क्या आप जानेगें खून खौलना मुहावरे का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

खून खौलना मुहावरे khoon khaulana muhaavara का अर्थ – क्रोधित होना ।

आज इस संसार मे हर किसी का खून खौलता है । कही पर भी जाते हो तो आपको ऐसे इंसान जरुर मिल जाते है । खून खौलने के लिए ‌‌‌किसी‌‌‌ बडे कारण की जरुरत नही होती है बल्की छोटी से छोटी बात पर भी खून खौलने ‌‌‌लगता है । आज अगर कोई कुछ बुरा कह देता है तो वह सुना नही ‌‌‌पाता और खून खौलने लगता है ।

अगर कोई कुछ अच्छा कर रहा है तो भी खून खौलने लगा जाता है । ‌‌‌खून खौलने का अर्थ ही क्रोधित होना होता है और क्रोध हर छोटे से बडे के अंदर भरा हुआ है । जिसके कारण ही तो आज लडाई झगडे होने लगे है ।

khoon khaulana muhaavara

खून खौलना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग khoon khaulana muhaavara

  • ‌‌‌‌‌‌रणवीर ने सुना की उसका भाई आतंकवादियों के द्वारा किए गए हमले मे मारा गया तो रणवीर का खून खौलने लगा ।
  • आज हर भरतवासी को आतंकवादियों के द्वारा मारे गए सेनिको की खबर सुन कर खून खौलने लग जाता है ।
  • इन भ्रष्ट नेताओ के द्वारा किए गए वादे को याद करकर ‌‌‌मोहन का खून खौलने लगा ।
  • मोहन के खेत पर राघव के कब्जा कर लेने पर मोहन का खून खौलने लगा और वह उन्हे मारने के लिए चल पडा ।
  • ‌‌‌आज हर कोई अपने माता पिता को घर से निकाल देते है ऐसा सुनकर मुकेश का खून खौलने लगा ।
‌‌‌मुहावरा‌‌‌अर्थ
खून खौलनाक्रोधित होना ।

‌‌‌‌‌‌खून खौलने की कहानी khoon khaulana story on idiom in Hindi

‌‌‌प्राचीन समय की बात है एक गाव मे एक लडका रहता था उसे कोई भी अगर कुछ कह देता था तो उसका खून खौलने लगता । वह कुछ भी कार्य नही करता और गाव मे आवार‌‌‌ा फिरता रहता । अगर कोई उससे पूछता की तुम कुछ करते ‌‌‌क्यो नही हो आवारा क्यो फिरते हो । यह सुनने के बाद मे उस लडके का खून खौलने  लगता था ।

‌‌‌उसे ऐसा देखकर उसके गाव के लडके भी पडाई नही करते थे और सारे दिन उसके साथ रहने लगे । सभी लोग अपने अपने ‌‌‌बेटो को समझाते थे की उसके साथ मत रहो और कुछ काम कर लो वराना इस घर मे कुछ भी नही रहेगा । पर ‌‌‌उन्होने आपने माता पिता की बात नही मानी ।

‌‌‌‌‌गांव वाले उस लडके से तग आने लगे । समय बितता गया और पूरे गाव के लडके घर पर रहते थे । वे कुछ नही करते थे बस इधर उधर गली मे फिरते थे और रात को देर तक गलियो मे पडे रहते थे । सभी को अपने बेटो को ऐसा देखकर बहुत दूख होता था ।

‌‌‌इसी तरह से कुछ लोग तो अपने ‌‌‌‌‌गांव को छोडकर जाने लगे । जो ‌‌‌‌‌गांव को छोडकर चले गए वे शहर मे जाकर कुछ काम करते और अपना पेट भरते थे । समय बितता गया और एक दिन एक आदमी ने उस लडके को कुछ काम करने को कहा तो वह उसे मारने लगा और कहने लगा की तुम होते कोन हो ऐसा कहने वाले ।

अगले ही दिन कुछ और आदमी आए और उसे समझाने लगे की कुछ काम कर ले या फिर इस ‌‌‌‌‌गांव को छोडकर कही और चला जा । उस लडके ने किसी की एक नही सुनी

जब उसने किसी की एक नही सुनी तो कुछ लोग उसके घर जाकर उसके पिता से बात करने ‌‌‌लगे । उसका पिता उस ‌‌‌‌‌गांव मे सबसे अमीर था । उसने भी कुछ नही सुना और ‌‌‌बल्की उन लोगो की बात सुनकर ‌‌‌उसका खून खौलने लगा ।

उसने कहा की अगर वे यहा से नही गए तो वे मारे जाएगे । सभी लोग जा रहे थे की एक ने कह दिया की अगर वह सही तरह से नही माने तो पुरा ‌‌‌‌‌गांव मिलकर उसे मार देगा । उस लडके ने वह बात सुन ली और वह ‌‌‌‌‌गांव वालो को मारने लगा । सभी को मार पडने लगी तो सभी का खून खौलने लगा ।

‌‌‌सभी लोगो ने कहा की अगर वह नही माना तो उसके साथ कुछ अच्छा नही होगा इतना कह कर सभी लोग वहा से चले गए । एक दिन वह लडका रास्ते से जा रहा था कि किसी ने कह दिया कि वह कामचोर है कुछ करता तो है नही और ‌‌‌‌‌गांव के लोगो का जीवन खराब करने ‌‌‌मे लगा है ।

अगर कुछ कर नही सकता तो मर क्यो नही जाता है । कम से कम ‌‌‌यह ‌‌‌‌‌गांव तो सुख सांति के साथ रह सकता है । बस होना क्या था उस लडके का खून खौलने लगा और वह उस आदमी को मारने लगा उसकी आवाज सुनकर सभी लोग वहा पर पहूंच गए । सभी ने कहा की इसे मत मारो पर उसने किसी की भी नही सुनी ।

एक लडका उसे छुटाने के लिए आया तो वह उसे भी मारने लगा । वह अपने साथ चाकु रखता था जिससे उस लडके ने उस आदमी के पेट पर वार किया ऐसा देखकर सभी गाव वालो ‌‌‌ने उस पर हमला बोल दिया और वह मारा गया । जब उसके पिता को पता चला की उसका लडका मारा गया ।

‌‌‌तब उसके पिता को पता चता की उसे कितना ज्यादा क्रोध आता ‌‌‌था जिसके कारण उसकी जान चली गई । वह सोचने लगा की अगर उसे पहले ही ‌‌‌मै रोक लेता तो आज यह दिन नही देखने को मिलता । इस तरह से क्रोध आना खुद को ही ‌‌‌हानि पहूंचा देता है । इस कहानी के द्वारा हम समझ सकते है की खून खौलने का अर्थ क्या है ।

‌‌‌खून खौलना मुहावरे पर निबंध

‌‌‌खून खौलना मुहावरे पर निबंध

साथियो इस संसार मे हर किसी का खून खौलता है इसके लिए ‌‌‌किसी बडे कारण की जरुरत नही होती है । अगर कोई कहता है की बेटा क्या कर रहे हो कुछ काम कर लिया करो तो इतना सुनने पर भी खून खौलने लगता है  ।  इस संसार मे किसी भी जगह पर आज चले ‌‌‌जाओ आपको ऐसे लोग आसानी से मिल जाएगे ।

अगर कोई बस से अपने घर जाता है तो सिट न मिलने के कारण भी उसका खून खौलने लगता है और वह बस वाले को सुनाने लगता है । अगर कोई अपने मां बाप की सेवा नही कर ‌‌‌सकता है तो उसे घर से निकाल देता है उन्हे देख कर भी खून खौलने  लगता है ।

‌‌‌ऐसे लोगो को पहले लगता है की वे सही कर रहे है उनके अलावा कोई सही नही है पर समय ‌‌‌बीत जाने के बाद उन्हे अपनी गलती का अहसास होने लगता है । ‌‌‌अगर कोई अपने आप पर काबु न पाकर किसी को मारने लगता है तो उसे उस समय वह सही लगता है पर समय आने पर उसे अपनी गलती का पता चलता है की उसने क्या कर दिया है  ।

‌‌‌‌‌‌खून खौलने का तात्पर्य क्या होता है || What is the meaning of khoon khaulana in Hindi


दोस्तो जब खून को गर्म किया जाता है तो वह इतना अधिक गर्म हो जाता है की उछल उछल कर बहार गिरने लग जाता है और यही खून खौलना है , नही ऐसा सोचना गलत है क्योकी इस मुहावरे का अर्थ का अर्थ क्रोधित होना होता है ।
हालाकी अर्थ को समझने के लिए ऐसा सोचा जा सकता ‌‌‌है । जैसे की आप कल्पना करे की खून खौलते समय वह बहार गीर रहा है । ठिक वैसे ही जब मानव को काफी अधिक क्रोध आता है तो उसका जो गुस्सा या क्रोध होता है वह सामने जो भी होता है उस पर निकल जाता है । जैसे की आपने देखा होगा की जब हमको क्रोध आता है तो हम अपने से बड़ो को भी कभी कभार गलत कह देते है । ‌‌‌

हालाकी बचपन में ऐसी गलती नादानी होती है । जो की बिना किसी ज्ञान के हो जाती है । और जब जब हम बड़े होते है तो फिर इस तरह की गलती को नही करते है । तो आप इस बात से समझ सकते है की क्रोध केवल खुन खोलने की तरह तब ही होता है जब अधिक क्रोध आता हो । तो अधिक क्रोधत होना ही इस मुहावरे का अर्थ होता है ।

‌‌‌अब प्यारे साथियो जीवन में क्रोध सभी को आता है हालाकी वह बात अलग है की आप इसे मानते हो की नही । हालाकी बता दे की जो हममे बुराईया है उन्हे स्वीकार कर लेना चाहिए । क्योकी इसका नतिजा यह होता है की हम फिर अच्छे बनने की कोशिश करते है ।

जैसे की आप किसी वर्ष काफी अधिक मेहनत करते हो और अधिक ‌‌‌अंक प्राप्त कर लेते हो । मगर अगले ही वर्ष कम मेहनत करने के कारण से कम अंक प्राप्त होते है । तो आप अगले वर्ष अधिक मेहनत तभी कर पाओगे जब आप यह स्वीकार कर लोगो की आपने कम मेहनत की थी तभी आपको कम अंक प्राप्त हुए है । वैसे दोस्तो जीवन में अंक की बात मायने नही रखती है । यह केवल एक उदहारण हो सकता

‌‌‌है ।
अगर जीवन में क्रोधित होने को भी स्वीकार किया जाता है तो आपको बता दे की आने वाले समय में आप कम क्रोधित होगे । और इस बात के कारण से यह होगा की आपके लिए कभी भी खून खौलना मुहावरे का प्रयोग नही होगा ।

कभी खून नही खोलना चाहिए

दोस्तो अगर जीवन में अच्छा बने रहता है और सफल होना है तो कभी खून खौलना नही चाहिए । क्योकी खून खौलना मानव का असल में एक तरह का शत्रु होता है और इससे हम सभी को दूर रहना है ।

दोस्तो आपको बात दे की खून खौलना का अर्थ है क्रोधित होना और क्रोधित होना मानव के लिए सही नही होता है और यही कारण है की कहा जाता है की जीवन में खून नही खौलना चाहिए ।

अगर आपकार खून खौलता है तो आप इसे दूर करने के​ लिए सुबह सुबह योगा करे क्योकी ऐसा करने से खून नही खौलेगा और यह आपको पता होना चाहिए ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।