उ से शुरु होने वाले मुहावरे list –2

उ से शुरु होने वाले मुहावरे u se shuru hone vaale muhavare की लिस्ट नीचे दीजार ही है।

  • उत्तू-उत्तू करना या कर देना – मारते मारते बंदन उधेड देना । ‌‌‌वाक्य – उसने तो उस गरीब भिखारी को उत्तू-उत्तू कर दिया ।
  • उत्तू करना –  बेवकूफ बनाना । ‌‌‌वाक्य – उत्तू ‌‌‌न करो, तुमने जितना चून खाया है, उतना मैंने नून खाया है ।
  • उत्तू हो जाना – बेवकूफ होना । ‌‌‌वाक्य – उसके आगे तो तुम उत्तू हो जाते हो ।
  • उथल पुथल करना – उलट पुलट देना । ‌‌‌वाक्य – मेरे कमरे की सब चीजे किसने उथल पुथल कर दी है ।
उ से शुरु होने वाले मुहावरे list –2
  • उदय से उस्त तक – सारी जमीन पर । ‌‌‌वाक्य – उदय से अस्त तक भ्रमण करके देख लो उसके जैसा शरारती आदमी  ‌‌‌मिलना मुश्किल है ।
  • उदर जिलाना – पेट पालना । ‌‌‌वाक्य – नौकरी क्या करता हूं किसी तरह से उदर जिला करता हूं ।
  • उदर भरना – पेट भरना । किसी तरह से उदर भरता है ।
  • ‌‌‌उधर का चाला नही होना – उस ओर जोन लायाक न होना । ‌‌‌वाक्य – उधर का चाला नही है तो क्यो जाते हो, शायद कुछ हो जाय तो ।
  • उधार खाये बैठना –  किसी आशा मे बैठे रहना । ‌‌‌वाक्य – क्या बेकार मे उधार खाए बैठे हो ‌‌‌कुछ करते धरते क्यो नही ।
  • उधेड देना – भेद कह देना । ‌‌‌वाक्य – मुझे परेशान करोगे तो मै तुम्हारा और किस्सा  धेड दूगा ।
  • उधेडबुन – ‌‌‌सोच-विचार । ‌‌‌वाक्य – तुम कई दिन से किसी उधेडबुन मे हो आखिर बात क्या है ।
  • उधेडबुन मे पडना – किसी समस्या के सोचने विचारने मे परेशान या व्यस्त होना । ‌‌‌वाक्य – पड गये हो उधेडबुन मे क्यो, तुम गए बार बार बीछे हो ।
  • उन्नीस- कमजोर । ‌‌‌वाक्य – यह पहलवान उससे कुछ उन्नीस है ।
  • उन्नीस बिस्वे – प्राय या अधिकरशत । ‌‌‌वाक्य – मुझे ‌‌‌तो उन्नीस बिस्वे उनके न आने की ही आशा है ।
  • उन्नीस बीस कर फर्क होना – बहुत कम अंतर होना । ‌‌‌वाक्य – उन्नीस बीस का फर्क कोई फर्क नहीहै ।
  • उन्नीस होना – कम होना । ‌‌‌वाक्य – तुमसे उन्नीस कौन है ।
  • उपरी उपरा – यढा उपरी, एक दुसरे से बढ जाने की इच्छा । ‌‌‌वाक्य – उन दोनो मे आजकल खूब उपरी उपरा चल रहा है ।
  • उफन जाना – गुस्सा हो जाना। ‌‌‌‌‌‌वाक्य – छोटी सी बात पर उफन जाना ठीक नही है ।
  • उबल पडना – गुस्से मे आना । ‌‌‌वाक्य – बस उबल पडे यही तो आपकी ‌‌‌आदत है और समझते है अपने ‌‌‌आप को गाधी का चेला ।
  • अभर जाना – हालत ठीक होना । ‌‌‌वाक्य – अब वह बहुत उभर गया है ।
  • उभरना या उभर चलना – गर्व करना । ‌‌‌वाक्य – धनी होने का यह अर्थ थोडे है की उभर चलो ।
  • ‌‌‌उभार देना – ‌‌‌भडका देना । ‌‌‌वाक्य – तुमने मेरे भाई को ‌‌‌उभार दिया अैर वह मुझसे लड बैठा ।
  • उभार पर होना – उन्नति पर होना । ‌‌‌वाक्य – यह मान लिया कि तुम उभार पर हो, किन्तु सबसे झगडना ठीक नही है ।
  • उभार लाना – उठा लाना । ‌‌‌वाक्य – अगर मै उभार लाउगा तो तुम क्या करोगे ।
  • अभार लेना – उपर आना । ‌‌‌वाक्य – ‌‌‌डूबने के पूर्व बेचारे ने दो एक उभारे ली होगी पर यहां था ही कोन जो बचाता ।
  • ‌‌‌उभारा लेना – किसी बीमारी को जाकर फिर से उभरना । ‌‌‌वाक्य – जरा ठीक से रहो यह ज्वर यदि उभारा लेगा तो बचला मुश्किल हो जाएगा ।
  • उमडना घुमडना – चारो तरफ छाना । ‌‌‌वाक्य – आज बादल खूब उमड घुमड रहे है ।
  • उमर के दिन भरना – दुख से जिंदगी बिताना । ‌‌‌वाक्य – भाई मै उमर के दिन भर रहा हूं अब इस जीवन मे कोई आकर्षण नही ।
  • उमर टेरना – ‌‌‌किसी प्रकार जीवन के दिन पूरे करना । ‌‌‌वाक्य – किसी तरह से उमर टेर रहा हूं ।
  • उमर पडना – बुढापा आना । ‌‌‌वाक्य – अब उसका उमर पड गया ।
  • उमर भर का पट्टा लिखाना – हमेशा के लिए वचनबद्ध होना । ‌‌‌वाक्य – आपको मैने उमर भर का पट्टा नही लिखाया है अब आप खुद कमाये और अपना काम चलाएं ।
  • उमर भर की रोटियां सीधी कर लेना – जीवन भर के खाने ‌‌‌पीने का प्रबन्ध करना ।‌‌‌वाक्य – ‌‌‌भाई तुमने तो उमर भर की रोटियां सीधी कर ली ।
  • उम्मीद होना । गर्भ होना या संतान की आशा होना । ‌‌‌वाक्य – मेरी घरवाली को अब कुछ अम्मीद है
  • उर लाना – प्यार करना । ‌‌‌वाक्य – अपने बच्चे को उर लाने से कोन मां रोकी जा सकती है ।
  • उलडन मे पडना – चक्कर मे पडना । ‌‌‌वाक्य – मैं इस समय बडी उलझन मे पड गया हूं।
  • उलझा सुलझा – भला बुरा । ‌‌‌वाक्य – उलझा सुलझा कुछ भी बतला दो।
  • ‌‌‌उलट जाना- मदहोश हो जाना । ‌‌‌वाक्य – तुम तो पीते ही उलट गये ।
  • उलट पडना- नाराज होना । ‌‌‌वाक्य – मैंने कोन सी ऐसी बात कही कि आप उलट पडे ।
  • उलट पेंच की बात करना – चालाकी की बात करना । ‌‌‌वाक्य – मैं आपकी उलट पेंच की बात करना समझ रहा हूं, आप मुझ धोखा नही दें सकते।
  • उलटा घडा बांधना –  और की और करना । ‌‌‌वाक्य –  उसे न दो नही तो वह उलटा घडा बांध ‌‌‌देगा ।
  • उलटा जमाना – बुरा जमाना । ‌‌‌वाक्य – आज कल उलटा जमाना है सबको बहुत हेाशियारी से रहना चाहिये ।
  • उलटा लटकाना – किसी चीज के लिये बहुत परिश्रम करना । ‌‌‌वाक्य – अगर तुम उलटा लटक ‌‌‌जाओ तो भी इस बार परीक्षा मे नही पास हो सकते ।
  • उलटा सीधा- भला बुरा । ‌‌‌वाक्य – अच्छा अब आप चुप रहें बहुत उल्टा सीधा बोल चुके ।
  • ‌‌‌उलटी खोपडी – बेवकुफ । ‌‌‌वाक्य – उलटी खोपडी के आदमी अपने को सबसे होशियार समझते है ।
  • उलटी गगा बहना – अनहोनी बात करना । ‌‌‌वाक्य – आप क्या उलटी गंगा बहा रहे हो कही बंदर भी लिख सकता है ।
  • उलटी छूरी से काटना – बहुत दुख देना । ‌‌‌वाक्य – भाई क्यो उलटी छूरी से काट रहे हो इससे तो अच्छा है की जान से ही मार दो ।
  • अलटी टांगे गले मे आना- ‌‌‌अपनी करनी से आप फंसना । ‌‌‌वाक्य – अक्ल रखते हो या पत्थर ? इस बात से ‌‌‌तो उलटी टांगे गले मे आएगी ।
  • उलटी पट्टी पढाना – बहकाना । ‌‌‌वाक्य – आप की उलटी पट्टी पडाने मै समझ राह हूं मुझे बेवकूफ न समझिये ।
  • उलटी माला फेरना – बुराई करना । ‌‌‌वाक्य – कोई तुम्हारी बुराई करे तब भी तुम उलटी माता न फेरो ।
  • उलटी सांस चलना – मरने के निकट होना। ‌‌‌‌‌‌वाक्य – आज सुबह ही से उसकी उलटी सांस चल रही है ।
  • उलटी सीधी सुनाना – बुरा भला कहना । ‌‌‌वाक्य – आपने मुझे बहुत उलटी सीधी सुनायी अब चुप रहिये नही तो खरियत नही है ।
  • उलटे कांटे तौलना- कम तेलना । ‌‌‌वाक्य – सके लिए तुम उलटे ही कांटे तोलते हो ।
  • उलटी हवा बहना – विपरीत अवस्था होना । ‌‌‌वाक्य – उलटी हवा बही है एक स्त्री ने अपने पति को ‌‌‌विष दे दिया ।
  • उलटे छूरे से मूंडना –  मूर्ख बनाना । ‌‌‌वाक्य – उसने तो मुझे उलटे छूरे से मूंड लिया ।
  • उलटे पांव फिरना – फोरन लोट जाना । ‌‌‌वाक्य – मुझे ‌‌‌देखते ही वह उलटे पांव फिर गया ।
  • उलटे पांव लोटना – तुरत लोटना । ‌‌‌वाक्य – मोहन आज मेरे यहां आया और उलटे पांव लोट गया ।
  • उलटे वांस वरेली भेजना – जहां जिस वस्तु की जरुरत न हो ‌‌‌वह उसे भेजना । ‌‌‌वाक्य – तुमने अमरुद भेजे हैं अजीब आइमी हो उलटे वांस बरेली भेजते हो ।
  • उलटे मुंह गिरना – दुसरो को नीचा दिखाने के लिए प्रयास मे खुद नीचा देखना । ‌‌‌वाक्य – आप मेरे फेरे मे थे और उलटे मुंह गिरे, ईश्वर बुरे का भला कभी नही करता है ।
  • ‌‌‌उलाहना देना – शिकायत करना । ‌‌‌वाक्य – मुझसे उसका उलाहना देकर क्या करोगे ? मै उसके इसके बारे मे कुछ भी नही कह सकता ।
  • उल्लू का गोश्त खिलाना – बेवकूफ बनाना । ‌‌‌वाक्य – ‌‌‌मुझे‌‌‌ तुम उल्लू का गोश्त भी नही खिला सकते ।
  • उल्लू का पट्ठा – बेवकूफ। ‌‌‌वाक्य – यार तुम तो ‌‌‌पूरे उल्लू के पट्ठे हो, तुमसे कुछ भी नही हो सकता ।
  • उल्लू की लकडी फेरना – मूर्ख बनाना । ‌‌‌वाक्य – अरे यार तुम तो उल्लू की लकडी भी नही फेर सके ।
  • उल्लू के से दीदे – डरावनी और बडी बडी आंखे ।‌‌‌वाक्य – अरे तुम्हारे तो उल्लू के से दीदे है तुम्हे देखकर तो भूत भी डर जायगा ।
  • उल्लू फंसाना – अपने वश मे करना । ‌‌‌वाक्य – आजकल आपने उसे खूब उल्लू फंसाया है ।
  • उल्लू बनाना – मूर्ख बनाना । ‌‌‌वाक्य – मुझे क्या उल्लू ‌‌‌बनाते हो? मैं तो बडो को भी चराता हूं ।
  • उल्लू बोलना – उजाड होना । ‌‌‌वाक्य – जहां अच्छे अच्छे शहर थे वहा आज उल्लू बोलता है ।
  • उल्लू सीध करना- काम बनाना । ‌‌‌वाक्य – उल्लू सीधा करना हो तो उसकी शिफारिश करो ।
  • उसास छोडना – दुख या शोक की सांस छोडना । ‌‌‌वाक्य – दशरथ उसास छोडते परमधाम गए ।
  • उसी पांव लौट आना – तुरत लोट आना । ‌‌‌वाक्य – अरे ‌‌‌भाई अभी तो गए थे और अभी उसी पांव लोट आए ।
  • उस्ताद होना – गुरुघटाल होना । ‌‌‌वाक्य – तुम ‌‌‌भी तो उस्ताद हो । ‌‌‌वाक्य – तुम्हारे साथ ऐसा करके उसने कोई बुरा तो नही किया ।

इस तरह से दोस्तो हमने उ से शुरु होने वाले मुहावरे list –2 के अंदर काफी नए मुहावरो को बारे में सिखा है जो की उ से शुरू होते है । अगर दोस्तो आप इसी तरह के अन्य मुहावरो की और लिस्ट चाहते है तो वह भी आपको मिल जाएगी । जो की उ से शुरु होने वाले मुहावरे list –1 होगी ।

इसी तरह दोस्तो कमेंट में भी बताना की आप स्कूल में पढते है या किसी एग्जाम की तैयारी करते है ।  

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।