कमर कसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कमर कसना मुहावरे का अर्थ kamar kasana muhaavare ka arth – तैयार होना।

दोस्तो अगर आपको कहा जाए की आपको मेरे साथ कही पर चलना है तो आप कहेगे कि मै तैयार होकर आता हूं । तो आप तैयार होने के लिए चले जाएगे दोस्तो इसे ही कमर कसना कहते है । तैयार होकर ही हम कही जाया करते है और यह चहाते है‌‌‌ की हम साफ सुथरे दिखे इस कारण हम स्नान कर कर तैयार हो जाते है और बादमे कही पर जाते है । तैयार होने को ही कमर कसना कहते है ।

कमर कसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कमर कसना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग  || kamar kasna use of idioms in sentences in Hindi

  • ‌‌‌अब इंडियन आर्मी मे भतिया सुरु होने वाली है तो राहुल ने कमर कस लि की इस नोकरी को मुझे पाना ही है ।
  • महेशवरी को उसके पिता ने कहा की बेटी अगले सप्ताह तुम्हारी सादी है तो कमर कस लो ।
  • सामने विपदा को आते देखा तो राजेश ने कहा की दोस्त विपदा आ रही है इससे लडने के लिए कमर कस लो ।
  • राजा धनेश्वर को हराना मुसकिल ही नही नामुमकिन है वह तो कमर कसे बठा है की सामने वाला कब वार करे ।

कमर कसना मुहावरे पर कहानी ||  kamar kasna
story on idiom in Hindi

प्राचिन समय की बात है एक नगर मे एक राजा ‌‌‌राज करता था । वह राजा बहुत ही बलवान था उसके पास 20000 से भी ज्यादा सेना थी । राजा अपने राज्य के लोगो की मदद करने के लिए हमेशा से ही तैयार रहता था । राजा के पास हाथी घोडो की सख्या भी बहुत थी ।

उसकी पॉच रानिया थी पॉचो रानियो के ‌‌‌पॉच पुत्र थे यानि सभी रानी का एक पुत्र था । राजा के पुत्रो मे भी बहुत बल था वे अनेक ‌‌‌लोगो का तो अकेले ही सामना कर सकते थे । इस कारण राजा को अपने पुत्रो पर बहुत ही गर्व था ।  राजा अपने राज्य के लोगो की हमेशा ही मदद करता रहता था ।

हर माह मे अपने लोगो के बिच जाकर उनसे पुछता की आप लोगो को किसी चिज ‌‌‌की कमी है तो आप लोग मुझसे माग सकते हो । तब राज्य के लोग कहते कि हे ‌‌‌राजन् आप हमारे लिए इतना कुछ करते हो ‌‌‌इस कारण हम लोगो को किसी चिज की कमी हो सकती है क्या ।

‌‌‌पर राजा अपने लोगो से पुछता की फिर भी आपको किसी चिज की कोई कमी हो तो आप लोग मुझे बता दिजिए तब जाकर गाव के लोग कहते की हमे एक कुवा खुदवार दो जिससे गाव के लोग आसानी से जल ला सके  और भी मागते थे । गाव के लोगो की बात सुनकर राजा उन्हे एक कुवे के बदले सात कुवे बनाकर देता था ।

 जिससे राज्य के लोग ‌‌‌आसानी से जल को प्राप्त कर सके । राजा और भी न जाने अपने राज्य के लिए क्या क्या करता रहता था । जिसके कारण लोग बहुत ही खुश थे की हमारा राजा बहुत ही अच्छा है अगर हम उनसे एक वस्तु मागे तो वे हमे सात लाकर देते है । राजा की पत्नी को यह सब अच्छा नही लगता था ।

इस कारण वह राजा से कहती की इन लोगो ‌‌‌के लिए इतना भी करना ठिक नही है वरना ये ही लोग हमारे सर पर बेठ जाएगे । तब राजा कहता की अगर हम अपने ही लोगो के लिए नही करेगे तो और किस के लिए करेगे । अगर हमारे उपर कोई भी मुसीबत आएगी तो यही लोग हमे बचाने के लिए तैयार बेठे ।

एक दिन राजा के राज्य पर ‌‌‌पास के ‌‌‌करणवीर राजा ने हमला बोल दिया वह राजा का दुसम था। उसे यह अच्छा नही लगता था कि कोई उसके राज्य मे दुसरे राजा के गुण गान गाए । क्योकी उस नगर के लोग बाते करते की पास के नगर का ‌‌‌राजा अपने लोगो के लिए बहुत कुछ करता है और हमारा ‌‌‌करणवीर राजा हमारे लिए कुछ नही करता है ।

इस कारण उसने राजा पर हमला बोल दिया । ‌‌‌जैसे ही राजा को पता चला की पास के राजा ‌‌‌करणवीर ने हमारे राज्य पर हमाला बोल दिया है तो वह उन्हे रोकने के लिए एक सभा का आयोजन किया जिसमे अपने पुत्रो व अपने सेनिको से कहा की पास के राजा ‌‌‌करणवीर ने हमारे राज्य पर हमला बोल दिया है तो उन्हे रोकने के लिए अपनी कमर कस लो ।

तभी सभी लोग युद्ध लडने के ‌‌‌लिए तैयार होने के लिए चले गए और कुछ ही देर मे अपनी कमर कस के युद्ध भुमि की और रवाना हो गए । जब युद्ध भुमी की और गए तो राजा ने देखा की उसके राज्य के सभी लोग युद्ध लडने के लिए तैयार खडे थे । उनको देखकर राजा ने कहा की आप लोग हमारे लिए आए हो पर आप यहा से चले जावो हम उन लोगो को सम्भाल लेगे ।

तब ‌‌‌लोगो ने कहा की नही महाराज हम भी आपके साथ युद्ध लडने के लिए जाएगे । तब राजा ने कहा की ठिक है पर आप लोग मेरी सेना के पिछे हो जाऔ अगर हम उन्हे नही रोक सके तो आप हमारी मदद कर देना । अपने राजा की बात मानकर सभी युद्ध लडने के लिए चल पडे ।

जैसे ही दुसरे नगर के राजा ‌‌‌करणवीर ने देखा की इस नगर की सेना बहुत है तो ‌‌‌ वह घबरा गया और वहा से वापस चला गया । इस तरह से गाव के लोग और राजा को कमर कसे देखकर दुसरे राज्य का राजा ‌‌‌करणवीर घबरा गया और युद्ध भुमी से वापस चला गया था ।

कमर कसना मुहावरे पर कहानी

इस तरह से जब भी कोई राजा युद्ध लडने के लिए इस राज्य मे आना चहाता तो वह पहले ही घबरा जाता और कहता की उस राज्य के लोग तो युद्ध लडने के लिए अपनी ‌‌‌कमर कसे खडे है । इस तरह से आप समझ गए होगे की इस मुहावरे का अर्थ क्या है ।

कमर कसना मुहावरे ‌‌‌पर निबंध || kamar kasna essay on idioms in Hindi

‌‌‌साथियो अगर हम कोई कार्य करने के लिए जा रहे है तो पहले हम उस कार्य को करने के लिए पुरी तरह से तैयार होते है और फिर ही उस कार्य को करते है तो तैयार होने को ही कमर कसना कहते है। इस तरह के लोग भी बहुत है जो हर काम करने के लिए तैयार बेठे है ।

अगर कोई खेत मे भी काम कने के लिए जाता है तो वह ‌‌‌खेत जाने से पहल तैयार होता है अपने लिए खाने पिने की वस्तु लेकर ही खेत मे काम करने के लिए जाता है तो वह तैयार होकर ही तो खेत जाता है । इसी तरह से जब कोई व्यक्ति नोकरी करने के लिए भी जाता है तो वह पहले स्नान कर कर अच्छे कपडे पहन कर खाना कर कर तैयार होने लग जाता है

तैयार हाने के बाद मे ‌‌‌ही वह नोकरी करने के लिए जाता है इस तरह के लोग आपको हर जगह पर मिल जाएगे जो तैयार होकर ही काम करते है और कुछ लोग तो ऐसे भी होते है जो ‌‌‌किसी भी काम करने के लिए तैयार बेठे है । तो ऐसे लोगो के लिए कहा जाता है की वह तो ‌‌‌किसी भी काम को करने के लिए ‌‌‌कमर कसे बेठा है । कमर कसना मुहावरे का सिधा सा अर्थ यही है की किसी भी कार्य को करने के लिए तैयार होना । इस तरह से आप इस मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

कमर कसना मुहावरे का तात्पर्य क्या होगा || What is the meaning of kamar kasna in Hindi

वैसे आज जब भी हम और आप कही किसी शादी में जाते है तो अलमारी से एक ऐसी ड्रेस देखते है जो की अभी नई होती है और उसे पहनते है और फिर अच्छी तर से तैयार होने लग जाते है । और उसी तरह से जब विद्यालय जाया जाता है तो बच्चे काफी तैयार होते है । अगर आप एक विद्यार्थी ‌‌‌है तो आपको इस बारे में पता है । क्योकी आप भी तो तैयार होते है ।

वैसे यह बात हमारी और आपकी नही है बल्की यह सभी की बात है आज दुनिया में जो भी कोई है तो वह अपने घर से बहार निकलने से पहले अच्छी तरह से तैयार होता है और फिर ही वह घर से बहार जाता है । और आप इस बारे में अच्छी तरह से जानते है ।

‌‌‌मगर आपको यह नही पता है की जो लोग तैयार होते है या कह सकते है की तैयार हो रहे है तो उनके लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है । यानि उनके लिए कहते है की वे कमर कस रहे है । अत कुल मिलाकर बात यह है की कमर कसना मुहावरे का अर्थ तैयार होना होता है ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।