‌‌‌ठ से शुरु होने वाले मुहावारे list -1

‌‌‌ठ से शुरु होने वाले मुहावारे Th se shuru hone vaale muhavare की लिस्ट हम यहां पर दे रहे हैं। यदि आपको कोई ठ से शुरू होने वाले मुहावरे के बारे मे जानकारी चाहिए तो नीचे देखें।

  • ‌‌‌ठढक पडना – जाडा या सरदी पडना । वाक्य – कई दिनो से ठढक नही पड रही है ।
  • ठढ पडना – जाडा या सरदी पडना । वाक्य – अब ठढ पडने लगी गरम कपडे निकाल लो ।
  • ठढ लगना – सरदी या जाडा लगना । वाक्य – ठढ लगती हो तो कोट पहन लो ।
  • ठढा करना – आग बुझाना । वाक्य – आज की आग बडी मुश्किल से ठढी की गई ।
  • ठढा पड जाना – मर जाना । वाक्य – सांप एक ही लाठी मे ठढा पड ‌‌‌गया ।
  • ठढा रखना – खूश रखना । वाक्य – अपने भाई को ठढा रखो नही तो लडाई हो जायगी ।
  • ठेढा रहना – खुश रहना या संतुष्ट रहना । वाक्य – कैसे वो फरहाद जो गुजरते तो हुआ दौर मेरा न रहा मारकए इश्क का पाला कढा ।
‌‌‌ठ से शुरु होने वाले मुहावारे list -1
  • ठंढी आना – जाडा आना । वाक्य – अब धीरे धीरे ठंढी आ रही है ।
  • ठंढी करना – चेचक की आखिरी पूजा करना । वाक्य – हमारे गांव मे ठंढी कर दी ‌‌‌गई ।
  • ठंढी गरमी – दिखावटी प्रेम । वाक्य – चलो हम ठंढी गरमी खूब समझते है ।
  • ठंढी ढलना – चेचक मुर्झाना । वाक्य – अभी ठढी नही ढल रही है ।
  • ठढी निकलना – चेचक निकलना । वाक्य – हमारे घर ठंढी निकल रही है।
  • ठंडी मार – मीठी चोट । वाक्य – पुलिस वाले ठढी मार मारते है ।
  • ठंढी मिट्टी – रति कामना से विहीन आदमी । वाक्य – नपुसक तो ठंढी मिट्टी ही ‌‌‌होते है ।
  • ठंढी सांस – आह भरी सांस । वाक्य – उसकी ठंढी सांस देखी नही जाती ।
  • ठढी सांस खीचना – दुख की सांस लेना या आह भरना । वाक्य – उसके वियोग मे कब तक ठंढी सांस खीचते रहोगे ।
  • ठंढे ठंढे – प्रसन्नता से । वाक्य – तुम सब ठंढे ठंढे चले जाओ ।
  • ठंक रहना – सन्न हो जाना । वाक्य – मैं तो उसके साहस को सुनते ही ठंक रह गया ।
  • ठकुर सुहाती ‌‌‌कहना- चापलूसी की बातें करना । वाक्य – संसार मे ठकुर सुहाती कहने मे ही अपना भला है ।
  • ठगमूरी खाना – ठगा सा या पागल सा रहना । वाक्य – काहू तोहि इगोरी लाई बूझति सखी सुनति नाहिं नेकहु तुही किधी ठगमूरी खाई ।
  • ठग लगना – ठगो का पीछे पडना । वाक्य – तुम्हारे पीछे कई दिनो से ठग लगे हैं, जरा रुपये होशियारी से रखना ।
  • ठगविधा ‌‌‌खेलना – छल कपट करना । वाक्य – अब तो तुम भी ठगविधा खेलने लगे हो ।
  • ठगा सा रह जाना – चकित रह जाना । वाक्य – ताजमहल की रौनक देखकर मैं ठगा सा रह गया ।
  • ठट कर बाते करना – जमकर बातें करना । वाक्य – आज दिन भर खूब ठट कर बातें की गई ।
  • ठट के ठट – बहुत से, झुड के झुड । वाक्य – ठट के ठट आदमी कहां जा रहे है ।
  • ठट लगना – भीड होना । ढेर होना। ‌‌‌वाक्य – मेले मे आदमियो के ठट लगे ‌‌‌थे।
  • ठट्ठा उठाना – हॅंसी मजाकर करना । हॅंसी उडाना । वाक्य – हमेशा ठट्ठा न उडाओ जरा गभीरता से सुना करो ।
  • ठट्ठा करना – हॅंसी या चुहल करना । वाक्य – ठट्ठा न करो बात बडी गभीर है ।
  • ठट्ठा मे उडाना – कुछ महत्व न देना । हॅंसी मे उडाना । वाक्य – हमारी बातो को तो आप लोग ठट्ठे मे उडा देते हो ।
  • ठठरी होना ‌‌‌- दुर्बल होना । वाक्य – तुम तो सूखकर ठठरी हो गये ।
  • ठठा कर हॅंसना – जोर से हॅंसना । वाक्य – ऐसी कौनसी बात थी कि ठठा कर हॅंस पडे ।
  • ठठेरे की बिल्ली – जरा भी आवाज पहचानने का अभ्यस्त । वाक्य – ‌‌‌ मैंकोई ठठेरे की बिल्ली नही हूं कि तुम आए और जग जाउ ।
  • ठठेरे ठठेरे बदलाई होना – एक तरह के दो व्यक्तियो का एक दूसरे को ठगना । वाक्य – ‌‌‌आप भी चोर मैं भी चोर, फिर मेरी चोरी करने के फेर मे न पडें ठठेरे ठठेरे बदलाई नही होती ।
  • ठनका कर लेना – अच्छी तरह देखकर रुपया लेना । वाक्य – ठनका कर लेना, कही खराब न दे दे ।
  • ठन जाना – बदाबदी होना । वाक्य – हमारी तुम्हारी ठन गई है, देखें कोन भागता है ।
  • ठन ठन गोपाल – निर्धन । वाक्य – तुम तो सचमुच ठन ठन गोपाल हो ।
  • ठन ठन ‌‌‌गोपाल होना – बिना रुपये पैसे का होना । वाक्य – आजकल तो मैं ठन ठन गोपाल ही हूं ।
  • ठर्रा आदमी – खराब और साफ आदमी । वाक्य – वह बडा ठर्रा आदमी है ।
  • ठर्रा लगाना – देशी शराब पीना । वाक्य – बहुत बदबू आ रही है, लगता है आज ठर्रा लगा आये हो ।
  • ठर्रा होना – खरा होना । वाक्य – वह बडा ठर्रा है ।
  • ठस आदमी – कृपण या कजूस आदमी । वाक्य – ठस आदमियो से ‌‌‌क्या मांगना ।
  • ठस होना – कजूस होना । वाक्य – वह ठस है, अपने तो खर्च ही नही करता तो भला तुम्हे कैसे दे देगा ।
  • ‌‌‌‌‌‌ट से शुरु होने वाले मुहावरे list-1
  • झ से शुरु होने वाले मुहावरे list -2
  • झ से शुरु होने वाले मुहावरे list -1‌‌‌
  • ‌‌‌‌‌‌ज ‌‌‌से शुरु होने वाले मुहावरे list-1
  • ‌‌‌‌‌‌च से शुरु होने वाले मुहावरे list -1
  • ठसक दिखाना – अभिमानपूर्ण हाव भाव दिखाना । वाक्य – यहां ठसक न दिखाओ ।
  • ठसाठस भरना – बहुत भीड होना । वाक्य – नेहरू जी को देखने के लिए पडाल ठसाठस भरा था ।
  • ठस्स आदमी – बोदेदिमाग वाला । वाक्य – इस ठस्स आदमी  को समझाना ‌‌‌बेकार है ।
  • ठह ठह कर बोलना – गभीरता या बनाव से बोलना । वाक्य – बडे आदमियो की तरह ठह ठह कर बोलना तुम कब से सीख गये ।
  • ठहरना – निश्चय होना या करना । वाक्य – आज तुम्हारे यहां दावत की ठहरी ।
  • ठाट खडा करना – ढांचा तैयार करना । वाक्य – बेकार के ठाट खडे करना तुम्हे खूब आता है ।
  • ठाट खडा होना – स्वरुप तैयार होना । वाक्य – अभी तो मकान ‌‌‌का केवल एक ठाट खडा हुआ है ।
  • ठाट पडा रह जाना – सासारिक शान शौकत और सुख यही खत्म हो जाना । वाक्य – सब ठाट पडा रह जाएगा, जब लाद चलेगा बनजारा ।
  • ठाट बदलना – बेश बदलना । वाक्य – तुमने तो ठाट बदल लिये है ।
  • ठाट बांधना – आक्रमण करने के लिए तैयार होना । वाक्य – वह कई दिन से ठाट बांध रहा है समय आने पर गहरा घाव करेगा ।
  • ठाट ‌‌‌बाट से रहना – शान शौकत से रहना । वाक्य – चनद्रगुप्त मोर्य बडे ठाट बाट से रहता था ।
  • ठाट बिगड जाना – सब बना बनाया खराब हो जाना । वाक्य – पिताजी के न आने से शादी का सारा ठाट बिगड जाएगा ।
  • ठाट मांजना – रग बांधना, बडप्पन जताना । वाक्य – ठाट मांजकर चले गए, मैं रहता तो बताता ।
  • ठाट मारना – मौज करना । वाक्य – बाप की कामाई पर ठाट मार ‌‌‌रहे हो ।
  • ठाट से कटना – सुख से जीवन बीतना । वाक्य – शायद भारत मे 4 फीसदी लोगो की ही ठाट से कटती है ।
  • ठार पडना – पाला या बहुत अधिकर सर्दी पडना । वाक्य – आजकल ठार पड रहा है, फसल को हानि पहुचेगी ।
  • ठाला बताना – बिना कुछ लिये दिये दूर हटाना । वाक्य – अरे उसे ठाला बता दो सबकी सुनोगे तो इतने ही भर को हो जाओगे ।
  • ठाला होना ‌‌‌कमी होना । वाक्य – आजकल मशीनो के प्रचार से बहुत से लोग ठाली है ।
  • ठिकाना करना या कर देना – ठहराना । वाक्य – आज तो किसी के यहां ठिकाना कर दिया परन्तु कल के लिए फिर देखना है ।
  • ठिकाना लगना – रहने के लिये स्थान मिलना । वाक्य – अभी हमारा ठिकाना नही लेगा है ।
  • ठिकाना लगाना – नौकरी देना । वाक्य – यदि जिलाधीस चाहेगे तो ‌‌‌दो चार का ठिकाना लगा सकते है ।
  • ठिकाने आना – वास्तविक बात पर आना । वाक्य – समय कम है, ठिकाने आकर बात करो ।

अगर दोस्तो आपको यह लेख पसंद आया हो और आपने पूरी तरह से ‌‌‌ठ से शुरु होने वाले मुहावारे  को समझ लिया है तो यह हमारे लिए काफी अच्छा होता है क्योकी हमे इस बात से खुशी होती है ।

मगर जब आप ‌‌‌ठ से शुरु होने वाले मुहावारे को समझ नही पाए है तो इसका मलतब है की हमने आपके लिए कुछ कम मेहनत की है । और इसी कारण से आपको निचे की ओर जो कमेंट बॉक्स दिखाई दे रहा है उसमें लिखना है की आपको किस मुहावरे के बारे में जानना है क्योकी हम उसके बारे में आपको बता देगे ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।