शेखी बघारना मुहावरे का मतलब और वाक्य व कहानी

शेखी बघारना मुहावरे का अर्थ shekhi bagharna muhavare ka arth- अपनी ‌‌‌झूठी प्रशंसा करना

दोस्तो अगर कोई व्यक्ति ऐसा हो जो अपनी ही बढाई स्वयं करता हो । कहने का अर्थ है की वह अपने बारे मे बढ चढ कर बाते करने लग जाता है । इस तरह से अपनी बढा चढा कर बाते करने को ‌‌‌ही शेखी बघारना कहा जाता है ।

शेखी बघारना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • बलवान लोग शेखी बघारना नही जानते है वे सिधा अपना असर दिखाते है ।
  • जब तक तुम शेखी बघारना नही करते हो तुम्हारा खाना हजम नही होता क्या ।
  • तुम्हारा काम ही शेखी बघारना है हम जानते नही क्या ।
  • हमे पता है की तुम्हे कुछ नही आता ‌‌‌है तुम तो केवल शेखी बघारना जानते हो ।
  • अगर तुम सच मे शेखी बघार नही रहे हो तो जाओ उससे युद्ध मे जित कर दिखाओ ।
  • ‌‌‌महेश जाकर कुछ काम कर लो इस तरह से शेखी बघारने से कुछ नही होगा।
  • पेट भरने के लिए कमाना पडता है अगर हर कोई तुम्हारी तरह शेखी बघारता ‌‌‌रहता तो आज हर कोई ‌‌‌भूखा रह जाता था ।

‌‌‌शेखी बघारना मुहावरे पर कहानी Idiom story

एक समय की बात है महेश नाम का एक लडका अपने गाव मे रहा करता था । उसके घर मे उसके दादा दादी के अलावा और कोई भी नही था । उकसे पिता की मृत्यु तो

उसके बचपन मे ही हो गई थी । इस कारण से उसे भर पेट खाना खिलाने वाला कोई नही था । क्योकी पिता का कमाया हुआ धन तो जब तक महेश ‌‌‌बडा हुआ तब तक वह खत्म हो गया था ।

इस कारण से छोटी सी उर्म से ही महेश काम ‌‌‌करने लगा था । जब उसके जितनी उर्म के लडके तो स्कुल मे जाया करते थे तक वह काम करता था । इस कारण से वह अपने आप को अन्य लडको से अलग मानने लगा था। जब वह काफी बडा हो गया तो उसके दादा का देहांत हो गया था ।

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इस कारण से अब ‌‌‌महेश के घर मे उसकी दादी के अलावा और कोई भी नही था । तब महेश ‌‌‌ने ही अपनी दादी की देखभाल की थी । दादी भी कुछ महिनो तक जीवित रही फिर उसकी भी मृत्यु हो गई थी इस कारण से अब महेश अपने घर मे अकेला ही रहने लगा था ।

इस कारण से काम कम करने लगा था क्योकी अकेले का पेट तो आराम से भर ही जाता है । जब महेश ‌‌‌के बराबर वाले लडके बडे हो गए तो महेश उन लोगो के सामने अपनी ही बडाई करने गला था वह लोगो से कहता की मैने छोटी सी उर्म से ही काम करना शुरु कर दिया है । और आप लोग अभी तक इधर उधर ‌‌‌घूम रहे हो कुछ काम धाम कर लिया करो ।

साथ ही महेश उन लडको से कहता की मैंने सभी काम कर कर देख लिए है और मुझे सब काम अच्छी ‌‌‌तरह से आते है जो तुम पढे लिखो को भी नही आते है । यह बात सच थी क्योकी महेश ने काम करना सिख लिया था पर पूरी तरह से उसे भी नही आते थे ।

वे लडके उसके सामने कुछ नही बोलते और ‌‌‌अपना सर झुका कर चले जाते थे । उस गाव मे घुस्से वाले बैल को सांत करने का खेल खेला जाता था जिसमे जो भी जित जाता लोग उसे ही ‌‌‌बलवान समझने लग जाते थे ।

इस कारण से महेश भी लोगो को कहते रहता की उस बैल को शांत करना तो मेरे बाए हाथ का खेल है । लोग भी यही समझते थे की इसमे बहुत ताकत है क्योकी महेश छोटी उर्म से ही काम करता आ रहा है इस कारण से इसे बैल को शांत करने के बारे मे पता होगा ।

इसी कारण से कोई भी उसके सामने नही कहता की ‌‌‌तुम झुठ बोल रहे हो तुम्हे कुछ भी नही आता है । ‌‌‌इस तरह से महेश अपनी प्रशंसा करता रहाता था । धिरे धिरे समय बित गया पर अभी भी महेश ने अपनी प्रशसा करनी नही छोडी थी । तब अगले ही महिने उस बैल को शांत करने का खेल आ रहा था ।

इस कारण से कुछ लडको ने महेश को चलेंज किया की उस बैल को तुम शांत नही ‌‌‌कर सकते हो । ऐसा सुनकर महेश जोश मे आ गया और उसने कहा की अबकीबार मे ही उस बैल को शांत करुगा । तब तो उसने ऐसा बोल दिया था पर जब उस बैल का खेल आया तो वह यह बात भूल गया था की उसने ऐसा कहा था ।

वह खेल आ जाने के कारण उन लडको ने महेश को याद दिलाया की ‌‌‌उसने उनसे क्या कहा था । तब भी महेश ने अपनी ‌‌‌प्रशंसा करनी नही छोडी और कहा की मै उससे डरता थोडे हूं । ऐसा कहते हुए महेश ने जोश ही जोश मे उस खेल मे अपना नाम लिखा दिया था । जब वह खेल शुरु हो गया तो सबसे लास्ट का नम्बर महेश का आया था ।

तब भी महेश अपनी प्रशंसा करने मे लगा था । तब उन लडको ने उसे कहा की शेखी बघारने से कुछ नही होगा पहेल उस ‌‌‌बैल को शांत करके दिखाओ। उन लडको के ऐसा कहने पर वह बैल को शांत करने के लिए मैदान मे उतर गया था और फिर उस बैल को लाल कपडा दिखाया गया । जिससे वह बैल महेश पर बरस पडा और महेश को उठा उठा कर पटकने लगा था।

तब लोगो को समझ मे आ गया की यह मर जाएगा । इस कारण से पहलवानो ने उसे बहार निकाला था । जब महेश बाहर ‌‌‌आया तब भी वह अपनी प्रशंसा करने मे लगा था और कह रहा था की इन लोगो ने मुझे पकड लिया था वरना आज मै ही इस खेल मे विजय होता ।

महेश की ऐसी बातो को सुन कर गाव के सभी लोगो को समझ मे आ गया की यह शेखी बघार रहा है । इस तरह से आप यह समझ गए होगे की इस कहानी से मुहावरे का अर्थ क्या है ।

शेखी बघारना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

साथियो आप लोगो को पता ही होगा की आज के जमाने मे बलवान लोग या यह कह सकते है ‌‌‌कीवे लोग जिनको कुछ आता है वे ‌‌‌अपनी प्रशंसा नही करते है बल्की वे लोग लोगो को वह कार्य कर कर दिखाते है । पर इन लोगो के बिच मे कुछ लोग ऐसे होते है जिनको आता तो कुछ भी नही है पर अपनी प्रशंसा करने ‌‌‌से पिछे नही हटते है ।

इस तरह के लोगो को जहां पर भी मोका मिल जाता है वे वहां पर ही अपनी प्रशंसा करने लग जाते है । इस तरह के लोगो के लिए ही इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है और कहा जाता है की यह तो शेखी बघार रहा है ।

इस तरह के लोगो की इस संसार मे कोई कमी नही है । इस तरह के लोग आसानी ‌‌‌मिल जाते है । इस तरह से आप समझ गए होगे की इस मुहावरे का सही अर्थ क्या है ।

शेखी बघारना मुहावरे का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of shekhi bagharna in Hindi

दोस्तो अगर आप इस मुहावरे को अभी तक समझ नही पाए है तो आपको बता दे की मुहावरे को समझने के लिए आपको मुहावरे के प्रत्येक शब्द के अर्थ के बारे में पता होना जरूरी है । खासतौर पर शेखी शब्द के बारे में आपको पता होना चाहिए ।

दरसल हिंदी में शेखी का अर्थ झूठी शान से होता है । अगर कोई अपनी शेखी बघार रहा है तो इसका मतलब है की उसकी झूंठी शान है और आपकेा पता होगा की झूठी शान होने पर स्वयं ही अपनी झूठी प्रशंसा करता है और ऐसा जब कोई करता है  तो इस मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है ।

क्योकी असल में कहानी और बाकी पूरा का पूरालेख यही बात कह रहा है की shekhi bagharna muhavare ka arth- अपनी ‌‌‌झूठी प्रशंसा करना होता है । तो ऐसे में अगर कोई अपनी झूठी प्रशंसा करता है तो आप भी उसे कह देना क्यो शेखी बघार रहे हो ।

‌‌‌निचे कुछ मुहावरों की लिंक दी जा रही है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है ।

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होश उड़ जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

ऊंट के मुंह में जीरा मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

सिर चढ़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

लोहा मानना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें चुराना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आंखों में खटकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें चार होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँख भर आना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंगारे बरसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंगारों पर पैर रखना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

उड़ती चिड़िया पहचानना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

उल्टी गंगा बहाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

आसमान से बातें करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें दिखाना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

खाक में मिलना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

‌‌आँखों का तारा मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

कान भरना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अपना उल्लू सीधा करना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

चिराग तले अंधेरा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

अक्ल पर पत्थर पड़ना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मेप्रयोग

हृदय भर आना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

‌‌‌ अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

पानी में आग लगाना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

सौ सुनार की एक लुहार की मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

अपना हाथ जगन्नाथ मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अंत भला तो सब भला मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अक्ल का दुश्मन मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

अन्धों में काना राजा मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग