा काम करती है । और मां का काम इतना ज्यादा होता है की वह पूरे दिन रात करने पर भी खत्म नही होता है ।

ऐसे में मां की कई बार उसके बच्चे काम में सहायता करते है । विशेष रूप से जो कन्या होती है वे अपनी मां की ज्यादा सहायता करती है । और यह आपको पता है ।

मगर इस स्थिति में कई बार हय सुनने को मिलता है की मां के द्वारा कहा जाता है की मेरी बेटी घर का काम करने में मेरा हाथ बटाती है । क्योकी आपको पता है की बेटी तो काम करने मे सहायता करती है तो इस बात से आप समझ सकते है की haath batana muhavare ka arth – सहायता करना होता है ।

अब यह जरूरी नही है की सहायता केवल घर काम करने में ही की जाएगी तो इस मुहावरे का प्रयोग होगा । बल्की जिस किसी तरह से सहायता होती है तो हाथ बटाना कहा जा सकता है ।  

‌‌‌निचे बेस्ट हिंदी मुहावरे दिए गए है जो ज्यादातर प्रयोग मे आते है ।

कान खड़े होना मुहावरे का अर्थ और वाकय मे प्रयोग

कान काटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

कान का कच्चा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कलम तोड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

एक अनार सौ बीमार मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

एक आँख से देखना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

उँची दुकान फीका पकवान मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आस्तीन का सांप होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

उँगली उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आपे से बाहर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आग में घी डालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखों में धूल झोंकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें बिछाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आकाश पाताल एक करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अगर मगर करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

पहाड़ टूट पड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आग लगने पर कुआँ खोदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

श्री गणेश करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

टस से मस न होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

छोटा मुँह बड़ी बात मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

चोली दामन का साथ मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गुदड़ी का लाल मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गागर में सागर भरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कान पर जूं न रेंगना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें फेर लेना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

घाट घाट का पानी पीना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बालू से तेल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंग अंग ढीला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आवाज उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग